प्रो उमा कांजीलाल का इग्नू के कुलपति पद के लिए चयन


लखनऊ। भारत की राष्ट्रपति ने प्रो उमा कांजीलाल को इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति पद पर नियुक्त किया है।

इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि  प्रो उमा कांजीलाल अगले पाँच वर्षाें तक इस पद पर अपने दायित्वों का निर्वाहन करेंगी। उन्हें इग्नू के कुलपति के रूप में नियुक्त प्रथम महिला कुलपति होने का गौरव प्राप्त हुआ है। उन्होनें इग्नू में छः वर्षों तक सम-कुलपति के रूप अपना कार्यभार बहुत ही कुशलतापूर्वक सम्भाला और पिछले एक वर्ष से इग्नू की कार्यवाहक कुलपति के रूप में कार्यरत् थी।

साथ-ही-साथ प्रो कांजीलाल ने इग्नू में ऑनलाईन शिक्षा केन्द्र की निदेशक, सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ की निदेशक तथा अन्तर-विश्वविद्यालय कंसोर्टियम की निदेशक एवं सूचना विज्ञान और नवीन शिक्षण के लिए उन्नत केन्द्र की निदेशक के रूप में कार्य किया। प्रो कांजीलाल की इग्नू में वर्ष 1989 में पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग में प्रवक्ता के पद पर नियुक्ति हुई थीं।
लखनऊ में झमाझम बारिश से गर्मी से राहत, लेकिन स्कूली बच्चों को झेलनी पड़ी मुश्किलें

लखनऊ। लखनऊ में शुक्रवार दोपहर अचानक बदले मौसम ने लोगों को भीषण गर्मी से बड़ी राहत दी। तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश ने तापमान में गिरावट ला दी, जिससे शहरवासियों ने चैन की सांस ली। पूरे शहर में काली घटाएं छा गईं और मौसम एकदम बदल गया।
हालांकि, यह बारिश जहां एक ओर लोगों के लिए सुकून लेकर आई, वहीं दूसरी ओर स्कूल की छुट्टी के समय अचानक मौसम बिगड़ने से स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर बसें और ऑटो समय से नहीं पहुंचे, जिससे बच्चे और उनके अभिभावक घंटों सड़कों पर भीगते रहे।
शहर के प्रमुख इलाकों जैसे हजरतगंज, आलमबाग, गोमतीनगर और इंदिरा नगर में तेज बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया। नालियों के ओवरफ्लो होने से कई जगहों पर ट्रैफिक बाधित हुआ और वाहन रेंग-रेंग कर चलते दिखाई दिए।
मौसम विभाग के अनुसार, यह बदलाव मानसून की सक्रियता का संकेत है और अगले कुछ दिनों में अधिक बारिश की संभावना जताई जा रही है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासतौर पर जलभराव और फिसलन वाली सड़कों को लेकर।
नगर निगम की ओर से जल निकासी की व्यवस्था के लिए टीमों को सक्रिय किया गया है, लेकिन बारिश की तीव्रता के आगे व्यवस्था अधूरी साबित हुई। नागरिकों ने शिकायत की कि हर साल जलभराव की समस्या का समाधान नहीं हो पाता।
हालांकि मौसम ने राहत दी है, लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी ने फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रकृति एवं जैव विविधिता से छात्र सीखेंगे भविष्य के लिए जीने की कला : जयवीर सिंह
* 28 जुलाई से अगले 20 दिनों तक चलेगा ट्रेजर हंट कार्यक्रम, केंद्रीय विद्यालय के छात्र करेंगे पार्कों का भ्रमण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के इको-टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा 28 जुलाई से एक विशेष ट्रेजर हंट कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है, जो आगामी 20 दिनों तक चलेगा। इस कार्यक्रम में लखनऊ और आसपास के 10 केंद्रीय विद्यालयों के छात्र भाग लेंगे। उद्देश्य है छात्रों को प्रकृति, जैव विविधता और पर्यटन के प्रति जागरूक बनाना और खेल के माध्यम से सीखने का नया अनुभव प्रदान करना।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय विद्यालय एसजीपीजीआई शाखा से होगी। इसके तहत छात्र गोमती नगर स्थित यूपी दर्शन पार्क का भ्रमण करेंगे, जहां वे उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों के लघु मॉडलों को देख सकेंगे। भ्रमण के बाद छात्र एक क्लू-बेस्ड ट्रेजर हंट गतिविधि में भाग लेंगे, जिसमें उन्हें पार्क में बने स्मारकों को पहचानना होगा।
उन्होंने कहा, “यह आयोजन छात्रों को प्रकृति से जोड़ने, सह-अस्तित्व की भावना और जैव विविधता के महत्व को समझाने का प्रयास है। यह सिर्फ खेल नहीं, बल्कि भविष्य के लिए जीने की कला सिखाने की पहल है।”
यूपी दर्शन पार्क, जेपीएनआईसी सेंटर के पास स्थित, बच्चों के लिए शैक्षिक और मनोरंजन का अद्वितीय संगम बन चुका है। यहां विभिन्न पर्यटन स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों को लघु रूप में दर्शाया गया है, जो बच्चों में उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि को समझने में मदद करता है।
कार्यक्रम की पहली कार्यशाला 29 जुलाई को एसजीपीजीआई शाखा में आयोजित होगी। इसके बाद 30 जुलाई को कैंट रोड शाखा और 01 अगस्त को सीआरपीएफ बिजनौर शाखा के छात्रों के लिए यह कार्यक्रम जारी रहेगा। प्रत्येक विद्यालय के भ्रमण के बाद संबंधित स्कूलों में कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी, जिसमें यूपी टूरिज्म के अधिकारी और प्रशिक्षित विशेषज्ञ बच्चों को दिशा-निर्देश देंगे।
निदेशक पर्यटन (इको), प्रखर मिश्रा ने बताया कि यह पहल बच्चों की सीखने की प्रक्रिया को अनुभवात्मक, रोचक और स्थान-आधारित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आलू उत्पादक किसानों की समस्याओं को लेकर रालोद ने उठाई आवाज
लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक श्री शिवकरण सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आलू उत्पादक किसानों की बदहाल स्थिति पर चिंता जताई है और शीघ्र हस्तक्षेप की मांग की है।

