रांची में बेलगाम साइबर अपराध: पढ़े-लिखे लोग भी बन रहे शिकार, लाखों रुपये गंवाए; पुलिस का जागरूकता अभियान बेअसर?
रांची: राजधानी रांची में साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और आए दिन ठगी की नई घटनाएं सामने आ रही हैं। हैरानी की बात यह है कि साइबर ठग न केवल भोले-भाले लोगों को, बल्कि पढ़े-लिखे लोगों को भी अपने झांसे में लेकर उनकी गाढ़ी कमाई उड़ा रहे हैं।
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पुलिस समय-समय पर स्कूलों और अन्य स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को साइबर अपराधों के खिलाफ जागरूक कर रही है। उन्हें बताया जा रहा है कि ठग किस तरह जाल बिछा रहे हैं और उनसे बचने के क्या उपाय हैं। मोबाइल फोन पर भी मैसेज भेजकर सतर्क किया जा रहा है, इसके बावजूद लोग गलतियां कर रहे हैं और उनके बैंक खाते खाली हो रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि पुलिस का जागरूकता अभियान कहीं न कहीं दम तोड़ रहा है, क्योंकि घटनाओं में कमी नहीं आ रही है।
ठगों के नए हथकंडे, पुलिस के लिए चुनौती
साइबर अपराधी हर रोज नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। कम समय में रुपये दोगुना करने का झांसा देकर लोगों को अपनी गिरफ्त में लेना सबसे आम तरीका बन गया है। साइबर थाने में ठगी के मामलों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। हालांकि, पुलिस साइबर अपराधियों पर कार्रवाई कर रही है, लेकिन वारदातों पर लगाम नहीं लग पा रही है।
हालिया मामले: पढ़े-लिखे लोग भी ठगी के शिकार
मेसरा, कल्याणी बस्ती कुंज विहार निवासी रवींद्र कुमार सिंह ने शनिवार को साइबर थाने में 2,05,544 रुपये की साइबर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। अपराधियों ने उनके दो बैंक खातों से 12 बार में ये रुपये निकाले। उन्हें मोबाइल पर एक मैसेज आया था, जिसके जवाब देने के बाद ही निकासी के मैसेज आने लगे।
रांची विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जितेंद्र शुक्ला के खाते से साइबर अपराधियों ने 91,000 रुपये निकाल लिए। प्रोफेसर शुक्ला ने बताया कि उन्होंने माइक्रोटेक इन्वर्टर कस्टमर केयर का नंबर सर्च कर इन्वर्टर बनाने के लिए फोन किया था। रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन पांच रुपये का भुगतान करने को कहा गया, और इसी भुगतान के दौरान उनके खाते से रुपये निकाल लिए गए।
नया लटका निवासी निरोजिनी टोप्पो के खाते से साइबर अपराधियों ने 1.66 लाख रुपये निकाले। इस संबंध में साइबर थाने में केस दर्ज किया गया है। निरोजिनी ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और यूपीआई स्कैनर के माध्यम से रुपये की निकासी कर ली।
कृष्णापुरी गोप मुहल्ला निवासी 66 वर्षीय अशोक कुमार का मोबाइल चोरी होने के बाद उनके खाते से 1 लाख रुपये निकाल लिए गए। 7 जुलाई को लोहरदगा गेट के पास सब्जी खरीदते समय उनका मोबाइल चोरी हो गया था। एटीएम से पैसे निकालने के दौरान उन्हें पता चला कि उनके खाते से 1 लाख रुपये की निकासी हो चुकी है।
इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि रांची में साइबर अपराधियों का जाल कितना गहरा हो चुका है और वे हर वर्ग के लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस के सामने अब इन बढ़ते मामलों पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाना एक बड़ी चुनौती है।
Jul 20 2025, 17:39