मुख्यमंत्री श्री साय छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री राजा पांडेय के पदभार ग्रहण समारोह में हुए शामिल

रायपुर-  शिक्षा ही विकास का मूलमंत्र है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। एक पढ़े-लिखे व्यक्ति और अनपढ़ व्यक्ति के जीवन में जमीन आसमान का अंतर होता है। स्कूली बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध कराने में पाठ्य पुस्तक निगम की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। यह बातें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में आयोजित छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री राजा पांडेय के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में कहीं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने पर राजा पांडेय को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाठ्य पुस्तक निगम का दायित्व है की किताबें समय पर छपें और बच्चों को स्कूल में पुस्तकें समय पर उपलब्ध हों। मुझे पूरी उम्मीद है कि राजा पांडेय पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष के रूप में अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करेंगे। विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में शिक्षा की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। इस लिहाज से पाठ्यपुस्तक निगम के पास एक बड़ी जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति की शुरुआत की गई है, जिसे हमने छत्तीसगढ़ में लागू किया है। नई शिक्षा नीति में शिक्षा के साथ-साथ रोजगार पर भी फोकस किया गया है। प्राथमिक शिक्षा के स्तर पर हम बच्चों को 18 स्थानीय बोलियों में किताबें उपलब्ध करा रहे हैं। इससे बच्चे अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त कर पायेंगे। नई शिक्षा नीति का लाभ राज्य के बच्चों को मिल रहा है। छत्तीसगढ़ की 25 वर्ष की यात्रा में शिक्षा के क्षेत्र में देश के शीर्ष संस्थान जैसे आईआईटी, आईआईएम, नेशनल लॉ स्कूल और ट्रिपल आईटी छत्तीसगढ़ में स्थापित हुए हैं। आज चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में 14 मेडिकल कॉलेज हैं। एम्स जैसे राष्ट्रीय चिकित्सा संस्थान का लाभ लोगों को मिल रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ हर क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है। आज नवा रायपुर में हमने प्रदेश के पहले सेमीकंडक्टर यूनिट का भूमिपूजन किया है। ये सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में देश का दूसरा यूनिट है। 1143 करोड़ की लागत से इस संयंत्र की स्थापना हुई है। कम्पनी ने 10 हज़ार करोड़ के अतिरिक्त निवेश का प्रस्ताव भी दिया है। इससे सेमीकंडक्टर चिप्स निर्माण में प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा। इसी तरह नवा रायपुर को आईटी हब बनाने की दिशा में आज स्कवायर बिजनेस सर्विसेज को ऑफिस स्पेस आबंटित किया गया है। बिहान की बहनों को 40 बैटरी चालित ई-रिक्शा भी दिया गया है। साथ ही आज एल्कलाइन वाटर बॉटलिंग प्लांट का भी हमने शुभारंभ किया है। छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति की निवेशकों द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है। एनर्जी और टेक्सटाइल सहित कई क्षेत्रों में राज्य को निवेश प्राप्त हो रहा है। हम सभी को मिलकर छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाना है।

केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू ने छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष राजा पाण्डेय को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा समाजिक परिवर्तन की धुरी है। समाजिक परिवर्तन से आर्थिक परिवर्तन संभव है। आर्थिक परिवर्तन से ही सशक्त राष्ट्र की संकल्पनाओं को साकार किया जा सकता है।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार सुशासन को लेकर कार्य कर रही है। अभी गांवों से लेकर शहरों तक सुशासन तिहार मनाया जा रहा है। सुशासन के उद्देश्यों और आम जनमानस तक शासन की योजनाओं को पहुंचाने में सभी निगम-मंडल का महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने इस अवसर पर नवनियुक्त राजा पाण्डेय को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर विधायक अमर अग्रवाल,विधायक गोमती साय, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक सुशांत शुक्ला, विधायक प्रबोध मिंज, विधायक भूलन सिंह मरावी, पूर्व मंत्री रामसेवक पैंकरा, पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल सहित निगम-मंडल-आयोग के अध्यक्षगण भूपेंद्र सवन्नी, रामप्रताप सिंह, संजय श्रीवास्तव, अनुराग सिंहदेव, लोकेश कांवड़िया, शशांक शर्मा, श्रीनिवास मद्दी, अमरजीत छाबड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा छ. ग. पाठ्यपुस्तक निगम के अधिकारी-कर्मचारीगण व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

