कर्नाटक में बजरंग दल के नेता की हत्या, बिगड़ा माहौल, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा व्यवस्था

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कर्नाटक के मंगलुरु में बीती रात एक हिंदू नेता सुहास शेट्टी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। सुहास अपने दोस्तों के साथ कहीं जा रहा था। तभी स्विफ्ट कार और पिकअप ट्रक पर सवार 5-6 लोगों ने गाड़ी रोककर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, चार लोगों के एक समूह ने सुहास शेट्टी पर हमला किया। उन्होंने तलवार और बांके जैसे हथियारों से हमला करके सुहास शेट्टी को मार डाला। इससे शहर में तनाव पैदा हो गया है।

इस हत्याकांड को लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सुहास की हत्या की घटना सीसीटीवी में कैद हो गया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग सरेआम एक शख्स पर धारदार हथियार से हमला कर रहे हैं। उस दौरान पास ही कुछ लोग भी खड़े थे जो इस घटना को होते देख रहे थे। पुलिस फिलहाल इस मामले में जांच कर रही है।

इस हत्याकांड के बाद मंगलुरू में माहौल खराब होने की आशंकाओं के बीच पुलिस ने अपनी तैनाती को बढ़ा दिया है।पुलिस किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पहले ही सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता कर चुकी है।इस हत्याकांड के बाद मंगलुरु में 6 मई तक धारा 144 लागू की गई है।

सुहास शेट्टी बजरंग दल के कार्यकर्ता थे। उन पर मोहम्मद फाजिल की हत्या का आरोप था। फाजिल, सूरतकल का रहने वाला था। शेट्टी और उनके साथियों ने फाजिल को 28 जुलाई, 2022 को मारा था। यह हत्या प्रवीण कुमार नेट्टारू की हत्या के बदले में की गई थी। नेट्टारू बीजेपी के कार्यकर्ता थे। वह भी इसी संवेदनशील इलाके के रहने वाले थे। उनकी हत्या 'हिजाब' विवाद के दौरान हुई थी। यह घटना दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे में हुई थी। नेट्टारू की हत्या के बाद बदला लेने की घटनाएं शुरू हो गई थीं। पूरे राज्य में कई लोगों पर चाकू से हमले हुए थे।

भारत-पाकिस्तान टेंशन के बीच पूर्वोत्तर पर बांग्लादेश की बुरी नजर, पूर्व सैन्य अधिकारी का दुस्साहस!

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से भारत लगातार पाकिस्तान की गीदड़भभकी सुन रहा है। हालांकि, भारत चुप नहीं बैठा है। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार लगातार एक के बाद एक कार्रवाई कर रही है ताकि आतंक को पालने वाले जिन्ना के मुल्क पर नकेल कसी जा सके। भारत और पाकिस्तान के बीच जंग के से हालात बने हुए हैं। इस बीच एक और पड़ोसी देश ने उस जंग में हाथ सेंकने का काम किया है।बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अगर नई दिल्ली पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करता है तो ढाका को चीन की मदद से भारत के पूर्वोत्तर पर कब्जा कर लेना चाहिए।

मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के एक अधिकारी और एक रिटायर्ड बांग्लादेशी मेजर जनरल एएलएम फजलुर रहमान ने विवाद खड़ा करने वाला बयान दिया है। फजलुर रहमान ने कहा है कि अगर पड़ोसी देश पाकिस्तान पर हमला करता है तो बांग्लादेश को भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए।

चीन के साथ सैन्य व्यवस्था बनाने की कही बात

पूर्व जनरल ने कहा कि मुझे लगता है कि चीन के साथ संयुक्त सैन्य व्यवस्था पर चर्चा शुरू करना आवश्यक है। फजलुर रहमान ने सोशल मीडिया पोस्ट में यह टिप्पणी की है। एक फेसबुक पोस्ट में रहमान ने कहा, अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को पूर्वोत्तर के सात राज्यों पर कब्जा करना चाहिए। इस संबंध में मुझे लगता है कि चीन के साथ एक संयुक्त सैन्य प्रणाली पर चर्चा शुरू करना आवश्यक है। बांग्लादेश की तरफ से यह भड़काऊ टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। नियंत्रण रेखा पर पिछले कई दिनों से गोलीबारी चल रही है।

