चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिले एस जयशंकर, जानें क्यों खास है ये मुलाकात?

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भारत और चीन के बीच बीते कुछ वर्षों से चले आ रहे के बाद हालात सुधरते नजर आ रहे हैं। इस बीच दोनों देशों को लेकर एक सकारात्मक तस्वीर सामने आई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीजिंग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। यह मुलाकात शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक के मौके पर हुई। शी जिनपिंग ने सोमवार 15 जुलाई को एससीओ के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे। इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री की चीनी नेता के साथ मुलाकात हुई।

जयशंकर ने इस मुलाकात की तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, आज सुबह बीजिंग में अपने साथी एससीओ विदेश मंत्रियों के साथ राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन पहुंचाया। साथ ही उन्होंने भारत-चीन के द्विपक्षीय संबंधों में हाल के सुधारों की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि दोनों देशों के नेताओं का मार्गदर्शन इस संबंध में काफी अहम रहा है और रिश्तों को नई दिशा देने में मदद कर रहा है।

चीनी विदेश मंत्री से भी मिले जयशंकर

जयशंकर ने इससे पहले सोमवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से भी द्विपक्षीय चर्चा की। इस बातचीत में उन्होंने बताया कि पिछले 9 महीनों में भारत और चीन के बीच संबंधों में ‘अच्छी प्रगति’ हुई है। खासकर सीमा पर तनाव कम हुआ है और शांति की स्थिति बनी है। उन्होंने यह भी कहा कि अब दोनों पक्षों को डि-एस्केलेशन और अन्य लंबित मुद्दों को हल करने की जरूरत है।

गलवान हिंसा के बाद सुधर रहे संबंध

2020 में गलवान हिंसा के बाद यह जयशंकर का पहला चीन दौरा है। माना जा रहा है कि इससे चीन और भारत के रिश्तों में और सुधार होगा। गलवान हिंसा के बाद भारत और चीन के संबंध रसातल में चले गए थे। मगर पिछले साल कजान में पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी की मुलाकात के बाद रिश्तों में जमी बर्फ पिघली है। दोनों देशों के कदम अब सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं।

शुभांशु शुक्ला की आज पृथ्वी पर वापसी, जानें कब और कहां करेंगे लैंड?

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अंतरिक्ष स्टेशन जाकर इतिहास रचने वाले भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की आज धरती पर वापसी होगी। वो कल ही पृथ्वी के लिए रवाना हो गए हैं। उनकी वापसी को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।शुभांशु और एक्सिओम-4 मिशन के उनके तीन साथी 10 मिनट की देरी से सोमवार शाम 4.45 बजे (भारतीय समयानुसार) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से धरती के लिए रवाना हुए। अंतरिक्ष यात्रियों का यह दल लगभग 22.5 घंटे का सफर पूरा करने के बाद मंगलवार यानी आज दोपहर करीब 3 बजे (भारतीय समयानुसार) कैलिफोर्निया के समुद्री तट पर उतरेगा। इसके साथ ही एक्सिओम-4 मिशन पूरा हो जाएगा।

तेज सॉनिक बूम के साथ होगी एंट्री

स्पेसएक्स ने मंगलवार सुबह एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट और एक्सिओम स्पेस के एएक्स-4 मिशन के चारों अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी के वायुमंडल में 2:31 AM PT (भारतीय समय 3:01 बजे) पर प्रवेश करेंगे और कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट के पास प्रशांत महासागर में स्प्लैशडाउन करेंगे. स्पेसएक्स ने जानकारी दी है कि ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट एक तेज सॉनिक बूम के साथ अपने आने का ऐलान करेगा, जो वायुमंडल में उच्च गति से प्रवेश करने पर उत्पन्न होता है।

नासा ने किया रवानगी का लाइव प्रसारण

इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष स्टेशन से शुभांशु और उनके तीन साथियों की रवानगी का लाइव प्रसारण किया। शुभांशु के अलावा धरती पर लौट रहे ड्रैगन यान में एक्सिओम-4 की मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू सवार हैं। शुभांशु और उनके तीनों साथियों ने आईएसएस में पहले से मौजूद दूसरे अंतरिक्ष यात्रियों को गले लगाया और हाथ मिलाने के बाद धरती पर वापसी के लिए ड्रैगन में सवार हो गए।

