राज्य कर्मी स्वास्थ्य बीमा योजना अंतर्गत पदाधिकारियों एवं कर्मियों के बीच हेल्थ कार्ड का वितरण*

राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी राज्य कर्मी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आज दिनांक 15.07.2025 को समाहरणालय में पदस्थापित पदाधिकारियों एवं कर्मियों के बीच हेल्थ कार्ड का वितरण किया गया। उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभागार में 13 पदाधिकारियों एवं कर्मियों को सांकेतिक रुप से स्वयं हेल्थ कार्ड प्रदान किया गया। रांची जिले में अभी तक 75000 लाभुकों का हेल्थ कार्ड बनाया जा चुका है।  

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि यह योजना राज्य कर्मियों एवं उनके आश्रितों को गुणवत्तापूर्ण एवं सुगम स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। हेल्थ कार्ड के माध्यम से पंजीकृत अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा प्राप्त होगी, जिससे सरकारी कर्मियों को इलाज में होने वाली आर्थिक कठिनाइयों से राहत मिलेगी।

कार्यक्रम में जिले के वरीय पदाधिकारी, समाहरणालय कर्मी एवं स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित थे। मौके पर योजना से संबंधित जानकारी भी कर्मियों को दी गई तथा कार्ड से जुड़ी तकनीकी सहायता भी उपलब्ध कराई गई।

हेमंत सरकार विकास से सीधे जुड़े विभागों की अनदेखी कर रही है- प्रतुल शाह देव


भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने हेमंत सरकार पर विकास से जुड़े महत्वपूर्ण विभागों की अनदेखी करने का बड़ा आरोप लगाया। प्रतुल ने कहा कि हेमंत सरकार ने कई महीनो से जल संसाधन विभाग, पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग में

अभियंताओं के महत्वपूर्ण पदों पर स्थाई नियुक्ति नहीं किया है।

पूरा सिस्टम प्रभार पर चल रहा है या ठप हो गया है।प्रतुल ने कहा कि इसके कारण बड़े टेंडर का निष्पादन नहीं हो रहा है और विकास की बड़ी योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पा रही हैं।

प्रतुल ने कहा कि जल संसाधन विभाग की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है ।अभियंता प्रमुख के दो- दो पदों पर पूर्णकालिक नियुक्ति नहीं हुई है।सिस्टम प्रभार पर है। जिसके कारण बड़े टेंडर का निष्पादन नहीं हो पा रहा है। पथ निर्माण विभाग में भी अभियंता का जो प्रमुख पद है वह प्रभार पर चल रहा है और पूर्णकालिक नियुक्ति नहीं हुई है।

प्रतुल ने कहा कि भवन निर्माण विभाग में भी लंबे समय से मुख्य अभियंता का पद रिक्त है। वर्तमान में अधीक्षण अभियंता को प्रभार देकर काम चलाऊ व्यवस्था लागू की गई है। आरईओ में भी पूर्ण कालिक अभियंता प्रमुख का पद रिक्त है। प्रतुल ने कहा कि 5 करोड रुपए से ऊपर के टेंडर के लिए अभियंता प्रमुख की अध्यक्षता में टेंडर कमेटी निर्णय लेती है जिसमें मुख्य अभियंता और वित्त अधिकारी भी होते हैं।

प्रतुल ने हेमंत सोरेन सरकार से जानना चाहा कि क्या उनको इन पदों के लिए योग्य अभियंता मिल नहीं पा रहे हैं या सरकार ने योग्यता का कुछ और पैमाना तय किया है जिस पर कोई अभियंता खरा नहीं उतर रहा है ।विकास के बड़े-बड़े दावे करने वाली हेमंत सरकार के समय विकास की बड़ी योजनाओं की बहुत दयनीय स्थिति हो गई है। इसलिए सरकार को रिक्त पदों और प्रभार पर चलने वाले पदों पर पूर्णकालिक अभियंताओं की नियुक्ति करनी चाहिए।

दलमा में सावन में प्राचीन शिव मंदिर में श्रद्धालुओं पर लगने वाला 'जजिया' टैक्स बंद हो