प्रदेश में वन आधारित पर्यटन और जल आधारित पर्यटन को दिया जाए बढ़ावा: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। छत्तीसगढ़ को देश के पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए पर्यटन, वन और जल संसाधन विभाग एकीकृत कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वन आधारित पर्यटन, महानदी, इन्द्रावती नदियों प्रदेश के प्रमुख बांधों में वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा दिया जाए। प्रदेश की शक्ति पीठों में पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएं। मुख्यमंत्री ने प्रमुख पर्यटन स्थलों में आस-पास के स्थलों को शामिल कर पर्यटन सर्किट और कारीडोर तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने केन्द्र सरकार से सहायता के लिए प्रदेश की पर्यटन परियोजनाओं के नये प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री साय आज मंत्रालय महानदी भवन में प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में ईको टूरिज्म, एथेनिक टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म, हेरीटेज टूरिज्म, वन्य जीव पर्यटन, वाटर स्पोर्ट्स की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर, सरगुजा सहित प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों को ब्रांड के रूप में स्थापित किया जाए।

टूर एंड ट्रेवल एजेंसियों और जाने-माने होटल संस्थानों का लिया जाए सहयोग

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, गुरू घासीदास तमोर पिंगला राष्ट्रीय उद्यान, बारनवापारा अभ्यारण, अचानकमार अभ्यारण्य, टाटामारी व्यू प्वाइंट जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के साथ उस क्षेत्र के समीप स्थित छोटे-छोटे पर्यटन स्थलों को सम्मिलित कर सर्किट और कारीडोर विकसित करने के लिए योजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के धार्मिक महत्व, ऐतिहासिक महत्व और पुरातात्विक और नैसर्गिक महत्व के स्थलों को चिन्हांकित कर पर्यटन की दृष्टिकोण से बेहतर डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाए। उन्होंने ईको टूरिज्म और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टूर एंड ट्रेवल एजेंसियों और जाने-माने होटल संस्थानों के साथ बैठक कर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाने की संभावनाओं की भी तलाश की जानी चाहिए।

वाटर स्पोर्ट्स को दिया जाएगा बढ़ावा

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में जल क्रीडा गतिविधियों के विकास के लिए भी काफी संभावनाएं हैं। हमारी सरकार ने धमतरी में गंगरेल बांध, महासमुंद के कोडार बांध, कोरबा के मिनी माता हसदेव बांगो बांध, सरोदा बांध, बस्तर के चित्रकोट जलप्रपात में वाटर बोटिंग के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इन संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की विभिन्न नदियों, बांधों में भी स्थल चिन्हांकित कर वाटर स्पोर्ट्स के रूप में विकसित किया जाए।

बस्तर, चम्पारण, मधेश्वर मयाली, भोरमदेव में पर्यटन कॉरिडोर होंगे विकसित

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि बस्तर में चित्रकोट जलप्रपात, दंतेवाड़ा, ढोलकल, टाटामारी, बारसूर, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में तीरथगढ़, कुटुमसरगुफा, धुडमारास, तामड़ा घूमर, महेन्द्रिघूमर जलप्रपात को शामिल कर बस्तर कारीडोर विकसित किया जाए। इसकी राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग की जाए। इसी तरह जशपुर जिले में मधेश्वर मंदिर, मायली लेक, कैलाश गुफा को शामिल कर कारीडोर बनाया जाए। उन्होंने महाप्रभु वल्लाभार्च की प्राकट्यभूमि चम्पारण में गुजराती पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं, यहां शादी-विवाह जैसे आयोजन भी होते हैं। इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाए तथा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।

