औरंगाबाद में आर्केस्ट्रा डांसर ने की आत्महत्या, बेटे को मनाकर दूसरे कमरे में सुलाया और फंदे से झूल गयी

,औरंगाबाद शहर के महुआ शहीद मुहल्ला में एक 29 वर्षीय आर्केस्ट्रा डांसर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतका की पहचान रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन निवासी दर्पण पासवान की पत्नी नेहा सिंह के रूप में हुई है. घटना रविवार की अहले सुबह की बतायी जा रही है. पति से फोन पर विवाद के बाद फांसी से शव लटका हुआ मिला. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

पति व 10 वर्षीय पुत्र के साथ रहती थी डांसर

पता चला कि नेहा सिंह पिछले तीन वर्षों से महुआ शहीद मुहल्ला में बाबूलाल प्रसाद के मकान में किराए पर रूम लेकर रहती थी. वह अपने पति व 10 वर्षीय पुत्र शिवांश और आर्केस्ट्रा में काम करने वाली अन्य लड़कियों के साथ रहती थी. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि नेहा मुख्य रूप से दिल्ली की रहनेवाली थी. छह वर्ष पूर्व वह अपने पहले पति को छोड़कर पुत्र शिवांश के साथ औरंगाबाद आर्केस्ट्रा में काम करने आई थी.

बिहार आकर की थी दूसरी शादी

रोहतास जिले के डेहरी में एक कार्यक्रम के दौरान नेहा की मुलाकात दर्पण से हुई. इसके बाद दोनों एक दूसरे के करीब हुए. धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे. दोनों ने अपनी रजामंदी में एक मंदिर में विवाह रचा ली. इसके बाद दर्पण भी उसका कार्यक्रम में सहयोग किया करता था.

पति से होता रहता था विवाद, देती रही सुसाइड की धमकी

शादी के बाद कुछ दिनों तक ठीक ठाक चला. इसके बाद दोनों अक्सर छोटी-छोटी घरेलू बातों को लेकर झगड़ा करते रहते थे. पूर्व में भी नेहा अपने पति को बात-बात में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात कहती थी. शनिवार की रात झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत हरिहरगंज में एक जन्मदिन समारोह में आर्केस्ट्रा का कार्यक्रम था. फिलहाल उसका पति दर्पण घर पर नहीं था. वह किसी आवश्यक कार्य को लेकर डिहरी चला गया था. पता चला कि दर्पण के बड़े भाई के ससुर की मौत हो गयी थी तो वह शोकाकुल परिजनों से मुलाकात करने गया था.

झारखंड से कार्यक्रम करके लौटी, पति से विवाद के बाद दे दी जान

शनिवार की रात हरिहरगंज में प्रोग्राम समाप्त होने के बाद नेहा अपनी टीम के साथ औरंगाबाद पहुंची. पता चला कि इस दौरान उसका पति के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ. इसके बाद उसने आत्महत्या करने की बात कही थी. इसके बाद उसका बेटा शिवांश ने नेहा के साथ सोने की जिद किया, लेकिन नेहा ने उसे बगल में मौसी रौशनी के साथ उसके कमरे में सोने को कहा. इसके बाद नेहा ने शिवांश को कुछ नहीं करने का आश्वासन देकर रौशनी के कमरे में सुला दिया. इसी दौरान उसने पंखे की कुंडी के सहारे दुपट्टा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

बेटे ने देखा, फंदे से झूल रही थी मां

जब सुबह दर्पण ने नेहा को फोन पर कॉल किया तो उसने कॉल नही उठाया. इसके बाद दर्पण ने रौशनी के मोबाइल पर कॉल किया और नेहा का हाल देखने को कहा. जब डांसर के बेटे शिवांश ने नेहा के कमरे में देखा तो उसकी मां फांसी के फंदे से झूल रही थी. इसके बाद वह चीखने-चिल्लाने लगा. चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई.

पुलिस छानबीन में जुटी

सूचना पर नगर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और फंदे से झूल रही नेहा को नीचे उतारा. सूचना मिलने के लगभग एक घंटे बाद मृतका का पति दर्पण भी वहां पहुंचा. नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस की टीम वहां पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई. इसके बाद परिजनों से जरूरी पूछताछ के उपरांत शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.

