शाइन सिटी घोटाला: एक और चार्जशीट दाखिल करेगी ईडी

* इससे पहले छह चार्जशीटें शाइन सिटी और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ हो चुकी हैं दाखिल

लखनऊ। बहुचर्चित शाइन सिटी निवेश घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब एक और चार्जशीट दाखिल करने जा रही है। कंपनी के मुखिया राशिद नसीम और उसके सहयोगियों पर पहले से ही कई गंभीर आरोप हैं। इससे पहले छह चार्जशीटें शाइन सिटी और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ दाखिल हो चुकी हैं।

ईडी की आगामी चार्जशीट में राशिद नसीम के परिजनों के नाम भी शामिल किए जा सकते हैं। जांच में सामने आया है कि नसीम ने लाखों लोगों की गाढ़ी कमाई से दिल्ली, नोएडा और मुंबई जैसे शहरों में परिवारजनों के नाम पर संपत्तियां खरीदी हैं।

अब तक 543 एफआईआर शाइन सिटी और इसके अधिकारियों के खिलाफ दर्ज की जा चुकी हैं। ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि राशिद नसीम ने आम निवेशकों से अरबों रुपये की ठगी कर देश-विदेश में संपत्ति बनाई और फिर फरार हो गया। प्रवर्तन निदेशालय ने अब तक कई बैंक खातों और संपत्तियों को फ्रीज भी किया है, लेकिन मुख्य आरोपी अब तक पकड़ से बाहर है। जल्द ही नई चार्जशीट दाखिल कर उसे इंटरपोल के जरिए पकड़ने की प्रक्रिया तेज की जा सकती है।

निलंबित आईएएस अभिषेक प्रकाश पर बढ़ीं मुश्किलें, एसआईटी ने मांगी जांच की अनुमति

लखनऊ। सौर ऊर्जा उपकरण बनाने वाली एक कंपनी से कमीशन मांगने के आरोप में निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। इस मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उनके खिलाफ विवेचना शुरू करने की अनुमति मांगी है। एसआईटी ने इस संबंध में गृह विभाग को आधिकारिक पत्र भेजा है।

जानकारी के अनुसार, एक कंपनी के प्रतिनिधि के बयान में अभिषेक प्रकाश का नाम सामने आया था। आरोप है कि जब वह पद पर थे, तब उन्होंने सौर ऊर्जा से जुड़ी एक फर्म से अनुचित लाभ की मांग की थी। मामले में पूर्व में दर्ज शिकायत और बयानों के आधार पर अब एसआईटी ने कानूनी कार्यवाही की दिशा में कदम बढ़ाते हुए औपचारिक जांच के लिए सरकार से मंजूरी मांगी है।

गौरतलब है कि अभिषेक प्रकाश पहले भी कई विवादों में रह चुके हैं और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते उन्हें निलंबित किया गया था। अब एसआईटी द्वारा उनके खिलाफ जांच शुरू करने की प्रक्रिया से यह स्पष्ट है कि मामला गंभीर होता जा रहा है।

सरकार की अनुमति मिलते ही एसआईटी उनके खिलाफ विवेचना आरंभ कर सकती है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रशासनिक हलकों में हलचल है।

लखनऊ से दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की दो उड़ानें 25 दिन के लिए रद्द

* एयरलाइन ने टिकट बुक करा चुके यात्रियों को रिफंड और बाद में यात्रा करने का भी दिया विकल्प

लखनऊ। एयर इंडिया ने लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली अपनी दो प्रमुख उड़ानों को आगामी 25 दिनों के लिए रद्द कर दिया है। फ्लाइट कैंसिलेशन की यह सूचना यात्रियों के लिए असुविधाजनक रही, लेकिन एयरलाइन ने टिकट बुक करा चुके यात्रियों को रिफंड और बाद में यात्रा करने का विकल्प भी दिया है।

