श्रावण मास और कांवड़ यात्रा के लिए सरकार की व्यापक तैयारियां: ए.के. शर्मा
लखनऊ। आगामी श्रावण मास और कांवड़ यात्रा को लेकर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने जल निगम फील्ड हॉस्टल 'संगम', लखनऊ में आयोजित प्रेस वार्ता के माध्यम से विभागीय तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह पावन यात्रा श्रद्धा, सुरक्षा और स्वच्छता के साथ संपन्न हो, इसके लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

मंत्री ने बताया कि श्रावण मास भगवान शिव की आराधना का विशेष महीना है, जिसमें लाखों श्रद्धालु विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा कर पवित्र जल अर्पित करते हैं। इस दौरान अधिकतर श्रद्धालु रात्रिकाल में यात्रा करते हैं, ऐसे में ऊर्जा विभाग को निर्देशित किया गया है कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर विशेष रूप से रात में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

पूर्व वर्षों में डीजे वाहन ऊंचे बिजली तारों से टकरा चुके हैं, जिससे दुर्घटनाएं हुई थीं। इसे ध्यान में रखते हुए केवल निर्धारित ऊंचाई वाले डीजे वाहनों को ही अनुमति दी जाएगी। साथ ही खुले ट्रांसफार्मरों के चारों ओर सुरक्षा बाउंड्री बनाने और बिजली के खंभों को इंसुलेट करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।

नगर विकास विभाग को यात्रा मार्गों पर सभी स्ट्रीट लाइट्स दुरुस्त कराने और मार्ग को पूरी तरह गड्ढामुक्त बनाने के निर्देश दिए गए हैं। पॉटहोल्स समय रहते भरे जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसके अतिरिक्त, कांवड़ यात्रियों के ठहरने के लिए पंडालों में उचित प्रबंध और सफाई की पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

यात्रा मार्गों पर पर्याप्त संख्या में मोबाइल टॉयलेट लगाए जाएंगे और कूड़ा निस्तारण के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। मंत्री शर्मा ने कहा कि इस यात्रा को स्वच्छता और जनसहभागिता से जोड़ते हुए एक ‘स्वच्छ त्योहार’ के रूप में मनाया जाएगा। महाकुंभ की तरह यात्रा मार्गों पर होर्डिंग्स के माध्यम से श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाएगा।

सरकार का उद्देश्य है कि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधा-संपन्न वातावरण मिले, जिससे यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक और भव्य रूप से सम्पन्न हो सके।
उत्तर प्रदेश : पीसीएस अफसर अरविन्द कुमार सिंह निलंबित
लखनऊ। 2012 बैच के पीसीएस अधिकारी अरविन्द कुमार सिंह को शासन ने निलंबित कर दिया है। वे पिछले तीन वर्षों से बिजनौर में एडीएम एफआर पद पर तैनात थे। शासन ने 30 मई को उनका तबादला देवरिया कर दिया था, लेकिन उन्होंने नया कार्यभार ग्रहण नहीं किया।
सूत्रों के अनुसार, अरविन्द कुमार सिंह ने तबादले के बावजूद बिजनौर में कुर्सी नहीं छोड़ी। आदेश की अवहेलना और अनुशासनहीनता को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उन्हें निलंबित किया गया है।
शासन ने उनके इस रवैये को सेवा नियमों का उल्लंघन माना है। निलंबन के दौरान उन्हें मंडलायुक्त गोरखपुर कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। बताया जा रहा है कि सिंह अपनी वर्तमान तैनाती से हटना नहीं चाहते थे और लंबे समय से स्थानांतरण टालने का प्रयास कर रहे थे।
अधिकारियों के अनुसार, सरकार किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी और भविष्य में भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिंह के निलंबन को इसी दिशा में एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
लखनऊ में सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेल रहे पांच अभियुक्त गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ में पुलिस ने जुए के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए पांच अभियुक्तों को सार्वजनिक स्थान पर हार-जीत की बाजी लगाकर जुआ खेलते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से कुल  24,620 रुपए एवं ताश के 52 पत्ते बरामद हुआ है। पकड़े गए अभियुक्तों पर पहले से ही कई अापराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