मृतका के बेटे ने क्या बताया…

मृतका का पुत्र शिवांश ने बताया कि मृतका नेहा की पहली शादी दिल्ली में ही हुई थी. दर्पण आर्केस्ट्रा ग्रुप के ऑर्गेनाइजर का काम करता था. दोनों का अक्सर एक साथ कार्यक्रम में आना जाना होता था. इस दौरान उनकी नजदीकियां बढ़ती गई और छह साल पहले नेहा ने अपने पति को छोड़कर दर्पण के साथ दूसरी शादी रचा ली. पहले पति को छोड़ने के बाद अपने पुत्र शिवांश को अपने साथ लेकर डेहरी आ गई. इसके बाद दर्पण ने उसके नाम से नेहा एंटरटेनमेंट ग्रुप बनाया और औरंगाबाद में किराए के मकान में रहने लगा. कार्यक्रम के लिए बंगाल तथा अन्य जगहों से दूसरी लड़कियों को बुला कर रखता था. पति-पत्नी मिलकर शादी, पार्टी तथा अन्य समारोह के लिए आर्केस्ट्रा का बुकिंग करते थे

पति से क्यों होता था विवाद?

नेहा खुद डांसर थी, इसलिए कई डांसर से उसका संपर्क था. उसका पति दर्पण भी काफी दिनों से फील्ड में काम कर रहा था. इसलिए उसकी भी कई कलाकारों से जान पहचान थी. कार्यक्रम के सिलसिले में अक्सर उसकी दूसरी लड़कियों के साथ बातचीत होता था, जो नेहा को पसंद नही था. इसी बात को लेकर दोनों के बीच हमेशा विवाद और मारपीट होता था. मृतका के पुत्र ने बताया कि नेहा अक्सर शराब के नशे में अपने पति के साथ झगड़ा करती थी और फांसी लगाकर आत्महत्या करने की धमकी देती थी.

औरंगाबाद से धिरेन्द्र पाण्डेय

ओबरा पुलिस ने एक अवैध देसी कट्टा के साथ अभियुक्त को किया गिरफ्तार,

ओबरा (औरंगाबाद) ओबरा पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार को जम्होर थाना क्षेत्र के चित्रगोपी गांव में छापेमारी कर पूर्व आर्म्स एक्ट के फरार अभियुक्त को एक देसी कट्टा के साथ गिरफ्तार किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुमार ऋषि राज ने बताया कि आसूचना के आधार पर जम्होर थाना क्षेत्र के चित्रगोपी गांव निवासी भोला सिंह के 28 वर्षीय पुत्र छोटू कुमार को एक अवैध देसी कट्टा के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उन्होंने कहा कि यह युवक कांड संख्या 130/25 

आर्म्स एक्ट का अभियुक्त है और दो माह से फरार चल रहा था।इसके प्रति पुलिस की पैनी निगाह रखी जा रही थी।ओबरा थाना अध्यक्ष नितीश कुमार को गुप्त सूचना मिली और त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी टीम गठित की। जिसमें फरार अभियुक्त को घर से गिरफ्तार कर थाना लाया। छापेमारी टीम में शामिल पीटीसी दीपक कुमार एवं अन्य पुलिस बल शामिल थे।

औरंगाबाद से धिरेन्द्र पाण्डेय

62800 रुपये का जाली नोट पुलिस ने किया बरामद। आरोपी गिरफ्तार ,टेपों जब्त।

औरंगाबाद रफीगंज पुलिस ने डाकबंगला के पास से एक टेपो से 62800 रुपए का जाली नोट बरामद किया गया है। साथ ही आरोपी को गिरफ्तार कर,टेपो को जब्त किया गया। थानाध्यक्ष शम्भू कुमार ने बताया कि सूचना मिली कि जाली नोट लेकर टेपो BR-26PA 1668 से जाली नोट का खेप लेकर चालक कौआ खाप गांव निवासी चंद्रदीप यादव के पुत्र विनोद कुमार रफीगंज लेकर आने वाला है।

रफीगंज के बाजार में किसी को देने वाला है। टीम गठित कर एस आई कन्हैया कुमार, एस आई उमेश कुमार, ए एस आई बबनचीत कुमार अपने दल बल के साथ डाकबंगला तीन मुहान पर उक्त टेपों का खोजबीन करने लगे। छापामारी टीम के द्वारा घेराबंदी कर वाहन सहित चालक को पकडाया गया। जिसे नाम पता पुछा गया। निगरानी में लेते हुए वाहन का विधिवत तलाशी ली गई तो चालक सीट के पिछे वाली सीट के निचे छुपाकर रखे हुए एक प्लास्टीक में पैक किया हुआ दिखा गया। जिसे विडियोग्राफी करते हुए पैकिंग किया वस्तु को खोला तो 100 रूपया का जाली नोट- 240 पीस,

