बकाया मजदूरी की नोटिस पर नहीं पहुंचे भवन स्वामी, श्रम अधिकारी ने अंतिम अवसर देते हुए दी चेतावनी
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मिर्जापुर। श्रम विभाग द्वारा बकाया मजदूरी को लेकर भेजे गए नोटिस पर भवन स्वामियों के न पहुंचने पर वरिष्ठ श्रम प्रवर्तन अधिकारी आलोक रंजन ने एक अंतिम अवसर प्रदान कर सेवायोजक गण को राहत दी। मिली जानकारी के अनुसार अमरजीत उर्फ बेचन निवासी भवन का पूरा थाना पड़री, मिर्जापुर द्वारा बकाया मजदूरी न मिलने व मांगने पर अभद्रता करने तथा जान माल के नुकसान के धमकी की शिकायत जिलाधिकारी मिर्जापुर सहित प्रतिलिपि माकू यूनियन कार्यालय से किया था।
राजमिस्त्री अमरजीत ने रजिस्टर्ड डाक से भेजे गए शिकायती प्रार्थना पत्र में बताया है कि उसने कटरा कोतवाली क्षेत्र के बेलखरिया पुरा निवासीगण संतोष पांडे व प्रभात पांडे के यहां सहयोगी मजदूरों के साथ मिलकर नए भवन का निर्माण आदि का कार्य फरवरी 2021 से लेकर ढाई वर्ष तक किया है, जिसकी मजदूरी लगभग 5,69,300 में से 3,64,430 मिला है। मजदूर ने बताया कि बकाया मजदूरी लगभग 2,04,870 के लिए अब भी वह अधिकारियों के यहां फरियाद कर रहा है।
मजदूर ने यह भी बताया कि कार्य के दौरान मजदूरी मांगने पर भवन स्वामी ने विवाद कर जानमाल की धमकी दी और सारा सामान अपने पास रख लिया। जिसकी सूचना पुलिस को 7 जून 2024 को दिया था कार्रवाई न होने तथा धमकी मिलने पर पीड़ित मजदूर ने जिलाधिकारी तथा यूनियन की शरण ली। यूनियन के हस्तक्षेप से अब बात श्रम विभाग के पटल पर है, जहां मज़दूरी भुगतान पर समझौता हो सकती है। ज्ञात हो कि श्रम विभाग ने नोटिस भेजकर सभी पक्ष को वार्ता के लिए गुरुवार को बुलाया था। पीड़ित मजदूर व यूनियन पक्ष को छोड़कर सभी अनुपस्थित रहे। श्रमिक अमरजीत ने अपने बकाया मजदूरी दिलाने का अनुरोध किया।
सेवायोजक द्वारा बकाया मजदूरी न देने से नाराज यूनियन महामंत्री मंगल तिवारी ने अपना तर्क देते हुए कहा कि भवन स्वामी जानबूझकर श्रमिकों का बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं करना चाहते हैं, जिसके कारण वो लोग उपस्थित नहीं हो रहे हैं। यदि मजदूरी नहीं मिली तो वे न्यायालय की शरण में जाने को बाध्य होंगे। जिस पर श्रम कार्यालय ने सेवायोजक को एक अंतिम अवसर देते हुए अगली बैठक पर सभी को पुनः वार्ता हेतु बुलाया है।
May 10 2025, 15:17