जहानाबाद में भाजपा के खिलाफ तेली साहु समाज का फूटा गुस्सा, कहा: भाजपा के दिल में तेली नहीं, तो तेली के दिल में भी भाजपा नहीं
जहानाबाद जिला कमिटी में उपेक्षा से नाराज़ समाज ने किया बहिष्कार का ऐलान, रोड शो और जनजागरण अभियान की चेतावनी
जहानाबाद भारतीय जनता पार्टी की हाल ही में घोषित जिला कमिटी में तेली साहु समाज को प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने से नाराज़ समाज के लोगों ने आज साहु धर्मशाला, जहानाबाद में बैठक कर भाजपा के खिलाफ खुला विरोध जताया। इस दौरान समाज के नेताओं और सदस्यों ने जातिगत भेदभाव का आरोप लगाते हुए पार्टी से संबंध तोड़ने का संकेत दिया।
बैठक की अध्यक्षता भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष दामोदर प्रसाद ने की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा तेली समाज को “वोट बैंक” की तरह इस्तेमाल किया, लेकिन जब प्रतिनिधित्व देने की बात आई तो उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया।
पूर्व नगर उपाध्यक्ष अंकित कुमार गुप्ता ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“भाजपा अब कर्मप्रधान नहीं, जातिप्रधान पार्टी बन गई है। पिछले कार्यकाल में तेली समाज से दो उपाध्यक्ष थे, लेकिन इस बार पूरी तरह उपेक्षा की गई है। यदि भाजपा के दिल में तेली नहीं, तो अब तेली के दिल में भी भाजपा नहीं।”
उन्होंने आगे कहा कि समाज अब रोड शो, जनजागरण अभियान और राजनीतिक विकल्पों की तलाश के जरिए भाजपा का पूर्ण बहिष्कार करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि,
“भाजपा यदि रीढ़ की हड्डी तोड़ देगी, तो उसे बैसाखी भी सहारा नहीं दे पाएगी। तेली समाज अब सिर्फ वोट नहीं, सम्मान भी चाहता है।”
बैठक में धर्मेंद्र कुमार (पूर्व वार्ड अध्यक्ष, वार्ड-23), नित्यानंद गुप्ता, नितेश साहु उर्फ मोनू, राजू कुमार समेत समाज के कई वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने एकमत से भाजपा की नीतियों और नए जिला कमिटी गठन के तरीके की आलोचना की।
तेली साहु समाज का यह विरोध भाजपा के लिए बड़ा चेतावनी संकेत है, खासकर तब जब लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। इस विरोध ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि समाज अब मौन दर्शक नहीं, बल्कि न्याय के लिए संघर्षरत है।
May 29 2025, 20:44
बैठक में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, अस्पताल प्रबंधक, कार्यकारी अधीक्षक, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे। सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र प्रसाद ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड सहित सभी स्वास्थ्य सेवाओं को समयबद्ध, प्रभावी और समन्वित ढंग से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि आम जनता को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना प्राथमिकता होनी चाहिए। साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों की नियमित निगरानी, संसाधनों की उपलब्धता और चिकित्सकीय सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने पर जोर दिया। यह समीक्षा बैठक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सक्षम, सजग और जवाबदेह बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास साबित हुई।