एयर इंडिया ने उड़ानों के रद्द होने की वजह “ऑपरेशनल कारण” बताया है। हालांकि, माना जा रहा है कि हाल ही में अहमदाबाद में एयर इंडिया से जुड़ी एक तकनीकी घटना के बाद कई उड़ानों पर इसका असर पड़ा है। एयर इंडिया की ओर से लखनऊ से जुड़ी 13 से अधिक फ्लाइटें हाल के दिनों में अचानक रद्द की गई हैं।

यात्रियों को इस निर्णय की जानकारी ईमेल और SMS के माध्यम से दी जा रही है। उड़ानों की बहाली को लेकर अभी कोई स्पष्ट तारीख घोषित नहीं की गई है। नियमित रूप से दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों, खासकर व्यावसायिक यात्रियों में इस फैसले को लेकर असंतोष देखा जा रहा है।

उप्र : आरटीई के तहत प्रवेश में स्कूलों की लापरवाही उजागर, 6 लाख में सिर्फ 1.30 लाख बच्चों को मिला दाखिला

लखनऊ। प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE) के तहत वंचित वर्ग के बच्चों को दाखिला देने में निजी स्कूलों की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। सत्र 2025-26 के लिए आए 6 लाख से अधिक आवेदन में से अब तक केवल 1.30 लाख बच्चों को ही प्रवेश मिल पाया है। यह आंकड़ा कुल सीटों का महज 22 प्रतिशत है, जो चिंता का विषय बन गया है।

राज्य के 26 जिलों में 30 प्रतिशत से अधिक सीटें अभी भी खाली हैं। खासतौर पर मुरादाबाद में 67 प्रतिशत, कानपुर में 52 प्रतिशत, मेरठ में 47 प्रतिशत, गाजियाबाद में 48 प्रतिशत, कन्नौज में 41 प्रतिशत, गोरखपुर में 38 प्रतिशत, नोएडा में 37 प्रतिशत, कानपुर देहात व वाराणसी में 35 प्रतिशत और अयोध्या व बलिया में 34 प्रतिशत सीटें रिक्त हैं। इन जिलों के बीएसए (जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी) से सरकार ने स्पष्टीकरण मांगा है। इसके विपरीत, कुछ जिलों ने बेहतर प्रदर्शन भी किया है। गोंडा में 94 प्रतिशत, फिरोजाबाद में 93 प्रतिशत, प्रतापगढ़ और ललितपुर में 92 प्रतिशत, श्रावस्ती और हरदोई में 91प्रतिशत बच्चों को सफलतापूर्वक प्रवेश दिया गया है।

आरटीई के तहत निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें वंचित वर्गों के लिए आरक्षित होती हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि कई स्कूल इस कानून का पालन करने से बच रहे हैं। सरकार अब जिलों से स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट मांग रही है और लापरवाह स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है।

हजरतगंज पुलिस का सराहनीय कार्य: लापता बच्चे को सुरक्षित पहुंचाया घर

लखनऊ। हजरतगंज क्षेत्र में शनिवार को एक मासूम बच्चा बस स्टॉप पर अपने परिवार से बिछड़ गया। बच्चे को रोता देख भाजपा कार्यकर्ता नरेंद्र चंद्रा ने इंसानियत का परिचय देते हुए उसे तत्काल लालबाग पुलिस चौकी पहुंचाया।

चौकी इंचार्ज ने बच्चे को पहले प्यार से चुप कराया और फिर उसकी बातों से उसके पिता का नाम और गांव की जानकारी जुटाई। बच्चे की बातें समझकर पुलिस ने गांव और संबंधित जिले की जानकारी हासिल की। तत्पश्चात पुलिस ने संबंधित ग्राम प्रधान से संपर्क किया और बच्चे के परिजनों तक सूचना पहुंचाई।

कुछ ही देर में बच्चे के परिवारजन पुलिस चौकी पहुंचे और अपने लापता बच्चे को सकुशल देखकर भावुक हो उठे। पुलिस ने औपचारिक प्रक्रिया पूरी कर बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। बच्चे को सुरक्षित पाकर परिजनों ने हजरतगंज पुलिस और भाजपा कार्यकर्ता नरेंद्र चंद्रा का आभार जताया। इस मानवीय कार्य के लिए क्षेत्र में पुलिस की प्रशंसा हो रही है।