बैठक में स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना के तहत प्रदेश में संचालित विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेश दर्शन के तहत भोरमदेव कॉरिडोर के लिए 145 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृति प्रदान की गई है। इससे धार्मिक और नैसर्गिंग स्थलों को जोड़कर पर्यटन की दृष्टिकोण से बेहतर डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रोत्पला फिल्म सिटी को विकसित करने के लिए फिल्म जगत के लोगों से मार्गदर्शन लिया जाए। नवा रायपुर में हमारी सरकार द्वारा चित्रोत्पला फिल्म सिटी बनायी जा रही है। इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा 95 करोड़ रूपए की स्वीकृति मिली है।

पर्यटन को उद्योग का दर्जा

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति में पर्यटन को उद्योग का दर्जा प्रदान किया गया है। इन क्षेत्रों में पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए अनुदान का प्रावधान भी किया गया है, जिससे निवेशकों के सहयोग से पर्यटन अधोसंरचना का विकास हो सके। राष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों से संपर्क कर इन संभावनाओं का भी दोहन किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सालाना 2 करोड़ पर्यटक पर्यटन स्थलों में आते हैं। मुख्यमंत्री ने पर्यटन क्षेत्र के स्थानीय निवासियों को नियमित रूप से रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य ये होम स्टे सहित छोटे-छोटे कुटीर उद्योग पर भी लोगों को जोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्रों के ग्रामीणों में होम स्टे व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित भी करना चाहिए।

बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव, अपर मुख्य सचिव ऋचा शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, बसवराजु एस., उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव राजेश सुकुमार टोप्पो सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

राष्ट्रीय गुणवत्ता स्टेंडर्ड के मानक में आने की तैयारी : 50 अस्पतालों के 168 स्वास्थ्य अधिकारी और पैरा मेडिकल स्टाफ को दिया प्रशिक्षण

गरियाबंद- राज्य और केंद्र द्वारा संचालित 12 स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए जिले के 50 अस्पतालों से 168 स्वास्थ्य अधिकारी और पैरा मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया, ताकि राष्ट्रीय गुणवत्ता स्टेंडर्ड के मानक में आ सकें. जिले में मौजूद 200 अस्पतालों में से 50 अस्पताल में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी और पैरा मेडिकल स्टाफ को यूनिसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर गजेन्द्र सिंह ने प्रशिक्षण दिया. उन्हें योजना संचालन और उसके डॉक्यूमेंटेशन के अलावा हितग्राही अथवा मरीज के साथ कैसे व्यवहार किया जाए, जरूरतमंद तक योजना कैसे पहुंचे, इन बारीकियों को बताया गया.

सीएमएचओ डॉक्टर गार्गी यदु ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले प्रत्येक हितग्राहियों को राज्य एवं केंद्र द्वारा संचालित सभी स्वास्थ्य योजनाओं के तहत गुणवत्ता युक्त सेवा एवं पूर्ण सेवा मिल सके, इस उद्देश्य से यह प्रशिक्षण यूनिसेफ के माध्यम से दिया गया है. कलेक्टर दीपक अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित इस प्रशिक्षण का मकसद समय-समय पर राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन स्टेंडर्ड (एनएचएसआरसी ) द्वारा किए जाने वाले मूल्यांकन में खरे उतरना भी है.

सालभर में 9 स्वास्थ्य केंद्र राष्ट्रीय गुणवत्ता स्टेंडर्ड के मानक में खरे उतरे

सीएमएचओ ने बताया कि पिछले एक साल में 9 केंद्र इस मानक में खरे उतरे हुए हैं. जिला प्रशाशन ने आने वाले समय में ऐसे ही 50 केंद्रों को तय मानक में लाने का लक्ष्य रखा हुआ है. प्रशिक्षण कार्यकम को सफल बनाने में सिविल सर्जन डॉक्टर टीसी पात्र, डीएचओ एलके जांगड़े, डॉक्टर योगेंद्र सिंह, शंकर लाल पटेल, अन्नू विशकर्मा, सृष्टि यदु, अक्षय तिवारी की अहम भूमिका रही है.