हवा में तैरते पानी के बुलबुले

धरती पर रवाना होने से पहले शुभांशु ने अंतरिक्ष में शून्य गुरुत्वाकर्षण में पानी के साथ हैरान कर देने वाले करतब दिखाए। शुभांशु ने मजाकिया अंदाज में एक वीडियो शूट किया। इसमें हवा में पानी के बुलबुले तैरते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अनुभव बहुत ही रोमांचक रहा। हम यहां लगातार प्रयोगों में व्यस्त रहे। जब भी थोड़ा समय मिलता था, मैं खिड़की के पास जाकर धरती की तस्वीरें खींचता था।

*करीब 18 दिन में ढेरों प्रयोग

शुंभाशु ने अपने इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष में करीब 18 दिन का समय बिताया है। इस दौरान उन्होंने कई प्रयोग भी किए हैं।यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए ऐतिहासिक था, क्योंकि चार दशकों बाद इन देशों के अंतरिक्ष यात्रियों ने किसी मानवयुक्त मिशन में भाग लिया। मिशन का नेतृत्व अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम की कमांडर पेगी व्हिटसन ने किया।

विमान में मैकेनिकल समस्या नहीं थी..., रिपोर्ट के बाद उठे सवाल तो एअर इंडिया ने दिया जवाब

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गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुए प्लेन हादसे के पूरे एक महीने बाद शुरुआती रिपोर्ट सामने आई। इस हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट पर एअर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने साफ किया है कि विमान में कोई मैकेनिकल या मेंटेनेंस की खराबी नहीं थी।उन्होंने कहा कि किसी भी नतीजे पर जल्दबाजी में पहुंचना ठीक नहीं है। बता दें कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि विमान के फ्यूल स्विच 'रन' से 'कटऑफ' अवस्था में चले गए थे, जिसकी वजह से विमान क्रैश हो गया और इस हादसे में 242 विमान यात्रियों समेत 270 लोगों की मौत हो गई।

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शुरुआती रिपोर्ट सामने आने के बाद से ही पायलट के फिट होने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे थे। इन्हीं सवालों के जवाब में एयर इंडिया के सीईओ का बयान सामने आया है। एयरलाइन के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने सोमवार को एक आंतरिक मेमो में कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हादसे के एक महीने बाद जारी की गई रिपोर्ट के दौरान एक भी पल ऐसा नहीं बीता जब हमने उन यात्रियों, दोस्तों, सहकर्मियों और लोगों के बारे में न सोचा हो जो इस दुर्घटना में मारे गए या घायल हुए।

जांच अभी पूरी नहीं हुई

मेमो में विल्सन ने कहा, 'शुरुआती रिपोर्ट जारी होने के बाद हमें और दुनिया को यह पता चला कि असल में क्या हुआ था। इससे कुछ बातें साफ हुईं, लेकिन कुछ नए सवाल भी खड़े हो गए।' विल्सन ने आगे कहा, 'शुरुआती रिपोर्ट में किसी कारण का पता नहीं चला है और न ही कोई सिफारिश की गई है। इसलिए मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष न निकालें, क्योंकि जांच अभी पूरी नहीं हुई है।

एएआईबी की रिपोर्ट में क्या?

इससे पहले विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने शनिवार को एअर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान दुर्घटना पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। हादसे में 12 जून को 260 लोग मारे गए थे। अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही AI 171 उड़ान भरने वाला यह विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। एएआईबी की रिपोर्ट में कहा गया कि उड़ान संख्या एआई171 के दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति एक सेकंड के अंतराल पर बंद हो गई, जिससे कॉकपिट में अफरा-तफरी मच गई और उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान अपनी ऊंचाई खोने लगा। 15 पेज की रिपोर्ट में कहा गया कि कॉकपिट की वॉयस रिकॉर्डिंग में एक अज्ञात पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन क्यों बंद कर दिया? इससे दूसरे पायलट ने इनकार कर दिया। इस बीच भारतीय वाणिज्यिक पायलट संघ (आईसीपीए) ने कहा कि पिछले महीने दुर्घटनाग्रस्त हुई एआई171 उड़ान के चालक दल ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने प्रशिक्षण और जिम्मेदारियों के अनुसार काम किया। पायलटों को अनुमान के आधार पर बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।

