बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर, मेरे खिलाफ बोलने की जगह व्यवस्था पर ध्यान दे सरकार : तेजस्वी यादव

डेस्क : बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने एनडीए नेताओं को राज्य की चरमराई व्यवस्था को ठीक करने की नसीहत दी। रविवार को राघोपुर रवाना होने के पूर्व दस सर्कुलर रोड स्थित आवास के पास उन्होंने मीडिया से बातचीत में तंज किया कि पैसे पेड़ में तो फर नहीं रहे जो अधिकारी तोड़ कर जमा कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। मेरे खिलाफ बोलने से क्या होगा, अगर कुछ करना है तो चरमराई सिस्टम को ठीक करें। नेता प्रतिपक्ष ने बिहार सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में ग्लोबल टेंडर के जरिए किए जा रहे कार्यों को लेकर कहा कि जब यहां के ठेकेदार की जगह बाहर के ठेकेदार को काम दिया जाएगा तो काम ढंग से होगा ही नहीं।

नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि राज्य सरकार की जांच एजेंसियां क्या कर रही हैं? क्यों नहीं भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के विरुद्ध कारवाई कर रही। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बिहार दौरे को लेकर किए गए सवाल पर चुप्पी साध ली।

मौसम का हाल : गर्मी का सितम झेलने के लिए हो जाइए तैयार, प्रदेश के कई शहरों का तापमान पहुंच सकता है 42 के पार

डेस्क : बीते कुछ दिनों से बिहार के मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिला। तेज आंधी के साथ हुई बारिश ने गर्मी से बड़ी राहत दी थे। लेकिन अब एकबार फिर गर्मी का प्रकोप शुरु हो गया है। प्रदेश में पिछले 15 दिनों की राहत के बाद लोगों को गर्मी सताने वाली है। इस सप्ताह राज्य के कई जिलों में लू चलने का पूर्वानुमान है। वहीं राज्य के अधिकतर शहरों का अधिकतम तापमान 42 से 43 डिग्री के बीच रहने के आसार हैं। इस कारण लोगों को भीषण गर्मी का एहसास होगा।

इस माह 6 अप्रैल को राज्य का अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद विभिन्न मौसम घटकों के कारण प्रदेश अलग-अलग शहरों में प्रति दिन रुक-रुक कर बारिश और तेज हवा चलती रही। इसी कारण अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। लेकिन, रविवार को सूरज के तल्ख तेवर के कारण लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होगी। जबकि न्यूनतम तापमान में कोई विशेष बदलाव होने के आसार नहीं है। रविवार को प्रदेश का सबसे गर्म शहर 39.9 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद एवं गया रहा। इस दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई। वहीं पटना के अधिकतम तापमान में 3.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई, राजधानी का अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

पटना पहुंची नमो भारत एक्सप्रेस की रैक, दो दिनों के अंदर हो सकता है ट्रायल

डेस्क : जयनगर- पटना मार्ग पर प्रस्तावित नमो भारत एक्सप्रेस की रैक रविवार को पटना पहुंच गई। 16 डब्बों वाली इस रैक को दानापुर रेल मंडल के राजेंद्र नगर कोचिंग कॉम्प्लेक्स लाया गया, जहां इसकी मैकेनिकल जांच की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को मधुबनी जिले के झंझारपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस अत्याधुनिक ट्रेन को पटना के लिए हरी झंडी दिखाएंगे। यह ट्रेन जयनगर से समस्तीपुर, बरौनी, मोकामा, बख्तियारपुर होते हुए पटना पहुंचेगी। अधिकारियों ने बताया कि इसकी रफ्तार अधिकतम 130 किमी प्रति घंटा होगी।

देश की दूसरी और बिहार की पहली नमो भारत ट्रेन को लेकर रेलकर्मियों से लेकर आम लोगों में कौतूहल दिखा। राजेन्द्रनगर कोचिंग कॉम्प्लेक्स में 16 कोचों वाली रैक के पहुंचने पर इसकी तस्वीर के लिए तांता लगा रहा। सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

इधर ट्रेन का जयनगर से पटना के बीच किराया क्या होगा, इसे लेकर मंथन जारी है। इससे पहले इसका ट्रायल होगा। दो दिनों से इस ट्रेन का ट्रायल संभावित है। पूर्व मध्य रेलवे की ओर से इस ट्रेन के सफल ट्रायल को लेकर लोको पायलट समेत अन्य रेलवे कर्मियों की टीम तय है। प्रधानमंत्री मोदी 24 अप्रैल को झंझारपुर में रेल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन के साथ इसका उद्घाटन स्पेशल के रूप में परिचालन शुरू करेंगे। पीएम सहरसा से मुंबई के बीच अमृत भारत ट्रेन और दो अन्य पैसेंजर ट्रेनों का भी शुभारंग करेंगे।