बयान को हल्‍के में नहीं लिया जा सकता

बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के प्रमुख रहे रहमान बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस का करीबी हैं। चीन दौरे के दौरान यूनुस ने नॉर्थ ईस्‍ट भारत के लिए खुद को इस क्षेत्र का रहनुमा करार देकर सनसनी मचा दी थी। ऐसे में रहमान के बयान को हल्‍के में नहीं लिया जा सकता।

दरअसल, शेख हसीना सरकार के भारत से अच्‍छे संबंध थे लेकिन तख्‍तापलट के बाद बांग्‍लादेश में इस वक्‍त भारत विरोधी ताकतों ने पैर पसारा हुआ है। बांग्‍लादेश में लगातार हिन्‍दुओं पर हमले हो रहे हैं। हसीना को वापस लाने के लिए बांग्‍लादेश भारत के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट तक जा पहुंचा है। इतना ही नहीं बॉर्डर पर भी दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।

पाकिस्तान में बैठे हैं पहलगाम हमले के हैंडलर”, फारूक अब्दुल्ला ने अटैक में स्थानीय लोगों की संलिप्तता पर कही बड़ी बात

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले को दर्दनाक बताया साथ ही पाकिस्तान पर कड़े एक्शन की मांग की। पहलगाम आतंकी हमले के बाद फारूक अब्दुल्ला ने स्थानीय लोगों की संलिप्तता पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि ऐसा हो सकता है ऐसी घटनाएं स्थानीय समर्थन के बिना भी हो सकती हैं।

पाकिस्तान में बैठे हैं हैंडलर

न्यूज़ 18 से बातचीत में पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात पर उन्होंने कहा, पहलगाम की घटना में कोई भी हो सकता है, जब तक हम उनको पकड़ेंगे नहीं तब तक हम यह नहीं कह सकते हैंडलर कौन है। मैं कह सकता हूं कि इस हमले के पीछे वही होंगे, ये आज की बात नहीं है बल्कि उरी, पुलवामा, पठानकोट, पुंछ और मुंबई में अटैक किसने किया था? ये बात सभी लोग जानते हैं। हैंडलर तो वहीं (पाकिस्तान) बैठे हैं।

हम अमन से रह रहे ये उन्हें पसंद नहीं आया- फारूक अब्दुल्ला

फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, उनको (पाकिस्तान) लगा कि हम अमन से रह रहे हैं और यहां हजारों पर्यटक घूम रहे हैं। उनको यह पसंद नहीं आया और वह चाहते हैं कि जब हम 1947 में उनके साथ नहीं बने हैं तो वह जितना हमें बर्बाद कर सकेंगे, वो ऐसा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

स्थानीय लोगों की संलिप्तता पर कही बड़ी बात

पहलगाम आतंकी हमले में स्थानीय लोगों की संभावित संलिप्तता पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, मुझे नहीं लगता कि ऐसा हो सकता है ऐसी घटनाएं स्थानीय समर्थन के बिना भी हो सकती हैं। वे यहां कैसे और किस तरह से आए? मैंने पहले भी यही कहा था, जब मौलाना अजहर को रिहा किया गया था, तो मैंने इसके खिलाफ चेतावनी दी थी। मैंने कहा था, उसे रिहा मत करो; वह रास्तों को जानता है और उन्हें मैप भी कर चुका है। कौन जानता है, हो सकता है कि इसमें उसका हाथ भी हो, लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी, वे उसे सीमा पार ले गए।

आतंकवाद की फैक्ट्री खत्म करनी होगी- फारूक अब्दुल्ला

अब पाकिस्तान के साथ क्या करना चाहिए? इस सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, मैं प्रधानमंत्री के हर फैसले के साथ हूं। वो जो फैसला करेंगे, हम उनके साथ हैं। वो जो सोचेंगे बेहतर है। हम चाहते हैं आतंकवाद बिल्कुल खत्म हो। अब जड़ से इसे उखाड़ा जाए। जो इसके पीछे जिम्मेवार हैं, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। फारूक अब्दुल्ला ने कहा, आतंकवाद की फैक्ट्री खत्म करनी होगी। जब भी आक्रमण हुआ है, उनकी (पाकिस्तान) तरफ से हुआ है। हमने शुरू नहीं किया। उसने शुरू किया। फिर हमने कार्रवाई की। हम इंसानियत के पक्षधर हैं। ये महात्मा गांधी का देश है।

