*सीतामढ़ी के वाल्मीकि गंगा घाट पर खतरा:टूटी सीढ़ियों की मरम्मत नहीं, रामायण मेले में लाखों श्रद्धालुओं की आवक*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सीतामढ़ी के महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट की सीढ़ियां क‌ई महीनों से टूट पड़ी है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने घाट सौंदर्यीकरण के लिए कार्य शुरू किया था। निर्माण में 40 एम‌एम मोटाई के पत्थरों का उपयोग होना था। जांच की गुणवत्ता और निर्माण सामग्री में खामियां मिलीं। विभाग ने कार्य रोक दिया। तब से मरम्मत का काम फिर से शुरू नहीं हुआ है। इससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 25 जून से अखिल भारतीय राष्ट्रीय रामायण मेला शुरू होने वाला है। 4 जुलाई को भावपूर्ण मेले का आयोजन होगा। इन आयोजनों में लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आते हैं। टूटी सीढ़ियों से दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों ने प्रशासन से मरम्मत कार्य तुरंत शुरू करने की मांग की है। लेकिन अभी कोई स्पष्ट समय-सीमा तय नहीं हुई है। धार्मिक आयोजन से पहले मरम्मत न होने पर यह प्रशासन की विफलता मानी जाएगी।

*तीन सर्जन में से दो अवकाश पर, मरीजों की बढ़ी परेशानी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में शुक्रवार प्लास्टर करवाने के लिए मरीजों को छह घंटे तक इंतजार करना पड़ा। इन दिनों अस्पताल में दो बजे के बाद मरीजों का प्लास्टर किया जा रहा है। अस्पताल में आर्थों के तीन डॉक्टरों की तैनाती है। इसमें से दो डॉक्टर अवकाश पर हैं। वहीं एक डॉक्टर के भरोसे ओपीडी की जिम्मेदारी है। ओपीडी में रोजाना 100 के करीब आर्थों के मरीज आते हैं। जिन्हें जांच पड़ताल कर चिकित्सक दवा उपलब्ध करवाते हैं।

जिला चिकित्सालय में तीन आर्थो के सर्जन की तैनाती है। इसमें डॉ. संजय कुमार वर्मा मेडिकल लीव पर है। डॉ. हरिओम आठ जून से अवकाश पर है। वहीं डॉ. विनोद यादव पर ओपीडी और प्लास्टर कक्ष की जिम्मेदारी संभाले हैं। ओपीडी करने के बाद प्लास्टर बांधते हैं।

भीषण गर्मी में मरीज, तीमरदारों को परेशानी होती है। शनिवार को प्लास्टर बंधवाने आए कमलाकांत, श्रीकांत, सुनैना देवी, राज कुमार आदि ने बताया कि सुबह 10 बजे से ही प्लास्टर बंधवाने डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन डॉक्टर नहीं है। प्लास्टर कक्ष में ताला लगा हुआ है। उसी के सामने मरीज डाॅक्टर का इंतजार कर रहे हैं। सीएमएस डॉ. अजय तिवारी ने बताया कि तीन में से दो आर्थाे के डॉक्टर अवकाश पर है। एक डॉक्टर ओपीडी और प्लास्टर की जिम्मेदारी संभाल रखे हैं। डॉक्टर के अवकाश पर आने के बाद परेशानी नहीं होगी।

भदोही में खोई हुई 71 मोबाइल को पुलिस ने किया बरामद मोबाइल मिलते ही मोबाइल स्वामियों के लिए चेहरे

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। भदोही जिले में पुलिस ने एक सफल अभियान में 11 लाख 14 हजार रुपये की कीमत के 71 खोए हुए मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जिले के विभिन्न स्थानों से मोबाइल खोने की शिकायतें मिल रही थीं। जनता दर्शन में इस मामले को एसपी के संज्ञान में लाया गया।पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान में सभी थाना क्षेत्रों से मोबाइल बरामद किए गए। औराई में सबसे अधिक 14 मोबाइल मिले। कोईरौना से 12, ऊंज से 10 और चौरी से 9 मोबाइल बरामद हुए।

