मिडिल ईस्ट में बढ़ा तनाव, अब ईरान ने इजरायल पर 150 मिसाइल से किया हमला

#middleeastisraeliranwar

मिडिल ईस्ट इस वक्त गंभीर उथल-पुथल से गुजर रहा है। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ती जंग की स्थिति ने पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना दिया है। दोनों देश अब युद्ध के कगार पर हैं। पहले इजराइल ने हमला कर जंग की शुरुआत की तो ईरान ने भी जवाबी हमले किए। शुक्रवार को इजरायल ने ईरान पर ताबड़तोड़ हमले किए थे। इसके जवाब में ईरान ने शनिवार सुबह इजरायल पर मिसाइल हमले किए, जिसमें विशेष रूप से इजरायल के उत्तरी क्षेत्र को निशाना बनाया गया।

ईरान ने इजराइल की मदद करने वाले देशों के चेताया

इजराइल ने शुक्रवार को ईरानी परमाणु ठिकानों पर जोरदार हमला करके जंग की शुरुआत की। इस हमले में 70 से ज्यादा लोगों की मौत और 350 से ज्यादा घायल हुए। जवाब में ईरान ने भी 150 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से 6 सीधे तेल अवीव के दिल में आ गिरीं। ईरान के हमले को देखते हुए इजरायल के उत्तरी क्षेत्र में सायरन बजने लगे हैं और वहां की सरकार ने लोगों से बंकरों में शरण लेने का आग्रह किया है। वहीं ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर कोई देश इजराइल की मदद करेगा, तो उसके क्षेत्रीय सैन्य अड्डे भी निशाने पर होंगे, जो सीधे अमेरिका को धमकी मानी जा रही है।

ईरानी रॉकेट से एक की मौत, 20 से ज्यादा घायल

ईरान के रॉकेट हमले ने तेल अवीव के दक्षिण में रिशोन लेज़ियोन के रिहायशी इलाके को निशाना बनाया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इजरायल की आपातकालीन सेवाओं ने बताया कि मलबे में कई लोग फँसे थे, और बचाव कार्य जारी है। मौके पर भारी संख्या में पैरामेडिक्स तैनात हैं।

इजराइल ने भी की जवाबी कार्रवाई

इजरायली सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की और दावा किया कि उसने ईरान के दो प्रमुख एयरबेस पर हमला कर दिया है। इस हमले से पहले इजरायल ने ईरान के सैन्य कमांडरों और न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दुनिया के सामने यह कहते हुए अपना स्टैंड रखा कि यह सिर्फ इजराइल की सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि ईरानी जनता की आज़ादी के लिए भी है। उन्होंने ईरानी लोगों से अपील की कि वे अब इस्लामिक शासन के खिलाफ आवाज उठाएं।

देश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले सात हजार के पार, एक हफ्ते में 30 लोगों की जान गई

#coronaviruscasesinthe_country

देश में कोरोना वायरस का संक्रण तेजी से फैल रहा है। कोरोना के एक्टिव केसों में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके अलावा मौतों का आंकड़ा भी हर रोज बढ़ता जा रहा है। देश में एक्टिव केसों की संख्या 7154 पहुंच गई है। एक हफ्ते से औसतन हर दिन 400 नए केस सामने आए। केरल में सबसे अधिक कोरोना के एक्टिव केस और मौतें सामने आई हैं। वहीं, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा ऐसे राज्य है, जहां एक भी कोरोना के एक्टिव केस नहीं हैं।

केरल और गुजरात में तेजी से फैल रहा संक्रमण

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देश भर में कोरोना के एक्टिव मामलों का आंकड़ा 7154 है। हालांकि 10,976 लोगों की रिकवरी भी हुई है। एक हफ्ते से औसतन हर दिन 400 नए केस सामने आए। हालांकि, बुधवार को केवल 33 केस दर्ज हुए हैं। केरल में सबसे ज्यादा 2165 मामले हैं। गुजरात की बात करें तो केरल के बाद यह दूसरे नंबर पर है, जहां कोरोना के एक्टिव मामले सबसे अधिक हैं। इस राज्य में कोरोना के एक्टिव केस 1358 हैं।