पाक से बातचीत की सलाह पर अफसोस

पाकिस्तान से बातचीत के सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं अफसोस करता हूं कि मैं इसकी बात करता था। खुद अफसोस करता हूं। जिस चीज को कहता था, आज उससे हार गया। उन्होंने (पाक) मुझे हरा दिया। वो मानते ही नहीं थे। वो टेबल पर आना ही नहीं चाहते हैं। क्या कश्मीर उनके साथ जा सकता है। कभी नहीं। जिनको पाकिस्तान जाना था, वो काफी पहले जा चुके हैं।

नेशनल हेराल्ड केस: सोनिया और राहुल गांधी को कोर्ट का नोटिस, 8 मई को अगली सुनवाई

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नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी और सोनिया गांधी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े पीएमएलए मामले में ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लिया है। ईडी की चार्जशीट से जुड़े मामले की सुनवाई के लिए आरोपी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य को कोर्ट ने नोटिस जारी किया है। इस मामले की सुनवाई में अगली तारीख 8 मई तय की गई है।

दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में दूसरी सुनवाई हुई। इससे पहले 25 अप्रैल को कोर्ट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी को नोटिस जारी करने से इनकार कर दिया था। अदालत ने ईडी से और अधिक प्रासंगिक दस्तावेज लाने और खामियों को दूर करने को कहा था। अब इस मामले में अगली सुनवाई 8 मई को होगी। इस तारीख पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत अन्य आरोपियों को कोर्ट के सामने पेश होना होगा।

नोटिस जारी करते हुए कोर्ट ने कहा है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और बाकी आरोपियों को चार्जशीट पर सुनवाई का पूरा हक है। कोर्ट ने कहा कि सुनवाई का अधिकार सभी को मिलना चाहिए। कोर्ट ने आगे कहा कि निष्पक्ष सुनवाई के लिए ये ज़रूरी है कि हर आरोपी को सुना जाए। इसलिए नोटिस जारी करना ज़रूरी था। कोर्ट चाहता है कि सभी आरोपियों को अपनी बात रखने का मौका मिले। इससे ये सुनिश्चित होगा कि मामले की सुनवाई सही तरीके से हो।

आरोपपत्र में सोनिया-राहुल समेत कई नाम

इससे पहले नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर शिकंजा कसते हुए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपपत्र दायर किया था। ईडी ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया था। ईडी ने सोनिया और राहुल नेताओं को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाया है। आरोपपत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा, सुमन दुबे समेत कई नेताओं के नाम भी शामिल हैं।

क्या है पूरा मामला?

नेशनल हेराल्ड साल 1938 में जवाहरलाल नेहरू द्वारा स्थापित एक ऐतिहासिक अखबार है। ईडी का आरोप है कि सोनिया और राहुल गांधी ने यंग इंडियन लिमिटेड के माध्यम से एजेएल की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्तियों को केवल 50 लाख रुपये में हासिल किया। ईडी का आरोप है कि यह लेनदेन मनी लॉन्ड्रिंग का हिस्सा था। इसमें एजेएल की 99 फीसदी शेयर यंग इंडियन लिमिटेड को ट्रांसफर की गई। सोनिया और राहुल गांधी के पास यंग इंडियन लिमिटिड में 38-38% हिस्सेदारी है। इस मामले में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में आरोप लगाया कि वाईआईएल ने एजेएल की 2000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को मात्र 50 लाख रुपये में हासिल कर लिया और यह धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है।

पाकिस्तानी परिवार को सुप्रीम कोर्ट ने दी बड़ी राहत, वापस भेजने पर लगाई रोक

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पाकिस्तान निर्वासित होने के कगार पर पहुंचे एक परिवार को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी है।सुप्रीम कोर्ट ने बेंगलुरु के एक व्यक्ति की याचिका पर सुनवाई करते हुए पाकिस्तान भेजने के आदेश पर फिलहाल के लिए रोक लगा दी है। याचिकाकर्ता और उनके परिवार के सदस्यों ने भारतीय नागरिकता का दावा करते हुए भारतीय दस्तावेज पेश किए हैं। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के अधिकारियों को परिवार के दस्तावेज जांचने और कोई फैसला लेने तक परिवार को पाकिस्तान निर्वासित न करने का निर्देश दिया है।