छत्तीसगढ़ : राखी और पूनम ने 151 महिलाओं से की 6900000 की ठगी, आटा चक्की लगाने के नाम पर दिया झांसा, राजधानी से हुई गिरफ्तार

महासमुंद- छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में महिला सशक्तिकरण के नाम पर एक बड़ा ठगी का मामला सामने आया है. रायपुर की रहने वाली राखी ध्रुव और पूनम नायक नाम की दो महिलाओं ने मिलकर 151 महिलाओं से करीब 69 लाख रुपये की ठगी की. पुलिस ने दोनों आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है.

जानकारी के मुताबिक, आरोपी महिला राखी ध्रुव और पूनम नायक ने 2024 में महिलाओं को आटा चक्की लगाकर लघु उद्योग स्थापित करने का सपना दिखाया. उन्होंने महासमुंद शहर, ग्राम मुड़ियाडीह और आरंग में 10-10 महिलाओं के समूह बनाकर आटा चक्की लगवाने की योजना बताई और हर महिला को 6 हजार रुपये मानदेय देने का वादा किया.

इसके बाद उन्होंने बड़ी संख्या में लघु उद्योग स्थापित करने के लिए महिलाओं को बैंक से 40-40 हजार रुपये का लोन लेने को कहा. महिलाओं ने भरोसा कर बैंक से लोन लिया और वह पैसा इन दोनों महिलाओं को सौंप दिया. शुरू में कुछ महीनों तक तो किश्त जमा की गई, लेकिन बाद में 6 महीने तक किश्त नहीं भरी गई, जिससे बैंक ने महिलाओं पर दबाव बनाना शुरू कर दिया.

ठगी से परेशान महिलाओं ने जब सच्चाई जानने की कोशिश की तो पता चला कि उन्हें धोखा दिया गया है. सभी पीड़ित महिलाएं पुलिस के साथ रायपुर पहुंची और वहां से दोनों आरोपित महिलाओं को पकड़कर सिटी कोतवाली लेकर आईं.

बता दें कि इन दोनों ठग महिलाओं ने महासमुंद की 50 महिलाओं से 28 लाख 38 हजार, आरंग की 79 महिलाओं से 31 लाख 60 हजार, और महासमुंद जिले के ग्राम मुड़ियाडीह की 22 महिलाओं से 8 लाख 80 हजार रुपये की ठगी की है. इन पर दुर्ग जिले के उतई थाना क्षेत्र में इसी तरह की ठगी के 2 मामले दर्ज हैं.

NSUI की बड़ी कार्रवाई: 61 पदाधिकारियों को संगठन से दिखाया बाहर का रास्ता, 16 को कारण बताओ नोटिस जारी

रायपुर- भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) रायपुर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आज निष्क्रिय और अनुशासनहीन कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. जिलाध्यक्ष शांतनु झा ने आज आदेश जारी कर 61 पदाधिकारियों को सभी पदों से हटा दिया है, वहीं 16 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

दरअसल, 9 अप्रैल को NSUI का स्थापना दिवस मनाया गया था, जिसमें समय पर सूचना देने के बावजूद कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का उदासीन रवैया रहा. इसे देखते हुए संगठनात्मक गतिविधियों से लंबे समय से दूरी बनाकर रहने वाले निष्क्रिय सदस्यों पर यह अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है.

जिलाध्यक्ष शांतनु झा ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त किया गया है, जबकि कुछ को अंतिम अवसर देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. यह कार्रवाई न तो व्यक्तिगत है और न ही भावनात्मक… यह पूरी तरह संगठन की गरिमा, अनुशासन और सक्रियता के आधार पर की गई है.

एक्शन-प्लान बनाकर अपूर्ण कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करें – उपमुख्यमंत्री अरुण साव

