हिन्दी पाठ्यक्रम में शामिल होंगे संत बनादास
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गोण्डा। माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय, बलरामपुर एवं श्री लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन विश्वविद्यालय के सभागार में किया गया। कुलपति के मुख्य आतिथ्य में आयोजित संगोष्ठी में संत बनादास के साहित्यिक अवदान को स्नातक स्तर पर पाठ्यक्रम में शामिल करने की घोषणा की गई।
संगोष्ठी के संयोजक डा. शैलेन्द्र नाथ मिश्र का कार्यक्रम में सेवानिवृत्त के उपलक्ष्य में स्वागत किया गया। डा. जयशंकर तिवारी के संचालन में आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रोफ़ेसर रविशंकर सिंह, कुलपति माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर द्वारा की गयी। उन्होंने सेवानिवृत्त हो रहे आचार्यों को बधाई देते हुए महात्मा बनादास को हिन्दी पाठ्यक्रम में शामिल करने पर हर्ष व्यक्त किया। नाथ परम्परा एवं गुरु गोरखनाथ के अतुलनीय अवदान को भी उन्होंने याद किया।
स्वागत व्याख्यान प्राचार्य प्रो. रवीन्द्र कुमार ने देते हुए कहा कि भाषाई एवं साहित्यिक क्षेत्र में विश्वविद्यालय नयी पहचान निर्मित करेगा। हिंदी अध्ययन बोर्ड के संयोजक प्रो. शैलेन्द्र नाथ मिश्र ने स्नातक एवं परास्नातक स्तर के हिन्दी पाठ्यक्रम की संरचना भी कुलपति को भेंट की। हनुमान चालीसा, शक्ति साहित्य भी नए उप विषयों के रूप में पाठयक्रम में सम्मिलित किए गए।
उपस्थित सदस्यों में सर्वेश सिंह, सदस्य कार्य परिषद, प्रो. बी पी सिंह, प्रो. आर के सिंह , प्रो. पी के सिंह , आर बी सिंह बघेल, शिव शरण शुक्ला, गंगा प्रसाद शर्मा 'गुणशेखर', मीडिया प्रभारी डॉ॰ उपेंद्र कुमार सोनी, मनीष शर्मा, अच्युत शुक्ला, डॉ॰ मनोज कुमार मिश्रा, डॉ॰ हरीश कुमार शुक्ला एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
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सेवानिवृत्त शिक्षकों को दी गई विदाई
गोण्डा। 30 जून को श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के छः आचार्य सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत होने वाले आचार्यो में प्रो. शैलेन्द्र नाथ मिश्र (हिंदी), प्रो. आर बी सिंह बघेल( रक्षा एवं स्त्रातेजिक अध्ययन), प्रो. शिव शरण शुक्ल(शिक्षा), प्रो. श्रवण कुमार श्रीवास्तव (प्राणि विज्ञान), प्रो. श्याम बहादुर सिंह (शिक्षक शिक्षा), प्रो राम समुझ सिंह (समाजशास्त्र) का सम्मान महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा किया गया।
Jul 01 2025, 17:48