महिलाएं विकसित भारत की आधारशिला हैं : शरत चंद्र पाढ़ी

रेलवे परिसर में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल, 20 को मिला कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रमाणपत्र

भारत सरकार के जन शिक्षण संस्थान ने रेलवे सुरक्षा बल की महिलाओं को बनाया हुनरमंद

लखनऊ। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार के जन शिक्षण संस्थान, गोमती नगर, लखनऊ द्वारा रेलवे सुरक्षा बल के महिला परिजनों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से असिस्टेंट कंप्यूटर ऑपरेटर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण रेलवे सुरक्षा विशेष बल, तृतीय वाहिनी परिसर में संपन्न हुआ, जिसके समापन अवसर पर रेलवे सुरक्षा बल के अपर महानिदेशक शरत चंद्र पाढ़ी ने 20 महिलाओं और किशोरियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए।

समारोह में पाढ़ी ने कहा कि महिलाएं विकसित भारत की आधारशिला हैं और यदि वे अपनी प्रतिभा को पहचानकर सरकार द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लें, तो वे आत्मनिर्भर बन सकती हैं। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे निरंतर अपने कौशल का विकास करें।

रेलवे सुरक्षा विशेष बल के महानिरीक्षक सुमति शांडिल्य ने कहा कि कंप्यूटर प्रशिक्षण इन महिलाओं के लिए एक नई दिशा खोलेगा और उनके आत्मविश्वास के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा। मॉडर्न कोच फैक्ट्री, रायबरेली के महानिरीक्षक रमेश चंद्र ने भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।

जन शिक्षण संस्थान के निदेशक अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार के पाठ्यक्रम के अनुसार महिलाओं को 360 घंटे का कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया गया, जो आय सृजन में सहायक सिद्ध होगा। पूर्व में संस्थान द्वारा असिस्टेंट ड्रेस मेकर, ब्यूटी केयर असिस्टेंट और चिकनकारी जैसे क्षेत्रों में 60 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

कार्यक्रम का संचालन एन. एन. चौबे और पन्नालाल ने किया। इस अवसर पर रेलवे सुरक्षा बल के कई अधिकारी एवं सुरक्षाकर्मी मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी

लखनऊ। प्रदेश में पिछले तीन दिनों से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। शनिवार देर रात लखनऊ में हल्की बारिश हुई और रविवार सुबह से ही आसमान में घने काले बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। शनिवार को दक्षिणी उत्तर प्रदेश में जमकर बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया। सोनभद्र में सर्वाधिक 136 मिमी और श्रावस्ती में 110.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को पूरे प्रदेश में औसतन 5.6 मिमी बारिश हुई, जबकि रविवार को इससे अधिक बारिश की संभावना है। 1 से 21 जून के बीच प्रदेश में कुल 50.5 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य से 11 प्रतिशत अधिक है।

लखीमपुर खीरी, झांसी, महोबा, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, ललितपुर सहित कई जिलों में बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, मेरठ, गाजियाबाद, आगरा समेत कई अन्य जिलों में भी भारी वर्षा और वज्रपात की संभावना जताई गई है।

भारतीय मौसम विभाग ने 26 जून तक जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत 30 राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा दक्षिण भारत, पूर्वोत्तर और तटीय राज्यों में भी 27 जून तक गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।

लखनऊ के बीबीडी विश्वविद्यालय में फर्जीवाड़ा: सहायक अकाउंटेंट गिरफ्तार, छात्रों को थमाई फर्जी रसीदें

लखनऊ। राजधानी के प्रतिष्ठित बाबू बनारसी दास यूनिवर्सिटी ( बीबीडी ) में एक बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है। विश्वविद्यालय के सहायक अकाउंटेंट अनुपम शुक्ला को छात्रों से लाखों रुपये की ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

घटना का खुलासा तब हुआ जब बस्ती निवासी छात्र अमन सिंह ने कॉलेज में जमा फीस की पावती दिखाते हुए जब कन्फर्मेशन मांगा, तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसी किसी ट्रांजैक्शन की जानकारी से इनकार कर दिया। छात्र को आरटीजीएस की जो रसीद दी गई थी, वह पूरी तरह फर्जी निकली।