नेशनल हेराल्ड: ईडी के आरोपपत्र पर कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला, 29 जुलाई को अहम दिन

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नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े एक मामले में जल्द ही कोर्ट का फैसला आ सकता है। दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लेने पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ दाखिल ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान को लेकर बहस सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। अब कोर्ट 29 जुलाई को इस मुद्दे पर आदेश सुनाएगा।

राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश (पीसी एक्ट) विशाल गोगने ने कहा कि आदेश 29 जुलाई को सुनाया जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी, दिवंगत कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीस, साथ ही सुमन दुबे, सैम पित्रोदा और एक निजी कंपनी, यंग इंडियन पर नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करने वाली एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्तियों के धोखाधड़ीपूर्ण अधिग्रहण से संबंधित साजिश और धन शोधन का आरोप लगाया है

90 करोड़ ऋण के बदले संपत्ति को धोखाधड़ी से हड़पने का आरोप

ईडी ने आरोप लगाया है कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) - नेशनल हेराल्ड के पब्लिशर्स, जिसकी कीमत ₹2,000 करोड़ से अधिक है। इसकी संपत्तियों को कथित धोखाधड़ी से अधिग्रहित किया गया है। इससे मिले पैसे यंग इंडियन नामक कंपनी के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल किए गए। दावे के मुताबिक गांधी परिवार इस कंपनी में बहुसंख्यक शेयरधारक है। ईडी का आरोप है कि गांधी परिवार के पास यंग इंडियन में 76 प्रतिशत शेयर थे, जिसने 90 करोड़ रुपये के ऋण के बदले एजेएल की संपत्ति को धोखाधड़ी से हड़प लिया।

साजिश के तहत ट्रांसफर किए गए शेयर

ईडी का कहना है कि एजेएल की संपत्ति अवैध रूप से हासिल करने के लिए एक आपराधिक साजिश के तहत एजेएल के शेयर यंग इंडियन को ट्रांसफर किए गए। ईडी के मामले में शेयरों की कीमत, एजेएल की अचल संपत्तियां और उनसे मिला किराया, कथित तौर पर अपराध की इनकम है।

कैसे सामने आया मामला?

नेशनल हेराल्ड मामला 2012 में तत्कालीन भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर एक शिकायत से शुरू हुआ था। स्वामी ने आरोप लगाया था कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की संपत्तियों को यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएल) के माध्यम से धोखाधड़ी से हड़प लिया। एजेएल नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन करती थी। एजेएल को कांग्रेस पार्टी ने 90.25 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त ऋण दिया था। 2010 में इस ऋण को यंग इंडियन को मात्र 50 लाख रुपये में हस्तांतरित कर दिया गया, जिसके बाद एजेएल की 99% हिस्सेदारी यंग इंडियन के पास चली गई। सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन में 38-38% हिस्सेदारी के साथ प्रमुख शेयर धारक हैं।

29 जुलाई को आदेश सुनाएगा कोर्ट

वहीं, कांग्रेस नेताओं के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए कहा कि यंग इंडियन एक गैर-लाभकारी कंपनी है और कोई संपत्ति हस्तांतरित नहीं हुई. उन्होंने यह भी तर्क दिया कि मनी लॉन्ड्रिंग का कोई आधार नहीं है, क्योंकि कोई धन या संपत्ति का व्यक्तिगत लाभ नहीं लिया गया। कोर्ट ने अप्रैल 2025 में ईडी की चार्जशीट में कमियों के कारण समन जारी करने से इनकार कर दिया था, लेकिन मई में कमियों को दूर करने के बाद आरोपियों को सुनवाई का अधिकार देते हुए नोटिस जारी किए। अब 29 जुलाई को कोर्ट यह तय करेगा कि क्या चार्जशीट पर संज्ञान लिया जाए और समन जारी किया जाए या नहीं।