एवं 200 रूपया का जाली नोट-194 पीस कुल-62,800 रूपया का जाली नोट तथा मोबाइल बरामद हुआ, जाली नोट रखने व मार्केट में चलाने के आरोप में चालक विनोद कुमार को विधिवत गिरफ्तार किया गया। जप्त टैम्पू एवं जाली नोट के साथ गिरफ्तार विनोद कुमार को लेकर छापामारी दल के साथ थाना लाया गया। एस आई महेश कुमार के बयान पर अवैध रूप से जाली नोट रखने में बाजार में चलाने के आरोप में सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई।

औरंगाबाद से धिरेन्द्र पाण्डेय

औरंगाबाद में 28 सालों से फरार नक्सली गिरफ्तारः सार्वजनिक शांति को भंग करने का था आरोप, कोर्ट ने जारी किया था वारंट

औरंगाबाद के बंदेया थाना की पुलिस ने 28 सालों से फरार चल रहे हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया नक्सली कामेश्वर यादव गोह प्रखंड के बंदेया थाना क्षेत्र के बेला बारिश गांव का रहने वाला है।

पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया है। जानकारी दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषि राज ने शनिवार को दाउदनगर अनुमंडल पुलिस कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित कर दी है। एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कामेश्वर यादव के खिलाफ बंदेया समेत - अलग-अलग थाना में मामले दर्ज हैं। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। लेकिन वह हर बार बच निकलता था। इस बार सटीक सूचना पर छापेमारी कर उसे दबोचा गया है।

साल 1999 में उसके खिलाफ थाना में 17 सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया था। ये एक्ट समाज की शांति भंग करने के लिए लगाया जाता है। मामला दर्ज होने के बाद से वह लगातार फरार चल रहा था। 3 साल बाद उसके खिलाफ कोर्ट से स्थायी वारंट निर्गत किया गया था। जिसमें वह फरार चल रहा था।

नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी

एसपी अंबरीश राहुल के निर्देश पर जिले को अपराध मुक्त और नक्सल मुक्त बनाने को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जंगली इलाके में सर्च ऑपरेशन के साथ-साथ फरार चल रहे नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। कोबरा और एसटीएफ जवानों को भी लगाया गया है। एक दिन पहले भी पुलिस ने गया के सलैया थाना क्षेत्र अंतर्गत निमिया रेहड़ा गांव में छापेमारी कर हार्डकोर नक्सली अखिलेश भुइयां को गिरफ्तार किया था।

केन बम को जंगल में किया ध्वस्त

दूसरे दिन कामेश्वर यादव को गिरफ्तार किया गया है। इसके पहले भी सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान कैन बम, आईडी और अन्य सामान बरामद कर उन्हें जंगल में ही विनष्ट कर दिया गया। एसपी ने बताया कि नक्सलियों के खात्मे तक पुलिस का अभियान री रहेगा। आवश्यक कार्रवाई और पूछताछ के बाद पकड़े गए नक्सली को रिमांड के लिए कोर्ट भेज दिया गया है।

आयुष ने नीट परीक्षा में लहराया परचम 99.779 अंक किया हासिल,जिले में खुशी की लहर

,औरंगाबाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी(एनटीए) ने शनिवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा(नीट यूजी 2025) के परिणामों की घोषणा कर दी है। घोषित परिणाम में बिहार के औरंगाबाद सदर प्रखंड के बैजनाथ बिगहा निवासी आयुष कुमार ने 99.779 परसेंटाइल अंक हासिल किया है। उसने ऑल इंडिया जेनरल कैटेगरी में 5042वां और ओबीसी कैटेगरी में 1969वां रैंक लाया है। आयुष की उपलब्धि से उसके परिवार ने खुशियां बिखेरी है।

परिवार को इस बात पर गर्व है कि आयुष ने न केवल परिवार, बल्कि अपनी सफलता से औरंगाबाद जिले और पूरे बिहार को गौरवान्वित किया है। पोते की सफलता पर आयुष के दादा व औरंगाबाद के रामलखन सिंह यादव कॉलेज के रिटायर्ड लैब इंचार्ज सूर्यदेव यादव ने कहा कि उन्होने पोते को डॉक्टर बनने का सपना देखा था। अपने पेंशन की राशि पोते की पढ़ाई पर खर्च करते थे।

