देवघर- डीएवी सातर में शिक्षकों के लिए दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्घाटन।
देवघर:गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल,भण्डारकोला में झारखंड जोन-एच के शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय के प्राचार्य सह झारखंड जोन एच के क्लस्टर हेड बलराम कुमार झा, पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित।
डीएवी ऊर्जानगर के प्राचार्य एस के श्रीवास्तव, बीएनएस डीएवी जूनियर के प्राचार्य योगेश्वर शर्मा, बिरसा मुंडा डीएवी बुंडू के प्राचार्य तन्मय बनर्जी, एसआरके डीएवी सरिया के प्राचार्य आर के सिंह, टाटा डीएवी चैनपुर के प्राचार्य तारकेश्वर कुमार ,डीएवी महेशपुर के प्राचार्य इस के मिश्रा और एस पी माइंस चित्रा के प्राचार्य राघवेंद्र तिवारी, सीसीएल डीएवी के प्राचार्य ओ पी गोयल, डीएवी पाकुड़ के प्राचार्य डॉ विश्वदीप चक्रवर्ती, डीएवी कोडरमा के प्राचार्य के के सिंह, डीएवी जामताड़ा के प्राचार्य डॉ विजय कुमार और कास्टर टाउन डीएवी के प्राचार्य दिलीप कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।
डीएवी में हरेक शैक्षणिक सत्र में दो बार, डीएवी सेंटर ऑफ एकेडमिक एक्सीलेंस के तत्वावधान में और सहायक क्षेत्रीय अधिकारी डीएवी, झारखंड जोन-एच के संरक्षण में इस तरह की कार्यशाला आयोजित की जाती है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों के बीच राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं सीबीएसई के गाइडलाइन के अनुरूप बच्चों में शिक्षा का संचार करना है।इसमें विद्यालय के शिक्षकों द्वारा नई तकनीक का प्रयोग कर एवं खेल विधि का अनुसरण कर शैक्षणिक गतिविधियों को आगे बढ़ाना है।
कार्यक्रम में कई शिक्षकों ने खेल विधि के द्वारा कई गतिविधियां भी प्रस्तुत की ।झारखंड जोन-एच के सभी विद्यालयों के हिंदी, अंग्रेजी, गणित, भौतिक विज्ञान,जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, एकाउंटेंसी, बिजनेस स्ट्डीज,फिजिकल एजुकेशन,संस्कृत, कंप्यूटर, दृश्य कला एवं प्रदर्शन कला और लाइब्रेरी साइंस के 488 शिक्षक इस कार्यशाला में भाग ले रहे हैं। अपने स्वागत भाषण में प्राचार्य सह झारखंड जोन एच के क्लस्टर हेड बलराम कुमार झा ने कहा कि क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्देश्य सभी स्तरों पर पढ़ाने वाले शिक्षकों की विशेषज्ञता, शिक्षण योग्यता और दक्षताओं को बढ़ाना है।उन्होंने शिक्षकों को प्रशिक्षण प्राप्त कर इसका सीधा लाभ अपने शिक्षण कौशल वर्धन में लगाने की अपील की।उन्होंने शिक्षा से सहयोगात्मक रवैया अपनाने की अपील की न की प्रतिद्वंदात्मक।डीएवी सीएमसी, नई दिल्ली के अध्यक्ष पद्मश्री पूनम सूरी जी, निदेशक पीएस डॉ वीर सिंह, निदेशक एकेडमिक डॉ. निशा पेसिन, और एआरओ, झारखंड जोन एच, डॉ प्रबीर हाजरा को उन्होंने इस तरह के कार्यक्रम के लिए धन्यवाद भी दिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक शिक्षिकाओं के अलावा शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की अहम भूमिका रही।
Jun 16 2025, 12:45