बिहार को बंगाल नहीं बनने देंगे: ऋतुराज सिन्हा


पटना भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने इंडी गठबंध द्वारा बिहार बंद पर बयान देते हुए कहा कि झूठ, भ्रम और भय आज विपक्ष की राजनीति का मुख्य आधार बन चुका है। कांग्रेस, आरजेडी और INDIA गठबंधन हर चुनाव से पहले जनता को डराने का काम करते हैं। 2024 के चुनाव में कहा गया था कि यह देश का आख़िरी चुनाव होगा, संविधान खत्म हो जाएगा, आरक्षण छीन लिया जाएगा। लेकिन आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को तीसरी बार शपथ लिए एक साल से ज़्यादा हो गया है ,संविधान वही है, संसद वही है और भारत का लोकतंत्र मजबूती से कायम है। इतना ही नहीं बल्कि पहली बार 1930 के बाद जातीय जनगणना 2026 में मोदी सरकार ही कराने जा रही है। ऋतुराज ने कहा कि देश जानता है जब तक मोदी जी हैं, कोई गरीब और वंचित का अधिकार नहीं छीन सकता।उन्होंने सीमांचल में नए वोटरों को लेकर बड़ा सवाल किया कि सीमांचल क्षेत्र में सर्वाधिक नए वोटर बन रहे हैं। ऐसे में मेरा आज राहुल गांधी जी से सीधा सवाल है: क्या राहुल गांधी और तेजस्वी यादव घुसपैठियों को वोटर बनाने की कोशिश कर रहे हैं? अगर हाँ, तो यह न केवल लोकतंत्र के साथ धोखा है, बल्कि बिहार के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी है। भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता के रूप में मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, और जब तक बिहार की जनता में राष्ट्रवादी चेतना है तब तक बिहार को बंगाल नहीं बनने देंगे।बिहार अराजकता, तुष्टिकरण और घुसपैठ नहीं, बल्कि विकास, कानून और संविधान की राह पर चलेगा।
पटना* *जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह के नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला,
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उदय सिंह बोले - वोटर लिस्ट पुनर्निरीक्षण से हम असहमत हैं और अपनी बात चुनाव आयोग के सामने रखी है* पटना। जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह के नेतृत्व में आज पार्टी के एक वरिष्ठ नेताओं का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट पुनर्निरीक्षण के खिलाफ पार्टी ने चुनाव आयोग के सामने अपनी शंकाएं रखी और चुनाव से इसपर जवाब मांगा। चुनाव आयोग से मिलने के बाद उदय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने जो 11 दस्तावेज मांगे हैं, उनमें कुछ ऐसे दस्तावेज हैं जिन्हें एक साधारण व्यक्ति के लिए देना संभव नहीं है। हालांकि, अगर सभी लोग प्रयास करें तो यह उतनी बड़ी समस्या नहीं लगती जितनी पहले लग रही थी।" उन्होंने आगे कहा, "हम लोग हमेशा यह कहते रहे हैं कि चुनाव आयोग ने खुद को बहुत हद तक समझौते की स्थिति में डाल दिया है। वह भाजपा के एक विभाग की तरह काम कर रहा है। चुनाव आयोग अपनी स्वतंत्रता खोता जा रहा है और जो विश्वास जनता को था, वह धीरे-धीरे कम होता जा रहा है।" "जहां 2–3 महीनों में चुनाव होने हैं, वहां गहन पुनर्निरीक्षण का कोई औचित्य नहीं है। लेकिन यदि चुनाव आयोग ऐसा कर रहा है, तो हम औपचारिक रूप से अपनी बात आगे रखेंगे। हमें उम्मीद है कि उच्चतम न्यायालय से 2–3 दिनों में इस मुद्दे पर कोई महत्वपूर्ण फैसला आएगा और यह सारा विवाद समाप्त हो जाएगा।" इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, प्रदेश महासचिव किशोर कुमार मुन्ना, और पूर्व मंत्री आर.सी.पी. सिंह उपस्थित थे।
9 जुलाई को बिहार बंद: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम का ऐलान, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी होंगे शामिल*