प्रतुल ने कहा कि हेमंत सरकार ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए सावन महीने में दलमा पहाड़ पर स्थित भोले बाबा के प्राचीन मंदिर में पैदल जाने वाले लोगों पर भी टैक्स लगा दिया है। विभाग ने इसका विधिवत नोटिस भी जारी किया है। नोटिस में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है की सावन के महीने को देखते हुए ये शुल्क लगाया जा रहा है। प्रतुल ने कहा की डीएफओ सबा आलम इसे उचित कदम भी बता रहे हैं और इसको सही ठहरा रहे हैं। हजारों फीट की ऊंचाई पर स्थित दलमा बाबा का शिव मंदिर बिहार, झारखंड ,बंगाल और उड़ीसा के लाखों श्रद्धालुओं का सावन में आस्था का केंद्र होता है। पैदल चलने वालों पर भी सावन के महीने में सरकार ने टैक्स लगाकर अपने तुष्टिकरण की नीति दिखा दिया है। प्रतुल ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह अविलंब इस तुगलकी फरमान को वापस ले वरना सनातनी सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

लातेहार में जेजेएमपी के 5 लाख के इनामी नक्सली लवलेश गंझू का सरेंडर, पुलिस का झारखंड को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प

झारखंड के लातेहार से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां जेजेएमपी के सबजोनल कमांडर और पांच लाख रूपये के इनामी नक्सली लवलेश गंझू ने सरेंडर किया है. जानकारी के अनुसार, जेजेएमपी के सबजोनल कमांडर लवलेश गंझू ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में राज्य सरकार की आत्म समर्पण नीति नई दिशा के तहत सरेंडर कर दिया है.

बताया जा रहा है कि लवलेश ने आईजी सुनील भास्कर, एसपी कुमार गौरव, एसएसबी 32 बटालियन के कमाडेंट राजेश सिंह और सीआरपीएफ 11 बटालियन के कमांडेट यादराम बुनकर के सामने आत्मसमर्पण किया है. लवलेश गंझू पर अलग-अलग थाना में कुल 50 मामले दर्ज हैं.

इस संबंध में आईजी भास्कर ने कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक झारखंड को उग्रवाद और नक्सल मुक्त कर देना है. इसी लक्ष्य को लेकर पुलिस काम कर रही है. उन्होंने कहा कि लातेहार जिला से उग्रवाद और नक्सलवाद लगभग अंतिम स्टेज पर है. जो उग्रवादी या नक्सली बचे हैं या तो सरेंडर कर दें अन्यथा पुलिस उन्हें मुहतोड़ जवाब देने के लिए लगातार अभियान चला रही है. उन्होंने बताया कि लवलेश गंझू कई अपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है.

मालूम हो कि आत्मसमर्पण करने के दौरान लवलेश की पत्नी और उसके बच्चे भी मौजूद रहे. सरेंडर करने के बाद लवलेश ने कहा कि जेल से निकलने के बाद मेहनत और मजदूरी कर जीवन यापन करेंगे. अपने बच्चों को अच्छी तालिम देंगे. ताकि वे आगे चलकर एक कामयाब इंसान बन सके. मौके पर पुलिस ने लवलेश गंझू को पांच लाख रूपये का प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया.

बासुकीनाथ में बारिश-तेज हवा से गिरा कांवरिया टेंट, 7 श्रद्धालु घायल


बासुकीनाथ: श्रावणी मेला के दौरान मंगलवार सुबह बासुकीनाथ में एक बड़ा हादसा हो गया। लगातार हो रही बारिश और तेज हवा के कारण कांवरिया रूट लाइन पर लगा एक विशाल टेंट गिर गया, जिसकी चपेट में आने से सात श्रद्धालु घायल हो गए। घायलों में महिलाएं भी शामिल हैं।

घटना के तुरंत बाद सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। चिकित्सक उनकी विशेष निगरानी कर रहे हैं। सूचना मिलते ही बचाव दल मौके पर पहुंच गया और राहत कार्यों में जुट गया।

गौरतलब है कि श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन द्वारा जगह-जगह टेंट लगाए गए हैं। प्रारंभिक आशंका है कि भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण ही यह टेंट गिरा, जिससे यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अन्य टेंटों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है।

झारखंड के तीन शहरों रांची, धनबाद और जमशेदपुर में जल्द दौड़ेगी मेट्रो, केंद्र को भेजा गया प्रस्ताव

झारखंड वासियों को जल्द ही मेट्रो की सौगात मिलने वाली है. इसे लेकर झारखंड सरकार ने राज्य के तीन प्रमुख शहरों रांची, धनबाद और जमशेदपुर में मेट्रो रेल परियोजना लागू करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा है. यह प्रस्ताव शहरी विकास और आवास मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव को भेजा गया है.

