आग से बचाव के संबंध में कराई गई निबंध प्रतियोगिता।
अहरौला । जिले के अग्नि समन्वय अधिकारी के निर्देश पर पूरे जिले में आग लगने और उससे बचाव के लिए अग्नि सेवा सप्ताह का आयोजन किया गया है जो 14 अप्रैल से चालू होकर 20 अप्रैल तक चलेगी । इसी कड़ी में आज उर्मिला पब्लिक स्कूल सिकौहला, कोलिशा में (एचसीपी) फायर स्टेशन कोयलसा राम प्रसाद पांडे के नेतृत्व में बच्चों को आग से बचाव के संबंध में निबंध प्रतियोगी प्रतियोगिता कराई गई जिसमें 25 बच्चों ने भाग लिया और आग से बचाव के ऊपर निबंध लिखवाया गया । निबंध लिखने के बाद बच्चों ने एचसीपी राम प्रसाद पांडे के सामने अपने-अपने लिखे हुए निबंध को प्रस्तुत किया सभी बच्चों के निबंध देखने के बाद राम प्रसाद पांडे ने सभी बच्चों को आग से बचाव के लिए विस्तृत रूप से जानकारी दी और आग लगने के करण को भी बताया । इस प्रतियोगिता में राम प्रसाद पांडे (एचसीपी), नंद जी यादव ,बृजेश कुमार के अलावा स्कूल परिसर के प्रधानाचार्य सूरज मिश्रा व अन्य अध्यापक भी मौजूद रहे।
अम्बेडकर नगर के एक पीड़ित व्यक्ति ने अतरौलिया स्थित एक अस्पताल पर लगाया गंभीर आरोप









बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के अतरौलिया थानाक्षेत्र के छितौनी स्थित दिव्यांश नर्सिंग होम के खिलाफ अंबेडकरनगर जिले के कटका थानाक्षेत्र के राजापुर गांव निवासी राहुल यादव पुत्र रामधारी ने आज दोपहर उपजिलाधिकारी बूढ़नपुर और क्षेत्राधिकारी बूढ़नपुर को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। परिजनों का आरोप है कि मेरी पत्नी को पेट मे दर्द होने के बाद बीते 8 फरवरी को दिव्यांश नर्सिंग होम में भर्ती किया गया। जहां पर डॉक्टर द्वारा अल्ट्रासाउंड करवाने के पश्चात कैंसर का खतरा बताते हुए परिजनों को डराकर डीएनसी करने के बाध्य किया गया। डीएनसी के पश्चात मरीज की हालत बिगड़ने लगी। उक्त डॉक्टर द्वारा 23 फरवरी तक इलाज किया गया लेकिन कोई सुधार न होने पर परिजन मरीज को अकबरपुर स्थित एक निजी चिकित्सालय में दिखाये। वहां चिकित्सक ने स्थिति को गम्भीर देख मरीज को केजीएमयू ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। परिजनों द्वारा की गई शिकायत के मुताबिक केजीएमयू के डॉक्टर ने बताया कि गलत इलाज होने के चलते मरीज की हालत काफी गंभीर है। तत्काल मरीज की सर्जरी करने की आवश्यकता है। एक बार मरीज का ऑपरेशन हुआ भी लेकिन मरीज में अभी किसी भी तरह का सुधार नहीं है। रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर का कहना है कि गलत इलाज करने के चलते मरीज की हालत काफी खराब हो जिसके सुधार में काफी वक्त लग सकता है। मरीज की बड़ी आंत को बाहर निकाल कर रखा गया है। अभी मरीज की हालत जस की तस बनी हुई है। परिजन न्याय के लिए सक्षम अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं लेकिन अभी भी अस्पताल के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई।परिजनों ने आरोप लगाया कि अतरौलिया थाने में प्राथमिकी की दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। पीड़ित परिजनों ने उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है। इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी बूढ़नपुर एस.के. त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है। जांच कर दोषियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक अतरौलिया डॉक्टर शिवाजी सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि संबंधित अस्पताल को सील कर दिया गया है। उसके खिलाफ मेरे द्वारा आज ही थाने पर तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
बड़े गांव केक्रिसेंट सिटी स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम बना अव्यवस्था का केंद्र, अभिभावकों ने उठाए गंभीर सवाल
शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले विद्यालयों में जब मनोरंजन प्राथमिकता बन जाए और अनुशासन हाशिये पर चला जाए, तो यह न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि बच्चों के भविष्य को भी प्रभावित करता है। ऐसा ही कुछ नजारा बड़े गांव स्थित क्रिसेंट सिटी स्कूल में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में देखने को मिला। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री आम्रपाली दूबे जैसे ही मंच पर पहुंचीं, भीड़ बेकाबू हो गई। दर्शकों ने सीटियाँ बजाकर माहौल को अशोभनीय बना दिया। यह स्थिति तब और बिगड़ी जब आम्रपाली दूबे के कार्यक्रम से प्रस्थान करते ही विद्यालय स्टाफ द्वारा आये हुए अभिभावकों के साथ धक्का-मुक्की की गई। कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक गतिविधियाँ मंच पर जारी थीं, लेकिन जैसे ही अभिनेत्री मंच पर आईं, पूरा आयोजन एक 'मनोरंजन शो' में तब्दील हो गया। यह विद्यालय की मूल भावना और शैक्षणिक गरिमा के सर्वथा विपरीत था। अभिभावकों ने शिकायत की कि उन्हें बैठने के लिए उचित व्यवस्था नहीं दी गई। कई लोगों को पूरे समय खड़े रहना पड़ा, जबकि बाहरी भीड़ को बेरोकटोक भीतर प्रवेश की अनुमति दी गई। इससे विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था और आयोजन की गंभीरता पर भी प्रश्न उठते हैं। शिक्षाविदों का मानना है कि अगर इस तरह के कार्यक्रमों में किसी साहित्यकार, कवि या प्रेरणादायक शिक्षक को बुलाया जाता, तो छात्रों को सच्चे अर्थों में प्रेरणा मिलती और विद्यालय की प्रतिष्ठा भी बढ़ती। यह घटना न सिर्फ विद्यालय प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या आज के विद्यालय शिक्षा के स्थान पर सिर्फ दिखावे और चकाचौंध के केंद्र बनते जा रहे हैं?
आजमगढ़: अंबेडकर जयंती पर गूंजा “जय भीम”, मोलनापुर नत्थन पट्टी गांव मे दिखा सामाजिक जागरूकता का संकल्प