पेड़ के नीचे बैठकर हार जीत की लगा रहे थे बाजी

सोमवार को चौकी प्रभारी जेल उ.नि. अरविंद कुमार यादव को मुखबिर खास से सूचना प्राप्त हुई कि बरकत नगर में स्थित पेट्रोल पंप के पास बाउंड्री वॉल के किनारे पेड़ के नीचे कुछ लोग हार जीत की बाजी लगाकर जुआ खेल रहे हैं।इस सूचना पर चौकी प्रभारी के द्वारा हमराही फोर्स को लेकर मुखबिर के बताए स्थान पर दबिश दी गई तो कुल पांच अभियुक्त मौके पर रूपयों से हार जीत की बाजी लगाकर जुआं खेलते हुए पाए गए। जिनके कब्जे से कुल 24,620 रुपए एवं 52 ताश के पत्ते बरामद हुए।

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम

-राम सुमेर लोधी पुत्र स्वर्गीय भोगई लोधी निवासी ग्राम करौरा मदारपुर थाना नगराम जनपद लखनऊ उम्र करीब 31 वर्ष
- आदर्श गौतम पुत्र राम उजागर गौतम निवासी ग्राम सीताराम पूरवा थाना सुशांत गोल्फ सिटी जनपद लखनऊ उम करीब 19 वर्ष
-प्रताप रावत पुत्र अमर सिंह निवासी ग्राम खुजौली थाना मोहनलालगंज जनपद लखनऊ उम्र करीब 23 वर्ष
-जीत बहादुर कोरी पुत्र अयोध्या प्रसाद उर्फ पप्पू निवासी हुलास खेड़ा थाना मोहनलालगंज उम्र करीब 29 वर्ष
- फूल चंद्र रावत पुत्र रामसनेही निवासी कटरा बक्कास थाना सुशांत गोल्फ सिटी जनपद लखनऊ उम्र करीव 27 वर्ष
सुशांत गोल्फ सिटी में शांति भंग करने पर 10 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
लखनऊ । राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में शांति व्यवस्था भंग करने वाले 10 व्यक्तियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया। यह कार्रवाई तीन अलग-अलग घटनाओं में की गई, जहां मामूली विवाद उग्र रूप लेकर आमदा फौजदारी तक पहुंच गया था।

ठेला लगाने को लेकर दो पक्षों में हुआ जमकर विवाद

चौकी प्रभारी अवध विहार उपनिरीक्षक संदीप कुमार शर्मा को सूचना मिली कि मलाक अंडरपास के पास ठेला लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि ओम अग्रवाल पुत्र मनोज कुमार अग्रवाल (निवासी नीलमथा हरिहरपुर) और बिंदु सिंह पत्नी संदीप सिंह (निवासी हरिहरपुर) के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि ओम अग्रवाल मारपीट पर उतारू हो गया। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए ओम अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस के सामने भी करते रहे दोनों पक्ष हाथापाई

सेवई चौकी प्रभारी हिमांचल सिंह को सूचना मिली कि ग्राम चौधरी खेड़ा में दो पक्षों के बीच कहासुनी और झगड़ा हो रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो दोनों पक्ष आपस में गाली-गलौज और हाथापाई करते मिले। किसी की बात नहीं मानने पर दोनों पक्षों के 6 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम दीपक रावत, सुभाष रावत, रामसुमिरन उर्फ मिन्नी, प्रदीप रावत, छोटू रावत है। सभी चौधरी खेड़ा थाना सुशांत गोल्फ सिटी के रहने वाले हैं।

वायरल ट्वीट को लेकर दो पक्षों में हुआ विवाद


उपनिरीक्षक हिमांशु तिवारी द्वारा वायरल ट्वीट की जांच के लिए दो पक्षों को बुलाया गया था। पूछताछ के दौरान दोनों पक्षों के बीच बहस बढ़कर उग्र झगड़े में बदल गई। पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करते हुए रामकरण, हरीश, रामबाबू और रंजीत को गिरफ्तार किया। सभी अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया।जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।
यूपी पुलिस की खेल प्रतिभा ने रचा इतिहास, अमेरिका से 95 मेडल के साथ लौटे खिलाड़ी

