बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर सम्पन्न हुई भव्य खारून गंगा महाआरती

रायपुर- माँ खारून गंगा आरती महादेव घाट समिति द्वारा आयोजित खारून गंगा महाआरती का आयोजन आज बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धा, भक्ति और दिव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। विगत तीन वर्षों से निरंतर आयोजित हो रही यह आरती आज भी सायंकाल महादेव घाट पर हजारों श्रद्धालुओं, सनातन धर्मावलंबियों एवं समाजसेवियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। आरती स्थल पर साधु-संतों, विद्वान पंडितों और गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को विशेष आध्यात्मिक ऊँचाइयाँ प्रदान की। इस अवसर पर रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक पुरन्दर मिश्रा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने माँ खारून की महाआरती में भाग लेकर सभी श्रद्धालुओं के साथ इस दिव्य क्षण का पुण्य लाभ लिया तथा आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। आरती के दौरान नदियों की पवित्रता और संरक्षण हेतु सामूहिक संकल्प भी लिया गया, जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने मिलकर यह प्रतिज्ञा की कि वे नदियों को स्वच्छ, निर्मल और सम्मानजनक रूप में बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। विशेष उल्लेखनीय बात यह है कि माँ खारून की आरती प्रतिदिन सायं नियमित रूप से की जाती है, जिससे स्थानीय श्रद्धालुओं में आस्था, समर्पण और सेवा का भाव निरंतर बना रहता है।

समिति के अध्यक्ष एवं संस्थापक वीरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि “माँ खारून के तट पर प्रतिदिन होने वाली आरती केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, पर्यावरण और जल स्रोतों के संरक्षण का प्रतीक बन चुकी है। हमारा प्रयास है कि आने वाली पीढ़ियों को एक जागरूक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध धरोहर सौंपी जाए।” माँ खारून के तट पर दीपों की झिलमिलाती रोशनी, मंत्रोच्चार और भक्तिमय वातावरण ने जनमानस को भक्ति और शांति से ओत-प्रोत कर दिया। समिति द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना श्रद्धालुओं ने खुले दिल से की। माँ खारून गंगा आरती महादेव घाट समिति ने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी सेवाभावी जनों, संस्थाओं एवं उपस्थित श्रद्धालुओं के प्रति आभार व्यक्त किया है।

श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल से रायपुर की बनी है अलग पहचान - उपमुख्यमंत्री अरुण साव

रायपुर-  श्री सत्य साईं बाबा ने सबसे प्रेम और सबकी सेवा करने का संदेश दिया है। बाबा के बताए मार्ग पर चलकर श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल द्वारा अब तक 36 हजार से अधिक हार्ट सर्जरी की जा चुकी है। बच्चों की निःशुल्क हार्ट सर्जरी कर संस्थान ने सेवा परमो धर्म: के आदर्श को प्रस्तुत किया है। अस्पताल ने हजारों बच्चों को नया जीवन दिया है। किसी को जीवनदान देना पुण्य का काम है। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने नवा रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस पर आज आयोजित कार्यक्रम में ये बातें कहीं।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि श्री सत्य साईं अस्पताल में केवल भारत के ही नहीं, बल्कि 15 अन्य देशों के लोग भी निःशुल्क उपचार कराने आते हैं। अब तक अन्य देशों के एक हजार से अधिक बच्चों की हार्ट सर्जरी हो चुकी है। यहां तीन लाख से अधिक बच्चों के हृदय की निःशुल्क जांच भी की गई है।

श्री साव ने कहा कि बाबा श्री सत्य साईं का आशीर्वाद छत्तीसगढ़ पर हुआ है। इससे रायपुर की एक अलग पहचान बनी है। किसी अनजान से प्रेम और सेवा करना सहज काम नहीं है। यहां बच्चों और उनके माता-पिता के चेहरे देखकर लग रहा है कि उन्हें दुनिया की बड़ी खुशी मिल गई है। यह अमूल्य खुशी देने वाला श्री सत्य साईं अस्पताल है।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने अस्पताल में उपचार करा चुके बच्चों एवं उनकी माताओं से मुलाकात की एवं उन्हें फल व मिठाई वितरित की। परिजनों ने मंच पर अस्पताल में इलाज के अपने अनुभव साझा किए। श्री साव ने कार्यक्रम में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले नर्सिंग स्टॉफ को सम्मानित किया।

