लाठी और कुल्हाड़ी से हमला कर की गई थी हत्या की कोशिश, इलाज के दौरान मौत, आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ । राजधानी के थाना मोहनलालगंज पुलिस ने हत्या के प्रयास के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन पर एक व्यक्ति पर लाठी और कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला करने का आरोप है। गंभीर रूप से घायल पीड़ित की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और डंडा भी बरामद कर लिया है।

11 जुलाई की रात लाठी और कुल्हाड़ी से बोला था हमला

11 जुलाई की रात लगभग 12 बजे थाना मोहनलालगंज क्षेत्र के ग्राम जैतीखेड़ा निवासी रेनू पत्नी रामू ने पुलिस को सूचना दी थी कि गांव के ही गया प्रसाद और गनेश प्रसाद पुत्रगण स्व. अंगनू प्रसाद ने उनके पति रामू और देवर दिनेश कुमार पर बेवजह लाठी, डंडे और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। हमला इतना जबरदस्त था कि रामू और दिनेश दोनों के सिर में गंभीर चोटें आईं। साथ ही हमलावरों ने जान से मारने की धमकी दी और अश्लील गालियां भी दीं। पुलिस ने तहरीर के आदधार पर मुकदमा दर्ज किया। उधर इस हमले में घायल रामू (उम्र 42 वर्ष) की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।

अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने कुल्हाड़ी और डंडा किया बरामद

मामले को गंभीरता से लेते डीसीपी दक्षिणी के निर्देश पर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए प्रभारी निरीक्षक मोहनलालगंज के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने रविवार को दोनों आरोपियों को जैतीखेड़ा नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया और उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक कुल्हाड़ी और एक लकड़ी का डंडा बरामद किया गया। पुलिस ने पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।

"यूरोप घूमने गए डॉक्टर दंपती का सूना घर साफ, चोरों ने बिस्कुट-कोल्डड्रिंक पीकर 20 लाख का माल उड़ाया"

लखनऊ । राजधानी में सूने मकान से चाेरी की घटनाएं थमने का नाम हीं नहीं ले रही है। एक के बाद एक सूने घर से चोरी की वारदात को चोर अंजाम दे रहे है। अब पीजीआई थानाक्षेत्र में बेखौफ चोरों ने एक डॉक्टर के घर में घुसकर पहले नमकीन व बिस्कुट खाया और कोल्डड्रिंक पी फिर चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोर आराम से घर के अंदर से पांच लाख के जेवर, लग्जरी कार अन्य सामान समेट कर फरार हो गए और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। डॉक्टर को पड़ोसी ने फाेन पर सूचना दी तब उन्हें जानकारी हुई। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डॉक्टर घर लौटे तो जेवर व नकदी मिलाकर बीस लाख का सामान मिला गायब

पुलिस के मुताबिक पीजीआई में तैनात डॉक्टर जयशंकर शुक्ला का एल्डिगो में गोलू मार्केट स्थित मकान है। डॉक्टर शुक्ला और उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला 20 जून को यूरोप घूमने के लिए गए थे। जबकि उनका बेटा प्रिय ब्रत शुक्ला जो एमबीबीएस की पढ़ाई करने की वजह से कानपुर में रह रहा है। रविवार की शाम को डॉ. जयशंकर शुक्ला पत्नी के साथ घर लौटे तो ताला टूटा हुआ था। घर के अंदर गए तो लग्जरी कार, टीवी, पांच फोन, दो टेबलेट, लैपटाप, चालीस हजार की नकदी और पांच लाख के जेवर गायब मिले। कैश और चोरी के गए सामान की कुल कीमत बीस लाख बताई जा रही है।

चोरों ने घर में बैठकर आराम से पी कोल्डड्रिंक फिर घटना को दिया अंजाम

डॉ. जयशंकर ने घर की छानबीन की तो इस दौरान एक लोहे का राॅड मिला। संभावना जताई जा रही है कि ताला तोड़ने के लिए इसी का इस्तेमाल किया और लोहे के रॉड को छोड़कर चले गए। डॉक्टर ने थाने पहुंचकर अज्ञात चोरों के खिलाफ तहरीर दी। इस घटना की सबसे खास बात यह रही कि चोर घर में घुसने के बाद सबसे पहले फ्रिज में रखी बिस्कुट, दालमोट को आराम से बैठकर खाया फिर कोल्डड्रिंक पिया । इसके बाद घटना को कारित किया। इस घटना से यही लग रहा है कि जैसे चोर को पता था कि डॉक्टर व उनका परिवार बाहर गया है। पीजीआई प्रभारी ने बताया कि चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी कैमरे से चोरों की तलाश की जा रही है। जल्द ही चोरों को पकड़ लिया जाएगा।