चीनी उपराष्ट्रपति से मिले विदेश मंत्री जयशंकर, गलवान घाटी संघर्ष के पांच साल बाद चीन की धरती पर रखा कदम

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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिनों की चीन यात्रा पर हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को बीजिंग में चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की। विदेश मंत्री एस जयशंकर पिछले पाँच वर्षों में अपनी पहली चीन यात्रा पर हैं। जयशंकर के इस दौरे का मकसद 2020 में गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद भारत और चीन के खराब रिश्तों को सुलझाना है। जयशंकर मंगलवार को तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे, और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे।

विदेश मंत्री ने सोमवार को चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की और विश्वास व्यक्त किया कि दोनों पड़ोसी देश अपने द्विपक्षीय संबंधों में हाल ही में हुए सुधार के सकारात्मक रुख को बनाए रखेंगे। जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, "आज बीजिंग पहुँचने के तुरंत बाद उपराष्ट्रपति हान झेंग से मिलकर प्रसन्नता हुई। चीन की एससीओ अध्यक्षता के लिए भारत का समर्थन व्यक्त किया। हमारे द्विपक्षीय संबंधों में सुधार पर ध्यान दिया। और विश्वास व्यक्त किया कि मेरी यात्रा के दौरान हुई चर्चाएँ इस सकारात्मक रुख को बनाए रखेंगी।"

भारत-चीन संबंधों में हालिया सुधार का जिक्र किया

चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात के दौरान जयशंकर ने भारत-चीन संबंधों में हालिया सुधार का जिक्र किया। दोनों नेताओं के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक में जयशंकर ने कहा, भारत और चीन के संबंध अक्टूबर 2023 में कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद से लगातार बेहतर हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच 75 साल के राजनयिक संबंध पूरे हो चुके हैं।

जयशंकर ने मौजूदा अंतरराष्ट्रीय हालात को जटिल बताया और कहा कि भारत और चीन जैसे बड़े पड़ोसी देशों के बीच खुलकर बातचीत बेहद जरूरी है। उन्होंने चीनी उपराष्ट्रपति को बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के फिर से शुरू होने को भारत में बेहद सराहा गया है

पिछले पांच सालों में निम्नतर स्तर पर पहुंचा संबंध

15 जून, 2020 को गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुए संघर्ष ने भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध छह दशक के गिरावट के स्तर पर पहुंच गए। इसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, जिसमें से एक कमांडिंग ऑफिसर भी थे। वहीं चीन ने अपने सैनिकों के हताहत होने की बात तो मानी, लेकिन उनकी असली संख्या नहीं बताई। रिपोर्ट्स के अनुसार भारत से ज्यादा नुकसान चीन की सेना को उठाना पड़ा था।

आज स्पेस से लौट रहे शुभांशु शुक्ला, रवानगी से पहले अंतरिक्ष से बोले- भारत आज भी सारे जहां से अच्छा

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अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर दो हफ्ते बिताने के बाद, भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला घर लौटने के लिए तैयार हैं। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन की समाप्ति पर एक भावुक संदेश में कहा कि अंतरिक्ष से भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है. उन्होंने यह टिप्पणी मिशन के विदाई समारोह के दौरान की। शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4’ मिशन के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री 14 जुलाई यानी आज पृथ्वी के लिए अपनी वापसी की यात्रा शुरू करेंगे। शुभांशु शुक्ला सहित सभी की पृथ्वी पर वापसी भारतीय समयानुसार 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे निर्धारित है।

14 जुलाई को धरती पर वापसी से पहले 13 जुलाई की शाम फेयरवेल सेरेमनी में उन्होंने भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के 1984 में दिए आइकॉनिक डायलॉग को दोहराते हुए कहा- भारत आज भी सारे जहां से अच्छा है। उन्होंने कहा- जब मैंने 25 जून को फाल्कन 9 रॉकेट ये यात्रा शुरू की थी, तब नहीं सोचा था कि यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय रहेगी। मेरे पीछे खड़ी टीम के बिना यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय नहीं होती। यहां होना बहुत खुशी की बात है।