बाकी राज्यों का हाल

बाकी के राज्यों की बात की जाए, तो दिल्ली में अब तक कुल एक्टिव केस 714 है। वहीं 1748 एक्टिव केस की रिकवरी की जा चुकी है। पश्चिम बंगाल में एक्टिव केसों की संख्या 747 है। उत्तर प्रदेश में अब तक 251 एक्टिव मामले सामने आए हैं। वहीं महाराष्ट्र में 629 और कर्नाटक में 395 कोरोना के एक्टिव मामले सामने चुके हैं।

अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में कोई केस नहीं

भारत में अभी भी ऐसे दो राज्य है, जहां कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं हैं। हालांकि इन राज्यों में कोरोना पहले ही दस्तक दे चुका है। अरुणाचल प्रदेश में अब तक कुल 3 एक्टिव मामले सामने आए थे लेकिन उनकी रिकवरी की जा चुकी है। इसी तरह त्रिपुरा में केवल एक एक्टिव केस था। उसको भी रिकवरी हो चुकी है। इस तरह इन दोनों राज्यों में आज के समय कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं हैं।

एक हफ्ते में 30 लोगों की गई जान

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बीते एक हफ्ते में 30 लोगों की जान जा चुकी है। सिर्फ बुधवार को ही कोरोना के कारण 3 लोगों ने दम तोड़ा। नए वैरिएंट से अब तक 77 मौतें हुई हैं। बुधवार को 3 लोगों ने जान गंवाई। महाराष्ट्र में 2, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 1-1 मरीज की मौत हुई है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 21 मौतें हुई हैं।

न्यूक्लियर डील करो वरना और होगी तबाही', ईरान को ट्रंप की धमकी

#donaldtrumpwarns_iran

इजराइल ने ईरान पर बड़ा हमला किया। इजरायल के हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि 'कुछ भी न बचे' उससे पहले ईरान जल्द से जल्द परमाणु समझौते के लिए तैयार हो जाए। 

आने वाले समय में और भी बहुत कुछ होगा-ट्रंप

ट्रंप ने एक पोस्ट में कहा, मैंने ईरान को सौदा करने के लिए कई मौके दिए। मैंने ईरान से सख्त शब्दों में कहा, बस करो लेकिन चाहे उन्होंने कितनी भी कोशिश की हो, चाहे वो कितने भी करीब क्यों न पहुंचे हों, वो इसे पूरा नहीं कर पाए। मैंने ये भी कहा कि अमेरिका दुनिया में अब तक के सबसे बेहतरीन और सबसे घातक सैन्य उपकरण बनाता है और इजराइल के पास इसका बहुत ज्यादा भंडार है। आने वाले समय में और भी बहुत कुछ होगा।

एक समझौता करना चाहिए, इससे पहले कि कुछ भी ना बचे-ट्रंप

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, पहले से ही बहुत सारी मौतें और विनाश हो चुके हैं, लेकिन इस नरसंहार को समाप्त करने के लिए अभी भी समय है, अगले पहले से ही योजनाबद्ध हमले और भी क्रूर हैं। उन्होंने कहा, ईरान को एक समझौता करना चाहिए, इससे पहले कि कुछ भी न बचे, और जिसे कभी ईरानी साम्राज्य के रूप में जाना जाता था उसे बचाना चाहिए।

उन्हें पता नहीं था कि क्या होने वाला है-ट्रंप

ट्रंप ने आगे कहा, कुछ ईरानी कट्टरपंथियों ने बहादुरी से बात की, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि क्या होने वाला था। वे सभी अब मर चुके हैं, और यह और भी बदतर हो जाएगा! पहले से ही बहुत ज़्यादा मौतें और विनाश हो चुका है, लेकिन इस नरसंहार को समाप्त करने के लिए अभी भी समय है, अगले पहले से ही योजनाबद्ध हमलों के साथ और भी ज़्यादा क्रूर। अब और मौत नहीं, और विनाश नहीं, बस करो, इससे पहले कि यह हो जाए बहुत देर हो चुकी है। भगवान आप सबका भला करे!