आजमगढ़। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर आजमगढ़ जिले में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के मोलनापुर नत्थन पट्टी गांव में भव्य आयोजन कर बाबा साहब को श्रद्धांजलि दी गई।गांव-गांव में शोभायात्राएं निकाली गईं, अंबेडकर जी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया और विचार गोष्ठियों के माध्यम से उनके संघर्षों और विचारों को लोगों के सामने रखा गया। कार्यक्रम में समाज के हर वर्ग की भागीदारी देखने को मिली, जिसमें युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों की मौजूदगी खास रही। गोष्ठियों में वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब का बनाया हुआ संविधान ही आज देश के गरीबों, दलितों, महिलाओं और वंचित तबकों की आवाज बना हुआ है। अगर संविधान न होता, तो समाज दिशाहीन हो जाता। उन्होंने केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि देश के भविष्य की नींव रखी। नारी सशक्तिकरण, शिक्षा का अधिकार और सामाजिक न्याय – इन सबकी राह बाबा साहब ने ही दिखाई।मोलनापुर नत्थन पट्टी के पूर्व ग्राम प्रधान बरखू राम समाज सेवी दिवाकर मौर्य और अन्य लोगोंने भी अपने विचार रखे और बाबा साहब के सपनों को साकार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें बाबा साहब के दिखाए रास्ते पर चलकर समाज में समानता, शिक्षा और सद्भाव को बढ़ावा देना होगा।सामाजिक परिवर्तन की चेतना इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि गांव-गांव में आज भी अंबेडकरवाद एक जीवंत आंदोलन है। अंबेडकर जयंती केवल श्रद्धांजलि का अवसर नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और जागरूकता का प्रतीक बन चुकी है।
सीसीटीवी में कैद हुई रात की वारदात, इलाके में दहशत कप्तानगंज थाना क्षेत्र का मामला
कप्तानगंज थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां चोरी की वारदात को अंजाम देते हुए आरोपी पिंटू पांडे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। यह घटना ग्राम टहर किशुनदेवपुर, पोस्ट टहर वाजिदपुर की है। आरोपी की पहचान पिंटू पांडे पुत्र हौसला पांडे के रूप में हुई है, जो रात के अंधेरे में चोरी करते हुए स्पष्ट रूप से कैमरे में नजर आ रहा है। फुटेज वायरल होने के बाद, पीड़ित सत्येंद्र सिंह सनी पुत्र स्व. वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस पूछताछ में पिंटू पांडे ने खुलासा किया कि उसने यह चोरी दुर्गा यादव पुत्र सभाजीत यादव की मदद से अंजाम दी। हैरानी की बात यह है कि दुर्गा यादव पर पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, और वह क्षेत्र में एक कुख्यात नाम माना जाता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से इलाके में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही हैं। धनेज दुबे गांव में भी हाल ही में चार बार चोरी की वारदात हो चुकी है। किसानों का कहना है कि वे बड़ी मेहनत से फसल उगाते हैं, लेकिन चोर उनका सब कुछ लूट ले जाते हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस बढ़ती आपराधिक गतिविधि ने आम जनता में भय का माहौल पैदा कर दिया है। फिलहाल, पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
आजमगढ़: अंबेडकर जयंती पर गूंजा “जय भीम”, बूढ़नपुर से बनकटा तक दिखा सामाजिक जागरूकता का संकल्प