जानकारी के अनुसार, इसमें संबंधित शहरों में मेट्रो रेल परियोजना के क्रियान्वयन, फिजिबिलिटी स्डटी और एलाइनमेंट सर्वे कराने का प्रस्ताव दिया है. साथ ही अनुरोध किया गया है कि केंद्र सरकार जल्द इन तीनों शहरों में मेट्रो परियोजना को स्वीकृति दें. ताकि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर परियोजना को आगे बढ़ाया जा सके.

बताया जा रहा है कि 10 जुलाई को ही पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से रांची में मेट्रो रेल परियोजना की मांग की थी. इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने 11 जुलाई को केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेज दिया है.

इस प्रस्ताव में कहा गया है कि राज्य सरकार तेजी से बढ़ते यातायात दबाव और पर्यावरणीय चुनौतियों को देखते हुए स्थायी शहरी गतिशीलता के लिए मेट्रो प्रणाली की संभावना तलाश रही है. कहा गया कि शहरीकरण की गति तेज हो चली है और वाहन भी बढ़ रहे हैं. इससे शहरों की सड़कों पर ट्रैफिक दबाव बढ़ रहा है. शहरों में जाम की समस्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में मेट्रो रेल ही एक आसान यातायात का साधन हो सकता है. यह शहरों पर ट्रैफिक दबाव को कम कर सकता है.

मेट्रो से क्या होगा लाभ

सड़कों से यातायात का बोझ कम होगा.

प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन में कमी आने से सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार होगा.

ग्रेड-सेपरेटेड कॉरिडोर से शहरी सुरक्षा बेहतर होगी.

समय और लागत की बचत के साथ विश्वसनीय और कुशल यात्रा का अनुभव मिलेगा.

आर्थिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा.

स्मार्ट प्लानिंग और आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ शहरी जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा.

टीओडी मॉडल को मिलेगा बढ़ावा

राज्य सरकार ने इस परियोजना के अंतर्गत ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) को भी अपनाने की योजना बनायी है. इसके तहत उच्च घनत्व, मिश्रित भूमि उपयोग और बेहतर कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा. पत्र में यह भी कहा गया है कि पटना और भुवनेश्वर जैसे शहरों में मेट्रो रेल योजना के कार्यान्वयन ने साबित कर दिया है कि यह प्रणाली द्वितीय श्रेणी की राजधानियों में शहरी परिवहन को नयी दिशा दे सकती है.

झारखंड सरकार इसी मॉडल को अपनाना चाहती है. राज्य सरकार मेट्रो रेल नीति 2017 के अंतर्गत सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसमें कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी), पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) और वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग (वीसीएफ) जैसे उपाय शामिल हैं.

श्रावणी मेले के दूसरे दिन बाबा बैद्यनाथधाम में उमड़ी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़, मनोकामना लिंग पर जलार्पण के साथ दिखा भक्ति और आस्था का अद्भुत सं

श्रावणी मेले के दूसरे दिन बाबा बैद्यनाथधाम की पवित्र नगरी में भक्ति और आस्था का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला. मंदिर में शनिवार की अहले सुबह 04:14 बजे से जलार्पण शुरू हुआ. इस दौरान श्रद्धालुओं की कतार बीएड कॉलेज तक पहुंची गयी थी. पट बंद होने तक शनिवार को 1,13,402 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया.

बताया जा रहा है कि बाहा अरघा के माध्यम से 29,962, आंतरिक अरघा से 80,532 और शीघ्रदर्शनम के माध्यम से 2908 श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया. इसके बाद रात करीब 7:40 बजे मंदिर का पट बंद हुआ. श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण कर अपने मन की मुरादें बाबा के चरणों में समर्पित की. साथ ही भोलेनाथ का आशीर्वाद ग्रहण किया.

जानकारी के अनुसार, 12 जुलाई को अहले सुबह जब बाबा मंदिर का पट खुला, तो सबसे पहले बाबा पर कांचा जल अर्पित किया गया. इसके बाद पुजारी सुमित झा ने विधिपूर्वक सरदारी पूजा कर मंदिर का द्वार आम भक्तों के लिए खोल दिया. बाबा का पट खुलने से पहले ही तिवारी चौक मोड़ से चिल्ड्रेन पार्क तक कांवरियों की लंबी कतार लग चुकी थी. जैसे-जैसे दिन चढ़ा, पंडित शिवराम झा चौक तक श्रद्धालुओं की भीड़ सिमट गयी.

