*बी.एड. द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षुओं का शैक्षिक भ्रमण सफलतापूर्वक संपन्न*
*(आगरा, मथुरा, वृंदावन, फतेहपुर सीकरी एवं जयपुर के ऐतिहासिक स्थलों का अध्ययन)*
सुल्तानपुर,राणा प्रताप पी.जी. कॉलेज बी.एड. द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों का सात दिवसीय शैक्षिक भ्रमण ऐतिहासिक नगरी आगरा, मथुरा, वृंदावन, फतेहपुर सीकरी और जयपुर के महत्वपूर्ण स्थलों का अध्ययन कर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
इस शैक्षिक यात्रा में 46 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की, जिसका उद्देश्य इतिहास, संस्कृति, वास्तुकला और शिक्षण दृष्टिकोण को व्यावहारिक धरातल पर समझना था। इस दल का मार्गदर्शन बी.एड विभाग के डॉ. संतोष अंश एवं डॉ. सीमा सिंह ने किया। उन्होंने छात्रों को प्रत्येक स्थल की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्ता से अवगत कराया।
आगरा में छात्रों ने ताजमहल की अद्वितीय शिल्पकला का अवलोकन किया एवं आगरा किला की भव्यता को देखा। फतेहपुर सीकरी में छात्रों ने बुलंद दरवाजा, शेख सलीम चिश्ती की दरगाह, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास आदि स्थलों का अध्ययन किया। मथुरा-वृंदावन में श्रीकृष्ण जन्मभूमि, बांके बिहारी मंदिर व इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर, चार धाम का दर्शन कर आध्यात्मिकता एवं भारतीय दर्शन की अनुभूति की।
जयपुर भ्रमण में आमेर किला, हवा महल, विधान सभा, हाईकोर्ट, अमर जवान ज्योति, सवाई मान सिंह स्टेडियम, बिड़ला मंदिर,एशिया के सबसे बड़े सिनेमा घर राज मंदिर, सिटी पैलेस, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय आदि को देखा और राजस्थानी संस्कृति को निकट से जाना। बापू बाजार , नेहरू बाजार में विद्यार्थियों ने शॉपिग की। प्रबंधक बालचंद्र सिंह ने कहा कि छात्रों को पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ ऐसे प्रत्यक्ष अनुभवों की अत्यधिक आवश्यकता होती है, जिससे उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सके। यह भ्रमण उसी दिशा में एक सार्थक प्रयास है।
प्राचार्य प्रो. डी. के. त्रिपाठी ने बताया शैक्षिक भ्रमण विद्यार्थियों में इतिहास के प्रति रूचि, अनुशासन और टीमवर्क की भावना को जागृत करता है। इससे उनमें एक जिम्मेदार शिक्षक बनने की दिशा में व्यवहारिक समझ विकसित होती है। शैक्षिक दल के सदस्य डॉ. संतोष अंश ने बताया कि यह भ्रमण केवल पर्यटन नहीं, बल्कि छात्रों की वैचारिक और सांस्कृतिक उन्नति का माध्यम बना। प्रशिक्षुओं में आत्मविश्वास और अनुभवजन्य शिक्षा की स्पष्ट झलक देखने को मिली।
डॉ सीमा सिंह ने कहा कि हर स्थल पर छात्रों ने जिज्ञासा के साथ प्रश्न पूछे और नोट्स बनाए। इस अनुभव ने उनकी शिक्षण दृष्टि को और भी परिपक्व बनाया।भ्रमण के अंत में छात्रों द्वारा अनुभव साझा करने हेतु चर्चा-सत्र आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने इस यात्रा से प्राप्त ज्ञान, मूल्य और अनुभूतियों को अभिव्यक्त किया साथ ही सभी टूर जाने वाले प्रशिक्षणार्थी टूर रिपोर्ट तैयार करेंगे। कॉलेज की शैक्षणिक टीम, अध्यक्ष, प्रबंधक, प्राचार्य और सभी शिक्षकगणों ने इस सफल आयोजन पर संतोष व्यक्त किया और भविष्य में भी इस प्रकार के शैक्षिक कार्यक्रमों की निरंतरता बनाए रखने की बात की।
Jul 26 2025, 17:55