अंतरिक्ष से धरती अभी भी जादुई लगता है- शुभांशु शुक्ला

शुभांशु ने कहा कि बीते ढाई हफ्ते में हमने स्पेस स्टेशन पर साइंस एक्टिविटी की, आउटरीच एक्टिवटी की, इसके बाद जितना भी समय मिला हमने स्पेस स्टेशन की खिड़की से धरती को निहारा। यह अभी भी जादुई लगता है। उन्होंने इस अवसर के लिए इसरो को, उनके समर्थन के लिए नासा को, और प्रयोगों में मदद करने वाले शोधकर्ताओं और छात्रों को धन्यवाद दिया।

स्पेस से साथ ला रहे “खजाना”

इस बीच, नासा ने बताया कि सभी एस्ट्रोनॉट अपने रिसर्च को पूरा करने के बाद स्पेस से कई खास चीजें ला रहे हैं, जो किसी खजाने से कम नहीं। एजेंसी ने बताया कि ड्रैगन यान में 580 पाउंड (करीब 263 किलो) वैज्ञानिक सामान, नासा का हार्डवेयर और 60 से ज्यादा साइंस एक्सपेरिमेंट्स के डेटा होंगे। ये सभी प्रयोग अंतरिक्ष में किए गए हैं, जो निश्चित तौर पर आने वाले समय में अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में काफी लाभकारी होंगे।

15 जुलाई का इंतजार

बता दें कि 18 दिनों के गहन वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों के बाद एक्सिओम-4 मिशन अब अपने समापन की ओर बढ़ रहा है। शुक्ला और उनके तीन अंतरराष्ट्रीय साथियोंकमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और टिबोर कापूसोमवार को पृथ्वी के लिए वापसी की उड़ान भरने को तैयार हैं। भारतीय समयानुसार, यह वापसी यात्रा 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे शुरू होगी। पृथ्वी पर वापसी 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे निर्धारित है।

कब घर लौट रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, ISS से वापसी का काउंटडाउन शुरू

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भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथियों की पृथ्वी पर वापसी अब नजदीक है।शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए थे। इन अंतरिक्ष यात्रियों का 14 दिन का मिशन था, जो पूरा हो चुका है। फिलहाल शुभांशु शुक्ला समेत अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर लौटने का इंतजार है।

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15 जुलाई को होगा स्प्लैशडाउन

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को एक्सिओम-4 इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन मिशन से जुड़ा अपडेट दिया। उन्होंने बताया कि शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे (भारतीय समयानुसार) पृथ्वी पर लौट सकते हैं। जानकारी के अनुसार, शुभांशु 14 जुलाई को आईएसएस से वापसी की यात्रा शुरू करेंगे। 14 जुलाई को दोपहर 4:35 बजे (भारतीय समय) पृथ्वी वापसी की यात्रा पर रवाना होंगे। उनका ‘क्रू ड्रैगन’ यान धरती के वायुमंडल में धीरे-धीरे प्रवेश करेगा और फिर 15 जुलाई को अमेरिका के कैलिफोर्निया तट के पास समुद्र में स्प्लैशडाउन करेगा।

एक्सिओम-4 टीम ने कई अहम एक्सपेरिमेंट किए- नासा

नासा के मुताबिक, एक्सिओम-4 टीम ने शुक्रवार को कई अहम प्रयोग किए। पहले जैव-चिकित्सकीय अनुसंधान के तहत रक्त के नमूने लिए गए। इसके बाद माइक्रोएल्गी का अध्ययन किया गया, जो अंतरिक्ष में भोजन और जीवन समर्थन प्रणाली का संभावित स्रोत है। साथ ही नैनोमटेरियल्स का अध्ययन किया गया। ये ऐसे वियरेबल डिवाइस के विकास में सहायक हैं, जो क्रू की सेहत पर लगातार नजर रख सकते हैं।