यूपी पुलिस का देश में ही नहीं विदेश में भी डंका बज रहा है। अमेरिका के अलबामा में आयोजित वर्ल्ड पुलिस फायर गेम्स 2025 में उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाड़ियों ने देश और प्रदेश का नाम रोशन किया। अखिल भारतीय पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड, नई दिल्ली द्वारा चुने गए उत्तर प्रदेश पुलिस के 50 खिलाड़ियों में से 43 ने इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया और शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 95 पदक अपने नाम किए। इनमें 45 स्वर्ण, 34 रजत और 16 कांस्य पदक शामिल हैं।

यूपी पुलिस के पचास खिलाड़ियों ने किया था प्रतिभाग

बता दें कि  27जून  से 6 जुलाई तक अलबामा अमेरिका में आयोजित वर्ल्ड पुलिस फायर गेम्स -2025 में अखिल भारतीय पुलिस स्पोर्टस कण्ट्रोल बोर्ड, नई दिल्ली द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस के 50 खिलाड़ियों को उक्त प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने हेतु चयनित किया गया था, जिनमें से 43 खिलाडियों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं उत्तर प्रदेश पुलिस स्पोर्टस कण्ट्रोल बोर्ड, लखनऊ के अधिकारियों एवं प्रशिक्षक के कुशल निर्देशन में कड़ी मेहनत एवं लगनशीलता का परिचय देते हुये अपना उत्कृष्ट स्तर का प्रदर्शन कर पदक अर्जित किये गये है व अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम गौर्वान्वित किया गया है।

डीजीपी राजीव कृष्ण ने खिलाड़ियों को दी बधाई

इस अवसर पर राजीव कृष्णा, पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश, आर.के. स्वर्णकार, अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी एवं डॉ0 प्रीतिन्दर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक पीएसी मध्य जोन/सचिव, उत्तर प्रदेश पुलिस स्पोर्टस कण्ट्रोल बोर्ड, लखनऊ द्वारा खिलाड़ियों को बधाई दी गयी है एवं उज्जवल भविष्य में खिलाड़ियों के खेल कौशल को और अधिक प्रभावशाली बनाये जाने हेतु सुझाव देकर उज्जवल भविष्य की कामना की गयी है। प्राप्त पदकों का विवरण इस प्रकार हैः-
कुल पदकः-95
स्वर्णः-45
रजतः-34
कांस्यः-16

भारत को कुल 560  पदक मिले

बता दें कि उक्त प्रतियोगिता में कुल 63 देशों द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा भारत को कुल 560 पदक प्राप्त हुये। पदक तालिका में भारत तृतीय स्थान पर रहा। भारत की तरफ से उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुये सबसे अधिक पदक प्राप्त किये गये। यह पहला अवसर है जब उत्तर प्रदेश पुलिस के इतने बड़े दल को इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने का गौरव प्राप्त हुआ है।

यह उपलब्धि यूपी पुलिस के लिए किसी गौरव से कम नहीं

यह उपलब्धि उत्तर प्रदेश पुलिस की खेल प्रतिभाओं, उनकी मेहनत, अनुशासन एवं समर्पण का प्रतीक है। यह न केवल विभाग के लिए गर्व की बात है, बल्कि उत्तर प्रदेश राज्य की खेल संस्कृति को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार की सहभागिता अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्तर प्रदेश पुलिस व उत्तर प्रदेश की सकारात्मक छवि को और अधिक सशक्त बनाएगी।