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पटना, बिहार: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने आज पटना में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. उन्होंने बताया कि 9 जुलाई को बिहार में ट्रेड यूनियन द्वारा आहूत चक्का जाम और विभिन्न स्वयंसेवी व सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित बिहार बंद को 'इंडिया' गठबंधन का पूर्ण समर्थन प्राप्त है. इस दौरान, कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और देश के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे. चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप, 'दिग्भ्रमित' बताया राजेश राम ने 1, पोलो रोड स्थित नेता प्रतिपक्ष और 'इंडिया' गठबंधन की समन्वय समिति के चेयरमैन तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में ये बातें कहीं. उन्होंने तेजस्वी यादव द्वारा चुनाव आयोग के खिलाफ उठाए गए सवालों का समर्थन किया और स्वयं भी आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि "चुनाव आयोग बिहार में पूरी तरीके से दिग्भ्रमित है." उन्होंने निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (ERO) को दिए गए एकल निर्णय लेने के अधिकार को गलत बताया. उनका तर्क था कि ERO सरकारी व्यक्ति होंगे, इसलिए वे सरकार के दबाव में काम करेंगे और उसके अनुसार फैसले लेने को विवश होंगे. राजेश राम ने सवाल उठाया, "बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर 25 जनवरी 2025 को जब मतदाता सूची का प्रकाशन हो गया है तो फिर विशेष गहन पुनरीक्षण की क्या जरूरत थी? आखिर यह किसके इशारे पर किया जा रहा है?" राहुल गांधी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी ने घोषणा की है कि 9 जुलाई को यह विरोध प्रदर्शन इनकम टैक्स गोलंबर से वीरचंद पटेल पथ होते हुए शहीद स्मारक तक जाएगा, जिसके बाद चुनाव आयोग तक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. राहुल गांधी की उपस्थिति इस आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित कराएगी. संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के अलावा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावारू और मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ भी उपस्थित रहे. यह बिहार बंद राज्य में चुनावी तैयारियों और मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर बढ़ते राजनीतिक तनाव का संकेत है.
बिहार: वोटर लिस्ट पुनरीक्षण पर महागठबंधन ने चुनाव आयोग पर उठाए गंभीर सवाल,
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'एक दिन में तीन अलग दिशा-निर्देश' पर जताया संदेह* पटना, बिहार: वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान को लेकर महागठबंधन ने आज पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग (EC) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि आयोग एक ही दिन में मतदाता पुनरीक्षण को लेकर तीन अलग-अलग दिशा-निर्देश जारी कर रहा है, जिससे मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है और पूरी प्रक्रिया पर संदेह गहरा रहा है. EC से मुलाकात विफल, सवालों का नहीं मिला जवाब महागठबंधन के नेताओं ने बताया कि उन्होंने एक प्रतिनिधिमंडल के तौर पर चुनाव आयोग से मुलाकात की थी, लेकिन उनके किसी भी सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं मिला. नेताओं का कहना था कि चुनाव आयोग के 6 जुलाई को जारी विज्ञापनों में विरोधाभास साफ नजर आ रहा है. उन्होंने पूछा, "आखिर ऐसा क्यों है कि एक विज्ञापन में यह कहा गया कि अगर फोटो और पहचान पत्र नहीं भी हैं तो गणना प्रपत्र भरकर आप BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) के पास जमा कर सकते हैं, लेकिन दूसरे विज्ञापन में कुछ और है, और तीसरे में कुछ और." नेताओं ने यह भी बताया कि चुनाव आयोग फेसबुक पोस्ट के माध्यम से भी मतदाताओं को अलग-अलग जानकारी दे रहा है. तेजस्वी यादव ने फिर की आधार और मनरेगा कार्ड शामिल करने की मांग इस दौरान, राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर आधार कार्ड और मनरेगा कार्ड को वोटर लिस्ट पुनरीक्षण प्रक्रिया में शामिल करने की मांग दोहराई. उन्होंने कहा कि ये कार्ड ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के पास आसानी से उपलब्ध होते हैं और इन्हें शामिल करने से प्रक्रिया अधिक समावेशी बन सकेगी. महागठबंधन ने बिहार के मतदाताओं और पवित्र मतदान प्रक्रिया पर गहरी संवेदनशीलता और विश्वास जताते हुए चुनाव आयोग से पारदर्शिता बरतने और भ्रम की स्थिति को दूर करने की अपील की है.