जमगढ़। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर आजमगढ़ जिले में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के भरौली टोडर, बनकटा, बासी जफ्ती और बूढ़नपुर नगर पंचायत समेत कई गांवों और कस्बों में भव्य आयोजन कर बाबा साहब को श्रद्धांजलि दी गई।

गांव-गांव में शोभायात्राएं निकाली गईं, अंबेडकर जी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया और विचार गोष्ठियों के माध्यम से उनके संघर्षों और विचारों को लोगों के सामने रखा गया। कार्यक्रम में समाज के हर वर्ग की भागीदारी देखने को मिली, जिसमें युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों की मौजूदगी खास रही।

“संविधान ने दी है पहचान”
गोष्ठियों में वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब का बनाया हुआ संविधान ही आज देश के गरीबों, दलितों, महिलाओं और वंचित तबकों की आवाज बना हुआ है। अगर संविधान न होता, तो समाज दिशाहीन हो जाता। उन्होंने केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि देश के भविष्य की नींव रखी। नारी सशक्तिकरण, शिक्षा का अधिकार और सामाजिक न्याय – इन सबकी राह बाबा साहब ने ही दिखाई।

जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की सहभागिता
भरौली टोडर के ग्राम प्रधान रामसागर, सामाजिक कार्यकर्ता रामचंद्र और वरिष्ठ नागरिक हरिनाथ यादव ने भी अपने विचार रखे और बाबा साहब के सपनों को साकार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें बाबा साहब के दिखाए रास्ते पर चलकर समाज में समानता, शिक्षा और सद्भाव को बढ़ावा देना होगा।

सामाजिक परिवर्तन की चेतना
इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि गांव-गांव में आज भी अंबेडकरवाद एक जीवंत आंदोलन है। अंबेडकर जयंती केवल श्रद्धांजलि का अवसर नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और जागरूकता का प्रतीक बन चुकी है।


अगर आप चाहें, तो इसमें किसी खास व्यक्ति का इंटरव्यू या कार्यक्रम की तस्वीरें जोड़कर इसे और भी प्रभावशाली बना सकते हैं।

पत्नी, बेटी और गहने लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी संग फरार हुई महिला, पीड़ित लगा रहा थाने का चक्कर  पुलिस पर कार्रवाई न करने का गंभीर आरोप