ज्ञानपुर में 6, गोपीगंज और भदोही में 5-5, दुर्गागंज और सुरियावा थाने से 4 मोबाइल बरामद किए गए। एसपी ने सभी बरामद मोबाइल फोन उनके मालिकों को सौंपे। मोबाइल वापस पाकर लोगों ने खुशी जाहिर की और पुलिस का आभार व्यक्त किया। मोबाइल मालिकों ने कहा कि जिस तरह पुलिस ने उनके खोए हुए मोबाइल लौटाकर खुशी दी है, वैसे ही पुलिस टीम की जिंदगी में भी खुशियां बनी रहें।

जिला अस्पताल को डिजिटल करने की तैयारी, ऑनलाइन होगा बीमारी का विवरण

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय को अब डिजिटल बनाने की कवायद शुरू हो गई है। अस्पताल में सारा सिस्टम ऑनलाइन होगा। मरीजों को पर्ची की जगह अब टोकन मिलेगा। इसी टोकन से जांच, उपचार व दवाई मिलेगी। मरीजों के सभी रिकॉर्ड ऑनलाइन फीड होंगे। इसके लिए 36 कम्प्यूटर लगाए जाएंगे। विभाग के पास अभी 15 कंप्यूटर है। जिला अस्पताल में रोजाना एक हजार मरीज ओपीडी में आते हैं। जानकारी न होने के कारण मरीजों को भटकना पड़ता है। ई-अस्पताल बनने के बाद मरीजों को उपचार कराने में सहूलियत मिलेगी।

डिजिटल करने में 36 कम्प्यूटर की जरूरत

जिला अस्पताल को डिजिटल करने के लिए 36 कम्पयूटर की जरूरत है। विभाग के पास 15 अभी कम्प्यूटर है। 10 कम्प्यूटर देने की बात सीएमओ ने कही है। इसके अलावा 11 कम्प्यूटर कम पड़ रहा है। अस्पताल में पांच काउंटर बनेगा। इसमें से चार डिजिटल होगा, एक मैनुअल होगा। जैसे कभी सर्वर डॉउन हो गया या अन्य तकनीकि दिक्कतें आने के बाद मैनुअल काउंटर का उपयोग किया जाएगा।

ई- हाॅस्पिटल खोला जाएगा। इसकी तैयारी शुरु है। टोकन के जरिए मरीजों का उपचार होगा। जिलाधिकारी के निर्देश पर तैयारी चल रही है।

डॉ अजय तिवारी सीएमएस जिला अस्पताल

KNPG कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग:चिराग पासवान से मिले लोजपा प्रतिनिधि, वंदे भारत ट्रेन का ज्ञानपुर में स्टॉपेज की मांग

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से भदोही जिला इकाई का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में मुलाकात किया। प्रतिनिधिमंडल में भदोही जिलाध्यक्ष विकास दूबे, प्रदेश सचिव व भदोही प्रभारी कमल तिवारी तथा प्रदेश अध्यक्ष राजीव पासवान शामिल रहे। इस मुलाकात का प्रमुख उद्देश्य जनपद भदोही के एकमात्र राजकीय महाविद्यालय KNPG को विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग को उठाना था। प्रतिनिधियों ने बताया कि इस कॉलेज में छात्रों की संख्या किसी विश्वविद्यालय के बराबर है, ऐसे में इसे विश्वविद्यालय का दर्जा मिलना चाहिए जिससे क्षेत्र के हजारों छात्रों को बेहतर शैक्षिक सुविधाएं मिल सकें। दूसरी अहम मांग दिल्ली-बनारस के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर ठहराव सुनिश्चित करने की थी, जिससे भदोही जिले के यात्रियों को सुविधा मिल सके।

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने दोनों मांगों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि संबंधित मंत्रालयों से वार्ता कर उचित कार्यवाही कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की सलाह दी और उत्तर प्रदेश में पार्टी की भूमिका को और सशक्त बनाने का आह्वान किया।

महाकुंभ में मृतकों के परिवारों को मुआवजे की मांग:82 में से 19 परिवारों को नहीं मिला मुआवजा, आजाद अधिकार सेना ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। आजाद अधिकार सेना के जिला प्रभारी अजय पांडे के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला अधिकारी को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बीबीसी की रिपोर्ट पर तत्काल कार्रवाही की मांग की गई है।बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार कुंभ मेले के दौरान 82 लोगों की मृत्यु हुई थी। इनमें से 36 मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया। 26 परिवारों को राज्य सरकार ने गैर-कानूनी तरीके से बिना लिखा-पढ़ी के 5-5 लाख रुपये दिए।