श्री सिंह ने अपने पत्र में बताया कि इस समय प्रदेश के किसानों के सामने बड़ी समस्या यह है कि कोल्ड स्टोरेज में रखे आलू सड़ने लगे हैं। उचित मूल्य न मिलने के कारण किसान आलू निकाल भी नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले जहां किसानों को आलू का मूल्य 1700 से 1800 रुपये प्रति कुंतल मिल रहा था, वहीं अब यह घटकर औसतन 1000 रुपये तक आ गया है। इससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। वर्तमान हालत यह है कि किसानों को 700 रुपए से भी कम मिल रहा है जबकि 240 रुपए भाड़ा भी देना पड़ रहा है। 1000 रुपए का औसत भी नहीं निकल रहा है।

उन्होंने सरकार से मांग की है कि आलू के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की जाए और कोल्ड स्टोरेज से आलू निकालने पर प्रति कुंतल 100 रुपये का अनुदान दिया जाए। साथ ही, सरकार को किसानों से सीधा क्रय कर उनके भंडारित आलू को मिड-डे मील, राशन और अन्य योजनाओं में उपयोग करना चाहिए ताकि किसानों को राहत मिल सके।

शिवकरण सिंह ने आशा व्यक्त की है कि सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र राहतकारी निर्णय लेगी।
रेरा का लक्ष्य आवंटियों को समय पर उनके हक की राशि दिलाना : संजय भूसरेड्डी

