*आपातकाल की 50वीं बरसी पर भाजपा ने भदोही में आयोजित किया कार्यक्रम, मंत्री ए.के. शर्मा बोले – ‘यह भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय’*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।आपातकाल की 50वीं बरसी पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा मंगलवार को नगर के नेशनल इंटर कॉलेज में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय बताते हुए कांग्रेस की नीतियों की कड़ी आलोचना की।

मंत्री शर्मा ने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने भारतीय संविधान और लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। इस दिन देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कुचलते हुए आपातकाल लागू कर दिया गया, जो न केवल संविधान के मूल मूल्यों का हनन था बल्कि भारत की लोकतांत्रिक गरिमा पर भी एक काला धब्बा था।

उन्होंने कहा कि इस दौरान हजारों लोगों को बिना किसी अपराध के जेलों में ठूंसा गया, प्रेस पर सेंसरशिप लगाई गई और असहमति की हर आवाज को दबा दिया गया। मंत्री ने उन लोकतंत्र सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने अत्याचारों को सहते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। इस अवसर पर भाजपा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और स्कूली छात्रों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा के लिए सदैव जागरूक रहने का संकल्प लिया।

जीआईसी में होगी इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट की परीक्षा

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जिले में इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज ज्ञानपुर में होगी। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव माध्यमिक शिक्षा परिषद को भेज दिया है। जल्द ही परीक्षा की तिथि तय होगी। इंप्रूवमेंट में 114 और कंपार्टमेंट में 303 परीक्षार्थी शामिल होंगे।यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च तक चली। मूल्यांकन के बाद 25 अप्रैल को परिषद ने रिजल्ट जारी किया। इसमें हाईस्कूल में 30 हजार 181 छात्र-छात्राओं में 26 हजार 912 परीक्षा में शामिल हुए। 23 हजार 814 विद्यार्थी सफल और करीब तीन हजार विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए। इंटरमीडिएट में 25 हजार 967 में 23 हजार 932 परीक्षा में शामिल हुए। 21 हजार 611 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण और 2321 अनुत्तीर्ण हो गए।

परिषद की तरफ से एक विषय में अनुत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा कराई जाती है। 10 जून तक इसके लिए आवेदन लिए गए।जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि परिषद ने केंद्र निर्धारण के लिए प्रस्ताव मांगा था। जिसके लिए विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज का नाम भेजा गया है। उन्होंने बताया कि जून के अंत तक परीक्षा तिथि तय कर दी जाएगी।

सीतामढ़ी में 4 जुलाई से शुरु होगा रामायण मेला:पुलिस ने पार्किंग व्यवस्था का किया निरीक्षण, हजारों श्रद्धालुओं के आने की संभावना

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सीतामढ़ी में 4 जुलाई को होने वाले अखिल भारतीय राष्ट्रीय रामायण मेले की तैयारियां चल रही है। मेले में देशभर से हजारों श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होंगे।‌ प्रशासन भीड़ प्रबंधन को लेकर सतर्क है। कोइरौना थाना प्रभारी छोटक यादव और भदोही ट्रैफिक पुलिस की टीम ने मेला क्षेत्र का दौर किया। उन्होंने पार्किंग व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। थाना प्रभारी ने बताया कि क‌ई स्थानों को पार्किंग के लिए चिह्नित किया गया है।

पुलिस बल के साथ स्वयंसेवकों की भी तैनाती होगी। ट्रैफिक पुलिस पार्किंग स्थलों पर दिशानिर्देश बोर्ड और मार्ग संकेतक लगाएगी। वाहनों की सुरक्षा के विशेष प्रबंध होंगे। मेला क्षेत्र में अतिक्रमण और अवैध पार्किंग पर रोक रहेगी। आपात स्थिति के लिए फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और मेडिकल टीम तैनात रहेगी। मेले में भजन-कीर्तन, रामायण पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। धार्मिक प्रवचनों का भी आयोजन होगा। स्थानीय व्यापारियों की दुकानें, खान-पान के स्टाल और मनोरंजन के झूले भी लगेंगे। प्रशासन की तैयारियों को देखकर श्रद्धालुओं में उत्साह है।

बिजली के निजीकरण का विरोध:किसान मोर्चा ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, स्मार्ट मीटर और दरों में वृद्धि वापस लेने की मांग

