अशोक कुमार सहगल ने PVUNL के नए CEO के रूप में कार्यभार संभाला, ऊर्जा क्षेत्र में 35 वर्षों का अनुभव
पतरातू, झारखंड | 6 जुलाई 2025: श्री अशोक कुमार सहगल ने आज पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL), पतरातू के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) का पदभार ग्रहण कर लिया है. उनके पास एनटीपीसी में 35 वर्षों से अधिक का समृद्ध और बहुआयामी अनुभव है, जो PVUNL की निर्माणाधीन परियोजनाओं को नई गति देने में महत्वपूर्ण साबित होगा.
PVUNL: झारखंड के ऊर्जा परिदृश्य को सशक्त करने का लक्ष्य
पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL) एनटीपीसी और JBVNL का एक संयुक्त उपक्रम है. इसकी स्थापना झारखंड में 4000 मेगावाट क्षमता का आधुनिक ताप विद्युत संयंत्र स्थापित करने के उद्देश्य से की गई थी. इसकी पहली चरण की परियोजना 2400 MW (3X800) मेगावाट की है, जिसमें से पहली इकाई का कार्य तेजी से चल रहा है. श्री सहगल के नेतृत्व में उम्मीद है कि यह परियोजना अपने निर्धारित लक्ष्यों को और भी तेजी से प्राप्त करेगी.
अनुभवी नेतृत्व और बहुआयामी पृष्ठभूमि
श्री सहगल ने वर्ष 1989 में एनटीपीसी में एक्जीक्यूटिव ट्रेनी के रूप में कमीशनिंग एंड टेस्टिंग डिपार्टमेंट से अपनी सेवा शुरू की थी. तब से, उन्होंने संचालन, अनुरक्षण, टरबाइन तकनीक, परियोजना प्रबंधन, प्लांट ओवरऑल ऑपरेशन, तथा कॉर्पोरेट मॉनिटरिंग जैसे विविध तकनीकी और प्रबंधकीय क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है. उन्होंने तालचर कनिहा में परियोजना प्रमुख (BUH) के तौर पर भी कार्य किया, जिस दौरान इस प्रोजेक्ट ने कई महत्वपूर्ण कीर्तिमान स्थापित किए और एनटीपीसी में अग्रणी परियोजना बना.
शैक्षणिक रूप से, श्री सहगल ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक (B.E.) की उपाधि प्राप्त की है. इसके अलावा, उन्होंने आईआईटी दिल्ली से पावर इंजीनियरिंग में एम.टेक, भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बेंगलुरु से उच्च प्रबंधन प्रशिक्षण, और इग्नू से फाइनेंस में पी.जी. डिप्लोमा भी किया है. उन्होंने अमेरिका के सिलिकॉन वैली में एडवांस मैनेजमेंट प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है, जिससे उनके नेतृत्व कौशल और वैश्विक दृष्टिकोण को और सुदृढ़ता मिली है. उनका यह बहुआयामी शैक्षणिक और व्यावसायिक अनुभव निश्चित रूप से PVUNL को तकनीकी उत्कृष्टता और परियोजना लक्ष्यों को प्राप्त करने में उत्कृष्ट मार्गदर्शन प्रदान करेगा.
श्री सहगल अपने सौम्य व्यवहार, सशक्त नेतृत्व क्षमता, तकनीकी कुशलता और व्यावसायिक निर्णय शक्ति के लिए जाने जाते हैं. उनके नेतृत्व में PVUNL अपनी निर्माणाधीन 3x800 मेगावाट ताप विद्युत परियोजना के कार्यान्वयन में और भी गति प्रदान करेगा, जिससे झारखंड राज्य के ऊर्जा परिदृश्य को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकेगी.
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