रायपुर- उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने विभागीय कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने रायपुर के सिविल लाइन स्थित नीर भवन में आयोजित बैठक नगरीय निकायों में प्रगतिरत एवं अपूर्ण कार्यों को एक्शन-प्लान बनाकर समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभिन्न शहरों में निर्माणाधीन नालंदा परिसरों तथा अटल परिसरों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. और संचालक आर. एक्का भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने समीक्षा बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों से कहा कि हमें शहरों की सूरत एवं सीरत को बदलना है। नगरीय प्रशासन की व्यवस्था व्यवस्थित शहर के मापदंडों के अनुरूप हो, इसके लिए हमें आगे बढ़कर काम करने की आवश्यकता है। नगरीय प्रशासन की टीम अच्छा काम करेगी, तो कार्यों का क्रियान्वयन भी धरातल पर दिखेगा। उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप शहरों के विकास में अपने अनुभव का पूरा उपयोग करें। आपके अनुभव का पूरा लाभ शहरवासियों को मिलना चाहिए। विभाग का काम एक मिसाल के तौर पर स्थापित हो, यह मेरी आप लोगों से अपेक्षा है।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा संचालित केन्द्र एवं राज्य शासन की योजनाओं के साथ ही नगरीय निकाय चुनाव में जारी घोषणा पत्र, निकायों के कामकाज तथा विधानसभा में दिए गए आश्वासनों पर विभागीय कार्यवाही की समीक्षा की। उन्होंने विभिन्न नगरीय निकायों में अपूर्ण और लंबित कार्यों पर नाराजगी जाहिर करते हुए इन कार्यों की पूर्णता की समय-सीमा तयकर एक्शन प्लान बनाकर निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। श्री साव ने अटल परिसरों के निर्माण की असंतोषजनक प्रगति पर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इसमें विलंब करने वाले निकायों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। श्री साव ने विधानसभा में प्रस्तुत सीएजी (CAG) रिपोर्ट एवं उनकी अनुशंसा के अनुसार यथोचित कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने नगरीय निकायों के विद्युत देयकों का भुगतान 15वें वित्त आयोग के अनटाइड (Untide) फंड से करने तथा निकायों में एनर्जी ऑडिट करने के भी निर्देश दिए।

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने बैठक में बताया कि राज्य के 15 शहरों में नालंदा परिसरों के निर्माण के लिए पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में 107 करोड़ 53 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने बताया कि स्वच्छ और स्वस्थ छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए नगरीय निकायों में 15वें वित्त आयोग के तहत हर घर में कचरा बाल्टी मुहैया कराए जाने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए अब तक 30 नगरीय निकायों के लिए 474 करोड़ 57 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। शहरी आवागमन को बेहतर बनाने स्थानीय सड़कों और फुटपाथों के निर्माण एवं स्थायी शहरी परिवहन के लिए एआई (AI) और आईओटी (IOT) का उपयोग कर स्मार्ट ट्रैफिक प्रबंधन के लिए आईटीएम (ITM) जैसी सुविधाओं के विस्तार पर भी बैठक में चर्चा की गई।

नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत स्वीकृत दो लाख 49 हजार 166 आवासों में से अब तक दो लाख सात हजार 396 आवासों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। अपूर्ण 41 हजार 770 आवासों को योजना की अवधि दिसम्बर-2025 तक पूर्ण करने के निर्देश सभी नगरीय निकायों को दिए गए हैं। राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के माध्यम से मोर संगवारी योजनांतर्गत 1 मई 2022 से अप्रैल-2025 तक चार लाख 80 हजार नागरिकों को उनके आवास पर शासकीय दस्तावेज उपलब्ध कराए गए हैं। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने इस योजना का विस्तार अन्य नगर पंचायतों में करने कार्य योजना तैयार कर आगामी बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

बैठक में बताया गया कि वर्ष 2024-25 में प्रदेश के नगरीय निकायों में अधोसंरचना विकास के 6535 कार्यों के लिए कुल 818 करोड़ 82 लाख रुपए और अटल परिसरों के निर्माण के लिए 46 करोड़ सात लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। दोनों को मिलाकर स्वीकृत कुल 864 करोड़ 89 लाख रुपए में से 783 करोड़ नौ लाख रुपए आबंटित भी कर दी गई है। राज्य के कुल 71 हजार 851 निजी तथा शासकीय भवनों में से 53 हजार 772 में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। शेष 18 हजार 347 भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए निकायों को पत्र प्रेषित किया गया है। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने रेन वॉटर हार्वेस्टिंग और जल संरक्षण के लिए तत्काल प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने और इसे मूर्त रूप देने आगामी मई माह से कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।