पोते ने यह सफलता हासिल कर उनकी उम्मीदों को पूरा किया है, आज उन्हे बेहद खुशी महसूस हो रही है। इस दौरान दादी शांति देवी भी खुशी से लबरेज दिखी। आयुष की मां रेणु देवी ने बेटे की सफलता पर कहा कि आयुष के दादा पूरे परिवार के बच्चों के मार्गदर्शक है। उनके मार्गदर्शन में हमारे परिवार के बच्चें पढ़ाई कर आगे बढ़ रहे है। आयुष ने मेडिकल की प्रवेश परीक्षा पास कर अपनी मां का मान-सम्मान बढ़ाया है।

आयुष की चाची शांति देवी ने भी भतीजे की सफलता पर खुशी का इजहार किया। वही आयुष के पिता सुबोध कुमार सुमन और बड़े चाचा विनय कुमार सुमन ने कहा कि हमें आयुष की सफलता पर गर्व की अनुभूति हो रही है। आयुष ने अपने परिवार, गांव, प्रखंड और जिले का मान-सम्मान बढ़ाया है। आयुष ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पैरेंट्स और टीचर्स को देते हुए कहा कि पिछ्ले साल पहले प्रयास में सफलता नही मिलने पर वह निराश नही हुआ था बल्कि दोगुने उत्साह से फिर से तैयारी में लग गया था। 12 से 14 घंटे तक मेहनत से पढ़ाई की, जिसका परिणाम यह सफलता है। कहा कि मेहनत करने पर परिणाम बेहतर मिलता ही है।

इसलिए जो छात्र मेहनत करेंगे, उन्हे सफलता जरूर मिलेगी। आयुष ने बताया कि वर्ग-6 से 10 तक की पढ़ाई उसने बारूण के नवोदय विद्यालय से पूरी की। वर्ष 2022 में उसे 10वीं में 500 में 476 यानी 95.2 प्रतिशत अंको से प्रथम आया था। वही आईएससी की पढ़ाई उसने शहर के सच्चिदानंद सिंहा कॉलेज से पूरी की और 2024 में इस परीक्षा में उसे 500 में 422 अंक यानि 84.4 प्रतिशत अंक मिले और प्रथम श्रेणी से पास किया। इस दौरान एपीयरिंग कैंडिडेट के रूप में नीट परीक्षा के लिए पहला अटेम्पट किया। पिछ्ली बार तो सफलता नही मिली लेकिन इस बार सफलता मिली।

औरंगाबाद बिहार से धिरेन्द्र पाण्डेय

उतर कोयल नहर मांग पर बैठे धरनार्थियों को लोजपा नेता प्रमोद सिंह ने दिया समर्थन

150 वें दिन किसानों का धरना-प्रदर्शन रहा जारी

औरंगाबाद जिले के रफीगंज प्रखंड मुख्यालय में उत्तर कोयल नहर के कुटकुट डैम में फाटक लगाने एवं मगध के किसानों के खेतों में पानी लाने को लेकर धरना पर बैठे किसानों को लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव सह विधानसभा प्रत्याशी प्रमोद सिंह अपने कार्यकर्ताओं के साथ समर्थन देते हुए हौसला बढ़ाया ।और सभी धरनार्थियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। प्रमोद सिंह ने कहा कि उतर कोयल नहर का पानी लाना अति आवश्यक है। भारत में 65 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर है।

किसानो के द्वारा उपजाया सामग्री को सभी लोग उपयोग कर रहे है। क्षेत्र में खुशियाली और हरियाली होगा तब ही किसान की स्थिति ठीक होगा। किसान प्राकृतिक पर निर्भर है। यहां के किसान शांतिपूर्ण ढंग से आदोलन कर रहे है। सभी किसान दल से उठकर और एकजूट होकर किसानों के धरना-प्रदर्शन में सहयोग करे। प्रयास करने वालो की हार नही होती । नहर का पानी लाने तक आंदोलन जारी रहेगा और हर तरह का सहयोग करते रहेगे। उन्होने केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान से मिलकर किसानो की समस्या को अवगत करायेगे।