डीजीपी ने इस गौरवपूर्ण उपलब्धि का श्रेय सीएम योगी को दिया

हमारे खिलाड़ी सिर्फ मैदान के विजेता नहीं, बल्कि खाकी की गरिमा, अनुशासन और समर्पण के प्रतीक हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के इस गौरवपूर्ण उपलब्धि का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी ‘कुशल खिलाड़ी योजना’ को जाता है, जिसने प्रतिभाओं को नई उड़ान दी और पुलिस में खेल संस्कृति को नई ऊर्जा प्रदान की।”
मिशन निदेशक पुलकित खरे ने विश्व युवा कौशल दिवस की तैयारियों पर की बैठक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तत्वावधान में आगामी 15 जुलाई को पूरे प्रदेश में विश्व युवा कौशल दिवस भव्य रूप से मनाया जाएगा। इस अवसर पर जनपद स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षण और रोजगार से जोड़ने की दिशा में  पहल की जा रही है। 16 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस समापन होगा।कार्यक्रमों की तैयारी प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल के नेतृत्व में की जा रही है।

इस क्रम में सोमवार को मिशन मुख्यालय में मिशन निदेशक  पुलकित खरे की अध्यक्षता में विश्व युवा कौशल दिवस 2025 की तैयारियों पर रणनीतिक बैठक आयोजित की गई। बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा, जिलों को सौंपे गए दायित्वों एवं आयोजन की कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा करते हुए मिशन निदेशक ने सभी अधिकारियों व कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एमआईएस मैनेजर को जनपदों में विश्व कौशल दिवस एवं वृहद  रोजगार मेला की तैयारी के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

इस कार्यक्रम की श्रृंखला में जनपदों की सुविधा के अनुसार 12, 13 या 14 जुलाई को रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय उद्योगों व कंपनियों को आमंत्रित कर युवाओं को सीधी नियुक्ति का अवसर दिया जाएगा। रोजगार मेले की तैयारी हेतु जिलाधिकारी द्वारा नोडल अधिकारी नामित किए जा रहे हैं।

विश्व युवा कौशल दिवस के मुख्य कार्यक्रम में जनपद स्तरीय सफल प्रशिक्षुओं को सम्मानित किया जाएगा और उन्हें मंच से अपनी सफलता की कहानी साझा करने का अवसर मिलेगा। साथ ही प्रशिक्षण केंद्रों की प्रदर्शनी, प्रेरक संवाद सत्र और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगी। जनपद में स्थापित प्रमुख उद्योगों के प्रतिनिधियों का सम्मान किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें समस्त प्रशिक्षण प्रदाता भाग लेंगे और उनके छात्रों द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। आयोजन में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और उद्योग जगत से जुड़े लोगों की सहभागिता रहेगी। उद्देश्य युवाओं में कौशल विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करना है।

रोजगार मेले में दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई), अन्य राज्य स्तरीय योजनाओं और आईटीआई से प्रशिक्षित युवाओं को आमंत्रित किया जाएगा। चयनित युवाओं की नियुक्ति का विवरण मिशन मुख्यालय को प्रेषित किया जाएगा।

रोजगार मेले का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों द्वारा कराया जाएगा और चयनित प्रशिक्षणार्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। इनमें से कम से कम 11 चयनित प्रशिक्षणार्थियों को 15 जुलाई को आयोजित मुख्य कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। रोजगार मेले की तिथियों का अधिकतम प्रचार-प्रसार सभी माध्यमों से कराया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक युवा जुड़ सकें और लाभ ले सकें। इन दोनों कार्यक्रमों के सफल आयोजन हेतु सभी जिलों को 50,000 रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।
ऐतिहासिक स्मारक निर्माण को मिली नई गति, आगरा में बनेगा छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य स्मारक
* आगरा में शिवाजी महाराज का स्मारक उनके शौर्य को याद दिलाएगा जिससे पर्यटक प्रेरणा लेंगे : योगेन्द्र उपाध्याय

लखनऊ। आगरा के कोठी मीना बाजार में छत्रपति शिवाजी महाराज के भव्य स्मारक निर्माण को लेकर एक अहम कदम बढ़ाया गया है। आगरा प्रशासन ने स्मारक स्थल की अधिग्रहण रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को सौंप दी है, जिससे इस ऐतिहासिक परियोजना को नई गति मिलने की संभावना है।

सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री व आगरा दक्षिण से विधायक योगेन्द्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की और स्मारक निर्माण की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की। मंत्री ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि यह केवल स्थापत्य परियोजना नहीं, बल्कि यह भारत की वीर परंपरा, सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रभक्ति के भाव को पुनर्जीवित करने वाला प्रतीक होगा।