आजमगढ़। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रत्नावे गांव निवासी विजय प्रजापति अपनी पत्नी और पांच वर्षीय बच्ची के अचानक गायब हो जाने से सदमे में हैं। पीड़ित का आरोप है कि उसकी पत्नी लाखों के गहनों और ₹50,000 नगद के साथ गांव में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी के साथ फरार हो गई है। हैरानी की बात यह है कि जब पीड़ित ने कप्तानगंज थाने में शिकायत दर्ज करानी चाही, तो पुलिस ने उसकी सुनवाई करने के बजाय उसे ही शांति भंग की धारा में चालान कर दिया।पीड़ित विजय प्रजापति का कहना है कि घटना के दिन वह खेत में काम कर रहा था, तभी गांव में आए पंचायत अधिकारी ने मौका पाकर उसकी पत्नी और बच्ची को गहनों और नगदी समेत बाइक पर बिठा कर भगा ले गया। पीड़ित का कहना है कि उसने जब इस बात की सूचना थाने में दी तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि उसे ही प्रताड़ित किया जाने लगा। विजय का यह भी कहना है कि अगर गहने और नगदी को ‘स्त्री धन’ माना जाए, तो क्या यह कानूनन अपराध नहीं है कि एक सरकारी कर्मचारी किसी के घर में घुसकर उसकी पत्नी, नाबालिग बेटी और गहनों के साथ फरार हो जाए? इसके बावजूद पुलिस दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।पीड़ित ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि दोषी ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए और कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही, थाना कप्तानगंज की निष्क्रियता और पीड़ित को प्रताड़ित करने की जांच कर जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई हो।
रामनवमी के अवसर पर निकली शोभा यात्रा हुआ भंडारा











अहरौला आजमगढ़ जिले के कप्तानगंज बाजार में स्थित प्राचीन पंचदेव मंदिर परिसर से आज दिन रविवार को दिन के 12:00 बजे से महंत नारायण दास उदासीन केअगुवाई में गाजे बाजे हांथी घोड़े संतो और भक्तों की भारी भीड़ के साथ भव्य रूप से शोभायात्रा निकाली गई और पूरे बाजार को भगवा झंडा से भगवा मय कर दिया गया था यह शोभायात्रा मंदिर से निकलकर बाजार से पूर्व पेट्रोल पंप होते हुए वापस कप्तानगंज रोड तक वहां से चलकर बुढनपुर रोड तक वहां से चलकर महाराजगंज रोड पर यात्रा घूमते हुए और कई तरीके की झांकियां के साथ यात्रा वापस अबीर गुलाल उड़ाते भक्त नाचते गाते शाम को यात्रा अपने निश्चित स्थान पर मंदिर पर पहुंची जहां पर भव्य भंडारे का आयोजन किया गया और लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया महंत नारायण दास ने कहा बिना हिंदू और हिंदुत्व के धर्म की रक्षा नहीं हो पाएगी और अब हर घर का एक हिंदू अपने सनातन की रक्षा के लिए खड़ा हो रहा है ऐसे में इस तरह के धार्मिक आयोजन हर त्योहार में होने चाहिए इससे हमारी धार्मिक यात्रा आगे जाकर लोगों को जागरूक करेगी तभी जाकर हिंदुत्व की रक्षा हो पाएगी इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेश सिंह चंद्रशेखर यादव फुलचंद यादव,राजेश मास्टर विजय सिंह संतोष सिंह पिंकू सिंह अनील चौहान भोले सिंह
दलित बस्ती को रास्ता न मिलने पर ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन, प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग आजमगढ़









ूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के औराडाड़ गांव में रास्ते को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। गांव की दलित बस्ती के लोगों ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस चक (कृषि भूमि) से वर्षों से लोग आ-जा रहे थे, वहां हाल ही में जेसीबी मशीन से मिट्टी खुदवाकर करीब ढाई फीट गहरा गड्ढा कर दिया गया, जिससे आवाजाही बाधित हो गई है।ग्रामीणों ने बताया कि गांव की चकबंदी करीब 54 वर्ष पूर्व हुई थी, लेकिन तब भी दलित बस्ती के निवासियों को कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं मिला था। तब से अब तक लोग इसी चक से होकर आवागमन करते रहे हैं। लेकिन हाल ही में उस जमीन के स्वामी द्वारा मिट्टी निकलवाकर रास्ते को बाधित कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने तत्काल जेसीबी मशीन से खुदाई रुकवाई और स्थिति को नियंत्रित किया।इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता रमाशंकर और पूर्व ग्राम प्रधान हरिकेश यादव भी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जेसीबी चालक ने धमकी दी कि अगर कोई मशीन के सामने आया तो उसे कुचल दिया जाएगा। इस कथन से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है।इस मामले में जब उपजिलाधिकारी बूढ़नपुर सुरेंद्र नाथ तिवारी से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि शिकायत प्राप्त होती है तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द उन्हें वैध और सुरक्षित रास्ता उपलब्ध कराया जाए, ताकि उन्हें आने-जाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
पिपरी कंपोजिट विद्यालय में शिक्षक सम्मान समारोह का हुआ आयोजन