गैंगस्टर अंसारी-जीवा का करीबी शाहरुख पठान एनकाउंटर में मारा गया
लखनऊ । उत्तर प्रदेश एसटीएफ को आज एक बड़ी कामयाबी मिली, जब मुजफ्फरनगर के छपार थाना क्षेत्र में कुख्यात अपराधी और शार्प शूटर शाहरुख पठान को मुठभेड़ में मार गिराया गया। एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि शाहरुख पठान, निवासी खलापार, जनपद मुजफ्फरनगर, लंबे समय से संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी गैंग के लिए काम कर रहा था और उस पर हत्या, रंगदारी व गैंगस्टर एक्ट समेत कई गंभीर मुकदमे दर्ज थे।

जेल में रहने के दौरान जीवा व मुख्तार अंसारी के आया संपर्क में

एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि शाहरुख पठान पुत्र जरीफ निवासी खलापार जनपद मुजफ्फरनगर संजीव जीवा गैंग का शार्प शूटर है जिस पर हत्या और रंगदारी के आधा दर्जन से अधिक मुकदमे है । वर्ष 2015 में मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में आसिफ जायदा नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी । गिरफ्तार होने के पश्चात जेल में रहने के दौरान संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी के संपर्क में आ गया और संजीव जीवा के लिए काम करने लगा । कुछ दिन जेल में रहने के पश्चात यह सिविल लाइन मुजफ्फरनगर से वर्ष  2016 में फरार हो गया ।

शाहरूख पठान ने जेल से भागने के बाद की दो हत्या

जेल से गायब होने के बाद शाहरुख पठान ने वर्ष 2017 में उसने जीवा के कहने पर हरिद्वार के कंबल व्यापारी गोल्डी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद उसी वर्ष उसने आसिफ जायदा हत्याकांड के गवाह के पिता की भी हत्या कर दी, जिसके बाद उस पर 50,000 का इनाम घोषित हुआ। हालांकि बाद में वह दोबारा गिरफ्तार हुआ और गोल्डी मर्डर केस में उसे संजीव जीवा के साथ उम्रकैद की सजा मिली।

जमानत पर बाहर आकर फिर हुआ सक्रिय

करीब छह माह पूर्व जमानत पर रिहा होने के बाद शाहरुख ने दोबारा आपराधिक गतिविधियां शुरू कर दीं। संभल जिले में हत्या के प्रयास और धमकी देने के आरोप में उस पर एक और मुकदमा दर्ज हुआ, जिसमें वह वांछित चल रहा था। इसी मामले में एसटीएफ उसे ट्रैक कर रही थी। आज एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ को सूचना मिली कि शाहरुख जनपद मुजफ्फरनगर के थाना छपार क्षेत्र में मौजूद है। घेराबंदी के दौरान उसने फायरिंग शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई में वह घायल हुआ और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।

मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में असलहा और वाहन बरामद

मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ ने शाहरुख पठान के पास से 30 एमएम पिस्टल (बरेटा), 32 एमएम रिवॉल्वर (आर्डिनेंस), 9 एमएम देसी पिस्टल, सफेद ब्रेजा कार (बिना नंबर), 7 ज़िंदा कारतूस (9 एमएम), 10 ज़िंदा कारतूस (32 एमएम), 46 ज़िंदा कारतूस (30 एमएम), 6 खोखा कारतूस (32 एमएम) बरामद हुआ है।

शाहरूक पठान पर 11 संगीन मुकदमे दर्ज

शाहरुख पठान पर हत्या, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट और रंगदारी से जुड़े कुल 11 संगीन मुकदमे विभिन्न जनपदों में दर्ज हैं। इसके ऊपर मुख्य मुकदमा यह है।  मुजफ्फरनगर GRP थाना: 302, गैंगस्टर एक्ट, सिविल लाइन थाना: आर्म्स एक्ट, जेल से फरारी, हरिद्वार: व्यापारी गोल्डी की हत्या (302), गैंगस्टर एक्ट, मुजफ्फरनगर कोतवाली: गवाह के पिता की हत्या, धमकी, रंगदारी, संभल: हत्या के प्रयास, धमकी (BNS की धारा 109, 126, 308, 351)।