श्री साव ने आमदी नगर पंचायत में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायत पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं जल प्रभारी को नोटिस जारी करने के निर्देश बैठक में दिए। सुडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शशांक पाण्डेय, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी दुष्यंत कुमार रायस्त, नगरीय प्रशासन वभाग के अपर संचालक पुलक भट्टाचार्य, मुख्य अभियंता राजेश शर्मा, सुडा के उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील अग्रहरि, सचित साहू एवं उप महाप्रबंधक रमेश सिंह सहित नगरीय प्रशासन विभाग एवं सुडा के अधिकारी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।

जनता के बीच जाकर समस्याओं का समाधान करना ही सुशासन का उद्देश्य: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर-  आज सुशासन तिहार के अवसर पर रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने राजधानी के शहीद वीर नारायण सिंह वार्ड, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद वार्ड एवं अरविंद दीक्षित वार्ड में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रमों में भाग लिया।

इन कार्यक्रमों के माध्यम से सांसद श्री अग्रवाल ने जनता से सीधे संवाद किया और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान करना है।

उन्होंने कहा कि, “जनता के द्वारा चुनी गई भाजपा सरकार का संकल्प है कि वह जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनेगी और उसका समाधान करेगी। यही असली सुशासन है।”

कार्यक्रम में लोगों ने सड़क, बिजली, पानी, पीएम आवास, नल कनेक्शन, गैस कनेक्शन, महतारी वंदन योजना, श्रमिक कार्ड, राशन कार्ड जैसी अनेक समस्याओं को रखा। सांसद श्री अग्रवाल ने सभी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल कराने का आश्वासन दिया और संबंधित विभागों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि यह सुशासन तिहार केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि शासन को जनता के द्वार तक पहुँचाने की एक मजबूत कड़ी है।

कार्यक्रम में पार्षद प्रदीप वर्मा, पार्षद एवं जोन 10 अध्यक्ष सचिन मेघानी, पार्षद अमर गिदवानी जनप्रतिनिधि, नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल रहे।

अकेली रह रही कॉलेज छात्रा के घर गलत इरादे से घुसा युवक… करने लगा गंदा काम

रायपुर-  अगर आप भी अपनी बेटी को राजधानी रायपुर में पढ़ाने के लिए भेजते है और आपकी बेटी किराये के घर या हॉस्टल में अकेली रहती है तो आपको थोड़ा अलर्ट होने की जरूरत है. क्योंकि अब राजधानी रायपुर भी अकेली घर में रह रही बेटियों के लिए सुरक्षित नहीं है.

पुरानी बस्ती थानाक्षेत्र में एक डरावना मामला सामने आया है. यहां एक कॉलेज छात्रा के घर युवक गलत इरादे के साथ उसके घर में घुसा और छात्रा के हाथ-पैर को स्पर्श करने लगा. इस बीच डरी सहमी पीड़िता ने जब अपनी जान बचाने के लिए जोर से आवाज लगाई तो आरोपी वहां से भाग गया.

पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी पश्चिम बंगाल का रहने वाला है और यहां सोना-चांदी के दुकान में कारीगरी करता है. पुलिस ने आरोपी युवक सुब्रतो दोलाई (24) को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ धारा 331(3)-BNS, 75(1)(i)-BNS के तहत एफआईआर भी दर्ज कर ली है.

पुलिस की जांच में पता चला है कि चंद दिनों पहले ही आरोपी, पीड़िता के घर के पास रहने आया था. वो ये जानता था कि पीड़िता कॉलेज छात्रा है और घर में अकेले रहती है. पुलिस अब आरोपी का पुराना क्रिमिनल रिकार्ड भी खंगालने में जुट गई है.

सीएम साहब…शादी के लिए लड़की जुगाड़ करा दीजिए… सुशासन तिहार में युवक की अनोखी मांग

धमतरी- साय सरकार के सुशासन तिहार के तहत गांव-गांव, शहर-शहर लोगों की समस्याओं का समाधान करने आवेदन लेने का सिलसिला जारी है. आम जनता से 11 अप्रैल तक आवेदन लिए जाएंगे. सुशासन तिहार में धमतरी के युवक का आवेदन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह सीएम विष्णुदेव साय से शादी के लिए लड़की जुगाड़ करा देने की मांग की है.

