भीषण सड़क हादसा : मृतकों के परिजनों को 5 लाख और घायलों को 50 हजार का मिलेगा मुआवजा, CM विष्णुदेव साय ने किया ऐलान

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खरोरा क्षेत्र में हुई भीषण सड़क दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। इस दुखद घटना में 13 लोगों की मृत्यु तथा 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि खरोरा में हुए भीषण सड़क हादसे की खबर अत्यंत पीड़ादायक है। मैं दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने घायलों के समुचित उपचार हेतु अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने घोषणा की है कि राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को पाँच-पाँच लाख रुपए तथा घायलों को पचास-पचास हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने जिला प्रशासन को त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों की सतत निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।

फर्जी कंपनी बनाकर किया 83 लाख रुपए का भुगतान, शातिर सीएमएचओ के साथ पांच पर जुर्म दर्ज…

सूरजपुर- कोविड काल के दौरान ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाली कंपनी के नाम से फर्जी कंपनी कर साढ़ 83 लाख का भुगतान कर दिया गया. मामले में सूरजपुर के पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रणसाय सिंह व स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मचारियों समेत 5 लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है.

मामले की जानकारी देते हुए सूरजपुर एडिशनल एसपी संतोष महतो ने बताया कि वर्तमान सीएमएचओ डॉ. कपिलदेव पैकरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पहले के सीएमएचओ डॉ. आरएस सिंह ने जैम पोर्टल के जरिए ऑक्सीजन प्लांट के लिए टेंडर जारी किया था. यूनिक इंडिया फर्म ने टेंडर मिलने के बाद प्लांट लगाया था.

लेकिन बाद में डॉ. सिंह ने अन्य कर्मचारियों ने आशीष बोस नाम के व्यक्ति के साथ मिलकर षड़यंत्र करते हुए यूनिक इंडिया के नाम से फर्जी कंपनी बनाकर उसे साढ़े 83 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया. मामले में डॉ. सिंह, कर्मचारी जेम्स बेक, विजय सिंह, सकिरण सिंह और आशीष बोस के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है.

जोन कमिश्नरी में अब डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी

रायपुर-  नई प्रशासनिक व्यवस्था के तहत नगर निगम रायपुर, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर में राज्य प्रशासनिक सेवा (राप्रसे) के अफसरों को बैठाने की तैयारी शुरू हो चुकी है. सुशासन तिहार समाप्त होने के बाद संभवतः इसी महीने रायपुर निगम के दस जोन कमिश्नरी में डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति हो सकती है. बताया गया कि अकेले रायपुर निगम में ही राप्रसे से तकरीबन 15 अधिकारी आ सकते हैं. निगम में इसकी शुरुआत तत्कालीन नगर निगम आयुक्त ओपी चौधरी के समय तारनप्रकाश सिन्हा और उसके बाद पुलक भट्टाचार्य की नियुक्ति के साथ हुई थी. इनके बाद अरविंद शर्मा यहां उपायुक्त राजस्व के पद पर नियुक्त हुए थे. इनमें से श्री सिन्हा ने बाद में निगम आयुक्त के रूप में भी यहां काम किया था. अभी निगम में राज्य प्रशासनिक सेवा से अपर आयुक्त यूएस अग्रवाल, राजेंद्रप्रसाद गुप्ता और उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा काम कर रही हैं. इनमें से श्री गुप्ता की सेवानिवृत्ति सितंबर में हो जाएगी.

निगम में अभी जोन कमिश्नर के रूप में नगरपालिका सेवा अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. इनके ग्रेड पे और जोन में काम कर रहे कार्यपालन अभियंता के ग्रेड पे और पद में भी असमानता है. अभी जोन कमिश्नर जहां क्लास 2 रैंक के अधिकारी वर्ग में आ रहे हैं, वहीं कार्यपालन अभियंता का रैंक क्लास-1 अफसर का है. अब रैंक 2 के नीचे रैंक 1 अफसर इन दिनों काम कर रहे है।

अभी जोन कमिश्नर जहां क्लास 2 रैंक के अधिकारी वर्ग में आ रहे हैं, वहीं कार्यपालन अभियंता का रैंक क्लास-1 अफसर का है. अब रैंक 2 के नीचे रैंक 1 अफसर इन दिनों काम कर रहे है.

एमबीबीएस या आयुर्वेद अधिकारी का ही प्रावधान किया गया है. लेकिन अभी यहां पिछले कई साल से होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी को बतौर स्वास्थ्य एवं सफाई अधिकारी नियुक्त किया गया है. इसे लेकर भी संचालनालय स्तर पर चर्चा छिड़ चुकी है. रायपुर निगम में अभी डॉ. तृप्ति पाणिग्रही और डॉ. दिव्या चंद्रवंशी दो होम्योपैथी महिला चिकित्सा अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर हैं.