क्या बोले शुभांशु शुक्ला के पिता

शुभांशु शुक्ला के पिता ने कहा, वो जल्दी से जल्दी वापस आ आए, हम लोगों को बहुत खुशी है. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वो सकुशल वापस आ जाएं। हमारी दुआएं उनके साथ हैं। जब मेरी बात उनसे हुई थी, तब वो बिल्कुल ठीक थे। उन्होंने बताया कि हमारे सभी काम समय पर हुए। कोई दिक्कत नहीं होगी। वहां लैब कैसी है? सोते कहां हैं? सूरज कैसे उगता है? यह सब कुछ उन्होंने हमें दिखाया। बड़ा अच्छा लगा उन्हें वहां प्रसन्न देखकर। यह हमारे लिए गर्व का पल है। हम अच्छी तरह उनका स्वागत करेंगे। उनका सम्मान करेंगे।

राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए 4 सदस्यों को नॉमिनेट किया, कसाब को फांसी दिलाने वाले उज्‍ज्‍वल निकम भी मनोनीत

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार नए सदस्यों को मनोनीत किया है। ये हैं उज्ज्वल देवराव निकम, सी. सदानंदन मास्टे, हर्षवर्धन श्रृंगला और मीनाक्षी जैन। उज्ज्वल निकम एक मशहूर वकील हैं। सी. सदानंदन मास्टे केरल के समाजसेवी और शिक्षाविद हैं। हर्षवर्धन श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव हैं। मीनाक्षी जैन एक प्रसिद्ध इतिहासकार और शिक्षाविद हैं। गृह मंत्रालय की ओर से यह अधिसूचना कल शनिवार को जारी की गई थी।

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए इन चारों को राज्‍यसभा के लिए नॉमिनेट किया है। बता दें कि ये नामांकन भारत के राष्‍ट्रपति द्वारा संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत किए गए हैं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80(3) के तहत, राष्ट्रपति को राज्यसभा में 12 सदस्यों को नॉमिनेट करने का अधिकार है। ये सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में विशेष योगदान के लिए चुने जाते हैं। वर्तमान में राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 245 है, जिसमें 233 निर्वाचित और 12 नामांकित सदस्य शामिल हैं।

जानें मनोनित सदस्यों के बारे मेः

उज्‍ज्‍वल निकम

उज्ज्वल निकम का जन्म 30 मार्च 1953 को महाराष्ट्र के जलगांव में वकील देवराव माधवराव निकम और प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी विमलादेवी के घर हुआ था। उन्‍होंने साइंस में ग्रैजुएशन की डिग्री ली और जलगांव के एसएस मनियार लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री प्राप्त की। उज्ज्वल निकम कुछ प्रसिद्ध अदालती मामलों में एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। साल 1991 में उन्होंने कल्याण बम विस्फोट के लिए रविंदर सिंह को दोषी ठहराने में प्रमुख भूमिका निभाई। उनके करियर ने 1993 में एक बड़ा मोड़ लिया जब वे मुंबई सीरियल बम विस्फोट मामले में सरकारी वकील बने। उज्ज्वल निकम 26/11 के हमलों के बाद पकड़े गए एकमात्र पाकिस्‍तानी आतंकवादी अजमल कसाब के मुकदमे में सरकारी वकील थे। उन्होंने कसाब की मौत की सजा के लिए सफलतापूर्वक बहस की और उसे फांसी के फंदे तक पहुंचाया।

हर्षवर्धन श्रृंगला

संसद के ऊपरी सदन जाने वाले हर्षवर्धन श्रृंगला वरिष्ठ राजनयिक रहे हैं और वह 1984 के भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी हैं। अपने 35 साल के लंबे करियर में हर्षवर्धन ने राजधानी नई दिल्ली समेत विदेश में कई अहम पदों पर काम किया है। वह अमेरिका में भारत के राजदूत (2019) रहे। इससे पहले वह बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त और थाईलैंड में भारत के राजदूत के रूप में भी रहे। इसके अलावा उन्होंने फ्रांस (यूनेस्को); अमेरिका (संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क); वियतनाम (हनोई और हो ची मिन्ह सिटी); इजराइल और दक्षिण अफ्रीका (डरबन) में भी काम किया है। हर्षवर्धन ने विदेश मंत्रालय संयुक्त सचिव (महानिदेशक) के रूप में काम किया था, जहां उनके पास बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और मालदीव के लिए जिम्मेदारी थी।