बाबा बैद्यनाथधाम को मनोकामना लिंग कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दरबार में सच्चे मन से मांगी गयी मुरादें जरूर पूरी होती हैं. यही वजह है कि जलार्पण के बाद श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ व माता पार्वती मंदिर के बीच गठबंधन कराना भी नहीं भूलते हैं. यह परंपरा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आस्था से जुड़ा वैवाहिक विश्वास बन चुकी है. ऐसा माना जाता है कि बाबा-माता के इस प्रतीकात्मक मिलन में भाग लेकर दंपती श्रद्धालु अपने दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने का आशीर्वाद पाते हैं.

मेले में श्रद्धालु रंग-बिरंगे और आकर्षक कांवर के साथ पहुंच रहे हैं, जो आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. कोई फूलों से सजा कांवर लेकर आ रहा है, तो कोई मूर्ति लगा कांवर लेकर पहुंच रहा है. हालांकि, शनिवार को बारिश नहीं होने के कारण उमस भरे मौसम में कांवरियों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा. लेकिन बाबा के दरबार में पहुंचते ही सारी थकान श्रद्धा और भक्ति में विलीन हो गयी.

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा का X अकाउंट हैक, सीएम हेमंत सोरेन ने दी जानकारी

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तकनीक के इस दौर में डिजिटल अपराधों का खतरा तेजी से बढ़ा है। आम हो या खास, यहां तक की पुलिस-प्रशासन भी साइबर फ्रॉड और डिजिटल अपराधों का शिकार हो रही है। इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के आधिकारिक एक्स हैंडल को हैक कर लिया गया है। झामुमो प्रमुख और झारखंड के मुख्यमंत्री ने झारखंड पुलिस से मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने एक्स अकाउंट के जरिए इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए झारखंड पुलिस, एक्स कॉर्पोरेशन इंडिया और ग्लोबल अफेयर्स को संज्ञान लेने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, झामुमो का आधिकारिक एक्स हैंडल असामाजिक तत्वों द्वारा हैक किया गया है। झारखंड पुलिस संज्ञान लेकर इस मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई करे। एक्सकॉर्पइंडिया कृपया इस मामले का संज्ञान लें।

हैक के बाद अनुचित और भ्रामक सामग्री पोस्ट की गई

सीएम सोरेन ग्लोबल अफेयर्स से इस घटना पर तुरंत ध्यान देने और हैंडल को पुनः सिक्योर करने में सहयोग करने की अपील की है। झामुमो का आधिकारिक एक्स हैंडल हैक होने के बाद उसमें अनुचित और भ्रामक सामग्री पोस्ट की गई, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। झामुमो का एक्स अकाउंट हैक होने के बाद एक चूहे का फोटो पोस्ट किया गया, जिसके कैप्शन में लिखा था, "लाइव ऑन बौंक।"

डीजीपी और आईएएस अधिकारी के नाम पर ठगी की कोशिश

बता दें कि इस से पहले साइबर अपराधियो के द्वारा झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मंजू नाथ भजंत्री का भी फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर ठगी करने की कोशिश की गई थी।

मेराल के सोहबरिया गांव से किया गया काँवरिया यात्रा का शुभारंभ।

गढ़वा :- गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड के सोहबरिया गांव से चौधरी कांवरिया संघ के तत्वावधान में शिवभक्तों का एक जत्था देवघर के लिए रवाना हुआ। कांवरिया यात्रा का शुभारंभ करने पहुंचे महर्षि वेद व्यास परिषद, झारखंड के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ कुलदेव चौधरी ने कहा कि सावन का पवित्र महीना में देवों के देव महादेव जी की आराधना की जाती है।

लेकिन विशेषकर सुल्तानगंज से देवघर 105 किलोमीटर पैदल चलकर काँवरिया जलाभिषेक करते हैं इसका एक अलग महत्व है। देवों के देव महादेव जी आप तमाम श्रद्धालुओं को मनोकामना पूर्ण करें। समाज और राज्य में सुख, समृद्धि व खुशहाली बना रहे ऐसी सकारात्मक सोच के साथ पूजा अर्चना करने की जरूरत है। किंतु आप अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए जरूर मन्नत मांगे ताकि बच्चे पढ़ लिखकर अपने परिवार, समाज एवं देश का नाम रौशन करें। धर्म एक आस्था है आप जरूर पूजा पाठ करें।