द्वितीय चरण काउन्सिलिंग का परिणाम घोषित, 50,614 अभ्यर्थियों को आवंटित हुई सीटें

लखनऊ। सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद उत्तर प्रदेश संजीव कुमार सिंह ने सूचित किया है कि वर्ष-2025 की संयुक्त प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित समस्त अर्ह अभ्यर्थियों को अवगत कराया जाता है कि 27 जून 2025 से चल रही काउन्सिलिंग प्रक्रिया के द्वितीय चरण का परिणाम 12 जुलाई 2025 को घोषित कर दिया गया है। इस चरण में कुल 1,13,951 अभ्यर्थियों द्वारा संस्था/पाठ्यक्रम का विकल्प चयन किया गया, जिनमें से 50,614 अभ्यर्थियों को संस्था/पाठ्यक्रम का आवंटन किया गया है।
सचिव ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों को संस्था/पाठ्यक्रम का आवंटन प्राप्त हुआ है, वे अभ्यर्थी सीट एक्सेप्टेंस शुल्क जमा करते हुए अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया 16 जुलाई 2025 तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करें। यह कार्यवाही प्रदेश के सभी जनपदों में सहायता केन्द्र के रूप में स्थापित 151 राजकीय एवं अनुदानित पॉलिटेक्निक संस्थाओं में से किसी एक पर उपस्थित होकर की जा सकती है। सभी अभ्यर्थियों से अपील की जाती है कि वे काउन्सिलिंग से संबंधित जानकारी और दिशा-निर्देश परिषद की आधिकारिक वेबसाइट jeecup.admissions.nic.in पर देखना सुनिश्चित करें।
जो कौम अपने हक की आवाज नहीं उठाती हैं वह केवल लाशे उठाती हैं : सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ । सवर्ण आर्मी प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रसाद चौबे की अध्यक्षता में आयोजित सवर्ण समाज की बैठक में सवर्ण समाज को संबोधित करते हुए कहा कि वाराणसी छितौनी संजय सिंह हो बि जे पी के बूथ अध्यक्ष हैं पर जान लेवा हमला उसी गांव के राजभर समाज ने किया उल्टे उनके ही परिवार पर मुकदमा दर्ज किया गया पूरे प्रकरण को राजनीतिक जातिय रंग दिया गया कल सुहेल देव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविन्द राजभर छितौनी हमला करने वाले राजभर परिवार से मिलने गए थे उनके साथ शामिल काफिले के लोग सवर्ण को भद्दी भद्दी गाली दे रहे थे जीसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है सवर्ण आर्मी किसी भी परिस्थितियों में इस तरह की भाषा बर्तास्त नहीं करेगी उनको मुहतोड़ जवाब सवर्ण आर्मी देगी ।