अमेरिका में राजदूत के रूप में काम करने बाद में हर्षवर्धन श्रृंगला 29 जनवरी 2020 में विदेश मंत्रालय के 33वें विदेश सचिव बनाए गए।

मीनाक्षी जैन 

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाली डॉ मीनाक्षी जैन मध्यकालीन और औपनिवेशिक भारत की एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में इतिहास की पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी की पूर्व फेलो और भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद की शासी परिषद की पूर्व सदस्य हैं। वह वर्तमान में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद की सीनियर फेलो हैं। उनकी गहन शोध वाली पुस्तक लगातार चर्चा में रही है। उन्होंने फ़्लाइट ऑफ़ डेइटीज़ एंड रीबर्थ ऑफ़ टेम्पल्स और द बैटल फ़ॉर राम: केस ऑफ़ द टेम्पल एट अयोध्या सहित कई पुस्तकें लिखी हैं। साहित्य और शिक्षा में उनके योगदान के लिए उन्हें 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

सी. सदानंदन मास्टर

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले सी सदानंदन मास्टर भी प्रख्यात शिक्षाविद हैं। वो केरल से जुड़े हुए हैं। सदानंदन मास्टर केरल के एक वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद्, जिन्हें समाज और शिक्षा के क्षेत्र में उनके दीर्घकालिक योगदान के लिए जाना जाता है। 

केरल के भाजपा सदस्य और शिक्षक सी सदानंदन मास्टर को पार्टी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था। सदानंदन को राजनीतिक हिंसा का भी शिकार होना पड़ा है। 25 जनवरी 1994 को माकपा कार्यकर्ताओं ने उनके पैतृक गांव पेरिंचरी के पास उनके दोनों पैर काट दिए थे।

कोलकाता में फिर छात्रा से दरिंदगी, आईआईएम के बॉयज हॉस्टल में रेप

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कोलकात लॉ कॉलेज में छात्रा से गैंगरेप की घटना की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई कि बंगाल की राजधानी स्थित एक और शिक्षण संस्थान से रेप की घटना सामने आ गई है। रेप की यह दूसरी घटना कोलकाता इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) से सामने आई है। आईआईएम के हॉस्टल में छात्रा के साथ रेप किया गया है। इस मामले में पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

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पुलिस के मुताबिक, सोशल मीडिया पर दोनों की जान-पहचान हुई थी। स्टूडेंट किसी निजी मामले में सलाह के लिए आरोपी से मिलने आईआईएम आई थी। इसके बाद उसे बॉयज हॉस्टल ले जाया गया, जहां उससे रेप हुआ। घटना बिजनेस स्कूल के बॉयज हॉस्टल में शुक्रवार को हुई थी।

पीड़ित ने एफआईआर में बताया है कि उसे काउंसलिंग सेशन के लिए हॉस्टल बुलाया गया। वहां उसने एक ड्रिंक पी, जिससे वह बेहोश हो गई। होश में आने पर पता चला कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।

इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए संयुक्त सीपी (अपराध) कोलकाता पुलिस ने बताया कि कल देर शाम एक युवती ने हरिदेवपुर थाने में शिकायत दी कि आईआईएम परिसर में एक छात्र ने उसके साथ रेप किया है. पीड़िता के शिकायत के आधार पर केस दर्ज करते हुए आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है.

