आजमगढ़ में भाजपा कार्यशाला में मोदी सरकार की 11 वर्षों को उपलब्धियां पर हुई विस्तृत चर्चा

उपेन्द्र कुमार

आजमगढ़:: भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव सिंह की अध्यक्षता में आगामी कार्यक्रमों को लेकर जिला कार्यशाला संपन्न हुई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रभारी अशोक सिंह मौजूद रहे।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी अशोक सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के 11 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं मोदी सरकार के गौरवशाली कार्य दिवसों में उनकी उपलब्धियां की चर्चा को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए 9 जून से 21 जून तक प्रदेश व्यापी अभियान आरंभ किया गया है यह अभियान विकसित भारत का अमृत काल एवं सेवा सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्ष पर केंद्रित रहेगा। इस अभियान का आरंभ राष्ट्रीय स्तर पर 8 जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष जी एवं केंद्रीय मंत्रियों द्वारा प्रेस वार्ता के माध्यम से की जाएगी। प्रदेश स्तर पर 9 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रेस वार्ता की जाएगी और जिला केद्रो पर 10 से 11 जून को प्रेस वार्ता का आयोजन किया जाएगा। आजमगढ़ जिले में 11 जून को जिला कार्यालय पर प्रेस वार्ता कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा। 11 जून को जिला केंद्र पर केंद्र सरकार की 11 वर्षों की उपलब्धियां पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा। मंडल स्तर पर 12 से 14 जून तक विकसित भारत संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा। 21 जून विश्व योग दिवस पर सभी मंडलों में योग शिविर का आयोजन होगा ।15 से 17 के बीच सभी शक्ति केदो पर चौपाल कार्यक्रम किया जाएगा। चौपाल कार्यक्रम में केंद्र सरकार की 11 वर्ष की उपलब्धियां की चर्चा करना ।आयुष्मान योजना में 100% 70 प्लस वर्ष के वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण कराना आयुष्मान कार्ड वितरण करना उपस्थित लोगों को विकसित भारत का संकल्प दिलाना जैसे काम किया जाएगा।

इस अवसर पर जयनाथ सिंह, वंदना सिंह ,अरविन्द जायसवाल सतेन्द्र राय,राम दर्शन यादव ऋषिकेश दूबे, जशवंत सिंह, तीजा राम, राम पाल सिंह डा श्याम नारायण सिंह, सचिदानंद,पवन सिंह मुन्ना, हरिवंश मिश्रा, अवनीश मिश्रा, नन्हकूराम सरोज, पूनम सिंह, विभा बर्नवाल विवेक निषाद अरूण सिंह, इन्द्रेश चौहान, स्माइल फारुकी, बाबूराम चौहान मृगांक शेखर सिन्हा प्रेम भूषण, संदीप सिंह, अरविंद प्राप्ती, राम नरेश चौहान, उमेश गोंड, पंकज कौशिक, ब्रजेश यादव, प्रमोद अशोक मौर्या, राकेश सिंह , सुजीत सिंह ,अभिनव श्रीवास्तव शोभित श्रीवास्तव हर्ष श्रीवास्तव, पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

वेदांता इंटरनेशनल स्कूल आजमगढ़ के छात्र हर्ष सिंह ने जेईई एडवांस्ड में लहराया परचम

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आज़मगढ़::जनपद के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान वेदांता इंटरनेशनल स्कूल आजमगढ़ के मेधावी छात्र हर्ष सिंह ने जेईई एडवांस्ड जैसी देश की सर्वोच्च इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त कर विद्यालय, परिवार और जनपद का नाम गर्व से ऊँचा किया है।

इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर विद्यालय प्रांगण में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य रूप से मैनेजिंग डायरेक्टर शिव गोविंद सिंह उपस्थित रहे। उन्होंने हर्ष को सम्मानित करते हुए कहा - हर्ष एक मेहनती और अनुशासित छात्र है, जो सदैव अपने शिक्षकों के निर्देशों का पालन करते रहते है। उनकी यह उपलब्धि उनके आत्मविश्वास, नियमित अध्ययन और पारिवारिक सहयोग का प्रतिफल है।