सलारपुर में मुन्ना दीक्षित की बेतिया बाजार जा रही थी कि इन बेटियों के साथ भी अभद्र टिप्पणी की गई पिता जब बेटियों के लिए बोला तो उस पर जानलेवा हमला किया गया लेकिन राजनीतिक दल के दबाव में पुलिस प्रशासन निष्पक्ष जांच नहीं कर पा रहा है इस समय सवर्ण पर चारो तरफ से हमला किया जा रहा है ,आप की खुद की लड़ाई है सवर्ण जब पार्टियों के झंडा ढोए गा जिंदाबाद मुदार्बाद का नारा लगाने में व्यस्त हैं तो आप की लड़ाई कौन लड़ेगा जो लोग सवर्ण के लिए संघर्ष कर रहे हैं समाज उनके साथ खड़ा नहीं हो रहा है आज समय की मांग है कि अपने जाती के लिए संघर्ष कर कल तक सवर्ण देश धर्म के लिए त्याग बलिदान किया उनकी औलाद आज सिस्टम से लड़ रही है जो कौम अपने हक की आवाज नहीं उठाती हैं वह केवल लाशे उठाती है,आप संगठित हो तभी आप के अस्तित्व को बचाया जा सकता है आप उनके साथ खड़े हो जो आप की आप के समाज की बात कर रहा है सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय विपरीत परिस्थित में सवर्ण समाज के लिए संघर्ष कर रहे हैं आप सभी का फर्ज है कि आप सवर्ण आर्मी के साथ अपने समाज की लड़ाई लड़े इन राजनीतिक दलों जो जातीय मानसिकता से ग्रसित हो कर सवर्ण पर आक्रमण कर रहे हैं उनका मुंह तोड़ जवाब दिया जाय।
बरेली के प्राचीन मंदिरों और पर्यटन स्थलों के विकास पर खर्च होंगे 9 करोड़ रुपये
* धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, श्रद्धालुओं को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद को ‘मंदिरों का शहर’ कहा जाता है और यहां स्थित प्राचीन मंदिर व धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। प्रदेश सरकार अब इन धार्मिक स्थलों के विकास व सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने बरेली के प्रमुख मंदिरों व पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 9 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन परियोजनाओं का उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण करते हुए स्थानीय पर्यटन को सशक्त बनाना है। इन कार्यों से श्रद्धालुओं को बेहतर अवस्थापना सुविधाएं मिलेंगी और पर्यटन गतिविधियों को भी गति मिलेगी।
परियोजना के तहत बड़ा बाग हनुमान मंदिर, श्री सीता राम मंदिर, आनंद आश्रम मंदिर और त्रिवटी नाथ मंदिर को शामिल किया गया है। आनंद आश्रम मंदिर के विकास के लिए 1 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिसमें बैठने की सुविधा, प्रकाश व्यवस्था, शौचालय, रास्ते का निर्माण और सौंदर्यीकरण के कार्य शामिल हैं। बड़ा बाग हनुमान मंदिर, जहां प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को भारी संख्या में भक्त जुटते हैं, के लिए 3 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। यहां श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए पेयजल, रोशनी, शौचालय, मार्ग और अन्य बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा। लगभग 300 साल पुराने श्री सीताराम मंदिर, जिसे 'श्री सीताराम का झरोखा' कहा जाता है, के विकास पर भी 3 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रेम नगर स्थित त्रिवटी नाथ मंदिर, जो भगवान शिव को समर्पित है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्वयंभू शिवलिंग के रूप में पूजित है, में फैसाड लाइटिंग के लिए 2 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि, “पर्यटन विभाग का उद्देश्य श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति के साथ आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इन परियोजनाओं के माध्यम से मंदिर परिसरों का समग्र विकास किया जाएगा।” पर्यटन विभाग ने कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने की तैयारी शुरू कर दी है ताकि श्रद्धालुओं को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधा युक्त वातावरण उपलब्ध कराया जा सके।
अभ्युदय योजना : मेहनत ला रही है रंग
* 14 अभ्यर्थी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल 2024 में चयनित, श्याम यादव ने हासिल की ऑल इंडिया 2वीं रैंक

लखनऊ। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना एक बार फिर प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए सफलता की सीढ़ी साबित हुई है। यूपीएससी द्वारा आयोजित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल 2024 की परीक्षा में इस योजना से जुड़े 14 अभ्यर्थियों ने चयन पाकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। इनमें श्याम यादव ने ऑल इंडिया द्वितीय रैंक हासिल कर योजना की उपलब्धियों में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ा है।
इस उपलब्धि पर समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समाज कल्याण अधिकारी पवन यादव ने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों में प्रतीक वर्मा (रैंक 61), अभिषेक मिश्रा (77), अनूप कुमार (106), दिव्या सिंह परिहार (166), हिमांशु मौर्या (197) और अन्य शामिल हैं। श्याम यादव ने कहा, “अभ्युदय योजना ने मेरी दिशा और आत्मविश्वास दोनों बढ़ाया। विशेषज्ञ मार्गदर्शन और मॉक इंटरव्यू की मदद से मेरी तैयारी बेहतर हुई।”

166 केंद्रों पर संचालित योजना
वर्ष 2021 में शुरू हुई मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना वर्तमान में राज्य के 75 जनपदों में 166 केंद्रों के माध्यम से संचालित की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य आईएएस, पीसीएस, नीट, जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क मार्गदर्शन प्रदान करना है।

ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों माध्यम उपलब्ध
योजना में ऑनलाइन-ऑफलाइन कक्षाओं के साथ मॉक टेस्ट, स्टडी मटीरियल, इंटरव्यू प्रैक्टिस और पर्सनल मेंटरशिप की सुविधा भी दी जा रही है। अब तक 87,000 से अधिक छात्र लाभान्वित हो चुके हैं, जिनमें 1,100 से अधिक विभिन्न परीक्षाओं में सफल हो चुके हैं।
काकोरी के मौंदा गांव में बाबा साहब की प्रतिमा क्षतिग्रस्त, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, पुलिस तैनात

लखनऊ । राजधानी के काकोरी  मौंदा गांव में शनिवार शाम उस वक्त तनाव की स्थिति बन गई जब गांव के एक सार्वजनिक स्थल पर लगी डॉ. भीमराव अंबेडकर की वर्षों पुरानी प्रतिमा खंडित अवस्था में मिली। प्रतिमा टूटने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और देखते ही देखते ‘जय भीम’ के नारों के साथ सैकड़ों की भीड़ मौके पर जुट गई।

खेल रहे बच्चों की नजर टूटी हुई प्रतिमा पर पड़ी

शाम के समय मैदान में खेल रहे बच्चों की नजर टूटी हुई प्रतिमा पर पड़ी। बच्चों ने तुरंत परिजनों को इसकी सूचना दी। कुछ ही देर में यह खबर पूरे गांव में फैल गई और दर्जनों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए । स्थानीय लोग घटना को सोची-समझी साजिश बता रहे हैं और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस बल को भीड़ को शांत कराने में काफी मेहनत करनी पड़ी। लोग सड़क पर उतर आए और सड़क जाम करने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस ने स्थिति को बिगड़ने से पहले संभाल लिया और सभी को कार्रवाई का आश्वासन दिया।

कई थानों की फोर्स तैनात, माहौल को शांत करने की कोशिश

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए काकोरी, दुबग्गा और पारा थानों की अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया। वहीं, रात में ही प्रकाश व्यवस्था कराई गई ताकि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिमी धनंजय कुशवाहा ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है और खंडित प्रतिमा की मरम्मत का कार्य भी शुरू करवा दिया गया है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस सतर्क है।
सावन के पहले सोमवार को लेकर खास ट्रैफिक प्लान जारी, जानिये
लखनऊ । श्रावण मास के प्रथम सोमवार को डालीगंज स्थित ऐतिहासिक मनकामेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व यातायात व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा जारी सूचना के अनुसार आज से लेकर 14 जुलाई देर रात तक मनकामेश्वर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है।

डायवर्जन और प्रतिबंधित मार्ग

-डालीगंज पुल से नदवा बंधा रोड तक
-बन्द मटर चौराहा से मनकामेश्वर मंदिर तक
-नदवा ढलान से मनकामेश्वर पुलिस चौकी तक
-पुलिस ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे इन मार्गों से परहेज करें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर प्रशासन को सहयोग दें।

श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था

श्रद्धालुओं के वाहनों की सुव्यवस्थित पार्किंग के लिए झूलेलाल पार्क में विशेष पार्किंग स्थल बनाया गया है। श्रद्धालु हनुमान सेतु की दिशा से आकर इस पार्किंग स्थल का उपयोग कर सकते हैं। पुलिस ने सख्त अपील की है कि कोई भी श्रद्धालु अपने वाहन सड़क पर न खड़ा करें।

कंट्रोल रूम और खोया-पाया केंद्र की गई स्थापना

श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु मनकामेश्वर पुलिस चौकी के ऊपर और मंदिर परिसर के भीतर कंट्रोल रूम एवं खोया-पाया केंद्र की स्थापना की गई है, जहां किसी भी समस्या या सामान गुम होने की स्थिति में संपर्क किया जा सकता है।श्रद्धालुओं के लिए जूते-चप्पल उतारने के स्थान निर्धारित किए गए हैं। सभी से अपील है कि वे निर्धारित स्थलों पर ही अपने चप्पल-जूते रखें ताकि मंदिर परिसर की पवित्रता बनी रहे।कोतवाली हसनगंज व पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ द्वारा श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की गई है ताकि यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके। पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सेवा और सुरक्षा हेतु पूरी तरह तत्पर है।
ठाकुरगंज : नाले में गिरकर बहे युवक का एक दिन बाद मिला शव, परिवार में मचा कोहराम
राजधानी के ठाकुरगंज इलाके में शनिवार की सुबह सुरेश लोधी काम पर जा रहा था। इसी दौरान सड़क पर जलभराव के चलते कुछ समझ नहीं पाया और नाले में गिरकर बह गया। इसकी जानकारी मिलते ही नगर निगम की टीम पहुंचकर तलाश शुरू कर दी लेकिन देर रात तक सफलता नहीं मिली। रविवार को फिर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। काफी खोजबीन के बाद आखिरकार सुरेश लोधी का शव घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर नाले के अंतिम छोर पर मिला। युवक का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस ने शवक को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।