आजमगढ़ जिले के बूढनपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत कोयलसा शिक्षा क्षेत्र के कम्पोजिट विद्यालय पिपरी में शिक्षक सम्मान समारोह एवं शिक्षोन्नयन संगोष्ठी का आयोजन यहां के शिक्षकों व्दारा बढ़े ही भव्य तरीके से किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अमरनाथ राय प्राचार्य जिला शि‌क्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जाफरपुर आजमगढ़ रहे । साहित्य विभूषण सम्मान से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राजाराम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर जी एस एस पी जी कालेज कोयलसा डा हरि सेवक पाण्डेय व पूर्व एसोसिएट जी एस एस पी जी कालेज कोयलसा डॉ नरेन्द्र नाथ यादव मंच को सुशोभित कर अपने-अपने कीमती विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सेवा निवृत्त शिक्षक राघव सिंह का विदाई समारोह भी आयोजित किया गया जिसमें मौजूद शिक्षक व शिक्षा से जुड़े अन्य गणमान्य लोगों ने उनके शिक्षण जीवन की सराहना की। बतौर मुख्य अतिथि अमरनाथ राय ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक कभी भी सेवा निवृत्त नहीं होता है। अगर वह सेवा निवृत्त होता है तो सिर्फ सरकारी दायित्वों से। स्कूल से सेवा निवृत्त होने के बाद उसकी जिम्मेदारी और बढ जाती है। उसे अपने अनुभवों को कार्यरत शिक्षकों में साझा करने का जो अवसर प्राप्त होता है वही उसके लिए जीवन का सबसे बड़ा पुरस्कार भी होता है। मुख्य अतिथि श्री राय ने मौजूद सभी शिक्षकों का आह्वान किया कि स्कूल चलो अभियान शुरू हो चुका है इसको जितना हो सके सफल बनाने के लिए जुट जाइये। अंत में इन्होंने सेवा निवृत्त शिक्षक राघव सिंह को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप हमेशा खुश और स्वस्थ रहें यही हमारी कामना है। विशिष्ट अतिथि डॉ हरिसेवक पाण्डेय ने कहा कि सेवा निवृत्त शिक्षक राघव सिंह एक ऐसे शिक्षक के रुप में जाने जाते हैं जो अनुशासन और समय की कीमत की पहचान रखने वाले शिक्षक थे जिन्होंने अपने शिक्षण काल में इमानदारी से बच्चों को शिक्षा देने का काम किया। इसी प्रकार से विशिष्ट अतिथि डॉ नरेन्द्र नाथ यादव ने भी सेवा निवृत्त शिक्षक राघव सिंह की अच्छे शिक्षण कार्य के लिए इनकी सराहना की । इस स्कूल की बच्चियों ने मनमोहक सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरी। इस मौके पर ए बी एस ए कोयलसा पंकज कुमार मौर्य,बी एस ए आजमगढ़ राजीव पाठक, ,बी एस ए मऊ, खण्ड विकास अधिकारी कोयलसा सागर सिंह, अटेवा के प्रदेश मंत्री विजय प्रताप बूढ़नपुरी ,शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, कोयलसा शिक्षक संघ अध्यक्ष अजय कुमार सिंह, सरिता सिंह , श्रीपति वर्मा, सरिता सिंह, यमुना वर्मा सारंग, सत्यनरायन , शिक्षक घनश्याम यादव, अखण्ड प्रताप सिंह,राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित उदयराज यादव, दिलीप पांडेय , राजेश विश्वकर्मा, रासबिहारी वर्मा, महावीर, गोविंद सिंह, इंद्र देव, अशोक कुमार पाण्डेय, दयाराम यादव, महेंद्र मृदुल पंकज सिंह, महेश सिंह गन्ना समिति के चेयरमैन प्रतिनिधि जंगबहादुर सिंह, देवेंद्र सिंह आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक डा राजेश सिंह ने किया समारोह के संयोजक प्रधानाध्यापक रमाकांत शर्मा ने आए हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।