हर्ष सिंह मूल रूप से ग्राम भरौली, पोस्ट हुसैपुर महाराजगंज, जनपद आज़मगढ़ के निवासी हैं। हर्ष ने इससे पूर्व 12वीं परीक्षा में आज़मगढ़ जिले में छठा स्थान प्राप्त किया था। इसके अतिरिक्त, वे कक्षा 10वीं में भी ज़िला टॉपर रह चुके हैं, जो उनकी निरंतर शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रमाण है।

हर्ष की इस सफलता पर उन्होंने कहा — आज मैं जिस मुक़ाम पर हूँ, उसका पूर्ण श्रेय मेरे माता-पिता और वेदांता विद्यालय परिवार को जाता है। मेरे शिक्षकों ने हर विषय को पूरी गहराई से समझाया, मुझे समय दिया और निरंतर प्रोत्साहित किया। विद्यालय का वातावरण और मार्गदर्शन मेरे लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहा है।

हर्ष के पिता श्री अजय कुमार सिंह कंपोज़िट विद्यालय, भीमापुर (ब्लॉक - कोइलसा) में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए कहा — जब मैंने हर्ष का दाख़िला वेदांता इंटरनेशनल स्कूल में कराया, तब केवल एक विश्वास था — यहाँ की श्रेष्ठ शिक्षा व्यवस्था और सकारात्मक वातावरण। आज हर्ष की सफलता यह प्रमाणित करती है कि वेदांता विद्यालय परिवार अपने छात्रों को संपूर्ण सहयोग और दिशा प्रदान करता है।

कार्यक्रम के अंत में मैनेजिंग डायरेक्टर शिव गोविंद सिंह ने पुनः हर्ष की सराहना करते हुए कहा — हर्ष न केवल एक प्रतिभाशाली, बल्कि आज्ञाकारी और केंद्रित छात्र रहा है। उसके माता-पिता का समर्पण और विद्यालय परिवार की शिक्षण पद्धति ने मिलकर यह सफलता सुनिश्चित की है। हम सदैव मानते हैं कि हमारे पालकगण विद्यालय के सच्चे भागीदार हैं, और आज इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हमारे सामने है।

इस अवसर पर शिवाजी सिंह, अहमद एजाज़, अभय सिंह, स्नेहा सिंह विद्यावती, बृजेश सहित विद्यालय के अन्य शिक्षक एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे।

वेदांता इंटरनेशनल स्कूल, बनकट एक बार फिर यह सिद्ध करता है कि समर्पित शिक्षक, प्रेरणादायक माहौल और पारिवारिक सहयोग से छात्र किसी भी ऊँचाई तक पहुँच सकते हैं।

ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद ने विश्व ब्राह्मण दिवस बड़े धूमधाम से मनाया

उपेन्द्र पांडेय, आजमगढ़::ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के तत्वावधान में 1 जून दिन रविवार को एलवल स्थित शिविर कार्यालय पर विश्व ब्राह्मण दिवस के अवसर पर आचार्य चाणक्य जयंती मनाई गई ।

कार्यक्रम का शुभारम्भ ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के अध्यक्ष ब्रजेश नन्दन पाण्डेय ने आचार्य चाणक्य जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।

अपने सम्बोधन के दौरान अध्यक्ष ब्रजेश नन्दन पाण्डेय ने कहा कि जब जब इस देवधरा भूमि पर अधर्म ,असत्य और अत्याचार बढ़ा है तब तब किसी न किसी रुप में ईश्वरीय शक्ति का उदय हुआ है।