* आवंटियों को राहत: यूपी रेरा ने अब तक 1410 करोड़ की वसूली सुनिश्चित की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश रेरा ने आवंटियों को न्याय दिलाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए अब तक 5700 वसूली प्रमाण-पत्रों (RC) के तहत 1410 करोड़ रुपये की प्रभावी वसूली की है। खास बात यह है कि सिर्फ 1 जनवरी 2025 से 15 जुलाई 2025 की अवधि में ही 955 मामलों में 251 करोड़ रुपये वसूले गए हैं।
रेरा अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने जानकारी दी कि अगस्त 2023 के बाद वसूली में उल्लेखनीय तेजी आई है। इस अवधि में 3053 मामलों में 861 करोड़ रुपये वसूले गए, जो कुल वसूली का लगभग 61% है। वर्षवार आंकड़ों में 2023 में 380 करोड़, 2024 में 463 करोड़, और 2025 में अब तक 251 करोड़ रुपये वसूले जा चुके हैं। 2024 की इसी अवधि में 244 करोड़ की वसूली हुई थी, जिससे वसूली दर में लगातार वृद्धि स्पष्ट है।
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि रेरा केवल प्रत्यक्ष वसूली पर निर्भर नहीं है। कन्सिलिएशन फोरम और निष्पादन कार्यवाहियों के माध्यम से भी समाधान निकाला जा रहा है। अब तक 1650 RC के तहत 500 करोड़ रुपये का समाधान आपसी समझौते से हुआ है। वहीं, 8500 अन्य मामलों में भी समाधान किया गया है, जिनकी अनुमानित राशि 3320 करोड़ रुपये है।
अब तक कुल 15850 आवंटियों के लगभग 5180 करोड़ रुपये के दावों का समाधान किया जा चुका है। भारत सरकार ने भी यूपी रेरा की रणनीति की सराहना की है। श्री भूसरेड्डी ने बताया कि मासिक समीक्षा, प्रमोटरों पर सख्ती और पंजीकरण प्रक्रिया में आवंटियों की संतुष्टि को प्राथमिकता देकर रेरा अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहा है।
फर्जी  पहचान, शादी का झांसा और यौन शोषण, बीकेटी में छात्रा ने दर्ज कराई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट
लखनऊ । राजधानी में लव जिहाद का एक और मामला सामने आया है। यहां बीकेटी क्षेत्र में एक बीए की छात्रा ने फर्जी नाम से परिचय कर दोस्ती करने, शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने और धमकी देने के गंभीर आरोप एक युवक पर लगाए हैं। आरोपी की पहचान मोहम्मद आमिर के रूप में हुई है, जिसे पुलिस पहले ही एक अन्य मामले में गिरफ्तार कर चुकी है।

कॉलेज आते-जाते उससे दोस्ती कर ली

छात्रा ने बुधवार को बीकेटी थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि आरोपी ने खुद को आकाश नाम से परिचित कराया था और कॉलेज आते-जाते उससे दोस्ती कर ली। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और आरोपी ने खुद को अविवाहित बताते हुए विवाह का प्रस्ताव दिया। छात्रा उसकी बातों में आ गई, लेकिन कुछ समय बाद उसने शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने शुरू कर दिए।

आरोपी ने उसका आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी दी

कथित रूप से जब छात्रा को यह पता चला कि "आकाश" का असली नाम मोहम्मद आमिर है और वह पहले से शादीशुदा है, तो उसने विरोध जताया। इस पर आरोपी ने उसका आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी दी।पीड़िता के मुताबिक, 20 जुलाई को जब वह घर पर अकेली थी और परिवार मंदिर दर्शन को गया हुआ था, तभी आरोपी उसके घर में घुस आया और जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद वह पड़ोस में स्थित मामा के घर पहुंचा और वहां छात्रा की ममेरी बहन से भी छेड़छाड़ की। शोर मचने पर लोग एकत्र हो गए, जिससे घबराकर आरोपी मौके से अपनी बाइक और मोबाइल छोड़कर फरार हो गया।