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। किसान मोर्चा ने बिजली विभाग की कई नीतियों का विरोध किया। उन्होंने बिजली के निजीकरण को पूरी तरह गलत बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। स्मार्ट मीटर लगाने और बिजली दरों में 30 प्रतिशत की वृद्धि को भी रद्द करने की मांग रखी।

किसानों ने नलकूपों के लिए 18 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से 300 यूनिट बिजली बिना शर्त माफ करने का आग्रह किया। मोर्चा ने बिजली विभाग द्वारा अवैध रूप से वसूले गए करोड़ों रुपए को बिल में समायोजित करने की मांग भी रखी। प्रदर्शनकारियों ने बिजली कनेक्शन जोड़ने और काटने पर शुल्क लेने के निर्णय को वापस लेने की मांग की। विभाग में रिक्त पदों को शीघ्र भरने की मांग भी की गई। इस प्रदर्शन में राजाराम, शिव बहादुर, ज्वाला प्रसाद, भान सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

उपेक्षित उड़िया बाबा आश्रम की दुर्दशा:गंगा किनारे स्थित ऐतिहासिक धार्मिक स्थल की सुध लेने वाला कोई नहीं

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सीतामढ़ी में सीता समाहित स्थल और महर्षि वाल्मीकि आश्रम के विकास के उत्तर प्रदेश विभाग करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है। वहां स्ट्रीट लाइट्स, इंटरलाॅकिंग पथ और न‌ए गेट बनाए जा रहे हैं। गुलाबी पत्थरों से सजावट की जा रही है। लेकिन उड़िया बाबा आश्रम की सुध लेने कोई नहीं आता। आश्रम में रह रहे संत विकास की आस लगाए बैठे हैं। कोई भी जनप्रतिनिधि आश्रम की स्थिति देखने तक नहीं आता।

यदि पर्यटन विभाग और प्रशासन ध्यान दे तो यह आश्रम फिर से एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बन सकता है। भदोही में गंगा नदी के तट पर स्थित उड़िया बाबा आश्रम एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह आश्रम 1990 के दशक में स्थापित किया गया था।‌आश्रम में शंकर भगवान, दुर्गा माता,गंगा भैया और भैरव बाबा की प्रतिमाएं हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार,ये सभी मूर्तियां स्वयं उड़िया बाबा द्वारा निर्मित की गई थी। आश्रम की दीवारों बनी धार्मिक चित्रकलाएं बाबा की कलात्मक प्रतिभा का प्रणाम है। एक समय में यह आश्रम भक्तों का प्रमुख केंद्र हुआ करता था। लेकिन वर्तमान में आश्रम की स्थिति अत्यंत खराब है। वर्षों से आश्रम में रंग- रोगन तक नहीं हुआ है। चारों तरफ वीरानी का माहौल है।

जिला अस्पताल में बनेगा डीआईपीएच‌एल लैब, एक छत के नीचे होगी 50 जांचें

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। दो से ढाई लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाले महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में अब एक ही छत के नीचे 50 प्रकार की जांचें होंगी। अस्पताल परिसर के इमरजेंसी के पास डिस्ट्रिक्ट इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब स्थापित किया जाएगा। करीब 90 लाख की लागत से बनने वाले इस लैब के निर्माण के लिए पुरानी बिल्डिंग को तोड़ा जाएगा।

जिला अस्पताल में रोजाना 900 से 1000 की ओपीडी होती है। जिले का सबसे बड़ा अस्पताल होने के कारण हर दिन यहां पर काफी भीड़ भी होती है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को जांच के लिए निजी सेंटरों पर जाना होता है। जिससे उन्हें आर्थिक मार झेलनी पड़ती है। हालांकि मरीजों और तीमारदारों को जल्द ही इससे राहत मिलेगी। अस्पताल में करीब 90 लाख की लागत से डिस्ट्रिक्ट इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब की स्थापना को लेकर जमीन चिह्नित कर लिया गया है। अस्पताल में इमरजेंसी के बगल में पुरानी बिल्डिंग है, जो अब काफी जर्जर हो चुकी है।

अस्पताल प्रशासन उसी बिल्डिंग को ढहाकर उसी स्थान पर लैब की स्थापना करेगा। अस्पताल प्रशासन के अनुसार अगले सप्ताह से बिल्डिंग को ढहाने का कार्य शुरू हो जाएगा।

अस्पताल परिसर में इमरजेंसी के पास एक पुरानी बिल्डिंग है। उसे हटाने की प्रक्रिया चल रही है। उसी के स्थान पर डिस्ट्रिक्ट इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब बनाया जाएगा। सप्ताह भर में भवन को हटाने का काम शुरू होगा।

