झारखंड के 35,000 सरकारी स्कूलों में शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि, 32 लाख छात्र हुए शामिल

रांची, 14 अगस्त 2025: झारखंड के सभी 35,000 सरकारी विद्यालयों में आज झारखंड आंदोलन के पुरोधा और दिशोम गुरु स्वर्गीय शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी गई। शिक्षा विभाग, झारखंड सरकार के निर्देशानुसार आयोजित इस कार्यक्रम में 1 लाख से अधिक शिक्षकों और 32 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इसके अलावा, समुदाय से 2 लाख से अधिक आम लोग भी इसमें शामिल हुए।

संघर्षशील जीवन से छात्रों को किया गया अवगत

श्रद्धांजलि सभा का आयोजन सुबह की प्रार्थना के दौरान किया गया, जिसमें मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद शिक्षकों ने विद्यार्थियों को शिबू सोरेन के संघर्षशील जीवन, सामाजिक न्याय, आदिवासी अधिकारों की रक्षा, भूमि सुधार और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अतुलनीय योगदान के बारे में विस्तार से बताया।

सत्य, न्याय और समाज सेवा का संकल्प

सभा में मौजूद छात्र-छात्राओं ने शिबू सोरेन के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। उन्होंने यह प्रण किया कि वे जीवन में सत्य, न्याय और समाज सेवा के मूल्यों को अपनाएंगे और एक जागरूक नागरिक के रूप में राष्ट्र और समाज के विकास में सक्रिय योगदान देंगे।

शिक्षा विभाग के सचिव श्री उमाशंकर सिंह ने बताया कि शिबू सोरेन का जीवन न केवल राजनीतिक रूप से प्रेरणादायी था, बल्कि उन्होंने झारखंडी अस्मिता, संस्कृति और आदिवासी समाज की उन्नति के लिए भी संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि उनके विचार आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं।

एनटीपीसी चेयरमैन गुरदीप सिंह ने नेमरा पहुंचकर शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि

रामगढ़: एनटीपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (CMD) श्री गुरदीप सिंह ने आज झारखंड के दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की। वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक आवास, नेमरा, रामगढ़ पहुंचे।

शोक संतप्त परिवार से की मुलाकात

गुरदीप सिंह के साथ एनटीपीसी के निदेशक (मानव संसाधन) श्री अनिल कुमार जदली, निदेशक (ईंधन) शिवम श्रीवास्तव और रीजनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री नवीन जैन भी मौजूद थे। सभी ने शिबू सोरेन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

इस दौरान, उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं और इस दुख की घड़ी में उन्हें सांत्वना दी।

रांची के स्कूलों में दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि, 3 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने लिया हिस्सा

रांची, 14 अगस्त 2025: झारखंड के दिवंगत दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन को आज रांची जिले के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त अल्पसंख्यक विद्यालयों में भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस श्रद्धांजलि सभा में जिले के लगभग 2500 विद्यालयों से 12,000 से अधिक शिक्षकों और 3 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।

प्रेरणादायी जीवन से छात्रों को किया गया अवगत

श्रद्धांजलि सभा के दौरान, सभी विद्यालयों में प्रार्थना सभाएं आयोजित की गईं। छात्रों और शिक्षकों ने शिबू सोरेन के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखकर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।

विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने छात्रों को शिबू सोरेन के प्रेरणादायी जीवन, उनके संघर्षों और झारखंड के निर्माण में उनके अमूल्य योगदान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विशेष रूप से वंचित और उपेक्षित वर्गों के उत्थान के लिए उनके अथक प्रयासों पर प्रकाश डाला। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

'सामाजिक न्याय की मिसाल' - उपायुक्त

रांची के उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री ने कहा, "दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन का जीवन सामाजिक न्याय और शोषण के खिलाफ संघर्ष की एक मिसाल है। उनके आदर्शों को अपनाकर हम एक समृद्ध और समावेशी समाज की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।"

श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने शिबू सोरेन के विचारों को आत्मसात करने और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। यह आयोजन न केवल उनकी स्मृति को सम्मान देने का एक माध्यम बना, बल्कि युवा पीढ़ी को उनके बलिदान और योगदान से प्रेरणा लेने का अवसर भी मिला।

कुड़मालि भाखी चारि आखड़ा" ने नेमरा में शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि

नेमरा, रामगढ़: झारखंड के दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन के सम्मान में आज उनके पैतृक गांव नेमरा में "कुड़मालि भाखी चारि आखड़ा" के सैकड़ों सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सदस्यों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

शिक्षा, सेवा और एकता का संदेश

संगठन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के आवास पर एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने शिबू सोरेन के जीवन, विचारों और समाज के प्रति उनके अतुलनीय योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि "गुरुजी" ने हमेशा शिक्षा, सेवा और एकता का संदेश दिया, जो हमेशा समाज को सही दिशा दिखाता रहेगा।

सभा में उपस्थित सभी लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

इस मौके पर संगठन के संरक्षक दीपक पुनरियार, जिला संरक्षक सदस्य अनंत कँड़हरआर, सुभाष पुनरियार समेत सैकड़ों पदाधिकारी और सदस्य मौजूद थे।

पुत्र धर्म' के साथ 'राजधर्म' का निर्वाह कर रहे हैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, गांव से ही कर रहे राजकाज

रामगढ़: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस समय अपने पैतृक गांव नेमरा में रहकर अपने दिवंगत पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म की रस्मों को निभा रहे हैं। इस मुश्किल घड़ी में भी, वह एक ओर जहां पुत्र धर्म का निर्वाह कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पूरी लगन से राजधर्म की जिम्मेदारियां भी संभाल रहे हैं।

जनहित के कार्यों में देरी न करने का निर्देश

मुख्यमंत्री नेमरा के सादगी भरे माहौल में रहते हुए भी प्रशासनिक कार्यों के प्रति पूरी तरह सक्रिय हैं। वह लगातार विभिन्न विभागों से आई फाइलों और प्रस्तावों पर फैसले ले रहे हैं। इसके साथ ही, वह अधिकारियों से फोन और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संपर्क में हैं।

हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जनहित से जुड़े कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी या कोताही न हो। उन्होंने कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन निर्धारित समय-सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जनता की समस्याओं को लेकर संवेदनशील रहने और उनके समाधान में तत्परता बरतने को कहा है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूरे किए दिवंगत शिबू सोरेन के पारंपरिक श्राद्ध कर्म के 10वें दिन के विधान, देखें तस्वीर
एनटीपीसी चेयरमैन गुरदीप सिंह ने किया पीवीयूएनएल, पतरातु का दौरा, गुणवत्ता पर जताई संतुष्टि

पतरातु, 13 अगस्त 2025: एनटीपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (CMD) श्री गुरदीप सिंह ने आज पीवीयूएनएल, पतरातु का दौरा किया। उनके साथ निदेशक (ईंधन) श्री शिवम श्रीवास्तव और निदेशक (मानव संसाधन) श्री ए.के. जदली भी मौजूद थे। पीवीयूएनएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री ए.के. सेहगल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

परियोजना की प्रगति और गुणवत्ता पर संतोष

अपने दौरे के दौरान, सीएमडी श्री गुरदीप सिंह ने यूनिट-1 के कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया और संचालन एवं रखरखाव की गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने परियोजना की प्रगति और गुणवत्ता मानकों पर विशेष संतुष्टि व्यक्त की।

उन्होंने "हर घर तिरंगा" अभियान में भी हिस्सा लिया और कर्मचारियों में देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित किया। इस मौके पर उन्होंने युवा अधिकारियों और प्रबंधन समिति के सदस्यों से संवाद किया, उनके सुझाव सुने और कार्यस्थल पर नवाचार, सुरक्षा तथा टीमवर्क के महत्व पर जोर दिया। श्री सिंह ने झारखंड को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की बात भी कही।

यह दौरा पीवीयूएनएल परिवार के लिए काफी प्रेरणादायक रहा और इससे कर्मचारियों में नया उत्साह और ऊर्जा का संचार हुआ।

रांची को मिलेगी एक और वंदे भारत एक्सप्रेस, कई नई ट्रेनों का भी होगा परिचालन

रांची: रांची के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही शहर से एक और वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कई नई ट्रेनों का परिचालन शुरू होने वाला है। केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर इन ट्रेनों के परिचालन का आग्रह किया था, जिस पर रेलवे बोर्ड ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