पुलिस ने पीड़िता को हर सुरक्षा देने को दिलाया भरोसा

घटना के बाद छात्रा ने अपनी मां को सारी जानकारी दी। उसी दिन उनके दादा का निधन हो गया, जिससे पूरा परिवार शाहजहांपुर चला गया। अंतिम संस्कार के बाद छात्रा ने लौटकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।बीकेटी इंस्पेक्टर संजय कुमार के अनुसार, पीड़िता के बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज कराए जाएंगे। आरोपी मोहम्मद आमिर को छात्रा की ममेरी बहन से छेड़छाड़ के पुराने मामले में पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।पुलिस अब नए दर्ज मुकदमे की गहन जांच कर रही है और वीडियो व मोबाइल समेत सभी डिजिटल साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। पीड़िता को सुरक्षा देने और हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया गया है।
डॉ. कलाम की पुण्यतिथि पर उत्तर प्रदेश के मदरसों में विज्ञान प्रदर्शनी और संगोष्ठी का आयोजन
लखनऊ। भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त मदरसों में विज्ञान प्रदर्शनी और संगोष्ठी आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह आयोजन 27 जुलाई 2025 को किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, शैक्षिक जागरूकता और राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रोत्साहन मिल सके।
इस संबंध में राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम डॉ. कलाम की स्मृति को समर्पित होगा, जिनका जीवन संघर्ष, वैज्ञानिक उपलब्धियां और राष्ट्र के प्रति समर्पण आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।
मदरसों में होने वाले इन आयोजनों के माध्यम से छात्रों को शिक्षा, विज्ञान और राष्ट्र निर्माण के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने का अवसर मिलेगा। संगोष्ठियों में डॉ. कलाम के विचारों, आदर्शों और योगदान पर आधारित संवाद और चर्चाएं होंगी, वहीं विज्ञान प्रदर्शनी के माध्यम से छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार को मंच मिलेगा।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की इस पहल का उद्देश्य केवल श्रद्धांजलि देना नहीं, बल्कि डॉ. कलाम की सोच और दृष्टिकोण को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना है। विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इन कार्यक्रमों का आयोजन उत्साहपूर्वक और प्रभावी ढंग से किया जाए।
गोरखपुर डीआईजी समेत 5 अधिकारियों की तैनाती में फेरबदल

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में बुधवार को प्रशासनिक फेरबदल करते हुए पांच वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले कर दिए गए। जारी आदेश में दो आईपीएस अधिकारियों को प्रतीक्षारत रखा गया है, जबकि दो पीपीएस अधिकारियों को नए पदों पर तैनाती दी गई है। इस सूची में गोरखपुर के डीआईजी रोहन पी. कनय का नाम भी शामिल है, जिन्होंने हाल ही में महिला प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों की चिकित्सा जांच (गर्भपात से संबंधित) के विवादास्पद आदेश दिए थे।

तबादले का ब्यौरा इस प्रकार

रोहन पी. कनय (आईपीएस, 2009 बैच)
अब तक: पुलिस उपमहानिरीक्षक / प्रधानाचार्य, पुलिस प्रशिक्षण स्कूल (पीटीएस), गोरखपुर।
नवीन तैनाती: प्रतीक्षारत, पुलिस महानिदेशक मुख्यालय, लखनऊ।

पूनम (आईपीएस, 2010 बैच)
अब तक: पुलिस उपमहानिरीक्षक, पीएसी, अनुभाग आगरा।
नवीन तैनाती: पुलिस उपमहानिरीक्षक / प्रधानाचार्या, पीटीएस, मेरठ।

सतेन्द्र कुमार (आईपीएस, 2010 बैच)
अब तक: पुलिस उपमहानिरीक्षक, पीटीएस, मेरठ।
नवीन तैनाती: प्रतीक्षारत, पुलिस महानिदेशक मुख्यालय, लखनऊ।