इसीलिए प्रदेश के सबसे बड़े निगम रायपुर में इसकी शुरुआत मई महीने के अंत तक कर दी जाएगी. इसका प्रस्ताव नगरीय प्रशासन संचालनालय ने 21 अप्रैल को अवर सचिव नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा था.

संचालनालय ने माना काम प्रभावित हो रहा

अवर सचिव को भेजे गये पत्र में नगरीय प्रशासन संचालनालय ने माना कि राज्य नगरपालिका सेवा के अधिकारियों की नियुक्ति से बड़े निगमों में काम प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में ये अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर अपर आयुक्त, उपायुक्त और जोन आयुक्त के पद पर हैं। इसके चलते नगर पालिका, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के कर्मचारियों को प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर पदस्थापना की जाती है। इसके कारण यहां काम प्रभावित हो रहा है।

25 अधिकारियों की मांग रखी गई बैठक में

नगरीय प्रशासन संचालनालय ने मंत्री अरुण साव की समीक्षा बैठक के बाद अवर सचिव को पत्र भेजकर राज्य प्रशासनिक सेवा के 25 अधिकारियों की मांग की है. इन अधिकारियों को अपरआयुक्त, जोन आयुक्त और उपायुक्त के पद पर पदस्थ किया जाएगा. संचालनालय ने प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी इस फेरबदल को जरूरी बताया है.

क्या है ग्रेड पे का मामला

निगम के जोन कमिश्नर पद पर पदस्थ नपा सेवा के अधिकारियों का ग्रेड पे अभी 5400 है, वहीं इनके अधीनस्थ उसी जोन में काम करने वाले कार्यपालन अभियंताओं का ग्रेड पे 6600 है. इसी प्रकार सेटअप अनुसार अपरआयुक्त के पद बैठे अधिकारी का ग्रेड पे 7600 होना चाहिए. नगर निगम में सेटअप के लिए तय नियम शर्तों का उल्लंघन कर जोन कमिश्नर और अपरआयुक्त बैठाये गये हैं. अभी डिप्टी कलेक्टर यदि जोन कमिश्नर बनते हैं तो उनको भी नियुक्ति के बाद ग्रेड पे बैलेंस करने तत्काल प्रमोशन देना होगा.

स्वास्थ्य-सफाई अधिकारी की जगह सैनेटरी एक्सपर्ट

राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के साथ ही रायपुर नगर निगम की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सैनेटरी एक्सपर्ट की मांग पिछले कई साल से लगातार उठ रही है. निगम के सेटअप में इस पद के लिए एमबीबीएस या आयुर्वेद अधिकारी का ही प्रावधान किया गया है. लेकिन अभी यहां पिछले कई साल से होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी को बतौर स्वास्थ्य एवं सफाई अधिकारी नियुक्त किया गया है. इसे लेकर भी संचालनालय स्तर पर चर्चा छिड़ चुकी है. रायपुर निगम में अभी डॉ. तृप्ति पाणिग्रही और डॉ. दिव्या चंद्रवंशी दो होम्योपैथी महिला चिकित्सा अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर हैं.

केंद्र सरकार ने 65 आईपीएस अधिकारियों को किया इम्पैनल, छत्तीसगढ़ के चार अधिकारी भी शामिल

रायपुर- केंद्र सरकार ने देशभर में भारतीय पुलिस सेवा के 65 अधिकारियों को आईजी अथवा समकक्ष पदों पर इंपैनल करते हुए प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली बुलाया है. जिसमे छत्तीसगढ़ कैडर के चार आईपीएस अफसर शामिल है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में बुलाए गए 65 आईपीएस अफसरों में 2003 से 2006 बैच के 8 अफसर और 2007 बैच के 57 अफसर शामिल हैं.

इस सूची में छत्तीसगढ़ के 2007 बैच के आईपीएस रामगोपाल गर्ग, आईपीएस दीपक झा, आईपीएस जितेन्द्र सिंह मीणा और आईपीएस अभिषेक शाडिल्य का नाम शामिल है.

