राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन अंतर्गत प्रशिक्षण किया गया आयोजित
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चहनियां l स्वस्थ धरती, खुशहाल किसान" योजना उप कृषि निदेशक के आदेश के क्रम में चहनियां में तैनात एडीओ एजी सुनील यादव के मार्गदर्शन में दस क्लस्टर का प्रशिक्षण का कार्य शुरू हो हुआ । शुक्रवार को बेलवानी, नैढी और सेमरा में प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिया गया ।
इस दौरान तकनीकी सहायक कमलेश कुमार प्रजापति ने बताया कि 28 अप्रैल को डेरवा खुर्द में प्रशिक्षण का कार्य किया जाएगा । जिसमें कृषि सखी के माध्यम से किसानों को सूचना देकर प्राकृतिक खेती में रुचि रखने वाले किसानों का चयन कर क्लस्टर बनाकर प्रशिक्षण दिया जाएगा । जिसमें बीजामृत घनजीवामृत,जीवामृत
डेकापरनी, के बारे मे जानकारी दी जाएगी । प्राकृतिक खेती ऐसा तरीका है जिसमें रासायनिक उर्वरक या कीटनाशक का उपयोग नहीं किया जाता है तथा निवेशों (बीज, बाद, जैव कीटनाशक) को खेत पर ही तैयार किया जाता है। इसमें गौवंश का विशेष महत्व है। उसके गोबर और गोमूत्र से जीवामृत, घनजीवामृत जैसे जैविक खाद तैयार किया जाता है। कम लागत, अधिक लाभ,मृदा स्वास्थ्य में सुधार,जल संरक्षण ,कम पानी में खेती संभव,मिश्रित खेती से अधिक आय,कार्बन क्रेडिट और जैविक उत्पाद बाजार तक सीधा लाभ,जैविक कार्बन बढ़ता है ।
फसल की उत्पादकता में वृद्धि,पौष्टिक और रसायन मुक्त भौजना किसानों के लिए विशेष प्रोत्साहन,क्लस्टर के सदस्य किसानी को 90 हजार प्रति एकड़ प्रति वर्ष ,प्राकृतिक खेती के इच्छुक किसानों को प्रशिक्षण।
,प्राकृतिक खेती उत्पादों के प्रमाणन की सुविधा,राष्ट्रीय ब्रांड से जुड़कर जैविक उत्पाद बेचने से आमदनी में वृद्धि,कृषि सखी की प्राकृतिक खेती में भूमिका,कृषि राखी बनस्टर आदि इस प्रशिक्षण के अंतर्गत आते है । कृषकों को प्राकृतिक खेती के क्षेत्रो में हर संभव मदद करेंगी ।
इस दौरान अमित मौर्य,विकास यादव,दामिनी पटेल,रामानन्द,डॉ. संजय सिंह,संजू देवी,सोनी देवी,जगदीश,अवनीश पाल,हरिओम।आदि उपस्थित रहे ।
Apr 27 2025, 18:56