स्वदेशी 'रुद्रास्त्र' ड्रोन का सफल परीक्षण, सेना की बढ़ेगी ताकत

#rudrastradronesuccessful_test

भारतीय सेना की निगरानी शक्ति और सटीकता के साथ वार करने की सक्षमता में जबरदस्त इजाफा होने वाला है। भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित हाइब्रिड वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग (वीटीओएल) ड्रोन "रुद्रास्त्र" का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में किया गया। पूरा परीक्षण एसडीएएल लिमिटेड (SDAL Limited) की तरफ से किया गया है। यह ड्रोन 170 किमी से अधिक की रेंज और अचूक निशाना लगाने की क्षमता रखता है। यह भारतीय सेना की निगरानी क्षमताओं को बढ़ाएगा और दुर्गम इलाकों में भी ऑपरेशन संभव बनाएगा।

लगभग डेढ़ घंटे तक हवा में बने रहने की क्षमता

परीक्षण के दौरान 'रुद्रास्त्र' ड्रोन ने कुल 170 किलोमीटर की दूरी तय की। इसमें लक्ष्य क्षेत्र के ऊपर मंडराना और लगभग डेढ़ घंटे तक हवा में बने रहना शामिल है। ड्रोन से गिराया गया गोला जमीन के ठीक ऊपर हवा में फटा। यह सतह से बेहद कम ऊंचाई पर फटा और सेना की जरूरत के अनुसार एक बड़े इलाके में तय किए गए लक्ष्यों को नष्ट करने में सफल रहा।

क्या है रुद्रास्त्र?

रुद्रास्त्र एक हाइब्रिड वीटीओएल यानी वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग करने वाला ड्रोन है। यानी यह किसी भी मैदान से सीधा ऊपर उड़ान भर सकता है और बिना रनवे के आसानी से उतर सकता है। ये ड्रोन दुश्मन की तोपों और अन्य फायरिंग पोजीशन को निशाना बना सकते हैं। ये दुश्मन के इलाके में काफी अंदर तक जाकर हमला करने में सक्षम हैं। इस ड्रोन में कई आधुनिक तकनीकें शामिल हैं।

देश की निगरानी होगी मजबूत

रुद्रास्त्र यूएवी ड्रोन के सेना में शामिल होने के बाद ऐसे इलाके जहां सेना की तैनाती मुश्किल होती है। वहां इन ड्रोन को तैनात किया जा सकता है। इससे देश की निगरानी मजबूत होगी, जिससे कोई भी दुश्मन देश में घुसने की कोशिश नहीं करेगा। वहीं दूसरी तरफ इस ड्रोन की मदद से खुफिया जानकारी हासिल करना आसान हो जाएगा। यह मिशन पूरा कर सुरक्षित लॉन्च पॉइंट पर वापस लौट आया। यही इसकी सबसे बड़ी खासियत मानी जा रही है।

आतंकी ठिकानों और घुसपैठ की कोशिश रोकने में होगा इस्तेमाल

भारतीय सेना आधुनिक युद्ध की चुनौतियों से निपटने के लिए स्वदेश में निर्मित हथियारों पर ज्यादा फोकस कर रही है। मानव रहित सिस्टम पर खास ध्यान दिया जा रहा है। आक्रामक हथियारों के मामले में सेना ऐसे स्वदेशी ड्रोन पर ध्यान दे रही है, जो दुश्मन के इलाके में 50 से 100 किलोमीटर तक अंदर जाकर सटीक हमला कर सके। इनका इस्तेमाल आतंकवादी ठिकानों और घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए भी किया जाएगा। इसके जरिए दुश्मन की उन पोजीशन को भी टारगेट किया जाएगा जहां से आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए कवर फायर दी जाती है।

अहमदाबाद के दौरे पर पीएम मोदी, एअर इंडिया विमान हादसे की जगह पर पहुंचे

#pm_modi_ahmedabad_visit_plane_crash_incident_site

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह अहमदाबाद पहुंचे। पीएम मोदी पहले उस जगह पहुंचे जहां प्लेन क्रैश हुआ। पीएम ने हालातों का जायजा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराए गए एकमात्र जीवित यात्री से भी मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने हादसे के बारे में सूचना दी।

प्रधानमंत्री यहां सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट पर पहुंचे और वहां से सीधे मेघाणी नगर इलाके में दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। मेघाणी नगर वो ही रिहायशी इलाका था जहां जाकर यह प्लेन क्रैश हुआ था।पीएम मोदी के साथ नागरिक उड्डयन मंत्री रामनोहन नायडू, गुजरात के गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी मौजूद रहे।प्रधानमंत्री उस जगह भी गए जिस हॉस्टल पर विमान गिरा था।

