साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़, लखनऊ से 15 शातिर गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी में साइबर क्राइम थाना और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने ऑनलाइन सट्टेबाजी की आड़ में देशभर के लोगों से करोड़ों रुपये ठगने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है। गिरोह से जुड़े 15 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो शहीद पथ स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी में किराए के मकान में छिपकर यह फर्जीवाड़ा चला रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे 53,200 नगद, 44 मोबाइल फोन, 03 लैपटॉप, 42 एटीएम कार्ड, चेकबुक, सिम कार्ड और कई बैंक दस्तावेज, एक कार बरामद किया है।
फ्रेंड्स कॉलोनी से एक घर में बैठकर कर रहे थे साइबर ठगी
डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस टीम अहिमामऊ चौराहे पर चेकिंग में लगी थी, तभी एक मुखबिर ने सूचना दी कि फ्रेंड्स कॉलोनी में कुछ संदिग्ध युवक ठहरे हुए हैं, जो लगातार फोन पर बात करते रहते हैं। मुखबिर ने यह भी बताया कि उनके पास बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, लैपटॉप और बैंकिंग सामग्री मौजूद है।
तत्काल मौके से सभी को हिरासत में ले लिया गया
सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मनोरथ हाउस के पास स्थित मकान में दबिश दी।जांच के दौरान कमरे के अंदर कई युवक अलग-अलग मोबाइल, लैपटॉप और सिम कार्ड्स के जरिए लगातार बातचीत करते मिले। वहां से पुलिस को अनेक डेबिट कार्ड, आधार कार्ड, चेकबुक, पासबुक और खातों की पर्चियां भी मिलीं। तत्काल मौके से सभी को हिरासत में ले लिया गया।
अन्ना रेड्डी, फेयर प्ले और 99 एक्सचेंज जैसे फर्जी लिंक तैयार किए थे
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अन्ना रेड्डी, फेयर प्ले और 99 एक्सचेंज जैसे फर्जी लिंक तैयार किए थे, जिनके जरिए वे लोगों को ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के नाम पर लालच देकर ठगते थे। पहले ये लोग शिकार को मामूली रकम जमा कराने को कहते और बाद में उसे अपने फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लेते थे।
गिरोह का मास्टरमाइंड राजा सिंह उर्फ गनी भाई
यह सब सोशल मीडिया और फोन कॉल्स के जरिए किया जाता था।गिरोह का मास्टरमाइंड राजा सिंह उर्फ गनी भाई है, जबकि गिरोह का संचालन बिहार के मैरवा सीवान निवासी प्रदुमन कुमार सिंह कर रहा था। ठगी के बाद आरोपी अपने मोबाइल फोन, सिम कार्ड और लैपटॉप को नष्ट कर देते थे ताकि पुलिस की पकड़ से बच सकें। यही नहीं, ये लोग लगातार अपना ठिकाना भी बदलते रहते थे।
विभिन्न राज्यों में इनके खिलाफ 44 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज
डीसीपी के अनुसार, आरोपियों के मोबाइल फोन, साइबर पोर्टल और जब्त दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि देश के विभिन्न राज्यों में इनके खिलाफ 44 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज हैं। जांच में यह भी सामने आया कि इन लोगों ने मल्टी-लेयर बैंकिंग सिस्टम के जरिए फर्जी खातों में करोड़ों का लेन-देन किया है।
इन अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार
गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम प्रदुमन कुमार सिंह – मैरवा, सीवान (बिहार), अखिलेश कटियार – नवीनगर, सीतापुर, आलोक सिंह – सीवान, बिहार, अमन कुमार सिंह – बिहार, प्रीतम कुमार – बिहार, अंकित कुमार – बिहार, अभिनंदन सिंह – बिहार, धन्नू कुमार – बिहार, अमित कुमार बर्नवाल – गोपालगंज, अभिजीत कुमार शर्मा – गोपालगंज, इंद्रजीत कुमार – सिकंदरपुर, बलिया, आर्यन बर्नवाल – हाटा, कुशीनगर, ऋषभ सिंह – सिविल लाइंस, देवरिया, सावन कुमार सिंह – बांका, बिहार, अभिषेक गुप्ता – दशहराबाद, बाराबंकी है।
Jul 25 2025, 18:30