योगेन्द्र उपाध्याय ने यह भी कहा कि शिवाजी महाराज का यह स्मारक न केवल देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि छात्रों व युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि अधिग्रहण रिपोर्ट पर शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ताकि स्मारक निर्माण की प्रक्रिया जल्द प्रारंभ हो सके। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अलौकिक उपाध्याय भी उपस्थित थे।

गौरतलब है कि उपाध्याय लंबे समय से इस स्थल पर स्मारक एवं संग्रहालय की स्थापना की मांग करते रहे हैं। ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार, कोठी मीना बाजार वही स्थान है, जहां औरंगजेब ने शिवाजी महाराज को बंदी बनाकर रखा था। यहीं से शिवाजी ने अपनी अद्वितीय रणनीति के जरिए मुगलों की कैद से ऐतिहासिक पलायन किया था।
मंत्री उपाध्याय ने 27 अप्रैल 2025 को आगरा सर्किट हाउस में मंडलायुक्त, जिलाधिकारी एवं एडीए उपाध्यक्ष के साथ बैठक कर अधिग्रहण प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए थे। इसके फलस्वरूप जून के पहले सप्ताह में अधिग्रहण रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी गई।

इतिहासकारों के अनुसार, यह कोठी जयपुर नरेश मिर्जा राजा जयसिंह के पुत्र राजा राम सिंह की थी। ऐसे में यह स्मारक महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बीच सांस्कृतिक एकात्मता का सशक्त प्रतीक बन सकता है।
मान्यवर कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट में होटल ऑपरेशन्स में डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत
लखनऊ। राजधानी स्थित मान्यवर कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट (एमकेआईटीएम) ने पर्यटन और होटल उद्योग में करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक नई पहल की है। संस्थान ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के सहयोग से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन होटल ऑपरेशन्स पाठ्यक्रम शुरू किया है।

इस पहल की जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि इस कोर्स का उद्देश्य होटल उद्योग के संचालन और प्रबंधन के लिए विशेषज्ञ मानव संसाधन तैयार करना है। साथ ही, यह पाठ्यक्रम उन विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो नियमित कक्षाओं में भाग नहीं ले सकते, लेकिन होटल और टूरिज्म सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं।

मंत्री ने बताया कि इस कोर्स में विद्यार्थियों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ औद्योगिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। कोर्स हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है, और यह स्नातक उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए खुला है। कुल 48 क्रेडिट्स वाले इस कोर्स को इग्नू ने अलग-अलग मॉड्यूल में विभाजित किया है।

पर्यटन मंत्री ने कहा, “एमकेआईटीएम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं व्यावसायिक कौशल के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। यह संस्थान न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि उद्योग जगत को परामर्श सेवाएं देकर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।”

अब इच्छुक अभ्यर्थी इस कोर्स के लिए एमकेआईटीएम की वेबसाइट www.mkitm.com, इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in या दूरस्थ प्रवेश पोर्टल https://ignouadmission.samarth.edu.in के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं। यह कोर्स उत्तर प्रदेश के युवाओं को होटल उद्योग में वैश्विक मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण देकर उन्हें बेहतर करियर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
रेरा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अध्यक्ष संजय आर. भूसरेड्डी ने दिए कड़े निर्देश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण की साप्ताहिक समीक्षा बैठक सोमवार को अध्यक्ष संजय आर. भूसरेड्डी की अध्यक्षता में लखनऊ स्थित मुख्यालय के सभागार में संपन्न हुई। नोएडा कार्यालय के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

बैठक में अध्यक्ष ने एजेंडा बिंदुओं पर विस्तृत और विन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन प्रमोटर्स ने अब तक भूमि व नक्शों से संबंधित अभिलेख रेरा पोर्टल पर अपलोड नहीं किए हैं, उनकी सूची संबंधित विकास प्राधिकरणों को भेजी जाए। साथ ही यह पुष्टि कराई जाए कि उनके द्वारा प्रस्तुत नक्शों को प्राधिकरण ने स्वीकृति दी है या नहीं।