इन रूटों पर चलेंगी नई ट्रेनें

संजय सेठ ने बताया कि उन्होंने 24 जुलाई को रेल मंत्री से मिलकर एक आग्रह पत्र सौंपा था। रेलवे बोर्ड ने 20 दिनों के भीतर ही इस पर संज्ञान लेते हुए आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं। इन निर्देशों के तहत, निम्नलिखित ट्रेनों का परिचालन शुरू होने की प्रक्रिया चल रही है:

रांची से पुरी के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस।

रांची से जयपुर के लिए नई ट्रेन या किसी मौजूदा ट्रेन का विस्तार।

रांची से ऋषिकेश-हरिद्वार के लिए सीधी ट्रेन।

रांची से अहमदाबाद के लिए नई ट्रेन।

रांची से मुरी, सिल्ली, बरकाकाना होते हुए हजारीबाग तक पैसेंजर ट्रेन।

यह कदम झारखंड के रेल यात्रियों के लिए बड़ी सुविधा लेकर आएगा और उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों से सीधे जोड़ने में मदद करेगा।

सूर्या हांसदा का एनकाउंटर नहीं मर्डर हुआ है.....बाबूलाल मरांडी

मरांडी ने कहा कि आदिवासी नेता को अपराधी बनाना हो या निर्दोष को दोषी साबित करना हो, पैसे लेकर जमीन पर कब्जा कराना हो या माफियाओं को सरेआम आतंक करने की खुली छूट देना हो, अपने शक के आधार पर किसी की आवाज को दबाने के लिए इनकाउंटर करना हो या खास वर्ग को छूट देकर आदिवासियों की हत्या करना कराना हो...इन सारे कार्यों का जिम्मा झारखंड पुलिस में शामिल अपराधी क़िस्म के कुछ लोगों ने अपने कंधे पर ले लिया है।

कहा कि इस सरकार में जिस तरह अपराधियों को शरण और संरक्षण देने वाली खुद अपराधी प्रवृत्ति का काम कुछ पुलिस वाले कर रहे है, उससे आम जनमानस के अलावा सत्ता और विपक्ष में बैठे नेताओं और उनके सहयोगियों को भी हर दिन जान का खतरा लगा रहता है।

कहा कि संघर्ष करते-करते रास्ता भटक जाने वालों को भारत के क़ानून और न्याय व्यवस्था ने हमेशा मुख्यधारा से जुड़ने का अवसर दिया है। लेकिन आज, ऐसी ही एक आवाज़ को हमेशा के लिए ख़ामोश कर दिया गया।

कहा झारखंड का इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि एक जनसरोकारी सूर्या हांसदा का एनकाउंटर नहीं, मर्डर किया गया है वो भी किसी अपराधी द्वारा नहीं बल्कि वर्दी में छिपे कुछ कायरों और बुजदिलों द्वारा, जिन्हें डर है कि आदिवासियों की आवाज उनके कान का पर्दा न हिला दे, जिन्हें डर है कि आदिवासी राज्य में आदिवासी अपने हक अधिकार और संसाधन के लिए लड़ना न शुरू कर दें।

कहा कि झूठे मामलों में फँसाना, फ़र्ज़ी केस दर्ज कर उत्पीड़न करना और लगातार दबाव बनाना, यही विरोध करने वालों से निपटने का रवैया हो गया है।

कहा कि सूर्या हांसदा की पत्नी और मां लगातार पुलिस पर आरोप लगा रही हैं, कि कैसे जानबूझकर उनके पति का, बेटे का मर्डर किया गया है। उनकी बस एक ही तो मांग है कि इस कृत्य की सीबीआई से जांच कराई जाए।

कहा कि मुख्यमंत्री जी को अगर सीबीआई से आपको और आपके अफ़सरों को ज़्यादा ही डर लगता है तो इसकी हाईकोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में इसकी जॉंच कराइये, सच सबके सामने लाइए, क्योंकि पुलिस का यह कृत्य किसी को भी पच नहीं रहा है।

फिल्म निर्माता प्रकाश झा ने नेमरा पहुंचकर शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि

रामगढ़: प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक प्रकाश झा ने आज झारखंड के दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की। वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा पहुंचे, जहां उन्होंने शिबू सोरेन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

इस दुखद अवसर पर प्रकाश झा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की और उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि वह दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और इस मुश्किल घड़ी में शोकाकुल परिवार को दुख सहने की शक्ति दें।