आचार्य चाणक्य ने नन्द वंश के अत्याचारी शासक घनानंद को हटाकर कर चंद्र गुप्त मौर्य को राजा बनाने के साथ साथ उनको राजनीति,युद्ध नीति और शासन कौशल में प्रशिक्षित कर एक शक्तिशाली और संगठित मौर्य समाज की स्थापना किया । आचार्य चाणक्य चंद्र गुप्त मौर्य के गुरु और उनके साम्राज्य के महामंत्री भी थे ।उनका जीवन राष्ट्र निर्माण और नैतिक प्रशासक के उच्चतम आदर्शों का प्रतीक माना जाता है ।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के महामंत्री मनोज कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आचार्य चाणक्य एक महान शिक्षक,दार्शनिक , अर्थशास्त्री, कूटनीतिज्ञ,विधिवेत्ताऔरशाही सलाहकार थे।उनका जन्म 375ईसा पूर्व तक्षशिला में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।उनके पिता का नाम चणक एवं माता का नाम चनेश्वरी था।वह तक्षशिला विश्व विद्यालय में अर्थशास्त के शिक्षक थे। उनके द्वारा रचित दो महान ग्रन्थ अर्थशास्त्र और चाणक्य नीति आज भी प्रासंगिक हैं।

इस अवसर पर गंगा शंकर मिश्र,गिरिजा सुवन पाण्डेय,सतीश चंद्र पाण्डेय,निशीथ रंजन तिवारी,राजन पाण्डेय,राहुल पाण्डेय ,अजय तिवारी आदि उपस्थित थे।

आजमगढ़:: पूर्णश्लोक अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के तहत नगर पालिका सम्मेलन नेहरु हाल में सम्पन्न हुआ

उपेन्द्र पांडेय,आजमगढ़: अहिल्याबाई होल्कर त्रि- शताब्दी स्मृति अभियान का कार्यक्रम नगर पालिका में संपन्न हुआ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दारा सिंह चौहान (कारागार मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार) मौजूद रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा महिला सफाई कर्मचारियों को अंगवस्त्र पुष्प गुच्छ व स्वच्छता किट देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि कारागार मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार दारा सिंह चौहान ने कहा कि पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर भारतीय हतिहास की उन महान नारियों में से हैं, जिन्होंने नारी शक्ति, प्रशासनिक दक्षता और धर्म-परायणता का ऐसा अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया, जिसकी स्मृति आज भी भारतीय जनमानस में श्रद्धा के साथ अंकित है। 31 मईं, 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जनपद स्थित चांडी ग्राम में जन्मी अहिल्याबाई, प्रारंभ से ही विलक्षण प्रतिभा और प्रखर बुद्धि की धनी थीं। उनके पिता मानकोजी शिदे मराठा साम्राज्य में पाटिल के पद पर कार्यरत थे, जिन्होंने अपनी पुत्री को मर्यादा, नीति और धर्म का संस्कार बचपन से ही दिया।

विवाह के उपरांत अहिल्याबाई मालवा राज्य की बहू बनीं और कालांतर में राज्य की महारानी। यह मार्ग सरल न था। युद्ध में पति खांडेराव की मृत्यु. फिर ससुर मल्हारराव का निधन और अंतत: अपने इकलौते पुत्र मालेराव की असामयिक मृत्यु- ये सारे आघात अहिल्याबाई पर एक के बाद एक टूटे, परंतु उन्होंने इन्हें दुर्बलता नहीं, बल्कि दायित्व का आह्वान समझा। 11 दिसम्बर, 1767 को जब उन्हें विधिवत राज्याभिषेक कर राजसिंहासन सौंपा गया, तब उन्होंने न केवल राज्य को स्थायित्व दिया, बल्कि अपनी दूरदृष्टि, न्यायप्रियता और धर्मनिष्ठा से उसे समृद्धि की ओर अग्रसर किया। उनकी न्यायिक व्यवस्था इतनी प्रभावी थी कि प्रजा उन्हें साक्षात धर्म का रूप मानती थी। उन्होंने देशभर में मंदिरों, कुओं, धर्मशालाओं और घाटों का निर्माण करवाया, जिनमें काशी, गया, सोमनाथ, द्वारका, रामेश्वरम् जैसे तीर्थस्थलों का विशेष उल्लेखनीय स्थान है।