श्री भूसरेड्डी ने धारा 31 के अंतर्गत दायर शिकायतों, अवमानना याचिकाओं, अपीलों, सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, रेरा ट्रिब्यूनल और अन्य न्यायिक मंचों पर लंबित प्रकरणों की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने इन मामलों की गंभीरता से निगरानी करने और प्रभावी पैरवी सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

इसके अतिरिक्त, अध्यक्ष ने निम्न विषयों पर भी समीक्षा की जिसमें रेरा एजेंट्स, प्रमोटर्स और शिकायतकर्ताओं के मध्य हुए समझौतों की स्थिति। पंजीकृत परियोजनाओं में रेरा अधिनियम व नियमावली का अनुपालन और हाईकोर्ट में लंबित रिट याचिकाओं की प्रगति आदि विषय थे।

बैठक में सचिव महेंद्र वर्मा, प्रमुख सलाहकार अबरार अहमद, तकनीकी सलाहकार संजय तिवारी, वित्त परामर्शदाता सुधांशु त्रिपाठी, संयुक्त सचिव उमाशंकर सिंह, सहायक निदेशक (सिस्टम) अमरीश कुमार सहित रेरा के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। नोएडा कार्यालय के अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से बैठक में जुड़े। बैठक के अंत में अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि रेरा की पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता को बनाए रखने हेतु सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का समयबद्ध निर्वहन सुनिश्चित करें।
स्वाति और कनक सिंह ने युगांडा पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल टूर्नामेंट में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतकर देश और प्रदेश का नाम किया रोशन : मंत्री नरे


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की बेटियों ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ की छात्राएँ स्वाति और कनक सिंह ने युगांडा की राजधानी कैंपाला में 1 से 6 जुलाई 2025 तक आयोजित 'Uganda Para Badminton International Tournament' में अद्भुत प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतकर प्रदेश और देश को गौरवांवित किया है।

प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  नरेन्द्र कश्यप ने इन दोनों छात्राओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि योगी सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में लाने हेतु किए जा रहे प्रयास आज साकार रूप ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वाति और कनक सिंह की यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण मॉडल की सफलता की मिसाल है। उन्होंने कहा कि इन बेटियों ने यह प्रमाणित किया है कि यदि अवसर, संसाधन और संबल मिलें तो कोई भी शारीरिक सीमा प्रतिभा की उड़ान को रोक नहीं सकती।

उल्लेखनीय है कि स्वाति ने महिला एकल SU-5 वर्ग में रजत पदक, महिला युगल SL‑3-SU‑5 में स्वर्ण पदक तथा मिक्स्ड डबल्स में कांस्य पदक हासिल किया, वहीं कनक सिंह ने महिला एकल SL-4 वर्ग और महिला युगल में कांस्य पदक प्राप्त किए। विश्व बैडमिंटन फेडरेशन द्वारा मान्यता प्राप्त इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में 50 से अधिक देशों के पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी शामिल हुए थे, जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए इन छात्राओं ने अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह ने इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय की अकादमिक और पुनर्वास व्यवस्था की सफलता बताते हुए कहा कि स्वाति और कनक सिंह ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर यह सिद्ध किया है कि हमारी छात्राएँ किसी भी मंच पर अपनी छाप छोड़ने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रेरणादायक क्षण पूरे प्रदेश की बेटियों और दिव्यांगजनों को नई दिशा देगा।

क्रीड़ा एवं योग प्रकोष्ठ के निदेशक प्रोफेसर पाण्डेय राजीवनयन ने कहा कि यह सफलता विश्वविद्यालय की पुनर्वास नीतियों और खेल प्रशिक्षण की गुणवत्ता का प्रमाण है। कोच इरशाद अहमद ने भावुक होकर कहा कि इन दोनों खिलाड़ियों ने यह संदेश दिया है कि सच्ची लगन, मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। उन्होंने कहा कि यह सफलता पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत है और वे भविष्य में और भी ऊँचाइयाँ छुएंगी, ऐसा विश्वास है।