श्री सत्य साईं अस्पताल के चेयरमैन डॉ. श्रीनिवास ने कहा कि आज गौतम बुद्ध का निर्वाण दिवस है। काशी के सारनाथ में गौतम बुद्ध ने पहला उपदेश दिया था। उसी काशी में एक और सेवा केंद्र शुरू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन श्री सत्य साईं बाबा ने विश्व को सब से प्रेम और सबकी सेवा करने का मूल मंत्र दिया था। यहां निःशुल्क उपचार के बाद अब निःशुल्क नर्सिंग की शिक्षा दी जा रही है। यहां देश और समाज के सेवक तैयार किए जा रहे हैं। हम लोगों के दिलों में सेवा का भाव जोड़ रहे हैं। पद्मश्री से सम्मानित डॉ. राधेश्याम बारले सहित अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी-कर्मचारी भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान अम्बिकापुर में आयोजित "मोर आवास मोर अधिकार" कार्यक्रम में होंगे शामिल

रायपुर-  केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि व किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान 13 मई को अम्बिकापुर में आयोजित "मोर आवास मोर अधिकार" कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम का आयोजन अम्बिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में किया जाएगा। इस दौरान मुख्य अतिथि श्री चौहान प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और पीएम जनमन के आवास हितग्राहियों को खुशियों की चाबी देंगे तथा आवास निर्माण प्रारंभ करने वाले हितग्राहियों का भूमिपूजन कर उन्हें आवास स्वीकृति पत्र प्रदान करेंगे। केंद्रीय मंत्री श्री चौहान राज्य में नवनिर्मित 51 हजार प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों का गृह प्रवेश करवाएंगे। इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाली स्व सहायता समूह की दीदियों, लखपति दीदियों को सम्मानित किया जाएगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय करेंगे। वहीं अति विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री आवास एवं शहरी मामले तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा तथा उपमुख्यमंत्री अरूण साव, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित रहेंगे। इसी प्रकार विशिष्ट अतिथि के रूप में वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

किसानों को मिले सिंचाई परियोजनाओं का लाभ : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में प्रदेश के सिंचाई ढांचे को सशक्त बनाने के उद्देश्य से जल संसाधन विभाग के कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मौजूदा सिंचाई परियोजनाओं के रखरखाव और मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री श्री साय ने वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों को नियमित रूप से फील्ड विजिट करने के निर्देश दिए और जल अपव्यय रोकने के साथ ही जल का अधिक से अधिक उपयोग कृषि कार्यों में हो, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेश के सभी बांधों की जल भराव क्षमता, वर्तमान सिंचाई स्थिति और आगामी परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नहरों के माध्यम से जल परिवहन में होने वाली हानि को रोकने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने जल उपयोग की दक्षता बढ़ाने हेतु अंडरग्राउंड पाइपलाइन व्यवस्था के माध्यम से आवश्यक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही सिंचाई योजनाओं में रूपांकित सिंचाई क्षमता और वास्तविक क्षमता के बीच के अंतर को कम करने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर एवं सरगुजा संभाग में लंबे समय से अधूरे योजनाओं को पूर्ण करने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाये।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने निर्माणाधीन वृहद परियोजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि किसानों को समय से योजना का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने बड़ी परियोजनाओं में भारत सरकार से वित्तीय सहायता प्राप्त करने हेतु आवश्यक प्रस्ताव यथाशीघ्र तैयार करने को कहा। मुख्यमंत्री ने राज्य में भू-जल की दृष्टि से क्रिटिकल/सेमी क्रिटिकल घोषित 26 विकासखण्डो में परियोजनाओं के निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने निर्माणाधीन वृहद परियोजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने के सम्बन्ध में निर्देश दिए। बैठक में सचिव जल संसाधन विभाग राजेश सुकुमार टोप्पो ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी देते हुए निर्माणधीन एवं प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, विशेष सचिव वित्त शीतल शाश्वत वर्मा, प्रमुख अभियंता इन्द्रजीत उइके एवं जल संसाधन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत, PM मोदी ने जताया दुख, मृतक के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की

रायपुर- छत्तीसगढ़ में भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने और घायलों को 50,000 रुपए देने की घोषणा की है.

पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि रायपुर, छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि और घायलों को 50,000 रुपए दिया जाएगामुख्यमंत्री साय ने भी किया है।

मुआवजा देने का ऐलान

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी हादसे में मारे गए ग्रामीणों के प्रति शोक व्यक्त किया है और घायलों के इलाज के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता के लिए 5-5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक्स पर पोस्ट किया है कि “खरोरा में हुए भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मृत्यु और 14 लोगों घायल होने की खबर अत्यंत दुःखद है. घायलों के समुचित इलाज के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. संकट की इस घड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार मृतकों के परिजनों के साथ खड़ी है. राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए एवं घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि स्वीकृत की है. ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के यथाशीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”

बता दें कि राजधानी रायपुर से लगे खरोरा में रविवार देर रात छट्‌ठी कार्यक्रम से ग्रामीणों को लेकर लौट रहे माजदा की पहले ट्रेलर फिर डंबर से भिड़ंत हो गई. इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई. हादसे में 10 से ज्यादा घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

हादसे में इनकी हुई मौत

भीषण सड़क हादसे में मरने वालों में 4 बच्चे और 9 महिलाएं शामिल हैं. मृतकों की पहचान मोहंदी, धरसींवा निवासी टिकेश्वरी साहू (45 वर्ष), एकलव्य साहू (6 वर्ष), प्रभा साहू (34 वर्ष) और गीता साहू (54 वर्ष), गोंडवारा निवासी कुमारी महिमा साहू (18 वर्ष), धरसीवां निवासी नंदनी साहू (53 वर्ष), आनंदगांव, बेमेतरा निवासी उमंग साहू (5 माह), वर्षा साहू (28 वर्ष) और भूमि साहू (4 वर्ष), नागौरा मंदिर, हसौद निवासी राजवती साहू (60 वर्ष), और चटौद, विधानसभा क्षेत्र निवासी कृति साहू (50 वर्ष), कुंती साहू (55 वर्ष) और टिकेश्वर साहू (35 वर्ष) के रूप में की गई है..

पीएम आवास योजना में लापरवाही पर सख्ती, कलेक्टर ने मीटिंग में ही 11 पंचायत सचिवों को थमाया शो-कॉज नोटिस

गरियाबंद- कलेक्टर बी.एस. उइके ने आज जिला पंचायत सभाकक्ष में प्रधानमंत्री आवास योजना की गहन समीक्षा की. उन्होंने ग्राम पंचायत सचिवों, रोजगार सहायकों एवं आवास मित्रों की बैठक लेकर जिले में पीएम आवास योजना के प्रगति की जानकारी ली. कलेक्टर ने जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत सभी कार्यों का गंभीरतापूर्वक क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधितों को दिए. उन्होंने पंचायत वार स्वीकृत कार्यों, प्रगतिरत, हितग्राहियों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय किश्त आबंटन एवं अप्रारंभ कार्यों की जानकारी ली.

उन्होंने अप्रारंभ कार्यों को जल्द शुरू करने और जारी कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने समीक्षा बैठक के दौरान पीएम आवास निर्माण कार्यों में उदासीनता, लापरवाही स्वेच्छाचारिता एवं अरुचि दिखाने वाले 11 ग्राम पंचायत सचिवों को मीटिंग के दौरान ही कारण बताओं नोटिस जारी किए. इनमें ग्राम पंचायत दांतबाय कला, कोसमबुड़ा, गुजरा, खरता, हाथबाय, बरबाहरा, मौहाभांठा, बेगरपाला, लोहारी, मरदाकला एवं खरहरी के पंचायत सचिव शामिल है. कलेक्टर ने धीमी प्रगति वाले पंचायतों के अधिकारी कर्मचारियों को सक्रिय होकर प्राथमिकता में कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए. साथ ही कार्यों का जिओ टैगिंग भी सुनिश्चित करने करने के भी निर्देश दिए. कलेक्टर ने कहा कि पीएम आवास योजना अंतर्गत सर्वे , जिओ टैगिंग, इंस्टॉलमेंट के नाम से अवैध लेन देन की शिकायत नहीं आनी चाहिए. अन्यथा संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि हितग्राहियों को लाभान्वित करने कोई कोताही न बरते.