अहिल्याबाई न केवल धर्मप्रेमी थीं, बल्कि उत्कृष्ट शासक भी- वे सैनिक रणनीति में निपुण थीं, राज्य कीआय-व्यय प्रणाली को व्यवस्थित करती थीं, और महिला सशक्तिकरण की मूर्तिमान प्रेरणा थीं। उनके शासनकाल में मालवा न केवल राजनैतिक रूप सें स्थिर रहा, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उन्नयन का भी केंद्र बना। 13 अगस्त, 1795 को जब अहिल्याबाई इस लोक से विदा हुईं, तब वे अपने पीछे एक ऐसा आदशं राज्य मॉडल छोड़ गई, जिसमें शक्ति, सेवा और संयम का प्रतीक माना जाता है।

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष माला द्विवेदी , श्रीकृष्ण पाल,प्रेम प्रकाश राय, पूनम सिंह ,विभा बर्नवाल, अवनीश मिश्रा अजय सिंह, विवेक निषाद,मृगांक शेखर सिन्हा, संतोष चौहान, धर्मवीर चौहान , अवनीश चतुर्वेदी, शोभित श्रीवास्तव मौजूद रहे।

उ.प्र सहकारी चीनी मिल्स संघ लिमिटेड के नवनिर्वाचित उपसभापति ऋषिकांत राय का हुआ जोरदार स्वागत

उपेन्द्र पांडेय,आजमगढ़:: उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ लिमिटेड उपसभापति/उपाध्यक्ष नवनिर्वाचित होने के उपरांत लालगंज के पूर्व जिला अध्यक्ष ऋषिकांत राय के जनपद में प्रथम आगमन पर भारतीय जनता पार्टी लालगंज के निवर्तमान जिला अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं में अपने हुजूम के साथ फूलवरिया टोल प्लाजा से स्वागत की शुरुवात करते हुए भाजपा कार्यालय तक जगह जगह अपने नेता के नेतृत्व में स्वागत किया। भाजपा कार्यालय पहुंचने के उपरांत ऋषिकांत राय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय,महाराजा अग्रसेन, प लक्ष्मी शंकर मिश्र और बाबू विश्राम राय की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद आयोजित स्वागत समारोह में उपस्थित हुए।

  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय उपस्थित रहे।

 सहजानंद राय ने कहा कि अब यह चुनाव केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को ही लड़ने का मौका मिला करता था।अब यही आजमगढ़ जैसी कृषक भूमि से निकले किसान के बेटे को भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जो कम किया है। यह कार्यकर्ताओं के लिए एक मिशाल कायम किया है। क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता आपसी वैमनस्यता को दूर करने और समर्पित भाव से काम करने का कड़ा निर्देश दिया।  

   ऋषिकांत राय ने कहा कि मुझे जैसे साधारण कार्यकर्ता को भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी बना कर उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के चीनी मिल्स संघ का उपसभापति बनाया। इसके लिए मैं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं। मैं चीनी मिल से आने वाली किसान कबसारी समस्याओं को शासन तक पहुंचने के काम करूंगा जिससे आने वाले समय में गन्ना किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का निदान हो सकेगा।

मंच का संचालन जिला मंत्री दिलीप सिंह बघेल ने किया।

  इस अवसर पर निवर्तमान जिला अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव,श्रीकृष्ण पाल,जिला अध्यक्ष विनोद राजभर,क्षेत्रीय संयोजक श्रम प्रकोष्ठ रमाकांत मिश्रा,पूर्व सांसद संगीता आजाद,पूर्व विधायक आजाद अरिमर्दन,पूर्व प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा,संचालक रामश्रय राय,उपसभापति रजनीश राय, जिला उपाध्यक्ष हनुमत सिंह,जिला मंत्री अजय यादव,शैलेंद्र यादव, ब्लॉक प्रमुख अनुराग सिंह,प्रवीण सिंह,अजय सिंह,अमन श्रीवास्तव,मयंक श्रीवास्तव,सत्यम राय,शिवम् राय,कुणाल,शिवांश यादव आदि मौजूद रहे।