माजदा की ट्रेलर फिर डंपर से हुई जोरदार भिड़ंत में 13 लोगों की मौत, 3 बच्चे और 9 महिलाएं शामिल… जानिए पूरा घटनाक्रम

रायपुर- राजधानी रायपुर से लगे खरोरा में रविवार देर रात दिल दहला देने वाला भीषण सड़क हादसा हुआ. छट्टी कार्यक्रम से ग्रामीणों को लेकर लौट रहे माजदा की पहले ट्रेलर फिर डंबर से भिड़ंत हो गई, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई. हादसे में 10 से ज्यादा घायल लोगों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

भीषण सड़क हादसे में मरने वालों में 4 बच्चे और 9 महिलाएं शामिल हैं. मृतकों की पहचान मोहंदी, धरसींवा निवासी टिकेश्वरी साहू (45 वर्ष), एकलव्य साहू (6 वर्ष), प्रभा साहू (34 वर्ष) और गीता साहू (54 वर्ष), गोंडवारा निवासी कुमारी महिमा साहू (18 वर्ष), धरसीवां निवासी नंदनी साहू (53 वर्ष), आनंदगांव, बेमेतरा निवासी उमंग साहू (5 माह), वर्षा साहू (28 वर्ष) और भूमि साहू (4 वर्ष), नागौरा मंदिर, हसौद निवासी राजवती साहू (60 वर्ष), और चटौद, विधानसभा क्षेत्र निवासी कृति साहू (50 वर्ष), कुंती साहू (55 वर्ष) और टिकेश्वर साहू (35 वर्ष) के रूप में की गई है.

एसएसपी लाल उमेंद सिंह ने घटना के संबंध में बताया कि माजदा वाहन की पहले ट्रेलर से टक्कर हुई. ट्रेलर में लोहे का स्ट्रक्चर था, जो दोनों ओर से तीन-तीन फीट बाहर निकला हुआ था. लोहे के उन स्ट्रक्चर से माजदा वाहन का डाला टकराया, जिससे सबसे अधिक हानि हुई. इसके बाद माज़दा डंपर से टकराई. घटना में ग़ैर इरादतन हत्या के तहत दर्ज प्रकरण होगा. फिलहाल, तीनों वाहनों के चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.

कैसे हुआ भीषण हादसा ?

जानकारी के मुताबिक, ग्राम चटौद के लोग स्वराज माजदा वाहन क्रमांक CG 04, MQ 1259 में रविवार को छट्टी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ग्राम बाना बनारसी गए हुए थे. कार्यक्रम से लौटते समय रायपुर-बलौदबाज़ार रोड पर सारागांव के पास पहले ट्रेलर से और उसके बाद डंपर से भिड़ंत हो गई. हादसे में 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं 10 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, घायलों का मेकाहारा अस्पताल में इलाज जारी है.


विधायकों और एसपी-कलेक्टर ने घायलों से की मुलाकात

भीषण हादसे की सूचना के बाद धरसींवा विधायक अनुज शर्मा, आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब, एसपी और कलेक्टर अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना.

धरसीवाँ विधायक अनुज शर्मा ने कहा कि खरोरा इलाके में भीषण सड़क हादसा हुआ है. इस हादसे में कुछ ग्रामीण हमारे विधानसभा के रहने वाले है. पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही घायलों को देखने अस्पताल आए हुए है. जल्द ही सभी के ठीक होने की कामना करते है. गभीर हादसा हुआ है. हमारी सरकार सभी के साथ खड़ी है.

आरंग विधायक गुरु ख़ुशवंत साहेब ने कहा कि खरोरा में भीषण हादसा हुआ है. ग्रामीणों के दु:खद मृत्यु की जानकारी भी मिली है, अन्य ग्रामीण घायल है. सभी घायलों के जल्द से जल्द उपचार हो सके, इसीलिए शासन और प्रशासन के प्रतिनिधि पहुँच गए है. इस दुख की घड़ी में हम सभी के साथ खड़े है.

हादसे को लेकर रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह ने बताया कि अभी देर रात खरोरा इलाके में हादसे बड़ी संख्या में ग्रामीणों के मृत्यु की सूचना मिली है. अन्य घायल व्यक्तियों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल लाया गया है. घटना की जांच की जा रही है.

खरोरा सड़क हादसे में 13 लोगों के निधन पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने दुःख जताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की है. रायपुर भीषण सड़क हादसे को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी सड़क हादसा किसी न किसी कानून के उल्लंघन से होता है. इसकी जांच करवाई जाएगी.

पहाड़ी कोरवा आत्महत्या मामला : पुलिस ने फरार पटवारी समेत तीन और लोगों को किया गिरफ्तार

बलरामपुर- विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय के व्यक्ति के सुसाइड और फर्जी जमीन ब्रिकी मामले में पुलिस ने तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें पटवारी राहुल सिंह भी शामिल है. इस मामले में अबतक कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

दरअसल, यह पूरा मामला ग्राम भेस्की का है, जहां पहाड़ी कोरवा भइरा कोरवा की जमीन को कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सामान्य वर्ग के लोगों के नाम पर रजिस्ट्री कर दी गई थी. लगातार मिल रही धमकियों और मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर भइरा कोरवा ने 22 अप्रैल को आत्महत्या कर ली थी. पीड़ित परिवार ने पहले ही राजपुर थाने और बरियों पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन समय पर कार्रवाई नहीं होने के चलते मामला गरमा गया.

