रांची: 13 साल से परेशान रिटायर्ड श्रीकांत तिवारी को डीसी के जनता दरबार में मिली राहत, 10 मिनट में हुआ जमीन का म्यूटेशन
रांची, झारखंड: राजधानी रांची में सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और त्वरित समाधान का एक बेहतरीन उदाहरण सामने आया है. प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से रिटायर्ड वरिष्ठ नागरिक श्रीकांत तिवारी का 13 साल का लंबा इंतजार आज उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में खत्म हो गया. उनकी जमीन का दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) जनता दरबार के दौरान ही मात्र 10 मिनटों में पूरा कर दिया गया.
भावुक हुए श्रीकांत तिवारी, डीसी और सीएम का जताया आभार
अपनी जमीन का म्यूटेशन होने के बाद उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री को धन्यवाद देने पहुंचे श्रीकांत तिवारी भावुक हो गए. रुंधे गले से उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन और उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री का आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा, "थैंक यू डीसी सर!" यह घटना सरकारी कार्यालयों में आम जनता को होने वाली परेशानियों और एक संवेदनशील प्रशासन द्वारा उनके समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश देती है.
13 साल का इंतजार, 10 मिनट में समाधान
श्रीकांत तिवारी नामकुम अंचल के तुपुदाना मौजा में 07 डिसिमल जमीन के दाखिल-खारिज के लिए वर्ष 2012 से लगातार प्रयासरत थे. अपनी फरियाद लेकर वे उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार पहुंचे. उपायुक्त ने उनके सारे दस्तावेज देखने के बाद तत्काल फोन पर ही नामकुम अंचल अधिकारी को म्यूटेशन का निर्देश दिया. इस त्वरित कार्रवाई का परिणाम यह रहा कि श्रीकांत तिवारी की जमीन का दाखिल-खारिज सिर्फ 10 मिनट में हो गया, जिससे उनकी 13 साल की परेशानी का अंत हुआ.
उपायुक्त का सख्त निर्देश: "पदाधिकारी/कर्मी जिम्मेवारी के साथ कार्य करें"
इस घटना के बाद उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने सभी पदाधिकारी और कर्मियों को सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आम जनता को बेवजह कार्यालय का चक्कर न लगाना पड़े और उन्हें परेशानी न हो, इसके लिए सभी पदाधिकारी/कर्मी पूरी जिम्मेवारी के साथ कार्य करें. उपायुक्त का यह रुख दर्शाता है कि वे प्रशासनिक कार्यों में दक्षता, पारदर्शिता और जन-केंद्रित दृष्टिकोण को बढ़ावा देना चाहते हैं.
यह मामला रांची जिला प्रशासन की जनता के प्रति जवाबदेही और समस्याओं के त्वरित समाधान की प्रतिबद्धता को उजागर करता है, जिससे आम नागरिकों में सरकारी व्यवस्था के प्रति विश्वास बढ़ेगा.
Jul 08 2025, 19:45