लेकिन शिक्षा ही एक माध्यम है जो आपका तकदीर और तस्वीर बदलेगी। मौके पर विधायक प्रतिनिधि श्री रिंकू तिवारी, विधायक प्रतिनिधि दिनेश चौधरी, भाजपा नेता मनोज चौधरी, मानदेव चौधरी, गोपाल चौधरी, गोवर्धन चौधरी, अजित चौधरी, लालमुनि चौधरी आदि सहित सैकड़ों काँवरिया एवं हजारों ग्रामवासी उपस्थित थे।

झारखण्ड आवासीय बालिका विद्यालय बरडीहा में हुआ स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

गढ़वा :- झारखंड आवासीय बालिका विद्यालय, बरडीहा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मेडिकल टीम के द्वारा 31छात्राओं को स्वास्थ्य जांच किया गया। जांचोंपरान्त दवा वितरण भी किया गया एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी भी दी गई। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुलदेव चौधरी ने कहा कि पढ़ाई के साथ साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है। क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का वास होता है। पढ़ाई के दौरान, छात्रों को अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। डॉ चौधरी ने पढ़ाई के साथ स्वास्थ्य पर ध्यान देने के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताया। पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों को नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए। इससे शरीर स्वस्थ रहता है

और एकाग्रता भी बढ़ती है। छात्रों को स्वस्थ और संतुलित आहार लेना चाहिए। जंक फ़ूड से बचना चाहिए और फल, सब्जियां, और अन्य पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। छात्रों को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। नींद की कमी से पढ़ाई में मन नहीं लगता और थकान महसूस होती है। पढ़ाई के दौरान छात्रों को तनाव हो सकता है। छात्रों को तनाव को कम करने के लिए योग, प्राणायाम, या अन्य गतिविधियों का सहारा लेना चाहिए। पढ़ाई के बीच-बीच में छात्रों को ब्रेक लेना चाहिए। इससे दिमाग तरोताजा रहता है

और पढ़ाई में मन लगता है। पढ़ाई के समय छात्रों को मोबाइल और सोशल मीडिया से दूर रहना चाहिए। छात्रों को सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। नकारात्मक सोच से पढ़ाई में मन नहीं लगता। छात्रों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। छात्रों को नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, खासकर अगर उन्हें कोई स्वास्थ्य समस्या है। स्वास्थ्य और शिक्षा एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का विकास होता है और स्वस्थ दिमाग से ही पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन किया जा सकता है।

इसलिए छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। एक स्वस्थ शरीर और स्वच्छ दिमाग से ही वे अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। मेडिकल टीम में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुलदेव चौधरी, लैब टेक्नीशियन दिलीप गुप्ता, एएनएम मंजू कुमारी शामिल थे। मौके पर वार्डन कंचन कुमारी, शिक्षिका बबिता कुमारी, शिक्षिका सुनीता कुमारी आदि उपस्थित थे।

झारखंड के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम को झटका, हाई कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका

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झारखंड सरकार में पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री रहे आलमगीर आलम को झारखंड हाइकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है। उन्हें टेंडर आवंटन से जुड़े कमीशन घोटाला मामले में अभी जेल में ही रहना पड़ेगा।

क्या है मामला?

आलमगीर आलम को प्रवर्तन निदेशालय ने टेंडर आवंटन के बाद कमीशन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। यह मामला ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं से जुड़ा है, जहां सरकारी ठेकों के आवंटन में भारी कमीशनखोरी का आरोप है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के अनुसार, आलमगीर आलम पर ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए टेंडर आवंटन में 1.5 प्रतिशत कमीशन के जरिये अवैध रूप से कमाई करने का आरोप है। जांच एजेंसी का दावा है कि यह कमीशन सीधे या सहयोगियों के माध्यम से पूर्व मंत्री तक पहुंचता था।

15 मई 2024 से जेल में हैं बंद

पूर्व मंत्री आलमगीर आलम को 15 मई 2024 को गिरफ्तार किया गया था और तभी से वे जेल में हैं। इस मामले में सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब 6-7 मई 2024 को आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल के घरेलू सहायक के घर से लगभग 32 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए। ईडी ने जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत जुटाए थे, जिसके आधार पर आलमगीर आलम की गिरफ्तारी हुई।

फरवरी 2023 में शुरू हुई थी जांच

इस मामले की जांच फरवरी 2023 में शुरू हुई थी, जब निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। इसके बाद मई 2024 में आलम के पीए संजीव लाल और सहयोगी जहांगीर आलम के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। अब तक ईडी ने इस टेंडर घोटाले में कुल 4.42 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।