भारतीय नागरिकता के वैध दस्तावेज का दावा

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हिन्दुओं के नरसंहार के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागिरकों का वीजा रद्द कर बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अब तक कई पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान वापस भेजे जा चुके हैं। हालांकि इस बीच बेंगलुरु में रहने वाले छह सदस्यों के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दावा किया है कि उनके पास भारतीय नागरिकता के वैध दस्तावेज मौजूद हैं।

अपनी याचिका में बेंगलुरु में नौकरी कर रहे अहमद तारिक बट ने बताया कि उन्हें और उनके परिवार के पांच सदस्यों को श्रीनगर के फॉरेन रजिस्ट्रेशन ऑफिस से पाकिस्तान डिपोर्ट किए जाने का नोटिस मिला है। इन सभी सदस्यों का दावा है कि वे भारतीय नागरिक हैं और उनके पास भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड हैं।

कोर्ट ने क्या कहा?

उनकी इस याचिका पर जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट बेंच ने सुनवाई की। कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को याचिकाकर्ताओं की तरफ से प्रस्तुत दस्तावेजों की जांच करने का निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि मौजूदा याचिका में याचिकाकर्ता 2 और 3 पति-पत्नी हैं। याचिकाकर्ता 1, 4, 5 और 6 उनके बच्चे हैं। वे मौजूदा समय श्रीनगर के निवासी हैं। सरकारी निर्देश के अनुसार वीजा रद्द कर दिए गए हैं, सिवाय उन लोगों के जो संरक्षित हैं, ऐसे में याचिकाकर्ताओं को निर्वासित करने के लिए कदम उठाए गए हैं। कुछ लोगों को निर्वासन के लिए हिरासत में लिया गया है। याचिकाकर्ता अपने पक्ष में जारी किए गए आधिकारिक दस्तावेजों का हवाला देते हुए दावा कर रहे हैं कि वे भारतीय नागरिक हैं। ऐसे में तथ्यात्मक दलील को सत्यापित करने की आवश्यकता है, इसलिए हम अधिकारियों को इन दस्तावेजों और उनके ध्यान में लाए जाने वाले किसी भी अन्य तथ्य को सत्यापित करने के निर्देश देने के साथ याचिका की योग्यता पर कुछ भी कहे बिना इसे समाप्त कर देते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में जल्द से जल्द निर्णय लिया जाए। हम कोई समयसीमा निर्धारित नहीं कर रहे हैं। इस मामले के विशिष्ट तथ्यों को देखते हुए उचित निर्णय लिए जाने तक अधिकारी याचिकाकर्ताओं के खिलाफ कोई भी कड़ी कार्रवाई न करें। अगर याचिकाकर्ता अंतिम निर्णय से असंतुष्ट है, तो वह जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के समक्ष याचिका दायर कर सकता है। इस आदेश को मिसाल नहीं माना जाएगा, क्योंकि यह इस मामले के विशिष्ट तथ्यों और परिस्थितियों के अनुसार है।

मुझे नहीं लगता कि यह किसी से छिपा हुआ”, ख्वाजा आसिफ के बाद बिलावल ने कबूला पाकिस्तान का सच

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पाकिस्तान आतंकियों का पनाहगाह है...पहले पड़ोसी मुल्क के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ये बात कबूला अब पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने इस पर मुहर लगा दी है। बिलावल भुट्टो ने कहा है कि पाकिस्तान का अतीत आतंकी समूहों से जुड़ा रहा है, यह कोई रहस्य नहीं है। ये एक सच है कि देश में ये सब हुआ है। भारत की ओर से सख्त कार्रवाइयों और जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान के नेताओं की बौखलाहट ने मुल्क का असली चेहरा दुनिया के सामने ला दिया है।