गौरतलब है कि वर्तमान में पटना से जयनगर की दूरी तय करने में 6-7 घंटे लगते हैं, जबकि नमो भारत से यह सफर केवल साढ़े चार से पांच घंटे में पूरा हो सकेगा। ट्रेन का किराया भी अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में कम होगा। यह सुविधा यात्रियों के समय और पैसे दोनों की बचत करेगी। हालांकि ट्रायल के दौरान ट्रैक पर मिलने वाली बाधाओं और संरक्षा नियमों को देखते हुए इसकी औसत गति तय की जाएगी। एक दो दिनों में ट्रेन का किराया और औसत गति की वास्तविक जानकारी आधिकारिक रूप से रेलवे की ओर से जारी हो सकती है।

पटना में होने वाले एयर शो के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : राजधानी पटना में 22 और 23 अप्रैल को इंडियन एयर फोर्स की एरोबेटिक सूर्य किरण टीम के द्वारा कार्यक्रम होने वाला है। जिसकी तैयारी पूरी हो गई है।वहीं इस कार्यक्रम के दौरान जुटने वाली भारी भीड़ को लेकर पटना ट्रैफिक पुलिस ने पूरा प्लान तैयार कर लिया है। इस दौरान पटना में कुछ रूटों को डायवर्ट भी किया गया है। वहीं एयर शो के दौरान सुरक्षा के लिए 140 पुलिस पदाधिकारी और 400 सिपाही और होम गार्ड की प्रतिनियुक्ति की गई है।

कार्यक्रम को लेकर जानकारी देते हुए ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि सूर्यकिरण शो का समय सुबह 10 बजे से 11.30 तक है। इस दौरान शो में आनेवाले लोगों के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है।

जेपी गंगा पथ से एलसीटी घाट से अप्रोच रोड को वनवे किया जाएगा। गंगा पथ से अपोजिट डायरेक्शन में नहीं चलेगी। इसी प्रकार कृष्ण घाट से अशोक राजपथ पर गाड़ियां जाएगी। लेकिन अशोर राजपथ से गंगा घाट के लिए गाड़ियां नहीं जाएगी। वहीं गाड़ी नो पार्किंग जोन में खड़ी गाड़ियों को हटाने के लिए छह क्रेन की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि एयर शो में पांच रूट से लोग आ सकते हैं। जिसे देखते हुए सभी के लिए अलग अलग पार्किंग की व्यवस्था की गई है।

जेपी गोलंबर साइड से आनेवाले लोगों के लिए गांधी मैदान में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। यहां उसी दिन गांधी मैदान के सभी गेट खुले रहेंगे। इसके अलावा महेंदू, कलेक्ट्रियट में भी पार्किंग होगी।

दीघा से आनेवाली गाड़ियों को एलसीटी घाट पर यूटर्न कर एक लेन में गाड़ी पार्क कर सकते हैं।

इसी तरह गायघाट की तरफ से आनेवाले लोग कृष्णा घाट के पास पार्क कर सकते हैं। दानापुर से अशोक राजपथ होते हुए आनेवाली गाड़ियों के दीघा घाट के 93, 88 या 83 नंबर घाट के पास अंडर पास के पास गाड़ी लगा सकते हैं। जो लोग गायघाट से अशोक राजपथ होते हुए आएंगे, उन लोगों के लिए पटना कॉलेज, साइंस कॉलेज ग्राउंड और कृष्णा घाट के आसपास की गई है।

बक्सर में आरएसएस-बीजेपी पर जमकर बरसे कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, सीएम नीतीश पर भी साधा निशाना

डेस्क : बिहार दौरे पर आए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज रविवार को बक्सर में आरएसएस -बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। वही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा.

मल्लिकार्जुन खड़गे ने वक्फ संशोधन बिल को केंद्र की मोदी सरकार की बड़ी साजिश करार देते हुए कहा कि पहले जिन मुद्दों को लेकर लोगों में कोई लड़ाई नहीं था वहां आज पीएम मोदी वक्फ के नाम पर लड़ाई लगवा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी आज समाज इ झगड़ा करा रहे हैं. हिंदू-मुस्लिम, अगड़ा-पिछड़ा की लड़ाईलगवा रहे हैं. उन्होंने कहा की आरएसएस -बीजेपी कभी भी बिहार देश की महिलाओं का भला नहीं चाहती.

खरगे ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया-राहुल गांधी के खिलाफ हो रही केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जानबुझकर सिर्फ परेशान करने के लिए कांग्रेस नेताओं के खिलाफ यह कार्रवाई कर रहे हैं. सोनिया-राहुल गांधी को डराने का काम किया जा रहा है लेकिन ये लोग डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने जिस घर में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश के एकता के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया. ऐसे खानदान पर नेशनल हेराल्ड में चार्जशीट लाकर डराने का काम कर रही है.