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया। पीएम ने पोस्ट कर कहा, आज अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। तबाही का मंजर दुखद है। इसके बाद अधिकारियों और टीमों से मुलाकात की। हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने इस अकल्पनीय त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया।

घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पीएम मोदी घायलों से मुलाकात करने के लिए अस्पताल के लिए रवाना हुए। पूरे प्लेन में से एक ही यात्री ऐसा था जो इस हादसे के बाद जिंदा बचा। यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।दरअसल, प्लेन जाकर मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया। इसी के चलते कई लोग घायल हो गए।

अब मिडिल ईस्ट में युद्ध का आगाजः इजराइल ने ईरान पर किए हमले, नेतन्याहू बोले- हमने खतरे को कम किया

#middleeastisraeliranwar

दुनिया में अब एक और जंग की शुरुआत हो गई है। मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच तनाव ने अब खतरनाक मोड़ ले लिया है। इजरायल और ईरान अब आपस में भिड़ चुके हैं। इजराइल ने शुक्रवार को ईरान पर बम बरसाए। राजधानी तेहरान में सुबह ही धुएं के बादल छा गए और कई जगह विस्फोट हुए। इजराइल ने अटैक के बाद दावा किया है कि उसने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया है।

ईरान के आर्मी चीफ को भी मार गिराया

इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों और न्यूक्लियर ठिकानों पर आज यानी शुक्रवार की सुबह हमला किया। इसके बाद ईरान में खलबली मच गई। इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर साइट्स और सैन्य ठिकानों को टारगेट कर तेहरान में कई हमले किए। इसके बाद तेहरान में एयरस्पेस को बंद कर दिया गया। ईरान सरकार ने देशभर में इमरजेंसी लागू कर दी है। माना जा रहा है कि इजरायल के हमले में ईरान को बड़ा नुकसान पहुंचा है। इजरायल ने ईरान के आर्मी चीफ, आईआरजीसी चीफ और टॉप न्यूक्लियर वैज्ञानिकों को मार गिराया है।

ईरान को करारा सबक सिखाया- नेतन्याहू

ईरान पर किए गए हमले की इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हमारे हमले का उद्देश्य ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के खतरे को कम करना है। हमें उम्मीद है कि ईरान को करारा सबक सिखाया गया है। उम्मीद है कि यह अब दोबारा नहीं होगा।

ऑपरेशन राइजिंग लायन शुरू

नेतन्याहू ने ऑपरेशन राइजिंग लायन शुरू करने का एलान किया। उन्होंने कहा कि इजराइल ने ईरानी ठिकानों पर हमला किया है। कुछ ही समय पहले इजराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू किया, जो इजराइल के अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को कम करने के लिए सैन्य अभियान था। उन्होंने कहा कि यह मिशन खतरे को खत्म करने के लिए जितने दिन लगेंगे, उतने दिन तक जारी रहेगा।

खामनोई ने दी अंजाम भुगतने की धमकी

इस हमले के बाद ईरान ने इजरायल को अंजाम भुगतने की धमकी दी है। ईरान के सुप्रीम लीडर यानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने शुक्रवार को कहा कि उनके देश पर हमले के लिए इजराइल को ‘कड़ी सज़ा’ दी जाएगी। ईरान की सरकारी सामाचार एजेंसी ‘आईआरएनए’ ने खामनेई के बयान को जारी किया। इसने पुष्टि की कि हमले में सेना के शीर्ष अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए हैं। खामनेई ने कहा कि उनके देश में हुए इस अपराध में ‘‘इजराइल के शैतानी और रक्त-रंजित हाथ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल ने आवासीय इलाकों पर हमला करके अपनी दुर्भावनापूर्ण प्रकृति को उजागर किया है।

अहमदाबाद विमान हादसे में 265 लोगों की मौत, सरकार जांच के लिए बनाएगी हाई लेवल कमेटी

#ahmedabadairindiaplanecrash

एयर इंडिया का लंदन जा रहा प्लेन गुरुवार दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद क्रैश हो गया। इस हादसे में 265 लोग मारे गए। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और 12 क्रू मेंबर्स समेत 241 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, डिप्टी कमिश्नर कानन देसाई ने देर रात बताया कि 265 लोगों की मौत हुई है।