अनिल कुमार (पीपीएस, 1994 बैच)
अब तक: अपर पुलिस अधीक्षक, पीटीएस, गोरखपुर।
नवीन तैनाती: प्रभारी प्रधानाचार्य, पीटीएस, गोरखपुर।

निहारिका शर्मा (पीपीएस, 1997 बैच)
अब तक: अपर पुलिस अधीक्षक, केंद्रीय रिजर्व स्टोर, कानपुर नगर।
नवीन तैनाती: प्रभारी सेनानायक, 26वीं वाहिनी पीएसी, गोरखपुर।

इसके पहले इनका हुआ था तबादलला

इससे पहले मंगलवार को तीन आईएस और छह पीसीएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया था। पीसीएस से प्रमोट होकर आईएस बनने वाले विनोद कुमार गौड़ को उपसचिव उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज से मुख्य विकास अधिकारी फर्रुखाबाद बनाया गया है। अरविंद कुमार मिश्रा मुख्य विकास अधिकारी फर्रुखाबाद को अपर निदेशक सूना बनाया गया है। वहीं पोस्टिंग की प्रतीक्षा कर रहीं डॉ. अलका वर्मा को निदेशक (प्रशासन) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं बनाया गया है।
साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़, लखनऊ से 15 शातिर गिरफ्तार


लखनऊ ।  राजधानी में साइबर क्राइम थाना और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने ऑनलाइन सट्टेबाजी की आड़ में देशभर के लोगों से करोड़ों रुपये ठगने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है। गिरोह से जुड़े 15 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो शहीद पथ स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी में किराए के मकान में छिपकर यह फर्जीवाड़ा चला रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे 53,200 नगद, 44 मोबाइल फोन, 03 लैपटॉप, 42 एटीएम कार्ड, चेकबुक, सिम कार्ड और कई बैंक दस्तावेज, एक कार बरामद किया है।

फ्रेंड्स कॉलोनी से एक घर में बैठकर कर रहे थे साइबर ठगी

डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित ने बताया कि  साइबर क्राइम पुलिस टीम अहिमामऊ चौराहे पर चेकिंग में लगी थी, तभी एक मुखबिर ने सूचना दी कि फ्रेंड्स कॉलोनी में कुछ संदिग्ध युवक ठहरे हुए हैं, जो लगातार फोन पर बात करते रहते हैं। मुखबिर ने यह भी बताया कि उनके पास बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, लैपटॉप और बैंकिंग सामग्री मौजूद है।

तत्काल मौके से सभी को हिरासत में ले लिया गया

सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मनोरथ हाउस के पास स्थित मकान में दबिश दी।जांच के दौरान कमरे के अंदर कई युवक अलग-अलग मोबाइल, लैपटॉप और सिम कार्ड्स के जरिए लगातार बातचीत करते मिले। वहां से पुलिस को अनेक डेबिट कार्ड, आधार कार्ड, चेकबुक, पासबुक और खातों की पर्चियां भी मिलीं। तत्काल मौके से सभी को हिरासत में ले लिया गया।

अन्ना रेड्डी, फेयर प्ले और 99 एक्सचेंज जैसे फर्जी लिंक तैयार किए थे

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अन्ना रेड्डी, फेयर प्ले और 99 एक्सचेंज जैसे फर्जी लिंक तैयार किए थे, जिनके जरिए वे लोगों को ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के नाम पर लालच देकर ठगते थे। पहले ये लोग शिकार को मामूली रकम जमा कराने को कहते और बाद में उसे अपने फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लेते थे।

गिरोह का मास्टरमाइंड राजा सिंह उर्फ गनी भाई

यह सब सोशल मीडिया और फोन कॉल्स के जरिए किया जाता था।गिरोह का मास्टरमाइंड राजा सिंह उर्फ गनी भाई है, जबकि गिरोह का संचालन बिहार के मैरवा सीवान निवासी प्रदुमन कुमार सिंह कर रहा था। ठगी के बाद आरोपी अपने मोबाइल फोन, सिम कार्ड और लैपटॉप को नष्ट कर देते थे ताकि पुलिस की पकड़ से बच सकें। यही नहीं, ये लोग लगातार अपना ठिकाना भी बदलते रहते थे।

विभिन्न राज्यों में इनके खिलाफ 44 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज

डीसीपी के अनुसार, आरोपियों के मोबाइल फोन, साइबर पोर्टल और जब्त दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि देश के विभिन्न राज्यों में इनके खिलाफ 44 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज हैं। जांच में यह भी सामने आया कि इन लोगों ने मल्टी-लेयर बैंकिंग सिस्टम के जरिए फर्जी खातों में करोड़ों का लेन-देन किया है।


इन अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम प्रदुमन कुमार सिंह – मैरवा, सीवान (बिहार), अखिलेश कटियार – नवीनगर, सीतापुर, आलोक सिंह – सीवान, बिहार, अमन कुमार सिंह – बिहार, प्रीतम कुमार – बिहार, अंकित कुमार – बिहार, अभिनंदन सिंह – बिहार, धन्नू कुमार – बिहार, अमित कुमार बर्नवाल – गोपालगंज, अभिजीत कुमार शर्मा – गोपालगंज, इंद्रजीत कुमार – सिकंदरपुर, बलिया, आर्यन बर्नवाल – हाटा, कुशीनगर, ऋषभ सिंह – सिविल लाइंस, देवरिया, सावन कुमार सिंह – बांका, बिहार, अभिषेक गुप्ता – दशहराबाद, बाराबंकी है।
गाजियाबाद से चला रहा था फर्जी देश का दूतावास, एसटीएफ ने किया भंडाफोड़, एक गिरफ्तार


लखनऊ । उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद में संचालित एक फर्जी दूतावास का पर्दाफाश किया है। टीम ने खुद को कई देशों का राजदूत बताने वाले हर्ष वर्धन जैन पुत्र जे.डी. जैन निवासी केबी-45, कविनगर, गाजियाबाद को गिरफ्तार किया है। 'वेस्ट आर्कटिक के नाम से चल रहा था दूतावास एसटीएफ के मुताबिक, हर्ष वर्धन कविनगर के केबी-35 में किराए पर मकान लेकर 'वेस्ट आर्कटिक' नाम के कथित देश का दूतावास चला रहा था। यही नहीं, वह खुद को वेस्ट आर्कटिक, सैबोर्गा, पॉल्विया, लोडोनिया जैसे तथाकथित माइक्रोनेशन देशों का काउंसल या एम्बेसडर बताता था और अपनी गाड़ियों पर डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगाकर चलता था। विदेशों में काम दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था लोगों को प्रभावित करने के लिए वह प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य प्रमुख हस्तियों के साथ फोटोशॉप की हुई तस्वीरें दिखाता था। पूछताछ में सामने आया है कि वह विभिन्न कंपनियों और व्यक्तियों से विदेशों में काम दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था और हवाला नेटवर्क भी चलाता था। गिरफ्तार अभियुक्त का चर्चित तांत्रित चंद्रा स्वामी से मिला संपर्क एसटीएफ जांच में यह भी सामने आया है कि हर्ष वर्धन का अतीत आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा रहा है। 2011 में उस पर अवैध सैटेलाइट फोन रखने का केस दर्ज हुआ था। इसके अलावा उसका संपर्क चर्चित तांत्रिक चंद्रास्वामी और अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर अदनान खगोशी से भी होने की जानकारी मिली है। यह सामग्री हुआ बरामद डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी 4 गाड़ियां, माइक्रोनेशन देशों के 12 डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मोहर लगे फर्जी दस्तावेज, दो फर्जी पैन कार्ड, 34 कंपनियों और देशों की मोहरें, दो फर्जी प्रेस कार्ड, 44,70,000 नगद, कई देशों की विदेशी मुद्रा, 18 डिप्लोमैटिक नंबर प्लेटें बरामद हुआ है।