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सहायक अकाउंटेंट अनुपम शुक्ला छात्रों से नकद या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के नाम पर मोटी रकम वसूलता था और बदले में फर्जी रसीद थमा देता था। कॉलेज रिकॉर्ड में ये ट्रांजैक्शन दर्ज नहीं होते थे, जिससे छात्रों को दोबारा फीस भरने की नौबत आ जाती थी। अमन सिंह से ₹60,000 की ठगी की पुष्टि के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीजीआई थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी अनुपम शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया।

थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही अन्य छात्रों से भी ऐसे ही फर्जीवाड़े की आशंका है। पुलिस अब आरोपी के मोबाइल, बैंक खातों और डिजिटल दस्तावेजों की जांच कर रही है। यह भी संदेह है कि इस घोटाले में अन्य कर्मचारी या बाहरी लोग भी शामिल हो सकते हैं। मामले की गहन जांच जारी है।

लखनऊ में विदेशी सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, प्लास्टिक सर्जरी से बदले जा रहे थे चेहरे

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में चल रहे एक विदेशी सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। एफआरआरओ (Foreigners Regional Registration Office) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त छापेमारी में ओमेक्स हजरतगंज की पांचवीं मंजिल स्थित फ्लैट नंबर 527 से दो विदेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। ये महिलाएं बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत में रह रही थीं।

पुलिस पूछताछ में महिलाओं ने खुद को उज़्बेकिस्तान का नागरिक बताया। उन्होंने कबूला कि उनके पास यात्रा संबंधी कोई वैध दस्तावेज नहीं हैं और वे करीब दो वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रही हैं। महिलाओं ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि लखनऊ के एक नामी डॉक्टर विवेक गुप्ता ने उनकी प्लास्टिक सर्जरी की थी, जिससे उनके चेहरे की पहचान पूरी तरह बदल गई। इस कारण वे विदेशी नहीं लगती थीं और आसानी से भारत में छिपकर रह रही थीं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि इन महिलाओं को फ्लैट दिलाने में त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा ने मदद की थी, जो खुद को पत्रकार बताता है। पुलिस को संदेह है कि अर्जुन और डॉक्टर विवेक दोनों इस गिरोह का हिस्सा हैं।

इस रैकेट की मास्टरमाइंड लोयोला नाम की महिला बताई जा रही है, जो उज़्बेकिस्तान की रहने वाली है और वहां की सरकार ने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया हुआ है। लोयोला अब लखनऊ में अर्जुन राणा से शादी कर यहां छिपकर रह रही थी। पुलिस ने बताया कि पूरे गिरोह के खिलाफ विदेशी अधिनियम व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और सभी कोणों से जांच जारी है।

पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने पुलिस कर्मियों संग किया योग

लखनऊ । ग्यारहवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार सुबह गोमतीनगर स्थित उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के प्रांगण में सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारत सरकार द्वारा निर्धारित थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” के अनुरूप इस कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, श्री राजीव कृष्ण के नेतृत्व में मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों, विभिन्न इकाइयों के पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकारी हुए सम्मानित

योगाभ्यास के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिस अधिकारियों को डीजीपी ने सम्मानित किया। इसमें राजकुमार, अपर पुलिस महानिदेशक लॉजिस्टिक को प्रथम स्थान, श्रीचन्द्र प्रकाश, पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण को द्वितीय स्थान तथा पूणेन्दु सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस महानिदेशक के स्टाफ अफसर को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। तीनों अधिकारियों को पुलिस महानिदेशक द्वारा विशिष्ट प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए गए।

योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की प्रेरणा दी

कार्यक्रम के दौरान डीजीपी ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पुलिस कर्मियों को योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि योग न केवल शरीर को निरोगी बनाता है बल्कि मानसिक शांति और आत्म-संतुलन का भी माध्यम है। पुलिस मुख्यालय का यह आयोजन पुलिस बल में स्वास्थ्य और आत्मिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रहा।