मड़ौका गांव की पेयजल समस्या पर महिलाओं का फूटा गुस्सा
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विश्वनाथप्रताप सिंह
नैनी, प्रयागराज - मड़ौका गांव में पिछले एक महीने से चल रही पेयजल संकट की समस्या शुक्रवार को उबाल पर पहुंच गई। पानी की भारी किल्लत से त्रस्त महिलाओं ने गांव में जमकर हंगामा किया और समस्या के प्रति प्रशासन की उदासीनता पर नाराजगी जताई।
हंगामे की सूचना पर क्षेत्रीय पार्षद मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया और जल्द से जल्द समाधान का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों पहले गांव में स्थापित ट्यूबवेल के माध्यम से नियमित जलापूर्ति होती थी। लेकिन बीते कुछ महीनों से वह ट्यूबवेल खराब पड़ा है। ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से चंदा एकत्र कर उसे ठीक कराने का प्रयास किया। पर वह अब पूरी तरह बंद हो चुका है। पार्षद ने बताया कि समस्या गंभीर है और वह शीघ्र ही महापौर गणेश केसरवानी से मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ट्यूबवेल में नया मोटर जल्द लगवाया जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई स्थायी कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि भारतीय किसान यूनियन (भानु) की पहल पर दो-तीन बार पानी के टैंकर जरूर मंगवाए गए। लेकिन वह केवल अस्थायी राहत दे सके। उधर शुक्रवार शाम को जिला उपाध्यक्ष रूबी बानो ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ करछना विधायक से मुलाकात कर गांव की स्थिति से अवगत कराया। विधायक ने तत्परता दिखाते हुए गांव में एक नया नलकूप लगवाने की व्यवस्था करवाई। देर रात तक नलकूप से जलापूर्ति शुरू कर दी गई। जिससे गांववासियों ने राहत की सांस ली।
Jul 14 2025, 17:32