ब्राह्मण समाज ने अखिलेश यादव के बयान का किया शांतिपूर्ण विरोध, घरों पर लगाए काले झंडे
आजमगढ़।ब्राह्मण समाज में गहरा रोष उस समय देखने को मिला जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा दिए गए कथित ब्राह्मण विरोधी बयान को लेकर लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। इस बयान के विरोध में क्षेत्र के कई गांवों व कस्बों में ब्राह्मण समाज के लोगों ने अपने-अपने घरों की छतों और दरवाजों पर काले झंडे लगाकर शांतिपूर्ण ढंग से नाराजगी प्रकट की।
ब्राह्मण समाज के लोगों का कहना है कि राजनीति में हर वर्ग का सम्मान होना चाहिए, न कि किसी खास जाति या समुदाय के खिलाफ बयानबाज़ी की जाए। काले झंडे लगाकर विरोध जताने का उद्देश्य समाज में कोई उन्माद फैलाना नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक तरीके से अपनी पीड़ा और असंतोष प्रकट करना है।
कई स्थानों पर समाज के वरिष्ठजनों ने बैठक कर इस बात पर चिंता जताई कि राजनीतिक फायदे के लिए किसी विशेष समुदाय को निशाना बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों ने मांग की है कि अखिलेश यादव अपने बयान पर सफाई दें और यदि किसी वर्ग की भावना आहत हुई हो तो सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगे।
विरोध प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अनुशासित रहा। न किसी प्रकार की नारेबाजी हुई, न ही कोई सड़कों पर उतरा। यह विरोध एक उदाहरण है कि लोकतांत्रिक तरीके से भी अपनी बात को मजबूती से रखा जा सकता है।
ब्राह्मण समाज ने स्पष्ट किया है कि यह विरोध किसी राजनीतिक दल के पक्ष या विपक्ष में नहीं है, बल्कि केवल समाज की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए है।
Jul 03 2025, 21:44