खड़गे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा. सीएम नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने देश की आजादी लाने वाले महात्मा गांधी की हत्या की उस गोडसे को मानने वाले भाजपा-आरएसएस के लोगों से नीतीश कुमार ने हाथ मिला लिया.

सीएम नीतीश के राजनैतिक सिद्धांतों पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने अपील की कि बिहार में अब कांग्रेस और महागठबंधन की सरकार बनानी है.

बिजली विभाग के कारनामे से उड़ा उपभोक्ता का होश, जानिए पूरा मामला

डेस्क : बिहार मे बिजली विभाग के कारनामे ने एक उपभोक्ता का होश उड़ा दिया है. विभाग की एक बड़ी लापरवाही से पूरा परिवार न केवल हैरान परेशान है बल्कि तमाम प्रयासों के बावजूद अबतक समस्या जस की तस बनी हुई है. मामला औरंगाबाद जिले के दाउदनगर की है.

दाउदनगर के मनार पंचायत के ममरेजपुर गांव में ललन प्रसाद वर्माका तीन कमरे का एक घर है. इसका इस्तेमाल अमुमन बैठका के रुप में किया जाता है. तीन बल्ब और एक पंखा लगा है. रात भर एक लाइट जलता है.मगर 17 अप्रैल को विभाग के मीटर रीडर ने घर के बाहर लगे मीटर को देखा और 3 करोड़ 7 लाख 77 हजार 431 रुपए का बिल थमा दिया. बिजली का इतना बिल देखकर उपभोक्ता के होश उड़ गए.

उपभोक्ता दीपक ने बताया कि जब उनके पिता ने इसका विरोध किया तो बिल को सही करके दुबारा भेजे जाने की बात कही. लेकिन अब तक कोई संशोधित बिल नहीं भेजा गया है. न ही किसी प्रकार की पावती या स्पष्टीकरण दिया गया है. समस्या जस की तस बनी हुई है.

उन्होंने बताया कि उनका तीन कमरे का घर है और बिजली विभाग को हमेशा बिल का भुगतान किया जाता रहा है, तो फिर इतना बिल कैसे आया. कही न कही झोल है.

वही इस बाबत स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह की गड़बड़ियां पहले भी हुई हैं. मीडर रीडर अक्सर समझौते के नाम पर लोगों से पैसे वसूलते हैं. लोगों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

वहीं संबंध में पूछे जाने पर बिजली विभाग कनीय अभियंता ने बताया कि हो सकता है कि तकनीकी त्रुटि के कारण ऐसा हुआ हो. बिजली बिल में सुधार कर दिया जायेगा.

आज अचानक केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के आवास पर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, सियासी गलियारे मे मची हलचल

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज रविवार को अचानक सुबह सुबह अपने काफिले के साथ केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के पटना स्थित आवास पहुंच गए. सीएम नीतीश का अचानक से ललन सिंह के घर जाना अब सियासी चर्चा का विषय बना हुआ है. सीएम का ललन सिंह के यहां जाना ऐसे समय में हुआ जब इसी सप्ताह पीएम मोदी का बिहार दौरा होने वाला है. ऐसे में नीतीश कुमार और ललन सिंह की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ललन सिंह से नीतीश कुमार की हुई यह मुलाकात बिहार में पीएम मोदी के दौरे को सफल बनाने को लेकर ही हुई है. बिहार में इस वर्ष विधानसभा चुनाव हैं. ऐसे में पीएम मोदी के इस दौरे को चुनावी शंखनाद के रूप में भी माना जा रहा है. मधुबनी की सभा से बिहार एनडीए की एकजुटता दिखाने के लिए मंच पर सभी दलों के शीर्ष नेताओं के मौजूदगी के साथ ही रैली में भारी भीड़ जुटाकर ताकत का अहसास कराना भी अहम है. माना जा रहा है कि सीएम नीतीश और ललन सिंह के बीच इन्हीं मुद्दों पर चर्चा हुई है.

गौरतलब है कि 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मधुबनी आगमन ‘पंचायती राज दिवस’ समारोह में भाग लेने को ले कर हो रहा है. ललन सिंह केंद्र सरकार में केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायती राज मंत्री हैं. ऐसे में ‘पंचायती राज दिवस’ पर पीएम मोदी का बिहार दौड़ा पूरी तरह सफल हो उसकी बड़ी जिम्मेदारी ललन सिंह के लिए है. यह कार्यक्रम उनके विभाग पंचायती राज से जुड़ा है. ललन सिंह भी पीएम मोदी के दौरे में रैली को सफल बनाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं. वे मधुबनी के साथ ही आसपास के करीब 10 जिलों में लगातार सक्रिय हैं जिससे रैली में रिकॉर्ड भीड़ जुटे.