मुजाहिदीन को धन और समर्थन देने बात मानी

अमेरिकी टीवी चैनल स्काई न्यूज की यल्दा हकीम से बात करते हुए बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, रक्षा मंत्री ने जो कहा मुझे नहीं लगता कि यह कोई सीक्रेट या छिपी हुई बात है कि पाकिस्तान का एक अतीत रहा है। जिसका खामियाजा हमने भुगता है, पाकिस्तान ने भुगता है। उन्होंने पहले अफगान युद्ध के दौरान मुजाहिदीन को धन और समर्थन देने में पाकिस्तान की सक्रिय भूमिका की ओर इशारा किया। ख्वाजा आसिफ की तरह उन्होंने भी कहा कि पाकिस्तान ने यह काम पश्चिमी देशों के साथ मिलकर किया, जिसका खामियाजा बाद में उनके देश ने भुगता है। हम एक के बाद एक चरमपंथ यानी आतंकवाद की मार झेलते रहे हैं। लेकिन जिस भी तकलीफ से हम गुजरे हैं, उससे हमने सबक भी लिया है।

आतंक पर हमारी नीति पूरी तरह बदल गई-बिलावल

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने कहा, हमने अपने देश में कट्टरपंथ और आतंक के कई दौर देखे लेकिन हाल के वर्षों में स्थिति बदल गई। पाकिस्तान में हालिया वर्षों में आतंक को कोई पनाह नहीं मिली है बल्कि हम खुद इससे पीड़ित और आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए हमने आंतरिक सुधार किए हैं। खासतौर से मेरी मां पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद आतंक पर हमारी नीति पूरी तरह बदल गए। पाकिस्तान ने बीते वर्षों में आतंकी समूहों के खिलाफ गंभीर और सफल कार्रवाई की है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भी किया था सच कबूल

इससे पहले रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था, हमने तीन दशकों तक अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए गंदा काम किया। यह एक बड़ी गलती थी, जिसकी सजा हमने भुगती। अगर हम सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध में और बाद में 9/11 के बाद के युद्ध में शामिल नहीं होते तो पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड बेदाग होता।

यह कबूलनामा ऐसे समय में आया है जब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले को लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया, जो पाकिस्तान से संचालित एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन है।

यह कई लोगों की नींद हराम कर देगा...मंच पर थरूर की मौजूदगी को लेकर पीएम मोदी का राहुल गांधी पर तंज

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को केरल दौरे पर हैं। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और कांग्रेस सांसद शशि थरूर के साथ मंच साझा किया। केरल के तिरुवनंतपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8,900 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित ‘विझिनजाम इंटरनेशनल डीपवाटर मल्टीपर्पज सीपोर्ट’ को राष्ट्र को समर्पित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के अलावा मंच पर कांग्रेस नेता शशि थरूर भी मौजूद रहे। यहां कांग्रेस का नाम लिए बगैर पीएम ने कहा कि आज का यह इवेंट कई लोगों को नींद हराम कर देगा।

इशारों ही इशारों में राहुल को संदेश

कांग्रेस के भीतर राहुल गांधी और शशि थरूर की अदावत जगजाहिर है। अब इस पर पीएम मोदी ने भी चुटकी ली है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में विझिनजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इशारों ही इशारों में कांग्रेस पर हमला बोला। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे सीएम से कहना चाहूंगा कि आप तो इंडी अलाइंस के मजबूत पिलर रहे हैं। आज शशी थरूर भी बैठे हैं। आज का ये इवेंट कई लोगों की नींद हराम कर देगा। मैसेज चला गया, जहां जाना था। इसके बाद खुद पीएम मोदी मुस्कुराने लगे। मंच पर मौजूद पिनराई विजयन और शशि थरूर भी इस दौरान मुस्कुराते दिखे। माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने राहुल गांधी और शशि थरूर के बीच कथित तकरार पर तंज कसा है।

थरूर ने एयरपोर्ट पर की पीएम का आगवानी

इससे पहले पीएम मोदी गुरुवार को केरल पहुंचे थे, जहां सीएम के साथ तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने उनका स्वागत किया था। शशि थरूर ने दिल्ली एयरपोर्ट पर देरी के बावजूद तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर समय से पहुंचकर प्रधानमंत्री की आगवानी की। शशि थरूर ने एक्स पर लिखा, दिल्ली हवाई अड्डे पर देरी होने के बावजूद, मैं समय पर तिरुवनंतपुरम पहुंच गया और पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। उन्होंने पीएम मोदी के साथ तस्वीरें भी शेयर कीं। उन्होंने लिखा कि मैं विझिंजम पोर्ट के उद्घाटन का इंतजार कर रहा हूं। मुझे इस परियोजना से शुरू से ही जुड़ने पर गर्व है। उन्होंने पीएम मोदी के साथ तस्वीरें भी शेयर कीं।

