गया में मतदाता पुनरीक्षण को लेकर चुनाव आयोग की बैठक, राजनीतिक दलों से मांगे गए सुझाव
गयाजी, बिहार: भारत निर्वाचन आयोग के विशेष प्रेक्षक, नजमुल होदा (आईपीएस) की अध्यक्षता में गया में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम-2025 पर चर्चा की।
कोई पात्र मतदाता न छूटे: विशेष प्रेक्षक
नजमुल होदा ने सभी अधिकारियों और प्रतिनिधियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र मतदाता का नाम सूची में शामिल होने से न छूटे। इसके लिए उन्होंने पंचायत स्तर पर कैंप लगाने और बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया।
1 सितंबर तक दर्ज कराएं दावा-आपत्ति
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बैठक में बताया कि पुनरीक्षण का काम पूरी पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र मतदाता न छूटे, इसके लिए 1 सितंबर 2025 तक दावा और आपत्तियों के आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी इस बात पर सहमति जताई कि पुनरीक्षण का कार्य पूरी पारदर्शिता से चल रहा है और जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर इस संबंध में जानकारी दी जाती रही है।
बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी और अन्य अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले, विशेष प्रेक्षक ने आयुक्त मगध प्रमंडल सफीना ए.एन. और पुलिस महानिरीक्षक क्षत्रनील सिंह के साथ भी बैठक कर पुनरीक्षण कार्यों की विस्तृत जानकारी ली थी।
Aug 14 2025, 19:57