और झारखंड में विस्थापित लोगो को मुआवजा दिलाने के लिए प्रयास करेगे।किसानो का धरना-प्रदर्शन 150 वें दिन से जारी है। अध्यक्षता लडू खां , तुलसी यादव एवं संचालन सिद्धी यादव एवं सत्येंद्र यादव ने किया। इस अवसर पर डॉ शिवनन्दन यादव, भोला वर्मा, लालधारी चौधरी, पूर्व मुखिया भोला चौधरी,उमेश पासवान, मंटू शर्मा,आनंद कुमार, कमलेश यादव, उमेश सिंह मेहता, विसुन देव यादव,जयप्रकाश प्रजापत, अवधेश पासवान, अरुण कुमार,उमेश पासवान, मुनारिक यादव, विरेंद्र यादव, अवधेश पासवान के साथ अन्य लोग उपस्थित रहे।

मोस्ट वांटेड एक हार्डकोर नक्सली को औरंगाबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार पिछले छः साल से था तलाश

औरंगाबाद सड़क निर्माण कंपनी के बेस कैम्प पर हमले समेत कई मामलों में मोस्ट वांटेड एक हार्डकोर नक्सली को पुलिस पिछले छः साल से सरगर्मी से तलाश रही थी। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस विभिन्न संदिग्ध ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही थी। आखिरकार बिहार पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में शुक्रवार को वह पुलिस के हाथ लग गया। गिरफ्तार नक्सली अखिलेश भुईंया गया जिले के सलैया(सुहैल) थाना क्षेत्र के निमिया रेहड़ा(विराज) गांव का निवासी है। औरंगाबाद के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(एसडीपीओ)-2 चंदन कुमार ने शुक्रवार की शाम बताया कि

पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल के निर्देशन में जिले को अपराध एवं नक्सल मुक्त बनाने के उद्देश्य से लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाएं जा रहे है। अभियान के दौरान ही खुफिया इनपुट मिला कि औरंगाबाद जिले का कुख्यात नक्सली तथा कई कांडों में छः साल से वांछित अपराधकर्मी हार्डकोर नक्सली अखिलेश भुईंया को गया जिले के सलैया (सुहैल) थाना क्षेत्र में घुमते हुए देखा गया है।

एसडीपीओ ने बताया कि खुफिया इनपुट के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए औरंगाबाद पुलिस और एसटीएफ की एक विशेष संयुक्त टीम गठित की गई। टीम ने गया जाकर सलैया(सुहैल) थाना क्षेत्र के निमिया रेहड़ा गांव की घेराबंदी कर छापेमारी शुरु की। इसी दौरान नक्सली अखिलेश भुईंया पुलिस के हत्थे चढ़ गया।गिरफ्तारी के बाद नक्सली ने पुलिस के समक्ष कई कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। गिरफ्तार नक्सली को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा हैं।उन्होने बताया कि हार्डकोर नक्सली अखिलेश भुईंया ने ही वर्ष 2019 में अपने साथियों के साथ मिलकर चरैया से मुरगड़ा जाने वाली सड़क के निर्माण में लगी कंस्ट्रक्शन कंपनी के बेस कैम्प पर हमला बोला था। इस दौरान उसके दस्ते ने कंपनी के बेस कैम्प में जेसीबी मशीन को फूंक दिया था। इसके अलावा भी गिरफ्तार नक्सली का अच्छा-खासा आपराधिक इतिहास है। उस पर औरंगाबाद जिले के देव प्रखंड के

ढिबरा थाना में भादंवि की धारा-147, 148, 149, 341, 307, 435, 437, 124 (ए), 429, 379, 506, 17 सीएलए एक्ट एवं 10 यूएपीए एक्ट के तहत प्राथमिकी संख्या-14/18, दर्ज हैं। इसके अलावा

उसके अन्य आपराधिक इतिहास का पता लगाने के लिए विभिन्न थानों से संपर्क किया गया है। कहा कि औरंगाबाद पुलिस द्वारा नक्सली गतिविधियों पर अंकुश के लिए लगातार छापेमारी अभियान जारी है।

औरंगाबाद DRCC कार्यालय में अव्यवस्था का आलम, छात्र-छात्राओं की भारी भीड़ से हाल बेहाल