आज से नौतपा 25 मई 2025 से शुरु

उपेन्द्र पांडेय

आजमगढ़::आज से नौतपा शुरू हो गया है आईए जानते हैं ज्योतिषाचार्य भूपेंद्रानंद महाराज ने नौतपा को लेकर बहुत बड़ी जानकारी दिया। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है इस समय सूर्य पृथ्वी के सबसे करीब होते हैं, जिससे गर्मी का असर बहुत बढ जाता है । धार्मिक दृष्टि से इसका समय 15 दिन का होता है। शुरुआती 9दिनो में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने के कारण इसे नौतपा कहा जाता है। इस साल नौतपा 8जून तक रहेगा , नौ दिन सूरज जितना प्रचंड होगा, बारिश उतनी ज्यादा होगी । जैसा कि मैंने पहले ही कहा था कि इस वर्ष तूफान बारिश ओले ,भूकम्प आदि पडने के प्रबल सम्भावना है , ठीक 25 मई से 8जून तक सतर्क रहने की आवश्यकता है , इसमे जन हानि और दुर्घटना ,बारिश और तूफान से दिक्कत होगी।राजधानी से शुरुआत अतः मौसम और धूप से बचे , नदी मे स्नान से बचे खतरा ,जून में किसी बडे नेता को गम्भीर बिमारी होने के संकेत ।

ज्योतिष भूपेन्द्रानन्द महाराज ( गुरु जी)

एक देश और एक चुनाव के कार्यक्रम के बाद भाजपा के पदाधिकारी ने प्रधानमंत्री के मन की बात को सुना

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़ ::भारतीय जनता पार्टी एक देश एक चुनाव के संबन्ध में बेलइसा स्थित विद्यालय के सभागार में सदर विधानसभा का समागम सम्पन्न हुआ। जिला पदाधिकारी मंडल पदाधिकारी व कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 121वें मन की बात कार्यक्रम को सुना।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह कार्यक्रम संयोजक पवन सिंह मुन्ना व सह संयोजक विनय प्रकाश गुप्ता मौजूद रहे।

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह ने कहा कि ह आजादी के बाद 1967 तक हमारे देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होते थे और पांच वर्षों तक कोई चुनाव नहीं होने से चुनी हुई सरकार को पांच वर्ष विकास के काम करने का अवसर मिलता था। लेकिन 1967 के बाद सरकारों के समय से पूर्व गिरने और राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने से यह क्रम टूट गया और आज परिस्थितियां ऐसी बन गई है कि प्रति वर्ष किसी न किसी राज्य में चुनाव होता रहता हैं। जिसके कारण आचार संहिता लगने से विकास कार्य बाधित हो जाते हैं। लोकसभा और विधानसभा का चुनाव अलग-अलग होने से हजारों करोड़ रुपए खर्च होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इस एक राष्ट्र एक चुनाव का संकल्प लिया था जिसके संबंध में कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैं । एक राष्ट्र एक चुनाव के सम्बन्ध में देश भर में चर्चा चल रही है उसी क्रम में आज हम सभी यहा उपस्थित हैं । लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एकसाथ होने से जनता के टैक्स का पैसा बचेगा जिससे जनहित के दूसरे विकास कार्यों लगाया जा सकेगा। एक राष्ट्र एक चुनाव की चर्चा हम सभी को जनता के बीच जाकर करनी होगी और उसके फायदे बताने होंगे। विकसित भारत बनने के लिए यह भी आवश्यक है की पांच साल में एक बार चुनाव हो और फिर पांच वर्ष लगातार सिर्फ विकास के का निर्बाध रूप से हो।

