देवघर-श्रावणी मेला की तैयारी को लेकर नगर आयुक्त की बैठक सम्पन्न, विशेष जोर नालों की सफाई, अतिक्रमण हटाने और रूट लाइन की स्वच्छता पर।
देवघर:
श्रावणी मेले की तैयारियों को लेकर नगर निगम कार्यालय में नगर आयुक्त की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य श्रावणी मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित करना था, जिसमें विशेष फोकस नालों की सफाई, रूट लाइन और मंदिर क्षेत्र की समग्र स्वच्छता एवं अतिक्रमण हटाने पर रहा। नगर आयुक्त ने बैठक में कहा कि चूंकि श्रावणी मेला और मानसून एक साथ आते हैं, इसलिए यह अत्यंत आवश्यक है कि रूट लाइन और बाबा मंदिर क्षेत्र सहित पूरे नगर में कोई भी नाला जाम न हो।
विशेषकर कांवड़ मार्ग पर जलजमाव की स्थिति किसी भी हालत में उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। नालों की सफाई पर विशेष निर्देश बैठक में सभी वार्ड जमादारों को बुलाकर उनके अधीन वार्डों के नालों को प्राथमिकता के आधार पर साफ कराने के निर्देश दिए गए। नगर आयुक्त ने प्रत्येक जमादार से उनके-उनके क्षेत्र की स्थिति की जानकारी ली और उन्हें साफ-साफ लक्ष्य सौंपा। कुछ जमादारों ने नालों की सफाई में आ रही इंजीनियरिंग समस्याओं जैसे कि टूटे हुए नाले, अवरुद्ध पाइपलाइन, या अतिक्रमण की समस्या की जानकारी दी।
इन्हीं समस्याओं को देखते हुए नगर अभियंता दल के नेतृत्वकर्ता सह सहायक अभियंता (AE) पारस को तत्काल बैठक में बुलाया गया और उन्हें क्षेत्रवार समस्याओं के अनुसार आवश्यक मरम्मत एवं निर्माण कार्य करने के आदेश दिए गए। प्रत्येक कार्य के लिए समय-सीमा भी तय की गई। अतिक्रमण और समग्र सफाई पर कार्ययोजना नगर प्रबंधक श्री प्रकाश को श्रावणी मेला के लिए सफाई नोडल अधिकारी तथा अतिक्रमण हटाओ अभियान के प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्हें स्पष्ट निर्देश दिया गया कि नालों के ऊपर और आसपास के अतिक्रमण, मंदिर क्षेत्र, कांवड़ रूट लाइन, और जसीडीह स्टेशन के आसपास की सफाई एवं अतिक्रमण हटाने का कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ करें। विशेष रूप से रूट लाइन क्षेत्र में सड़कों पर पड़े भवन निर्माण सामग्री (construction materials) को तत्काल हटाने और यदि संबंधित व्यक्ति/दुकानदार न हटाए तो उन पर विधिसम्मत जुर्माना लगाने के निर्देश भी दिए गए।
यह अभियान नियमित रूप से चलाया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही में किसी प्रकार की बाधा न हो। इसके अलावा प्रकाश को निर्देशित किया गया कि वे बैठक में दिए गए सभी निर्देशों का संकलन करें और एक समग्र कार्ययोजना (रोडमैप) तैयार कर कल तक नगर आयुक्त को प्रस्तुत करें। यह कार्ययोजना कार्यों की प्राथमिकता, जिम्मेदार अधिकारी, और समयसीमा के विवरण के साथ होनी चाहिए। उपस्थित अधिकारीगण बैठक में नगर आयुक्त के साथ-साथ उप नगर आयुक्त सागरी बराल, सहायक नगर आयुक्त रंजीत सिंह एवं सहायक नगर आयुक्त गौरव कुमार भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने क्षेत्रीय समन्वय और सतत निगरानी का भरोसा दिलाया। बैठक में नगर आयुक्त ने कहा कि श्रावणी मेला देवघर की पहचान है, और नगर निगम की यह नैतिक व प्रशासनिक जिम्मेदारी है कि श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक वातावरण उपलब्ध कराया जाए। सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करना होगा ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। बैठक के अंत में नगर आयुक्त ने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और प्रतिदिन प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
May 27 2025, 21:55