शहर में खुले नाले बन रहे मौत की वजह

जानकारी के लिए बता दें कि राधा ग्राम योजना निवासी सुरेश लोधी शनिवार सुबह अपने काम पर निकल रहे थे। भारी बारिश के बाद इलाके की सड़कें जलमग्न थीं। जलभराव के कारण सड़क किनारे मौजूद करीब आठ फीट गहरे नाले की गहराई और खुलापन नजर नहीं आ रहा था। इसी दौरान सुरेश का पैर फिसला और वह सीधे नाले में जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह पानी के तेज बहाव में बहते चले गए।घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। लगभग दो घंटे बाद नगर निगम, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। इसके बाद शुरू हुआ सघन सर्च अभियान। कई घंटे चले ऑपरेशन में करीब 500 मीटर तक नाले को खंगाला गया, लेकिन सुरेश का कोई अता-पता नहीं चल पाया।

शाम तक युवक के न मिलने पर परिजनों ने लगाया था जाम

शनिवार की शाम तक सुरेश की कोई खबर न मिलने पर स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में लोग हरदोई रोड स्थित सेंट जोसेफ स्कूल के पास जमा हो गए और नगर निगम की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। कुछ देर के लिए सड़क पूरी तरह से जाम हो गई और मौके पर मौजूद पुलिस बल के साथ हल्की धक्कामुक्की भी हुई। मामला को बढ़ता देखकर पुलिस ने कड़ाई से पेश आते हुए लाठी फटकार कर सभी को मौके से भगा दिया।

नगर निगम की नाकामी पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने बताया कि नाले की सफाई के दौरान हटाए गए ढक्कन को महीनों बाद भी दोबारा नहीं रखा गया था। नतीजा यह हुआ कि जलभराव की स्थिति में खुले नाले मौत का जाल बन गए। इस लापरवाही को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। यह हाल केवल ठाकुरगंज का ही नहीं है । शहर में आपको जगह-जगह खुले नाले को देखा जा सकता है। बारिश के दिनों में यही खुले नाले जानलेवा साबित हो रहे है। क्योंकि बारिश होने से सड़के जलमग्न हो जाती है। जिसकी वजह से नाला कहा है और सड़क कहां पर है, इसका पता नहीं चल पाता है। हर साल बारिश के दिनों में इस की घटनाएं देखने को मिलती है। इसके बाद भी नगर निगम इसे लेकर गंभीर नहीं दिखता है। जब कोई हादसा हो जाता है तो चार दिन नगर निगम गंभीरता दिखाती है, इसके बाद फिर भूल जाती है।

एनडीआरएफ , एसडीआरएफ को मिली सफलता, मिला युवक का शव

रविवार की सुबह होने से घटना स्थल पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। अभी तक नाले में गिरे युवक का कहीं पता नहीं चल पाया है। इस पूरे कार्य के लिए सौ से अधिक लोगों को लगाया गया है। काफी खोजबीन के बाद  सुबह 11 बजे के बाद युवक का शव नाले के लास्ट छोर पर एक बुद्धा नाम व्यक्ति को दिखाई दिया। इसके बाद नगर निगम की टीम व परिजन पहुंचे। शव निकाला तो सुरेश के रूप में उसकी पहचान हुई। इस प्रकार से 28 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन अभियान चलने के बाद शव बरामद हो पाया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव बंधे के पास मिला है। जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने पांच लाख की आर्थिक सहायता का किया ऐलान

सुरेश लोधी का शव मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही अधिकारियों पर सख्त काईवाई करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही सीएम ने इस घटना को लेकर दुख व्यक्त करते हुए मृतक सुरेश के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।