तत्कालीन तहसीलदार सस्पेंड

प्रशासन ने तत्कालीन तहसीलदार एवं प्रभारी उप पंजीयक यशवंत कुमार को सस्पेंड कर दिया था. इस मामले में क्रशर संचालक विनोद अग्रवाल, प्रवीण अग्रवाल सहित सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस : मुख्यमंत्री ने समर्पण और सेवाभाव की प्रतिमूर्ति सभी नर्सों को बधाई और शुभकामनाएं दी

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 12 मई अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर समर्पण और सेवाभाव की प्रतिमूर्ति सभी नर्सों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि स्वास्थ्य सेवा में नर्सों का हमेशा से महत्वपूर्ण स्थान रहा है। चिकित्सक को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। हमारी नर्स बहनें भी देवी स्वरूप होती हैं, जो निःस्वार्थ भाव से मानवता की सच्ची सेवा कर दूसरों के जीवन को खुशियों से भर देती हैं।

माओवादियों ने फिर खेला खूनी खेल, कांग्रेस कार्यकर्ता को धारदार हथियार से उतारा मौत के घाट, इलाके में दहशत

बीजापुर- नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में एक बार फिर नक्सलियों ने दहशत का खेल खेला है. उसूर थाना क्षेत्र के लिंगापुर गांव में माओवादियों ने कांग्रेस कार्यकर्ता नागा भंडारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी. इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई है. मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने इस खूनी वारदात को रविवार देर रात अंजाम दिया. (Naxal attack on political worker) कांग्रेस कार्यकर्ता नागा भंडारी की हत्या घर से कुछ ही दूरी पर धारदार हथियार से निर्ममता से कर दी गई. इस वारदात के बाद इलाके के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

बड़े भाई को भी नक्सलियों ने मारा थाबीते 24 अक्टूबर 2024 में मृतक नागा के बड़े भाई तिरुपति भंडारी को ग्राम उसूर के पास दिनदहाड़े नक्सलियों ने मौत के घाट उतारा था. नक्सलियों द्वारा नागा भंडारी की हत्या किए जानें की फिलहाल पुलिस ने पुष्टि नही की है. घटना स्थल पहुंच शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।

गृह मंत्री के निर्देश का असर: 40 फेरीवालों की हुई सघन जांच, आधार फिंगरप्रिंट से की गई पहचान

मुंगेली- प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा द्वारा पश्चिम बंगाल से आए बाहरी लोगों की पहचान और सत्यापन को लेकर जारी निर्देशों का असर अब ज़मीनी स्तर पर दिखने लगा है। मुंगेली जिले में इस दिशा में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 40 फेरीवालों की पहचान और दस्तावेज़ों की सघन जांच की।

पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) मयंक तिवारी के नेतृत्व में गठित टीम ने 11 मई 2025 को थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र में अभियान चलाया। अभियान के तहत पश्चिम बंगाल से आए 40 फेरीवाले व्यक्तियों को थाने लाकर उनके आधार कार्ड के माध्यम से फिंगरप्रिंट वेरिफिकेशन किया गया। इसके साथ ही नेफिस (National Automated Fingerprint Identification System) के जरिए उनकी पृष्ठभूमि की जांच की गई।

इस प्रक्रिया के तहत उनके मूल निवास क्षेत्रों के थानों को चाल-चलन सत्यापन हेतु पत्र भी भेजा गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति जिले में न रुका हो।

गौरतलब है कि इस अभियान में केवल फेरीवालों तक ही कार्रवाई सीमित नहीं रही। जिला मुख्यालय स्थित होटल, ढाबा, लॉज, बस स्टैंड की धर्मशालाएं और लोहाबाड़ा क्षेत्र में रह रहे बाहरी लोगों की भी जांच की गई। पुलिस ने मकान मालिकों से अपील की कि वे किरायेदारों की जानकारी पहले पुलिस को दें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के दिखने पर तत्काल सूचना दें।

मुख्यमंत्री ने बुद्ध पूर्णिमा पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सभी बौद्ध धर्मावलम्बियों सहित प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। अपने शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा है कि महात्मा बुद्ध ने लोगों को अहिंसा, समानता और विश्व बंधुत्व का संदेश दिया। उनकी शिक्षा को विदेशों में भी लोगों ने अपनाया और लाखों अनुयायी उनके दिखाये मार्ग पर चलकर देश-दुनिया को शांति का संदेश दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गौतम बुद्ध के उपदेश हर परिस्थिति और काल में प्रासंगिक हैं। उनकी दी गई शिक्षा हमें संयम से आगे बढ़ने का संदेश देती है। महात्मा बुद्ध के विचार और जीवन मूल्य एक बेहतर समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए हमेशा मार्गदर्शक रहेंगे।