बिहार में चुनावी षड्यंत्र का आरोप: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने चुनाव आयोग के विज्ञापन पर उठाए तीखे सवाल*
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पटना, बिहार: बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने आज पटना में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर चुनाव आयोग के हालिया विज्ञापन पर गंभीर सवाल उठाए हैं. राजेश राम ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग का यह विज्ञापन, जिसमें मतदाता पुनरीक्षण के दौरान दस्तावेजों और तस्वीरों की आवश्यकता न होने की बात कही गई है, "मतदाताओं के साथ धोखा, अन्याय और एक बड़ा षड्यंत्र" है. उन्होंने इसे "चुनाव आयोग की अकर्मण्यता" और "सत्ताधारी दल को अनैतिक मदद" पहुंचाने का प्रयास बताया. चुनाव आयोग के विज्ञापन पर कांग्रेस का सवाल सदाकत आश्रम स्थित बिहार कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए राजेश राम ने कहा कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची से संबंधित फॉर्मों पर एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि "यदि आवश्यक दस्तावेज़ और फोटो उपलब्ध नहीं हैं, तो बस नामांकन फॉर्म भरें और उसे बूथ स्तर अधिकारी (BLO) को दें." पोस्टर में आगे यह भी जोड़ा गया है कि "यदि आप आवश्यक दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं, तो चुनाव रजिस्ट्रेशन अधिकारी (ERO) स्थानीय जांच या अन्य दस्तावेज़ों के आधार पर निर्णय ले सकता है." राजेश राम ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसका अर्थ यह है कि ERO उन लोगों से मिलने मौके पर जाएंगे जिन्होंने दस्तावेज़ जमा नहीं किए हैं. वे यह सुनिश्चित करेंगे कि फॉर्म भरने वाला व्यक्ति 18 वर्ष का है या नहीं, उस क्षेत्र में निवास की अवधि की जानकारी लेंगे, आसपास के लोगों से बात करेंगे और उपलब्ध साक्ष्य व दस्तावेज़ों के आधार पर निर्णय लेंगे. कांग्रेस के तीखे सवाल और आशंकाएं राजेश राम ने इस संदर्भ में कई प्रासंगिक सवाल उठाए: इस पूरी प्रक्रिया की प्रासंगिकता क्या रह गई है? क्या यह कुछ राजनीतिक दलों को लाभ पहुंचाकर लोगों के नाम मतदाता सूची से काटने का एक नियोजित षड्यंत्र है? अगर अंतिम निर्णय ERO के विवेक पर छोड़ा गया है, तो क्या बहुत बड़ी संख्या में भाजपा और जदयू की सरकार दबाव बनाकर वोटर लिस्ट में मनमानी नहीं करेगी? हाल ही में बिहार में स्पेशल समरी रिवीजन वोटर लिस्ट किया गया है, जिसका अंतिम प्रकाशन 6 जनवरी 2025 को किया गया था. जब यह पूरी प्रक्रिया जनवरी में ही (घर-घर सर्वेक्षण, भौतिक सत्यापन, दावों और आपत्तियों की सूची का प्रदर्शन, राजनीतिक दलों के साथ सूची साझा करना) की जा चुकी है, तो फिर वही प्रक्रिया चुनावों के ठीक पहले फिर करना संदेह पैदा करने वाली है. राजेश राम ने मांग की कि चुनाव आयोग को तुरंत इस निर्णय को वापस लेना चाहिए. उन्होंने चिंता व्यक्त की कि बिहार के विधानसभा क्षेत्रों से खबर आ रही है कि लोग खुद किसी भी प्रकार का फॉर्म भरने में समर्थ नहीं हैं. संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के अलावा विधान परिषद में दल के नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, नेशनल मीडिया पैनलिस्ट पूर्व विधान पार्षद प्रेम चंद मिश्र, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, सोशल मीडिया विभाग के चेयरमैन सौरभ सिंहा, असित नाथ तिवारी, मंजीत आनंद साहू, प्रो विजय कुमार सहित अन्य नेतागण मौजूद थे.