डॉ अजय तिवारी सीएमएस जिला अस्पताल

अब पीपीपी मॉडल पर बनेंगे ड्राइविंग टेस्टिंग

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जिले में पीपीपी मॉडल पर ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बनेगा। इसके लिए वाराणसी की एक संस्था आगे आई है। टेस्टिंग ट्रैक पर आधुनिक मशीनें होंगी। जिससे लोगों को डीएल जारी किया जाएगा। संस्था ने ज्ञानपुर में ही डेढ़ बीघे जमीन किराये पर ली है। दोपहिया, चार पहिया और बड़े वाहनों का लाइसेंस बनवाने के लिए हर रोज एआरटीओ कार्यालय पर बड़ी संख्या में आवेदक पहुंचते हैं। ड्राइविंग टेस्ट के बाद ही वाहनों को चलाने का लाइसेंस बनाने का प्रावधान है।

शासन के निर्देश पर ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक के निर्माण के लिए साल 2021 में जमीन की शुरू हुई खोज चार साल तक पूरी नहीं हो सकी। डीघ के दरवांसी, भदोही के मूंसी और पाली में जमीन चिह्नित की गई थी, लेकिन मुख्यालय से दूूरी अधिक होने और तकनीकी समस्याओं के चलते इसे निरस्त कर दिया गया। परिवहन विभाग के अनुसार, मुख्यालय से 10 किमी क्षेत्र में ही इसका निर्माण किया जाना है।

सरकारी जमीन न मिलने पर अब इसे पीपीपी मॉडल पर चलाने का निर्णय लिया गया। इसे वाराणसी की एक संस्था चलाएगी। इसके लिए वह डेढ़ बीघा जमीन लीज पर ली है। टेस्टिंग ट्रैक पर वाहन चालकों का परीक्षण कंप्यूटर करेगा। ड्राइविंग टेस्टिंग आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित ट्रैक पर की जाएगी। नई व्यवस्था में लाइसेंस बनवाने के लिए गाड़ी चलाकर दिखाना पड़ेगा। वाहन को दाएं-बाएं करने के अलावा स्पीड एवं अन्य उपकरणों को ऑपरेट करने में अभ्यर्थी कितने दक्ष हैं, यह कंप्यूटर ही बताएगा।

इतनी जमीन की है जरूरत

नई व्यवस्था में कार्यालय भवन निर्माण के लिए 4000 वर्ग मीटर, ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक के निर्माण के लिए 1025.18 वर्ग मीटर एवं फिटनेस पिट निर्माण के लिए 308 वर्ग मीटर जमीन चाहिए। इस प्रकार कुल 5333.18 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता है, लेकिन सरकारी जमीन नहीं मिल सकी।

चार साल पूर्व से ही टेस्टिंग ट्रैक के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। अभी तक वह नहीं मिल सकी है। अब पीपीपी मॉडल से चलाने का निर्णय लिया गया है। वाराणसी की एक संस्था इसके लिए आगे आई है। अभी भूमि चयन समेत अन्य प्रक्रिया चल रही है। - राम सिंह, एआरटीओ।

भदोही में ओवरब्रिज पर सुरक्षा के लिए लगाई सेफ्टी जाली:पिछले साल हुई थी दो युवकों की मौत

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। भदोही में अहमदगंज गजिया ओवरब्रिज पर सुरक्षा जाली लगाने का काम शुरू हो गया है। नगर पालिका परिषद द्वारा यह कार्य रात के समय किया जा रहा है। इससे यातायात में कोई बाधा नहीं आएगी। पिछले साल इस ओवरब्रिज पर एक दुर्घटना में दो युवक की मौत हुई थी। दूसरे युवक की मृत्यु ओवरब्रिज से नीचे गिरने से हुई थी।

इस घटना के बाद से नगरवासी सेफ्टी जाली लगाने की मांग कर रहे थे। नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष नरगिस अतहर और अधिशासी अधिकारी धर्मराज सिंह ने स्थल का निरीक्षण किया गया था।इसके बाद सेफ्टी जाली लगाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। शासन ने प्रस्ताव को मंजूरी देकर धन भी जारी कर दिया। नरगिस अतहर ने बताया कि सेफ्टी जाली का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा है। विशेष रुप से पैदल चलने वाले लोगों को दुर्घटनाओं से बचाना है। जल्द ही इस कार्य को पूरा कर फाइबर शीट के पैनल भी लगा दिए जाएंगे।