इस अवसर पर अखिलेश मीश्रा गुड्डू, घनश्याम पटेल,जयनाथ सिंह, , डा श्याम नारायण सिंह, सचिदानंद सिंह, हरिवंश मिश्रा, पवन सिंह मुन्ना यशवंत सिंह, आर पी राय, हवलदार सिंह , विनय प्रकाश गुप्ता, पंकज सिंह कौशिक,अशोक सोनकर, मनीष सिंह दिवाकर सिंह, राकेश सिंह प्रमोद चौहान, मृगांक शेखर सिन्हा, विवेक निषाद, प्रवीण सिंह, मिथिलेश चौरसिया, संतोष चौहान, अवनीश चतुर्वेदी, मुन्सी निषाद, अभिषेक गुप्ता गोलू, नीरज सिंह ,रमेश सैनी, अभिनव श्रीवास्तव, योगेन्द्र यादव पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

वीरों के सम्मान में आजमगढ़ व्यापारियों ने बंद किया दुकान और विशाल शोक सभा

उपेन्द्र कुमार पांडेय,आजमगढ़। कश्मीर के पहलगाम में हुई विभत्स घटना से आजमगढ़ का जन-जन आक्रोशित है और इसी के विरोध में शुक्रवार को आजमगढ़ के व्यापारियांं ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद आक्रोशित जनता ने आतंकवाद को पोषित करने वाले पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया और पाकिस्तान का पुतला दहन कर अपनी भड़ास निकालकर एकजुटता का संदेश दिया। प्रदर्शन और बंदी को सफल बनाने में शहर के पुरानी कोतवाली पर आर्यमगढ दुर्गा पूजा महासमिति, विहिप गोरक्षा विभाग, व्यापार मंडल, भाजपा समेत अनेकों संगठनों के लोग एकत्र हुए और सभी से बंदी का आह्वान की अपील कियाऔर जनसमर्थन मांगा।

इसके उपरांत पैदल मार्च करते हुए पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये। कार्यक्रम का नेतृत्व आर्यमगढ़ दुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष अरविन्द मोदनवाल और विहिप गोरक्षा विभाग के प्रान्त संयोजक गौरव सिंह रघुवंशी ने किया। प्रदर्शन करते हुए लोग हाथों में भगवा ध्वज और तिरंगा लेकर मातबरगंज शंकर जी की मूर्ति होते हुए मुख्य चौक पर आंतक का पर्याय बने पाकिस्तान का पुतला दहन किया। पुरानी कोतवाली पर विरोध प्रदर्शन करते हुए वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट करते हुए आतंकी हमले कि निंदा की और सभी देशवासियों से एकजुट होने कि अपील किया।

कार्यक्रम में विशेष रूप से दीपक राय, अजय अग्रवाल, अभिषेक जायसवाल दीनू, आर.पी. राय सोनू, चंदन सिंह, श्री कृष्ण सिंह किशन, पद्माकर लाल वर्मा, विनय गुप्ता, अमन श्रीवास्तव, शैलेन्द्र अग्रवाल, ऋत्विक जायसवाल, विनीत सिंह रिशु, गोविन्द दुबे, रविन्द्र पाण्डेय, राजेश गोंड, विवेक सिंह, अश्वनी मिश्रा, शशांक तिवारी, विकास वर्मा, संदीप सिंह समेत नगर के अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

इस अवसर पर अनिल अग्रवाल, अमन गर्ग, सुधीर गुप्ता, विजय सोनकर, मिथुन निषाद, इंद्रजीत निषाद, उत्कर्ष सिंह, प्रशांत सिंह, अंकुर गुप्ता, अनिल सोनकर, सागर सेठ, जितेंद्र गुप्ता, अरविन्द वर्मा, संदरी सिंह, शौनक शाहू, संदीप सेठ, चंद्रकेश गोंड, गौतम बरनवाल, विमल निषाद, तुषार सेठ, तनिष्क, आकाश गुप्ता, विनायक, आशुतोष, हर्ष, मकरध्वज यादव, सूरज समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

श्री विश्वकर्मा मय पाञ्चाल ब्राह्मण सभा की बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन...