 शेष 19 परिवारों को अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। संगठन का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी इन तथ्यों से अवगत होने के बावजूद इसे आधिकारिक मान्यता नहीं दे रहे हैं। 26 लोगों की मृत्यु के मामले में परिवारों को 5 लाख रुपये देने के बाद भी सरकार उन्हें मृतकों की श्रेणी में नहीं रख रही है। संगठन ने मांग की है कि शेष 19 परिवारों को भी तत्काल मुआवजा दिया जाए।

इस अवसर पर संदीप सिंह, रामविलास, रहमान, महेंद्र मिश्रा सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

इंतजार खत्म, 15 जून से नहरों में आएगा पानी


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। नहर प्रखंड 15 जून को पंप कैनाल चालू कर देगा। इससे ज्ञानपुर मुख्य नहर से लेकर माइनर और रजवाहा में पानी पहुंच जाएगा। इससे किसान धान की नर्सरी की सिंचाई के साथ ही जुलाई में रोपाई शुरू कर देंगे। जिले में रबी और खरीफ की खेती मानसून पर निर्भर रहती है।

इसके अलावा सिंचाई का मुख्य साधन नहर ही है। भदोही, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रयागराज में करीब 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल की सिंचाई ज्ञानपुर पंप कैनाल से होती है। फरवरी में गेहूं की सिंचाई खत्म होने पर पंप को बंद कर दिया गया था। अप्रैल में तालाब एवं छोटी नदियों में पानी भरने के लिए कुछ दिनों के लिए पंप चलाया गया। उसके बाद पंप कैनाल की मरम्मत के कारण नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया। इससे गर्मी के कारण अधिकतर तालाब, मोरवा, वरुणा जैसी नदियां भी सूख गई। नहरों में पानी छोड़ने की मांग काफी दिनों से हो रही है, लेकिन पंप की मरम्मत के कारण पानी नहीं छोड़ा जा रहा था। अधिशासी अभियंता नहर सुधीर कुमार पाल ने कहा कि पंप कैनाल की मरम्मत होने के कारण उसे चालू नहीं किया गया है। 15 जून को पानी छोड़ा जाएगा। ज्ञानपुर मुख्य नहर प्रयागराज के केहुनी से निकलकर वाराणसी और मिर्जापुर जिले तक जाती है। इसकी लंबाई 74 किलोमीटर है जबकि भदोही रजवाहा की लंबाई 53 और सीखड़ रजवाहा की 43 किलोमीटर है।

अबकी बार दोगुना धान रोपाई कर रकबा

मौसम वैज्ञानिकों ने इस साल मानूसनी बारिश अच्छी होने की उम्मीद जताई है। इसको लेकर कृषि विभाग ने धान की रोपाई का रकबा दोगुना कर दिया है। साल 2024 में 27 हजार हेक्टेयर रकबे में धान रोपी गई जबकि इस साल 54 हजार हेक्टेयर में खेती की जाएगी। मानसून ने साथ दिया तो किसान तय लक्ष्य को पूर्ण कर लेंगे।

*रात में आवास पर नहीं रुकने वाले डॉक्टरों का सत्यापन करेगी टीम*

किचन से होगी निगरानी,चाय की चुस्की संग बनेगी रिपोर्ट

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला मुख्यालय छोड़ने वाले चिकित्सकों पर अब नकेल कसना शुरू हो गया है। मुख्यालय से बाहर रहने वाले चिकित्सकों की निगरानी के लिए गठित टीम अब चिकित्सकों के आवास पर शाम सात से रात 10 बजे के बीच पहुंचेगी।

