*जेई की भूमिका समाप्त, नक्शा के आवेदन का अनुमोदन डिप्टी सीईओ के जिम्मे*
![]()
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में अब बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाएगी। नक्शे के नाम पर पैसा वसूलने के मामले में डीएम शैलेश कुमार ने बड़ा एक्शन लिया है। अब जेई की भूमिका को समाप्त कर दिया गया है। बीडा में नक्शे के आवेदन अब काउंटर पर जमा होंगे। जिसमें आर्किटेक्चर इत्यादि कार्रवाई पूरी होने के बाद सीधे उप कार्यपालक अधिकारी ही इसका अनुमोदन करेंगी। वहीं बीडा के सभी भवन ऑडियो रिकार्डर सीसी कैमरे से लैस होंगे। भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) कार्यालय में रिश्वत लेने के मामले में जेई विनोद कुमार और आउट सोर्सिंग कर्मचारी (डाक रनर) अमित कुमार की गिरफ्तारी के बाद अब सख्ती शुरू हो गई है। जेई के निलंबन और डाक रनर की बर्खास्तगी के बाद अब कार्यालय के अंदर व्यवस्थाएं सुधारने पर जोर दिया जा रहा है। अब नक्शा आवेदन के मामले को हर हाल में 30 दिन के भीतर पूरा करने का आदेश बीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी/जिलाधिकारी ने दिया है। बीडा के सीमा विस्तार के बाद नगरीय क्षेत्रों में भी नक्शा पास करने का अधिकारी बीडा को प्राप्त हो गया। जिसके बाद से बीडा में मनमानी बढ़ने लगी। बीडा का कार्यक्षेत्र इस समय आठ किमी परिधि में हैं। जिसमें दो नगर निकाय और 346 गांव शामिल हैं। भदोही के अलावा नई बाजार नगर पंचायत भी बीडा के कार्यक्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र में अगर किसी को नया निर्माण कराना होता है तो उसे बीडा से अनुमति लेनी होगी।
नक्शे के नाम पर जेई प्रमुख भूमिका में हो जाते थे और नक्शा पास कराने का ठेका ले लेते थे। अब उनकी भूमिका पूरी तरह से समाप्त कर दी गई है। नक्शा के आवेदन सीधे काउंटर पर जमा होंगे। वहीं आवश्यक कार्रवाई के बाद डिप्टी सीईओ उसका अनुमोदन करेंगी। वहीं हर कमरे ऑडियो रिकार्डर सीसी कैमरे से लैस होंगे। - डीएम शैलेश कुमार
Jun 15 2025, 15:25