इस दौरान बैठक में जिला पंचायत सीईओ जीआर मरकाम, अपर कलेक्टर नवीन भगत सहित पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, आवास मित्र एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे.

कलेक्टर उइके ने बैठक में कहा कि शासन के मंशानुसार हितग्राहियों के आवास समय पर पूर्ण हो, जिससे उन्हें आवास योजना का लाभ आसानी से मिल सके. आवास योजना की लगातार शासन स्तर से भी समीक्षा हो रही है. हितग्राहियों को लाभान्वित करने मैदानी अमले सक्रिय होकर गंभीरतापूर्वक कार्य करे. कलेक्टर उइके बैठक में प्रधानमंत्री जनमन योजना की भी समीक्षा की. उन्होंने जनमन योजना अंतर्गत बन रहे आवासों की जानकारी ली. अपर कलेक्टर भगत ने बताया कि जिले में कमार परिवारों को आवास सुविधाओं से लाभान्वित करने पीएम जनमन योजना अंतर्गत 911 आवास स्वीकृत किए गए है. इनमें 295 आवास पूर्ण हो चुके है, शेष प्रगतिरत है. कलेक्टर ने संबंधित क्षेत्र के अधिकारी कर्मचारियों को कार्यों में तेजी लाते हुए शेष कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए. उन्होंने समन्वित प्रयास कर विशेष कार्य योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने अच्छा कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारियों की प्रशंसा भी की. साथ ही धीमी प्रगति वाले क्षेत्र के अधिकारी कर्मचारियों को उनसे सीख लेने की अपेक्षा की.

अंतर्राज्यीय तस्करों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 20 लाख रुपए का गांजा जब्त

कवर्धा-  सात राज्यों की सीमा से सटे होने के कारण छत्तीसगढ़ अब अंतर्राज्यीय तस्करों के लिए तस्करी का प्रमुख मार्ग बनता जा रहा है. इसपर शिंकजा कसने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में चिल्फी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. ट्रक से 100 किलो का गांजा पकड़ाया है, जिसकी कीमत 20 लाख रुपए आंकी गई है. मामले में तीन इंटरस्टेट गांजा तस्कर को अरेस्ट कर लिया गया है.

जानकारी के अनुसार, एमपी-छत्तीसगढ़ अंतर्राजीय सीमा पर लगातार वाहनों की चेकिंग की जा रही है. ओडिशा से ट्रक में गांजा भरकर छत्तीसगढ़ के रास्ते मध्यप्रदेश जा रहे थे. इस दौरान पुलिस ने जब वाहन की चेकिंग तो उनके होश उड़ गए. ट्रक में से 100 किलो मादक पदार्थ गांजा मिला, जिसकी कीमत 20 लाख रुपये आंकी गई है. पुलिस ने गांजा और वाहन को जब्त कर लिया है.

अंतर्राजीय गांजा तस्करी पकड़े गए तीन आरोपियों से पुलिस कड़ाई से पूछताछ कर रही है. इस दौरान उन्होने बताया कि सभी मध्यप्रदेश राज्य के राजगढ़ के हैं. जो गांजे को एमपी लेकर जा रहे थे. पुलिस अब इनके नेटवर्क और सप्लाई चैन की जांच में जुटी है.

