*कैंसर सहित विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूक किए जाएंगे युवा*
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गोरखपुर। जिले में कैंसर सहित सात अलग अलग स्वास्थ्य मुद्दों पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और इससे सम्बद्ध गोरखपुर जिले के कॉलेज में पढ़ने वाले युवाओं को जागरूक किया जाएगा। इन नौजवानों को साइबर सुरक्षा के बारे में भी खासतौर से जानकारी दी जाएगी। इसके लिए एम्स गोरखपुर, स्वास्थ्य विभाग, गोरखपुर विश्वविद्यालय और हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान ने संयुक्त तौर पर पहल की है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ राजेश झा की अध्यक्षता में इस संबंध में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक उनके सभागार में की गई।
सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि बैठक का उद्देश्य युवाओं को जागरूक करने के लिए तैयार की जा रही आईईसी सामग्री को फाइनल करना था। बैठक में एम्स गोरखपुर से डॉ प्रदीप खरया, डॉ रामशंकर रथ, गोविवि से प्रोफेसर दिव्या रानी सिंह, हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान से रसेंदु फोगला, डॉ चक्रपाणि अवस्थी और डॉ मुस्तफा खान ने हिस्सा लिया। बैठक में कैंसर जागरूकता, मासिक धर्म स्वच्छता, एनीमिया मुक्त भारत, तम्बाकू की रोकथाम, स्वस्थ जीवनशैली, टेलीमानस/ मानसिक स्वास्थ्य, स्वस्थ आहार और साइबर सुरक्षा के मुद्दे पर आईईसी तैयार करने के लिए जिम्मेदारियों का वितरण हुआ। साथ ही जागरूकता कार्यक्रम संबंधी माइक्रोप्लान तैयार करने, टीम के गठन और प्रतिदिन के लक्ष्य आदि के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
सीएमओ डॉ झा ने बताया कि जागरूकता अभियान का मुख्य लक्ष्य कैंसर के बारे में युवाओं को जागरूक करना है ताकि उनके माध्यम से पूरा समाज इस मुद्दे पर सजग हो सके। ओरल कैंसर, सर्वाकल कैंसर और ब्रेस्ट के कैंसर के बारे में खासतौर से युवाओं को सतर्क करना है ताकि इसके प्राथमिक स्टेज में ही मरीज सामने आ जाएं और उपचार के बाद स्वस्थ जीवन जी सकें। देर करने के बाद कैंसर की बीमारी में जटिलाएं बढ़ जाती है, इसलिए समय रहते इसकी पहचान और उपचार बहुत आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि नौजवानों को जागरूक करने वाली टीम में चिकित्सक, शिक्षक और स्वयंसेवी संगठनों के लोग शामिल होंगे। कैंसर के साथ अन्य सभी स्वास्थ्य मुद्दों पर प्रमाणिक और सरल भाषा में जानकारी मिल सके, इसी उद्देश्य से गुणवत्तापूर्ण आईईसी बनाना अनिवार्य है। मंगलवार को हुई बैठक में इस संबंध में विस्तार से चर्चा हुई और इस सप्ताह के अंत तक आईईसी को अंतिम रूप देने के बारे में सहमति बनी है।
बढ़ सकेगी स्क्रिनिंग, सुधरेगा स्वास्थ्य व्यवहार
सीएमओ डॉ झा ने बताया कि जनजागरूकता कार्यक्रम से कैंसर सहित अन्य बीमारियों की स्क्रिनिंग बढ़ने की उम्मीद है। युवाओं के साथ साथ समाज का भी स्वास्थ्य व्यवहार बदलेगा। इससे कई प्रकार की संचारी और गैर संचारी बीमारियों का समय रहते इलाज किया जा सकेगा।
Jul 22 2025, 19:44