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़: आज दिनांक 20 अप्रैल, 2025 को श्री विश्वकर्मा मय पाञ्चाल ब्राह्मण सभा की बैठक श्री विश्वकर्मा मंदिर सरफुद्दीनपुर स्थित रेलवे स्टेशन मार्ग पर आयोजित की गई....

बैठक की अध्यक्षता संरक्षक श्री रामकेर विश्वकर्मा जी ने की,

बैठक में वार्षिक अधिवेशन के उपरान्त एवं नई कार्यकारिणी पर विचार-विमर्श किया गया।

इसके पश्चात सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी का अनुमोदन किया गया।

नई कार्यकारिणी में श्री महेंद्र विश्वकर्मा को अध्यक्ष, श्री अम्बुज विश्वकर्मा को महामंत्री और श्री रजनीश विश्वकर्मा को कोषाध्यक्ष एवं श्री मोनू विश्वकर्मा को संगठन मंत्री चुना गया।

उपाध्यक्ष पद पर श्री छवि श्याम विश्वकर्मा सहित सभी कार्यकारिणी पदाधिकारियों व सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।

आज की बैठक में मुख्य रूप से संरक्षक श्री श्यामा प्रसाद शर्मा, श्री रामकेर विश्वकर्मा, श्री विंध्याचल शर्मा डॉ० जे० आर० विश्वकर्मा, श्री उमाशंकर विश्वकर्मा, हरिराम विश्वकर्मा, प्रेमनाथ विश्वकर्मा, महात्मा विश्वकर्मा, राममिलन विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, मोतीलाल विश्वकर्मा, नंदलाल विश्वकर्मा, अच्छे विश्वकर्मा, नंदकिशोर विश्वकर्मा, विनोद विश्वकर्मा, विकेंद्र विश्वकर्मा, जगदीश विश्वकर्मा, आदि कई स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे।

ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों ?

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़::रात्रि के अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

सूर्योदय से चार घड़ी (लगभग डेढ़ घण्टे) पूर्व ब्रह्म मुहूर्त में ही जग जाना चाहिये। इस समय सोना शास्त्र निषिद्ध है। ब्रह्म का मतलब परम तत्व या परमात्मा। मुहूर्त यानी अनुकूल समय। रात्रि का अंतिम प्रहर अर्थात प्रात: 4 से 5.30 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहा गया है।

“ब्रह्ममुहूर्ते या निद्रा सा पुण्यक्षयकारिणी”।

अर्थात - ब्रह्ममुहूर्त की निद्रा पुण्य का नाश करने वाली होती है।

सिख धर्म में इस समय के लिए बेहद सुन्दर नाम है--"अमृत वेला", जिसके द्वारा इस समय का महत्व स्वयं ही साबित हो जाता है। ईश्वर भक्ति के लिए यह महत्व स्वयं ही साबित हो जाता है। ईवर भक्ति के लिए यह सर्वश्रेष्ठ समय है। इस समय उठने से मनुष्य को सौंदर्य, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थ्य आदि की प्राप्ति होती है। उसका मन शांत और तन पवित्र होता है।

ब्रह्म मुहूर्त में उठना हमारे जीवन के लिए बहुत लाभकारी है। इससे हमारा शरीर स्वस्थ होता है और दिनभर स्फूर्ति बनी रहती है। स्वस्थ रहने और सफल होने का यह ऐसा फार्मूला है जिसमें खर्च कुछ नहीं होता। केवल आलस्य छोड़ने की जरूरत है।

पौराणिक महत्व

वाल्मीकि रामायण के मुताबिक माता सीता को ढूंढते हुए श्रीहनुमान ब्रह्ममुहूर्त में ही अशोक वाटिका पहुंचे। जहां उन्होंने वेद व यज्ञ के ज्ञाताओं के मंत्र उच्चारण की आवाज सुनी।