बिहार में बड़ा खुलासा: PK ने दिलीप जायसवाल पर लगाए गंभीर आरोप, MGM कॉलेज पर अवैध कब्जे और हत्या की साजिश का दावा;
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राजद-भाजपा को घेरा* पटना, बिहार: जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) और किशनगंज स्थित माता गुजरी मेडिकल कॉलेज (MGM) के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार ने आज पटना में एक सनसनीखेज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर अल्पसंख्यक सिख कॉलेज (MGM) को गैरकानूनी और अवैध तरीकों से हड़पने का गंभीर आरोप लगाया गया. PK ने इस पूरे मामले में भाजपा, जदयू और राजद पर भी निशाना साधा, सवाल उठाया कि नेताओं और अफसरों को फायदा पहुंचाने के कारण कोई दिलीप जायसवाल के खिलाफ क्यों नहीं बोल रहा. दिलीप जायसवाल पर अवैध कब्जे और हत्या की साजिश के आरोप प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में कानून की रक्षा करने वाले खुद ही कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने इसे किसी व्यक्ति या संस्था का नहीं, बल्कि "जब व्यक्तिगत लाभ की बात आती है तो भाजपा, जदयू, राजद सभी हाथ मिला लेते हैं" का उदाहरण बताया. PK ने खुलासा किया कि दिलीप जायसवाल ने पिछले 25 वर्षों से माता गुजरी कॉलेज पर तमाम हथकंडे अपनाकर कब्जा कर रखा है, जबकि एक समय में वह वहां क्लर्क हुआ करते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि जायसवाल ने कॉलेज के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह के बेटे करतार सिंह के जरिए पहले परिवार के दूसरे ट्रस्टी गुरुदयाल सिंह को ट्रस्ट से बाहर करवाया, और फिर खुद करतार सिंह पर दबाव बनाकर उन्हें किशनगंज छोड़ने पर मजबूर कर दिया. सबसे गंभीर आरोप लगाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि दिलीप जायसवाल पर कॉलेज से जुड़े राजेश शाह की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. PK ने यह भी दावा किया कि जिस पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच की और दिलीप जायसवाल को क्लीन चिट दी, उनकी पत्नी ने उसी माता गुजरी कॉलेज से MBBS की डिग्री हासिल की है, जिस पर दिलीप जायसवाल ने कथित रूप से कब्जा किया है. जन सुराज की मांग: निष्पक्ष जांच, इस्तीफा और न्याय जन सुराज की मुख्य मांगें हैं कि: कॉलेज के असली मालिक सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार को उनका हक मिले. राजेश शाह की हत्या की दोबारा निष्पक्ष जांच हो. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री मोदी को भी इस पूरे मामले पर जवाब देने की चुनौती दी. उन्होंने कहा, "एक तरफ भाजपा के नेता आचरण और चरित्र की बात करते हैं और दूसरी तरफ उनके प्रदेश अध्यक्ष ने अल्पसंख्यक कॉलेज पर कब्जा कर रखा है." राजद पर भी प्रशांत किशोर का हमला: "मुंह बोला भाई" और मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन प्रशांत किशोर ने इस पूरे मामले में बिहार की दूसरी पार्टियों, खासकर राजद, को भी दिलीप जायसवाल जितना ही दोषी ठहराया. उन्होंने आरोप लगाया कि दिलीप जायसवाल ने राजद के कार्यकाल में इस कॉलेज पर कब्जा किया है, और राजद ने पिछले 25 सालों में कभी इस मुद्दे को नहीं उठाया क्योंकि दिलीप जायसवाल राबड़ी देवी के मुंह बोले भाई हैं. PK ने यह भी दावा किया कि लालू जी के साले के परिवार के कई सदस्यों ने दिलीप जायसवाल के कब्जे वाले कॉलेज से MBBS की डिग्री हासिल की है. इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि जब से मेडिकल कॉलेज जायसवाल साहब के कब्जे में आया है, तब से कई नेताओं और अफसरों के परिवार के सदस्यों को मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन देकर MBBS की डिग्री दिलवाई गई है, यही वजह है कि कोई इनके खिलाफ नहीं बोल रहा है. कानूनी लड़ाई और फर्जीवाड़े के नए आरोप प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि जन सुराज इस पूरे मामले की लड़ाई सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ेगा. उन्होंने आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ दिलीप जायसवाल द्वारा अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज पर कब्जे की जानकारी दी है. PK ने बहुत जल्द यह भी बताने की बात कही कि कैसे यह मेडिकल कॉलेज आयुष्मान कार्ड के जरिए फर्जी मरीजों के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपये जुटा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि मेडिकल कॉलेज के मालिकाना हक से लेकर इसकी कार्यशैली तक हर चीज में बड़े पैमाने पर अनियमितता है. अधिवक्ता वाई बी गिरी का खुलासा: ट्रस्ट एक्ट का उल्लंघन और हत्या में 'साजिश' वरिष्ठ अधिवक्ता वाई बी गिरी ने पूरे मामले के कानूनी पहलू पर बोलते हुए कहा कि दिलीप जायसवाल ट्रस्ट एक्ट और रजिस्ट्रेशन एक्ट का उल्लंघन कर MGM कॉलेज के डायरेक्टर बने हैं. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट में दो तिहाई (2/3) हिस्सा सिख समुदाय का होना चाहिए, लेकिन इसकी पूरी तरह से अनदेखी की गई है. उन्होंने राजेश शाह हत्याकांड पर भी बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि राजेश शाह की बहन ने कोर्ट में बयान दिया है कि उसके भाई की मौत के लिए दिलीप जायसवाल जिम्मेदार है, फिर भी पुलिस ने उसे क्लीन चिट दे दी. गिरी ने इसे एक बड़ी साजिश की ओर इशारा बताया और कहा कि जन सुराज इस लड़ाई में सरदार मोलेश्वर सिंह के परिवार के साथ पूरी तरह से खड़ा है. मोलेश्वर सिंह के परिवार की न्याय की गुहार: "हमारी जान को खतरा है, CBI-ED जांच हो" सरदार मोलेश्वर सिंह के पुत्र गुरुदयाल सिंह और पुत्री अमृत कौर ने दिलीप जायसवाल की पूरी साजिश पर बोलते हुए कहा कि जायसवाल ने पहले उनके पिता और फिर उन्हें धोखे से ट्रस्ट से बाहर करवा दिया. उन्होंने बताया कि वे पिछले कई सालों से यह लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन किसी ने उनका साथ नहीं दिया. उन्होंने प्रशांत किशोर को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस पूरे मामले को उठाया और उन्हें भरोसा दिलाया कि वह इस लड़ाई में उनके साथ हैं. गुरुदयाल सिंह और अमृत कौर ने मांग की कि इस मामले की CBI और ED से जांच होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि दिलीप जायसवाल जिस तरह से ट्रस्ट चला रहे हैं, उसमें कई अनियमितताएं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरी लड़ाई में उनकी जान को भी खतरा है, लेकिन वे यह लड़ाई लड़ेंगे और उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा. प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व विधायक किशोर कुमार, विधान पार्षद अफाक अहमद, पूर्व उप सेना प्रमुख एस.के. सिंह, महासचिव सुभाष सिंह कुशवाहा, पूर्व आईपीएस आर.के. मिश्रा भी मौजूद थे.
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए आम वोटर परिषद की पहल*
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आम वोटर परिषद बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने और वोटरों को जागरूक करने के लिए लगातार जुटा है। परिषद का मानना है कि मतदान के प्रतिशत को बढ़ाने और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए वोटरों को जागरूक करना और उन्हें मतदान केंद्र तक लाना आवश्यक है। आम वोटर परिषद की गतिविधियाँ - *वोट अवेयरनेस कार्यक्रम*: आम वोटर परिषद तमाम स्कूल कॉलेजों में वोट अवेयरनेस कार्यक्रम चला रहा है, जिसमें वोटरों को मतदान के महत्व और प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जा रही है। - *मोटिवेशनल गीत*: परिषद ने बिहार के सभी मतदाताओं के अंदर ऊर्जा और उमंग भरने के लिए मोटिवेशनल गीत भी बनाए हैं। - *युथ वोटर अवेयरनेस कैंपेन*: परिषद पूरे बिहार के विश्वविद्यालय में "युथ वोटर अवेयरनेस कैंपेन" चलाने के लिए कुलाधिपति सह महामहिम राज्यपाल महोदय से आदेश एवं मार्गदर्शन देने का लगातार अनुरोध करती आ रही है। आम वोटर परिषद के राष्ट्रीय महासचिव का बयान आम वोटर परिषद के राष्ट्रीय महासचिव अश्वनी कुमार ने बताया कि मतदान के प्रतिशत को बढ़ाने और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए मोबाइल से मतदान हो इसके लिए वह पिछले 11 वर्षों से आयोग को सुझाव एवं लगातार निवेदन करते आ रहे हैं। निष्कर्ष आम वोटर परिषद की पहल से बिहार में मतदान प्रतिशत बढ़ाने और वोटरों को जागरूक करने में मदद मिल सकती है। परिषद की गतिविधियों से युवाओं और मतदाताओं में जागरूकता बढ़ेगी और वे मतदान के महत्व को समझेंगे।
लायनस्टिक सत्र 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन




राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के उपलक्ष्य में लायन्स क्लब ऑफ़ पटना संस्कृति द्वारा एक भव्य निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला पाल लायन प्रदीप खेतान द्वारा टेंडर हट इंटरनेशनल स्कूल परिसर में शिविर का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर का आयोजन लायन्स क्लब ऑफ़ पटना संस्कृति के सहयोग से किया गया, जिसमें शंकर ज्योति नेत्र चिकित्सालय, पटना के अनुभवी नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर गौतम कुमार एवं डॉक्टर समीक्षा द्वारा निःशुल्क नेत्र जांच की गई। साथ ही, प्रसिद्ध दंत चिकित्सक डॉक्टर आयुषी मुकुल एवं डॉक्टर एकता मुकुल द्वारा बच्चों के दाँतों की निःशुल्क जांच की गई। कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों ने इस शिविर का लाभ उठाया। शिविर के अंतर्गत बच्चों के बीच निःशुल्क टूथब्रश और टूथपेस्ट का वितरण किया गया। साथ ही बच्चों को दाँतों की सफाई और मौखिक स्वास्थ्य बनाए रखने हेतु प्रतिदिन पालन की जाने वाली साफ-सफाई की विधियाँ भी बताई गईं। इस अवसर पर लायन्स क्लब ऑफ़ संस्कृति की प्रेसिडेंट लायन श्रीमती शिवानी भार्गव, सचिव लायन श्री रोहित शंकर , जोन चेयरपर्सन लायन अनुप कुमार तथा जोन चेयरपर्सन लायन राजीव भार्गव की सक्रिय सहभागिता रही, जिन्होंने इस कार्यक्रम को उत्सवपूर्ण और प्रभावी रूप से संचालित किया। कार्यक्रम के अंत में जिला पाल लायन प्रदीप खेतान द्वारा सभी उपस्थित चिकित्सकों — डॉ. समीक्षा, डॉ. गौतम, डॉ. आयुषी मुकुल और एकता मुकुल — को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह आयोजन समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सेवा भावना को प्रोत्साहित करने
भाजपा का पसमांदा मिलन समारोह: समानता और विकास का संकल्प
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* भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पसमांदा मिलन समारोह में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि भाजपा 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के नारे पर काम करती है। उन्होंने पसमांदा मुसलमानों के लिए आरक्षण और राजनीति में हिस्सेदारी का भरोसा दिया। मुख्य बिंदु - *समानता और विकास*: डॉ. जायसवाल ने समानता, संवाद और विकास का संकल्प लिया। - *वोटबैंक की राजनीति*: उन्होंने वोटबैंक की राजनीति करने वालों की आलोचना की। - *पसमांदा समाज की हिस्सेदारी*: भाजपा पसमांदा समाज के लोगों को राजनीति में हिस्सेदारी सुनिश्चित करेगी। सम्मेलन में उपस्थित - डॉ. दिलीप जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष - सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री - मोहम्मद कमरूजमा अंसारी, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष - दानिश इकबाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी पसमांदा समाज की सदस्यता - बड़ी संख्या में पसमांदा समाज के लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा नेताओं ने सुनी प्रधानमंत्री की 'मन की बात'*
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भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल समेत तमाम नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनसंवाद कार्यक्रम 'मन की बात' के 123वें एपिसोड को सुना। इस दौरान डॉ. जायसवाल ने कहा कि 'मन की बात' कार्यक्रम करोड़ों भारतीयों की धड़कन है, जो नए भारत की आकांक्षाओं और संकल्पों को स्वर देता है। प्रधानमंत्री की मुख्य बातें - *वोकल फॉर लोकल*: प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अपने देश में निर्मित सामानों का उपयोग करने का आग्रह किया, जिससे देश विकसित हो सके। - *पर्यावरण संतुलन*: उन्होंने पर्यावरण संतुलन की चर्चा करते हुए 'एक पेड़ माँ के नाम' लगाने की बात कही। - *अंतरिक्ष उपलब्धियां*: पीएम मोदी ने भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों पर गर्व जताया और ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से अपनी बातचीत का जिक्र किया। - *आपातकाल*: उन्होंने आपातकाल की भी चर्चा की और देशवासियों को उस दौर की भयावहता और संकट से अवगत कराने के लिए विभिन्न नेताओं के ऑडियो संदेशों को सुनाया। कार्यक्रम में उपस्थित नेता - डॉ. दिलीप जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष - सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री - विजय कुमार सिन्हा - नंद किशोर यादव, विधानसभा अध्यक्ष - नागेंद्र नाथ त्रिपाठी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री - प्रदेश के पदाधिकारी और सैंकड़ों कार्यकर्ता [1]