टीम आवास पर चिकित्सकों के साथ न सिर्फ चाय पीएगी, बल्कि उनका किचन भी चेक करेगी। निगरानी के इस नायाब तरीके के पीछे यह जानने का उद्देश्य है कि चिकित्सक आवास पर रहते हैं कि नहीं। टीम किचन की स्थिति देखकर यह अंदाजा लगाएगी और अपनी रिपोर्ट बनाएगी। उसे सीएमओ को भेजेगी। जिले में जिला अस्पताल, एमबीएस भदोही, सीएचसी और पीएचसी सहित जिले में करीब 120 से 130 डॉक्टरों की तैनाती है। अधिकतर चिकित्सक जिले के बाहर निवास करते हैं, लेकिन वे जिले में अपना हाउस एलाउंस लेते हैं। चिकित्सकों के मुख्यालय के बाहर रहने के कारण कई बार इमरजेंसी के समय उनके आते-आते मरीजों की स्थिति काफी गंभीर हो जाती है और उनके जान पर बन आती है। जिलाधिकारी से लेकर सीएमओ तक ने चिकित्सकों को बार-बार चेतावनी दी, लेकिन तमाम चिकित्सकों के रवैए में कोई बदलाव नहीं आया है। ऐसे में अब इनकी निगरानी को लेकर नायाब तरीका अपनाया गया है। आवास पर न टिकने वाले चिकित्सकों की जांच के लिए अब तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। जिसमें अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, डिप्टी सीएमओ और ब्लाक नोडल अधिकारी शामिल किए गए हैं।

सौ शय्या के एक भी चिकित्सक नहीं रुकते

जिले में 100 बेड वाले अस्पताल में छह चिकित्सक तैनात है। वहीं जिला अस्पताल में 19 चिकित्सकों की तैनाती है। इसमें से सौ शय्या में एक भी चिकित्सक रात्रि में निवास नहीं करते। वहीं, जिला अस्पताल के चार से पांच चिकित्सक आवास पर रुकते हैं। आवास पर न रूकने वाले अधिकतर चिकित्सक वाराणसी, प्रयागराज, मिर्जापुर में रहते हैं। वहीं से वे हर दिन आना-जाना करते हैं। चिकित्सकों के न रहने पर कई बार मरीजों के जान पर बन आती है।

डीएम के निर्देश पर डॉक्टरों के सत्यापन को तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है। यह टीम यह जांच करेगी कि चिकित्सक मुख्यालय पर निवास करते हैं कि नहीं। टीम में एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ और ब्लाक नोडल अधिकारी रहेंगे। टीम आवास पर पहुंच चाय भी पीएगी और किचन की स्थिति देखकर अपनी रिपोर्ट बनाएगी। - डॉ. एसके चक, सीएमओ भदोही

समर कैंप में उत्कृष्ट योगदान:डीएम ने शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित, कहा- बच्चों की शिक्षा में अहम भूमिका

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। माध्यमिक विद्यालय में 21 मई से 10 जून तक आयोजित समर कैंप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को जिलाधिकारी ने सम्मानित किया। जिलाधिकारी शैलेश कुमार ने शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। जिलाधिकारी ने कहा कि बेसिक और माध्यमिक शिक्षा बच्चों की नींव मजबूत करती है।

इसमें शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने शिक्षकों को इसी लगन से बच्चों को शिक्षा देने की शुभकामनाएं दीं। समर कैंप के दौरान शिक्षकों ने बच्चों को छुट्टियों में भी पढ़ाई करवाई। कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

हाईस्कूल-इंटर के मेधावी छात्रों को नकद पुरस्कार, मेडल और प्रशस्ति पत्र दिए

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों का सम्मान किया गया। कलेक्ट्रेट में आयोजित विशेष समारोह में प्रदेश के टॉप 10 में स्थान बनाने वाले जिले के दो छात्रों को एक-एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया।जिलाधिकारी शैलेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी और स्थानीय विधायक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

जिले के टॉप 10 में आने वाले सभी छात्रों को एक-एक हजार रुपए का नकद पुरस्कार, मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान और मुख्य विकास अधिकारी डॉ शिवाकांत द्विवेदी ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।‌ इस अवसर पर जिलाधिकारी ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने अभिभावकों को भी बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए बधाई दी। उन्होंने विश्वास जताया कि ये मेधावी छात्र भविष्य में देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।‌मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदेश स्तर पर टॉप 10 में आने वाले छात्रों को सम्मानित किया। इस सूची में जिले के दो छात्रों का चयन होना विशेष उपलब्धि मानी जा रही है।