शास्त्रों में भी इसका उल्लेख है--

वर्णं कीर्तिं मतिं लक्ष्मीं स्वास्थ्यमायुश्च विदन्ति।

ब्राह्मे मुहूर्ते संजाग्रच्छि वा पंकज यथा॥

अर्थात- ब्रह्म मुहूर्त में उठने से व्यक्ति को सुंदरता, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थ्य, आयु आदि की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से शरीर कमल की तरह सुंदर हो जाता हे।

ब्रह्म मुहूर्त और प्रकृति

ब्रह्म मुहूर्त और प्रकृति का गहरा नाता है। इस समय में पशु-पक्षी जाग जाते हैं। उनका मधुर कलरव शुरू हो जाता है। कमल का फूल भी खिल उठता है। मुर्गे बांग देने लगते हैं। एक तरह से प्रकृति भी ब्रह्म मुहूर्त में चैतन्य हो जाती है। यह प्रतीक है उठने, जागने का। प्रकृति हमें संदेश देती है ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए।

इसलिए मिलती है सफलता व समृद्धि

आयुर्वेद के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठकर टहलने से शरीर में संजीवनी शक्ति का संचार होता है। यही कारण है कि इस समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है। इसके अलावा यह समय अध्ययन के लिए भी सर्वोत्तम बताया गया है क्योंकि रात को आराम करने के बाद सुबह जब हम उठते हैं तो शरीर तथा मस्तिष्क में भी स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है। प्रमुख मंदिरों के पट भी ब्रह्म मुहूर्त में खोल दिए जाते हैं तथा भगवान का श्रृंगार व पूजन भी ब्रह्म मुहूर्त में किए जाने का विधान है।

ब्रह्ममुहूर्त के धार्मिक, पौराणिक व व्यावहारिक पहलुओं और लाभ को जानकर हर रोज इस शुभ घड़ी में जागना शुरू करें तो बेहतर नतीजे मिलेंगे।

ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाला व्यक्ति सफल, सुखी और समृद्ध होता है, क्यों? क्योंकि जल्दी उठने से दिनभर के कार्यों और योजनाओं को बनाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। इसलिए न केवल जीवन सफल होता है। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने वाला हर व्यक्ति सुखी और समृद्ध हो सकता है। कारण वह जो काम करता है उसमें उसकी प्रगति होती है। विद्यार्थी परीक्षा में सफल रहता है। जॉब (नौकरी) करने वाले से बॉस खुश रहता है। बिजनेसमैन अच्छी कमाई कर सकता है। बीमार आदमी की आय तो प्रभावित होती ही है, उल्टे खर्च बढऩे लगता है। सफलता उसी के कदम चूमती है जो समय का सदुपयोग करे और स्वस्थ रहे। अत: स्वस्थ और सफल रहना है तो ब्रह्म मुहूर्त में उठें।

वेदों में भी ब्रह्म मुहूर्त में उठने का महत्व और उससे होने वाले लाभ का उल्लेख किया गया है।

प्रातारत्नं प्रातरिष्वा दधाति तं चिकित्वा प्रतिगृह्यनिधत्तो।

तेन प्रजां वर्धयमान आयू रायस्पोषेण सचेत सुवीर:॥ - ऋग्वेद-1/125/1

अर्थात- सुबह सूर्य उदय होने से पहले उठने वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इसीलिए बुद्धिमान लोग इस समय को व्यर्थ नहीं गंवाते। सुबह जल्दी उठने वाला व्यक्ति स्वस्थ, सुखी, ताकतवाला और दीर्घायु होता है।

यद्य सूर उदितोऽनागा मित्रोऽर्यमा।

सुवाति सविता भग:॥ - सामवेद-35

अर्थात- व्यक्ति को सुबह सूर्योदय से पहले शौच व स्नान कर लेना चाहिए। इसके बाद भगवान की पूजा-अर्चना करना चाहिए। इस समय की शुद्ध व निर्मल हवा से स्वास्थ्य और संपत्ति की वृद्धि होती है।