265 शव अस्पताल पहुंचे

पुलिस डिप्टी कमिश्नर कानन देसाई ने कहा कि हमें प्राप्त संदेश के अनुसार 265 शव अस्पताल पहुंच चुके हैं। इनमें 241 विमान सवारों के अलावा 4 एमबीबीएस छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी भी शामिल हैं। बाकी शवों की पहचान की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी से पता चला कि विमान ने रनवे 23 की पूरी लंबाई का उपयोग करते हुए उड़ान भरी, जो 11,499 फीट लंबी पट्टी है, और मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया। हालांकि, उड़ान भरने के एक मिनट से भी कम समय में विमान का सिग्नल खो गया।

केंद्र सरकार ने बड़ा कदम

अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) को जांच सौंपी गई है। यह जांच अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) के प्रोटोकॉल के तहत की जाएगी।

विशेषज्ञों की उच्च स्तरीय समिति करेगी

नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) की ओर से निर्धारित प्रोटोकॉल के लिहाज से विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। नायडू ने एक्स पर पोस्ट किया कि इसके अलावा, सरकार इस घटना की गहन जांच के लिए विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर रही है। उन्होंने बताया कि समिति विमानन सुरक्षा को मजबूत करने और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए काम करेगी।

क्रैश होने के बाद हॉस्पिटल की बिल्डिंग से टकराई प्लेन

बता दें कि फ्लाइट नंबर AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से टेकऑफ करने के कुछ मिनटों बाद ही एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हो गया। आग लगते ही विमान 2.5 किमी दूर बीजे मेडिकल एंड सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से जा टकराया। इस बिल्डिंग में अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं।

वहीं विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।

एअर इंडिया विमान हादसे में बचे एक यात्री की तस्वीर आई सामने, बोला- ये करिश्मे से कम नहीं
गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन AI-171 टेक-ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया. इस विमान हादसे में एक

एअर इंडिया विमान हादसे में बचे एक यात्री की तस्वीर आई सामने, बोला- ये करिश्मे से कम नहीं

गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन AI-171 टेक-ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया. इस विमान हादसे में एक यात्री के बचने की खबर सामने आ रही है. यात्री का नाम रमेश विश्वास कुमार है. घायल का अस्पताल में इलाज जारी है.

एयर इंडिया प्लेन क्रैश में किसी के बचने की संभावना नहीं, पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी सवार थे

#ahmedabadairindiaplanecrash

अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान गुरुवार दोपहर टेक-ऑफ के बाद क्रैश हो गया। लंदन जा रही इस फ्लाइट में 242 लोग मौजूद थे। इनमें गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी थे। इस हादसे में 200 से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। उड़ाने भरने के कुछ ही देर बाद प्लेन क्रैश हो गया था।

पीएम मोदी ने जताया गहरा दुख

घटना पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हादसे के बारे में जानकर स्तब्ध और दुखी हूं। पीएम मोदी ने कहा, अहमदाबाद में हुई त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी कर दिया है। यह शब्दों से परे दिल दहला देने वाली घटना है। इस दुखद घड़ी में, मेरी संवेदनाएं इससे प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। मैं मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूं जो प्रभावित लोगों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने भी जारी किया बयान

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, अहमदाबाद में जो हुआ है, वह बहुत दुखद दुर्घटना है। हमने बहुत से लोगों को खो दिया है। हम उन सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। इसमें कई विदेशी भी शामिल हैं। आपको संबंधित विभागों नागरिक उड्डयन मंत्रालय, एयर इंडिया और अन्य से अपडेट प्राप्त होंगे। यही नवीनतम जानकारी है जो मैं साझा कर सकता हूं। यह एक बदलती स्थिति है। बचाव अभियान जारी है। सटीक विवरण सामने आने के लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना होगा।

प्लेन में विजय रूपाणी भी सवार थे

प्लेन में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी के अलावा कई बिजनेस टायकून भी सवार थे। इनमें कार्गो मोटर के प्रमुख नंदा और ल्यूबी के डायरेक्टर सुभाष अमीन भी शामिल थे।