*भदोही में अनियंत्रित ट्रेलर डिवाइडर तोड़कर दूसरे लेने में पहुंची भिंडी टेलर से चालक गंभीर रुप से हुआ घायल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के घनश्याम दासपुर महावीर मंदिर स्थित अंडरपास के ऊपर अनियंत्रित ट्रेलर डिवाइडर तोड़कर दूसरे लेन में घुसी दूसरी तरफ से जा रही टेलर को मारी जोरदार टक्कर, चालक गंभीर रूप से हुआ घायल। घटना के बारे में बताया जाता है प्रयागराज से वाराणसी की तरफ यूरिया लेकर चालक सुभाष सिंह 50 वर्ष पुत्र विक्रम सिंह निवासी सरावत थाना सिसवन सीवान बिहार वाराणसी की तरफ जा रहा था जैसे ही टेलर घनश्यामदासपुर महावीर मंदिर के सामने अंडरपास के ऊपर पहुंचा ही था टेलर अनियंत्रित हो गई और वाराणसी से प्रयागराज की तरफ कोयला लेकर जा रही टेलर में डिवाइडर तोड़कर जा भिड़ी, जिस दौरान जहां दूसरा ट्रेलर मार्ग पर पलट गया वही धक्का मारने वाले

टेलर का चालक सुभाष सिंह बुरी तरह से चालक केबिन में फस गया। सूचना पर पहुंची पीआरबी पुलिस तथा स्थानीय लोगों के सहयोग से काफी मशक्कत के बाद चालक को केबिन से बाहर निकाल लिया गया और उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां चालक की गंभीर स्थिति देखते हुए उसे ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग के अंडरपास के ऊपर हुई दुर्घटना के बाद लगभग 1 घंटे तक आवागमन भी पूरी तरह से बाधित रहा।

50 से कम छात्र वाले विद्यालय होंगे समायोजित

नितेश श्रीवास्तव,भदोही ‌।जिले में 50 से कम छात्र संख्या वाले परिषदीय स्कूलों का जल्द ही निकटवर्ती स्कूलों में विलय या समायोजित किया जाएगा। शासन ने इसका आदेश जारी कर दिया है। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार का पत्र आने पर बेसिक शिक्षा विभाग इसे प्रभावी बनाने में जुट गया है। बीएसए ने ऐसे विद्यालयों की सूची खंड शिक्षा अधिकारियों से मांगी है।

2024 में कुल 16 विद्यालय चिन्हित हुए थे, लेकिन 2025 में उसमें कई का नामांकन प्रतिशत बढ़ गया है। अब नए सिरे से विद्यालय की सूची आने पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। जिले में कुल 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इसमें 1.47 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए पांच हजार के करीब शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र तैनात हैं।

अप्रैल में नया शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद से ही बच्चों के नामांकन को बढ़ाने पर जोर दिया गया। इसके लिए स्कूल चलो अभियान चलाया गया। जुलाई में दूसरे चरण में अभियान चलाकर बच्चों का नामांकन किया जाएगा, हालांकि कई विद्यालय ऐसे हैं, जहां नामांकन की स्थिति ठीक नहीं है। शासन ने अब ऐसे विद्यालयों को पास के विद्यालय में विलय करने की कवायद शुरू की है। शासन की मंशा है कि इससे विद्यालयीय शिक्षा व्यवस्था में नवाचार एवं सुधार की संभावनाएं बढ़ेंगी। विद्यालयों में भवन, कक्षा-कक्ष, आईसीटी उपकरण, शैक्षणिक सामग्री आदि का साझा उपयोग कर शिक्षा को अधिक प्रभावशाली एवं विद्यार्थी केंद्रित बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही हर कक्षा के लिए एक शिक्षक की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।

इससे समय सारिणी का आदर्श पालन भी संभव होगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया है कि स्कूलों के विलय से प्रशासनिक अनुश्रवण बेहतर होगा। संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास और आईसीटी लैब स्थापना के लिए केंद्र सरकार द्वारा नामांकन आधारित मंजूरी भी दी जा रही है।

जिले में 50 से कम बच्चों का नामांकन करने वाले विद्यालय को चिन्हित किया जाना है। इसके लिए बीईओ को निर्देश दिया गया है। यह शासन की बड़ी पहल है। इससे परिषदीय स्कूलों की शिक्षा में सुधार होगा। वहीं, बच्चों को भी लाभ होगा। - विकास चौधरी, प्रभारी बीएसए।