दरअसल मामला धमतरी जिले के नगरी ब्लॉक का है. अमाली गांव में रहने वाले रजमन ध्रुव ने सुशासन तिहार के दौरान आवेदन लगाकर सीएम साय से अनोखी मांग की है. रजमन ध्रुव ने अपने आवेदन में लिखा है कि ”पिछले 10 साल से लड़की खोज रहा हूं, लेकिन अब तक कोई मिली नहीं. मेरे माता-पिता नहीं है, जिसके कारण घर में अकेले रहने में दिक्कत होती है. कृपया मेरा जुगाड़ करवा दें।

सुशासन तिहार के तहत पहले चरण में आवेदन प्राप्त करने का सिलसिला जारी है. प्रथम चरण में तीन दिनों में तीन लाख 18 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें 2 लाख 89 हजार 648 आवेदन विभिन्न मांगों से संबंधित है. शिकायतों से संबंधित आवेदनों की संख्या मात्र 19 हजार 375 है..

डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान समारोह : प्रदेशभर में 13 से 25 अप्रैल तक भाजपा करेगी विभिन्न कार्यक्रम, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वाजपेयी बोले-

रायपुर- छत्तीसगढ़ में अंबेडकर जयंती के मौके पर भारतीय जनता पार्टी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है. यह कार्यक्रम 13 से 15 अप्रैल तक आयोजित किए जाएंगे. आज दौरे पर रायपुर पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने राज्यस्तरीय कार्यशाला में नेताओं और कार्यकर्ताओं को डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान समारोह के संबंध में मार्गदर्शन दिया.

13 से 25 अप्रैल तक प्रदेशभर में होंगे विभिन्न कार्यक्रम

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने जानकारी देते हुए बताया कि 13 से 25 अप्रैल तक भारतरत्न डॉ. बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर बीजेपी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी. कार्यक्रमों की जानकारी के लिए आज राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को आगे के लिए मार्गदर्शन दिया.

कांग्रेस ने आरक्षण खत्म कर देने का झूठ तक फैलाया : लक्ष्मीकांत वाजपेयी

भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि लोकसभा के चुनाव में एक लाल किताब दिखाकर संविधान का रक्षक होने करने का दावा कर कांग्रेस ने एक नैरेटिव सेट करने का भी काम किया था. आरक्षण खत्म कर देने का झूठ तक फैलाया. कांग्रेस खुद आरक्षण की घोर विरोधी है, जबकि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने आरक्षण का समर्थन किया है. इसी बात को बूथ स्तर तक लोगों तक पहुंचाया जाएगा. आज कार्यशाला में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, संगठन महामंत्री पवन साय, शिवरत्न शर्मा सहित नेता, पाधाधिकरी मौजूद रहे.

डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान समारोह की रूपरेखा

  • 13 अप्रैल तारीख को हम पूरे प्रदेशभर में जगह-जगह स्थित डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा का सफाई अभियान चलाया जाएगा और रात को ही मूर्ति स्थल पर दीपोत्सव होगा.
  • 14 अप्रैल तारीख को डॉ. अंबेडकर की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया जाएगा. जहां प्रतिमाएं नहीं है, वहां पर बूथ स्तर पर बाबासाहब का चित्र रखकर माल्यार्पण किया जाएगा.
  • 15 से 25 अप्रैल तक अनुसूचित बस्तियों में जाकर कांग्रेस द्वारा डॉ. बाबासाहब अंबेडकर का अपमान और भाजपा द्वारा किए गए सम्मन की जानकारी देंगे.
  • संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी होगा और इसके बाद भाजपा के वक्ता कांग्रेस बनाम भाजपा और डॉ. अंबेडकर के अपमान बनाम सम्मान विषय पर कार्यकर्ताओं और नागरिकों के समक्ष चर्चा करेंगे.