बिहार के मनरेगा श्रमिकों के लिए खुशखबरी : केन्द्र ने जारी किए इतने करोड़ रुपये, जल्द होगा बकाया भुगतान

डेस्क : बिहार के मनरेगा श्रमिकों का पिछले चार महीने के मजदूरी बकाया है। इसी बीच उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उनके बकाया का भुगतान होगा। श्रमिकों के बकाया भुगतान को लेकर केंद्र सरकार ने शनिवार को 2102 करोड़ 24 लाख 76 हजार रुपये जारी कर दिया है। इससे बिहार के 12 लाख से अधिक श्रमिकों के बकाया मजदूरी का भुगतान होगा। राशि के आभाव में 27 दिसंबर, 2024 के बाद से ही भुगतान बंद था। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि राशि जारी होने के साथ ही श्रमिकों के खाते में भुगतान भी शुरू कर दिया जाएगा।

गौरतलब है कि पिछले करीब चार महीने से मनरेगा के तहत श्रमिक काम तो कर रहे थे, पर उन्हें मजदूरी नहीं मिल पा रही थी। इससे श्रमिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। केंद्र से राशि जारी होने से इन श्रमिकों को राहत मिली है।

राज्य सरकार की ओर से इनकी बकाया मजदूरी के भुगतान के लिए केंद्र सरकार से कई बार आग्रह भी किया गया था। मालूम हो कि मनरेगा के श्रमिकों की एक दिन की मजदूरी 245 रुपये है। मनरेगा के तहत साल में अधिकतम सौ दिनों का काम एक श्रमिक को दिया जाता है।

बिहार को मिला नमो भारत समेत 4 नई ट्रेन का तोहफा, 24 अप्रैल को पीएम हरी झंडी दिखा परिचालन का करेंगे शुभारंभ

डेस्क : बिहार के रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। प्रदेश को 24 अप्रैल को चार नई ट्रेनों का तोहफा मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को जयनगर (मधुबनी) से पटना के बीच बिहार की पहली नमो भारत ट्रेन और सहरसा से मुंबई तक अमृत भारत एक्सप्रेस के परिचालन को हरी झंडी दिखायेंगे।

सहरसा से सुपौल होते हुए पिपरा के बीच नई पैसेंजर ट्रेन और सहरसा से खगड़िया, अलौली होते हुए समस्तीपुर के लिए मेमू पैसेंजर ट्रेन का परिचालन भी शुरू होगा। नमो भारत ट्रेन मधुबनी, जयनगर, समस्तीपुर, बरौनी, मोकामा होते हुए पटना तक आएगी।

बिहार की दूसरी अमृत भारत एक्सप्रेस सहरसा से समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, पाटलिपुत्र, डीडीयू, इटारसी, भुसावल के रास्ते लोकमान्य तिलक टर्मिनस तक चलेगी। रेलवे ने टाइम टेबल भी जारी कर दिया है।

डाक विभाग का बड़ा निर्णय, बिहार में 15 हजार की आबादी पर होगा एक उप डाकघर

डेस्क : पोस्टल डिपार्टमेंट ने एक बड़ा निर्णय लिया है। अन्य राज्यों की तरह अब बिहार में भी 15 हजार की आबादी पर एक उप डाकघर होगा। डाक विभाग बिहार सर्किल ने यह निर्णय लिया है।

दरअसल उप डाकघरों की समीक्षा की गई, तो पता चला कि कई जिलों के कई इलाकों में 25 से 30 हजार की आबादी पर एक उप डाकघर है। जबकि 15 हजार पर एक उप डाकघर की सुविधा होनी चाहिए। ऐसे इलाकों में उप डाकघरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इनकी संख्या कई चरणों में बढ़ाई जाएगी। राज्य भर में बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां आबादी के अनुसार उप डाकघर नहीं हैं। लेकिन एक साथ सभी जगहों पर डाकघर नहीं खोला जा सकता है। ऐसे में चरणबद्ध तरीके से ये खोले जाएंगे। पहले चरण में इस वित्तीय वर्ष में 50 उप डाकघर राज्य भर में खोले जाएंगे। इसमें उन जिलों के उन इलाकों को चिन्हित किया जाएगा, जहां अधिक आबादी पर एक-दो ही उप डाकघर हैं। वर्तमान में पूरे राज्य में 1067 उप डाकघर हैं।

योजना का लाभ और निर्यात केंद्र की मिलेगी सुविधा

वर्तमान में डाक विभाग के माध्यम से कई योजनाएं चल रही हैं। निर्यात केंद्र की सुविधा भी सभी डाकघरों में दी गयी है। इसके अलावा डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा की सुविधा भी डाकघर से दी जाती है। अधिक से अधिक लोग डाक विभाग से जुड़े, लोग खाता खुलवाएं, इसके लिए उप डाकघरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।