अडानी की तारीफ

पीएम मोदी ने मंच से गौतम अडानी की तारीफ भी की। उन्होंने कहा, मैं अभी पोर्ट का विजीट करके आया हूं। जब गुजरात के लोगों को पता चलेगा कि अडानी ने केरल में इतना बढ़िया पोर्ट बनाया है। ये गुजरात में 30 साल से काम कर रहे हैं, मगर अभी तक ऐसा पोर्ट नहीं बनाया। तब उनको (अडानी को) गुजरात के लोगों से गुस्सा सहन करने के लिए तैयार रहना होगा।

सीमा पर हथियार जुटा रहा पाकिस्तान, भारत से सटी सीमाओं पर चीनी तोप तैनात

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पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर लगातार गोलीबारी हो रही है। एलओसी पर लगातार आठवें दिन सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। पाकिस्तानी सेना ने बारामूला, कुपवाड़ा, पुंछ, रौशेरा और अखनूर में छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारत की तरफ से हमले होने का दावा कर रहा पाकिस्तान खुद उकसावे की कार्रवाई कर रहा है। यही नहीं, पाकिस्तान ने भारत से सटी सीमा पर अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाई है। पाकिस्तानी सेना ने रडार, वायु रक्षा प्रणाली और चीन में बनी हॉवित्जर तोपों समेत कई तरह के हथियार सीमा पर तैनात किए हैं।

एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही पाक वायुसेना

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से हमले को लेकर खौफजदा पाकिस्तान सीमाओं पर लगातार सैन्य जमावड़ा बढ़ा रहा है। उसने अग्रिम मोर्चों पर वायु रक्षा प्रणाली और चीनी एसएच-15 होवित्जर तोपें भी तैनात कर दी हैं। पाकिस्तानी वायु सेना फिलहाल एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही है। इन्हें फिजा-ए-बद्र, ललकार-ए-मोमिन और जर्ब-ए-हैदरी नाम दिया गया है। इनमें वायुसेना के एफ-16, जे-10 और जेएफ-17 सहित सभी प्रमुख लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। वायुसेना का ये अभ्यास 29 अप्रैल को शुरू हुआ और इसमें साब एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान भी हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान ने लाहौर और कराची के ऊपर अपना हवाई क्षेत्र भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

सीमा पर चीनी हॉवित्जर तोपों की तैनाती

पाकिस्तानी सेना चीन से खरीदी गई एसएच-15 हॉवित्जर तोपों को भी अपनी आर्टिलरी रेजीमेंट में शामिल कर रही है। इन आधुनिक तोपों को अब सीमा के नजदीक तैनात किया जा रहा है। इससे पाकिस्तान की फायरिंग क्षमता काफी बढ़ गई है। पाकिस्तान का एसएच -15 हॉवित्जर हथियार को लेकर दावा है कि परमाणु हमला करने में माहिर है।

2019 में पाकिस्तान ने 236 ऐसी तोपें खरीदने के लिए चीन से समझौता किया था। यह 155 मिमी/52-कैलिबर का स्वचालित, व्हीकल-माउंटेड तोप है। यानी यह हथियार 155 एमएम के गोले दाग सकता है।

चीनी हॉवित्जर की खासियत

इसकी खासियत की बात करें तो इसे पाक और चीन मारक और घातक बताते हैं। एसएच-15 की रेंज 20 किमी से 53 किमी तक है। यानी यह नाटो गोला-बारूद के साथ-साथ र जीपीएस-निर्देशित गोले भी दाग सकता है। इसकी डिजिटल फायर कंट्रोल सिस्टम, स्वचालित गन-लेइंग, और जीपीएस-नेविगेशन सटीकता बढ़ाते हैं। इस हथियार को 6×6 शानक्सी ट्रक के चेसिस पर फिट किया गया है। यह 90 किमी/घंटा की गति और 500 किमी की रेंज के साथ ‘शूट एंड स्कूट’ रणनीति के लिए बेस्ट माना जाता है। इसके बख्तरबंद केबिन और हाइड्रो-न्यूमैटिक सस्पेंशन पहाड़ी और जटिल इलाकों में प्रभावी बनाते हैं। यानी पहाड़ी इलाकों के लिए एसच-15 को बेस्ट माना जाता है। दावा तो पाकिस्तान की तरफ से यह भी कहा जाता है कि यह न्यूक्लियर गोले दाग सकता है।