स्पा सेंटर की आड़ में चल रहा था देह व्यापार, महिला संचालिका समेत 5 गिरफ्तार

दुर्ग- शहर में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने भिलाई के एक प्रतिष्ठित इलाके में संचालित स्पा में छापा मारकर सेक्स रैकेट का खुलासा किया है. इस कार्रवाई में पुलिस ने महिला संचालिका समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

मिली जानकारी के अनुसार, रविवार देर रात स्मृति नगर चौकी और महिला रक्षा टीम की संयुक्त कार्रवाई में जुनवानी रोड स्थित VR टावर के सेकंड फ्लोर पर संचालित ‘अगम स्पा’ में छापेमारी की गई. इस दौरान मौके से महिला संचालिका समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रिया सिंह (निवासी कोहका, मूलतः पश्चिम बंगाल), स्वतंत्र द्विवेदी, राहुल चौधरी, विकास गेंद्रे और धर्मसिंह कोबरा गड़े शामिल हैं. पुलिस ने छापे के दौरान मौके से आपत्तिजनक सामग्री, मोबाइल फोन और संदिग्ध नंबर भी बरामद किए हैं. पुलिस को लंबे समय से इस स्पा में अवैध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी. इस इनपुट की पुष्टि के बाद पुलिस टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया.

सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि शहर में इस तरह के रैकेट के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. अन्य स्पा सेंटरों की भी निगरानी की जा रही है.

अपर्याप्त बल के साथ अवैध रेत खनन रोकने गई थी टीम, ट्रैक्टर से कुचलने से आरक्षक की मौत, IG ने टीआई को किया सस्पेंड

बलरामपुर- जिले के लिब्रा घाट में अवैध रेत खनन को रोकने गई वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम पर झारखंडी खनन माफिया ने हमला कर दिया. ट्रैक्टर चालक ने पुलिस पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें आरक्षक शिवभजन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई. इस मामले में आईजी दीपक झा ने आदेश जारी कर सनवाल के थाना प्रभारी दिव्यकांत पांडेय को सस्पेंड कर दिया है.

आदेश में लिखा है कि वरिष्ठ अधिकारियों को बिना सूचना दिए आधी रात को टीआई अपर्याप्त बल लेकर अवैध रेत खनन रोकने गए थे, जहां खनन माफिया ने घटना को अंजाम दिया. आरोपी ट्रैक्टर चालक की पहचान की जा रही है. जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा.

जानकारी के अनुसार, नदी किनारे अतिक्रमण की शिकायत पर वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची थी. इस दौरान नदी घाट पर झारखंड के खनन माफिया को अवैध रेत खनन करते देख रोकने का प्रयास किया गया. इस पर खनन माफिया ने टीम पर ही हमला कर दिया. रेत माफियाओं ने आरक्षक को ही ट्रैक्टर से कुचल दिया, जिससे आरक्षक शिव भजन सिंह की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही आईजी, बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर मौके पर पहुंचे हैं. वहीं इस मामले में आईजी ने सनवाल टीआई दिव्यकांत पटेल को निलंबित कर दया है.

PWD के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, कुर्सी पर मिला शव, जांच में जुटी पुलिस

जगदलपुर- छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर से बड़ी खबर सामने आई है. लोक निर्माण विभाग (PWD) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (EE) डीएस नेताम का शव उनके सरकारी आवास में मिला है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है. प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई जा रही है, हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा.

जानकारी के अनुसार, डीएस नेताम का आवास भंगाराम चौक के पास स्थित है. वह शनिवार शाम तक ऑफिस में उपस्थित थे, जिसके बाद अपने आवास लौटे. रविवार को जब ऑफिस के कर्मचारियों ने संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने कोई कॉल रिसीव नहीं किया. सोमवार सुबह भी यही स्थिति रही, जिसके बाद कर्मचारी उनके घर पहुंचे. कई बार बेल बजाने के बाद जब कोई जवाब नहीं मिला तो दरवाजा तोड़ा गया. अंदर जाकर देखा गया तो नेताम का शव चेयर पर पड़ा हुआ मिला।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. डीएस नेताम मूलतः कांकेर जिले के रहने वाले थे और पिछले 3-4 वर्षों से जगदलपुर में पदस्थ थे. वह अकेले ही सरकारी आवास में रह रहे थे और 11 महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे.

मामले में जगदलपुर एएसपी महेश्वर नाग ने बताया कि शव घर के अंदर चेयर पर मिला है और प्रथम दृष्टया मामला नेचुरल डेथ का प्रतीत होता है. परिजनों को सूचना दे दी गई है. शव के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएगी.