क्या है भारत की राष्ट्रीय भाषा? डीएमके नेता कनिमोझी का जवाब
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डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि स्पेन में भारत के डेलिगेशन का नेतृत्व कर रही हैं। भारत की ओर से ऐसे 7 डेलिगेशन अलग-अलग नेताओं के नेतृत्व में देशों में पहुंच रहे हैं और पाकिस्तान की पोल खोल रहे है। ये डेलिगेशन केवल पाकिस्तान को बेनकाब करने वाली टीम नहीं है बल्कि भारत की एकता का भी दुनियाभर में प्रदर्शन कर रही है। इसकी एक झलक स्पेन में दिखी। जब कनिमोझी ने भारत की राष्ट्रीय भाषा को लेकर किए गए सवाल का लाजवाब करने वाला जवाब दिया। उन्होंने इस सवाल के जवाब में कहा, भारत की राष्ट्रीय भाषा 'अनेकता में एकता' है।
डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि भी ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के आउटरीच कार्यक्रम के हिस्से के रूप में स्पेन में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही हैं। स्पेन के दौरे के दौरान सांसद कनिमोझी करुणानिधि से भारत की राष्ट्रीय भाषा के को लेकर सवाल पूछा गया। मैड्रिड में भारतीय प्रवासी के एक सदस्य ने उन से भाषा को लेकर यह सवाल पूछा। जिस पर उन्होंने कहा, भारत की राष्ट्रीय भाषा ‘अनेकता में एकता’ है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह एक संदेश है जिसे उनके प्रतिनिधिमंडल का मकसद दुनिया को बताना है।
केंद्र के साथ भाषा विवाद के बीच बड़ा बयान
दरअसल, यह सवाल हाल ही में तमिलनाडु में डीएमके सरकार और केंद्र के बीच भाषा को लेकर हुई तीखी झड़प के चलते सामने आई, खासकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में तीन-भाषा फॉर्मूले को लेकर बहस छिड़ गई थी।
स्पेन के विदेश मंत्री से मुलाकात
स्पेन में कनिमोझी के नेतृत्व में भारत का 'ग्रुप-6' डेलिगेशन स्पेन के विदेश मंत्री जोसे मैनुएल अल्बारेस से भी मिला। स्पेन में भारतीय दूतावास ने जानकारी दी कि इस मुलाकात में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई और अप्रैल 22 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भारत की स्थिति की जानकारी स्पेन को दी।
स्पेन ने आतंकवाद के खिलाफ साथ का दिया भरोसा
विदेश मंत्री अल्बारेस ने कहा कि स्पेन भारत की आतंकवाद विरोधी लड़ाई में पूरी तरह से उसके साथ खड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद कभी जीत नहीं सकता और दुनिया में शांति सबसे जरूरी है।
Jun 03 2025, 13:59