इससे पहले साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में 25 जून को गैंगरेप एक छात्रा से गैंगरेप हुआ था। मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा यहीं का पूर्व छात्र है। बाकी दो मौजूदा स्टूडेंट्स हैं। मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को 26 जून को गिरफ्तार किया गया था।

अहमदाबाद प्लेन क्रैश: एएआईबी रिपोर्ट में बताई गई हादसे की वजह, फ्यूल की सप्लाई हवा में ही बंद हो गई

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अहमदाबाद से 12 जून को एयर इंडिया की जिस फ्लाइट 171 ने लंदन के लिए उड़ान भरी थी वो क्रैश हो गई थी। इस भयानक हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई थी। इस प्लेन क्रैश ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। हादसे के बाद से ही इसके पीछे के कारणों की जांच की जा रही थी। अब जांच में सामने आया है कि क्रैश के पीछे की वजह फ्यूल कंट्रोल स्विच हो सकता है। शुरुआती जांच के मुताबिक गलत फ्यूल सेटिंग या स्विच में संभावित खराबी, इंजन फेल का कारण बन सकती है।

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दोनों इंजनों को फ्यूल की सप्लाई हवा में ही बंद हो गई

एयरक्राफ्ट इन्वेस्टिगेशन एक्सिडेंट ब्यूरो (एएआईबी) ने 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर दी है।एएआईबी ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। एएआईबी ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि प्‍लेन के टेकऑफ करते ही दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच एक सेकेंड के अंदर कटऑप हो गए। जिसके चलते, इंजन में फ्यूल सप्‍लाई पहुंचना बंद गई। प्‍लेन अपना थ्रस्‍ट और पॉवर खोने लगा। महज कुछ के अंदर प्‍लेन अहमदाबाद एयरपोर्ट के समीप क्रैश हो गया।

दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच काम कर रहे थे

रिपोर्ट में यह बताया गया है कि क्रैश के बाद थ्रस्ट लीवर (जो इंजन की ताकत को नियंत्रित करता है) आईडल पोजिशन के पास पाए गए, लेकिन ब्लैक बॉक्स के डेटा से पता चला कि टकराव के वक्त तक ये लीवर फॉरवर्ड पोजिशन में ही थे। दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच भी उस समय RUN मोड में थे।

एक इंजन पर रिलाइट अटेम्प्ट का प्रयास विफल

फ्लाइट डेटा से पता चलता है कि इंजन 1 के लिए रिलाइट का प्रयास ऑटोमेटिक रूप से किया गया और सफल रहा, लेकिन इंजन 2 कई बार फ्यूल के रिएंट्री के बावजूद ठीक होने में विफल रहा।

क्रैश के समय इंजन बंद थे

विश्लेषण से पता चलता है कि विमान ने 8° का अगला भाग ऊपर की ओर झुका हुआ था और उसके पंख भी समतल थे, लेकिन दोनों इंजन निष्क्रिय थे। इससे विमान ऊपर जाने में असमर्थ था।

टेकऑफ मोड में कॉकपिट कंट्रोल नॉर्मल

फ्लैप और लैंडिंग गियर लीवर स्टैंडर्ड टेकऑफ स्थिति में थे; थ्रस्ट लीवर दुर्घटना के बाद निष्क्रिय अवस्था में पाए गए। हालांकि वे उड़ान के दौरान टेकऑफ थ्रस्ट पर थे। इससे इन-फ्लाइट कटऑफ की पुष्टि होती है।

साजिश के कोई संकेत नहीं

जांच में एक बड़ा संदेह भी अब दूर हो गया है। रिपोर्ट में साफ किया गया है कि टेकऑफ के समय फ्लैप की सेटिंग (5 डिग्री पर) और लैंडिंग गियर लीवर की स्थिति (नीचे) बिल्कुल सामान्य और मानक के अनुसार थी। एएआईबी ने यह भी कहा कि शुरुआती जांच में विमान में किसी तरह की साजिश या तोड़फोड़ के कोई स्पष्ट सबूत नहीं मिले हैं।

गंभीरता ने नहीं ली गई चेतावनी

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिका की फेडरल एविएशन अथॉरिटी (एफएए) ने दिसंबर 2018 में फ्यूल कंट्रोल स्विच को लेकर एक चेतावनी जारी की थी। एफएए ने कहा था कि कुछ बोइंग 737 विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग फीचर को निष्क्रिय स्थिति में पाया गया था। हालांकि, एफएए ने इसे इतना गंभीर नहीं माना कि इस पर अनिवार्य तकनीकी निर्देश (AD) जारी किया जाए।