,औरंगाबाद । डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रेशन एंड काउंसलिंग सेंटर (DRCC) कार्यालय, औरंगाबाद में छात्रों की भारी भीड़ उमड़ रही है। छात्र-छात्राएं पिछले कई दिनों से विभिन्न शैक्षणिक प्रमाणपत्रों, छात्रवृत्ति, कौशल विकास और अन्य योजनाओं से जुड़ी सेवाओं के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कार्यालय की व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई नज़र आ रही है।

सोमवार से लेकर शुक्रवार तक लगातार कार्यालय के बाहर लंबी कतारें देखने को मिलीं। छात्र-छात्राओं ने बताया कि वे सुबह से ही लाइन में खड़े रहते हैं, लेकिन पूरे दिन में मुश्किल से कुछ ही छात्रों का काम हो पाता है। कई बार तो स्टाफ काउंटर पर मौजूद ही नहीं होते।

स्टाफ का रवैया बेहद लापरवाह छात्र

नाम न छापने की शर्त पर एक छात्रा ने बताया, “तीन दिन से आ रहे हैं, लेकिन न कोई काउंटर सही से चल रहा है, न कोई गाइडलाइन दी जा रही है। स्टाफ अपने मनमर्जी के हिसाब से आते-जाते हैं। हम लोग इतनी गर्मी में धूप में दूर दूर से यहां आ रहे, कोई काम समय से नहीं हो रहा” एक अन्य छात्र ने नाराज़गी जताते हुए कहा, हम यहाँ पढ़ाई और करियर से जुड़ी सुविधाओं के लिए आ रहे हैं, लेकिन हर दिन निराशा हाथ लगती है।

महिलाओं को हो रही ज्यादा परेशानी

कतार में खड़ी कई छात्राओं ने बताया कि यहां महिला के लिए न तो अलग लाइन है, कई बार धक्का-मुक्की की स्थिति भी बन जाती है, जिससे असुविधा और बढ़ जाती है

प्रशासन बना अनजान, समाधान शून्य

जब इस संबंध में DRCC कार्यालय के एक कर्मचारी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने व्यवस्था की कमी को स्वीकारते हुए कहा कि स्टाफ की संख्या कम है और भीड़ ज्यादा। “हम प्रयास कर रहे हैं कि सभी का काम समय पर हो, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण दिक्कत आ रही है,” उन्होंने कहा। छात्रों की मानें तो यह केवल संसाधनों की नहीं, बल्कि इच्छाशक्ति की भी कमी है। छात्रों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि DRCC कार्यालय की व्यवस्था में तत्काल सुधार किया जाए, तथा सभी काउंटरों पर नियमित रूप से कर्मचारियों कि मौजूदगी में नियमित रूप से शुरू हो।

औरंगाबाद में राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी जोरों पर


जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद द्वारा व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद और अनुमंडलीय न्यायालय दाउदनगर में 10 मई को लगने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत का प्रचार प्रसार तेज़ हो गई है औरंगाबाद जिला के सभी थानों में प्रति नियुक्त पैनल अधिवक्ताओं और अधिकार मित्रों द्वारा थाना में आए हुए लोगों को विधिक सहायता दी जा रही है साथ ही सुलहनिये अपराधिक मामले को त्वरित निष्पादन के लिए लोक अदालत में आने को प्रेरित किया जा रहा है, सलैया थाना और नगर थाना में प्रति नियुक्त पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि इस थाना क्षेत्र के बहुत से सुलहनीये वादों में थाना के माध्यम से वाद के दोनों पक्षकारों को नोटिस पहुचाई जा चुका है और बहुत सारे मामले में नोटिस भेजा जा रहा है, यहां सस्ता सुलभ न्याय के लिए लोक अदालत, विधिक जागरूकता, विधिक सहायता,विधिक साक्षरता और निशुल्क अधिवक्ता लाभ के बारे में आमलोगों को जानकारी दी जा रही है, उन्होंने आगे कहा कि बाल सुधार गृह और जेल में बंद बहुत सारे निर्धन कैदीयों को निशुल्क विधिक सहायता और निशुल्क अधिवक्ता जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद द्वारा मुहैया कराई गई है एवं सेंकड़ों वादों का निष्पादन कराया गया है

भूसा लदी पिकअप रेलवे ट्रैक पर फंसी, एक घंटे तक बाधित रहा रेल परिचालन
भूसा लदी पिकअप रेलवे ट्रैक पर फंसी, एक घंटे तक बाधित रहा रेल परिचालन