पहलगाम हमले पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने भारत से की संयम बरतने की अपील, पाक को आतंकियों पर एक्शन की सीख

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अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पहलगाम आतंकी हमले पर भारत के प्रति समर्थन जताया साथ ही भारत से संयम बरतने की अपील की। वहीं, जेडी वेंस ने पाकिस्तान को पहलगाम हमले की जांच में भारत का सहयोग करने की बात कही, ताकि हमले के जिम्मेदार दोषियों को सजा दी जा सके। बता दें कि पहलगाम में जब हमला हुआ था, उस समय जेडी वेंस परिवार के साथ भारत के दौरे पर थे। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसमें अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने अंजाम दिया था, जिसके बाद से दोनों परमाणु सशस्त्र पड़ोसियों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।

भारत के साथ सहयोग करना पाक की जिम्मेदारी-वेंस

अमेरिकी चैनल फॉक्स न्यूज पर एक इंटरव्यू में अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस ने कहा, हमारी उम्मीद है कि भारत इस आतंकवादी हमले का इस हमले का इस तरह से जवाब देगा, जिससे व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष न हो। वेंस ने आगे कहा, हम उम्मीद करते हैं कि जहां तक पाकिस्तान की जिम्मेदारी है, वह भारत के साथ सहयोग करेगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उसके क्षेत्र में कभी-कभी सक्रिय आतंकवादियों का पता लगाया जाए और उनसे निपटा जाए।

वेंस ने पहले भी की थी हमले की निंदा

22 अप्रैल को जब जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों को निशाना बनाया, उस वक्त जेडी वेंस अपने परिवार के साथ भारत दौरे पर ही थे। वेंस ने तब हमले की निंदा की थी। एक्स पर एक पोस्ट में पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की थी। साथ ही जेडी वेंस ने बीते हफ्ते पीएम मोदी से फोन पर बात कर पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा भी की थी।

आतंकियों को चुन-चुनकर मारेंगे,किसी को बख्शा नहीं जाएगा... पहलगाम हमले पर अमित शाह की चेतावनी

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवादियों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि आतंकियों को चुन-चुनकर मारेंगे। आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेकेंगे। पहलगाम हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने सख्त बयान दिया।

आतंक फैलाने वालों को अल्टीमेटम

गृह मंत्री ने कहा, मैं आज जनता को बताना चाहता हूं कि 90 के दशक से कश्मीर में जो आतंकवाद चला रहे हैं, उनके खिलाफ हम जीरो टॉलरेंस की नीति पर मजबूती के साथ अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। आज वे यह न समझें कि हमारे नागरिकों की जान लेकर वो ये लड़ाई जीत लेंगे। उन्होंने आगे कहा, मैं सभी आतंक फैलाने वालों को कहना चाहता हूं कि यह लड़ाई अंत नहीं है, एक मकाम है। एक-एक व्यक्ति को चुन-चुन कर इसका जवाब दिया जाएगा।

आतंकवाद के खात्मे लड़ाई जारी रहेगी-शाह

शाह ने आगे कहा कि अगर कोई कायराना हमला करके सोचता है कि यह उनकी बड़ी जीत है, तो एक बात समझ लें, यह नरेंद्र मोदी की सरकार है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। हमारा संकल्प है कि इस देश के हर कोने से आतंकवाद को उखाड़ फेंकेंगे और यह पूरा होगा। न केवल 140 करोड़ भारतीय बल्कि पूरी दुनिया इस लड़ाई में भारत के साथ खड़ी है। मैं इस संकल्प को दोहराना चाहता हूं कि जब तक आतंकवाद का खात्मा नहीं हो जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी और जिन्होंने इसे अंजाम दिया है, उन्हें निश्चित रूप से उचित सजा दी जाएगी।