हत्या और अपहरण मामले मे फरार पटना का यह कुख्यात गिरफ्तार, पुलिस एक साल से कर रही थी तलाश

डेस्क : राजधानी पटना की पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर एक साल से अपहरण और हत्या मामले मे फरार कुख्यात अपराधी जिमी को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया है।

इस बात की जानकारी देते हुए पटना टाऊन एएसपी दीक्षा ने बताया कि बीते वर्ष 15 फरवरी 2024 को कदमकुआं थाना क्षेत्र के पार्क रोड से एक बच्चे का अपहरण मुख्य अभियुक्त जिम्मी और इसके अन्य साथियों द्वारा किया गया था ।जिसमे फिरौती की मोटी रकम की मांग की गई थी।अपहरण की सूचना मिलते ही पीरबहोर थाना पुलिस ने वरीय पुलिस अधीक्षक के आदेश पर एक एसआईटी टीम का गठन कर अपहृत की सकुशल बरामदगी कर ली गई थी। वहीं इस घटना में संलिप्त अपराधी पुलिस की भनक सुन फरार हुए थे।

घटना की छानबीन में मुख्य आरोपी जिम्मी और उसके साथियों का नाम सामने आया था। जिसके बाद लगातार पटना पुलिस इसकी तलाश में जुटी थी।

टाउन एएसपी ने कहा कि घटना के बाद लगभग 1 साल के लंबे अंतराल के बाद एसटीएफ और पीरबहोर थाना पुलिस टीम ने अगमकुंआ थाना क्षेत्र के धनकी मोर के पास पुलिस ने कुख्यत जिम्मी को गिरफ्तार किया है।

जिम्मी पीरबहोर थाना क्षेत्र दुरुखी गली का निवासी है । पीरबहोर थाना ,कदमकुआं सहित कंकड़बाग थाना में इस पर 1 दर्जन मामले दर्ज है । गिरफ्तार जिम्मी ने पुलिस की पूछताछ में इसकी निशान देही पर उसका एक अन्य सहयोगी अभिषेक कुमार को एक पिस्टल एक मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया है । जिसके निशानदेही पर आलमगंज थाना क्षेत्र से चोरी की एक अपाचे बाइक भी बरामद की गई है।

नेता प्रतिपक्ष का नीतीश सरकार पर बड़ा हमला, कहा-प्रदेश मे लॉ एंड ऑर्डर का पूरा सिस्टम हो चुका है ध्वस्त

डेस्क : बिहार विधान सभा मे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एकबार फिर राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है। आज मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आज लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति ऐसी है कि पूरा सिस्टम ध्वस्त हो चुका है। सिवान में जिस तरह से डीएम और सांसद पर हमला हुआ और उन्हें भागने के लिए मजबूर होना पड़ा, वह प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था का बड़ा सबूत है। अब और कुछ कहने की जरुरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि यहां की जनता नाराज है। अधिकारी जनता की नहीं सुनेंगे तो यही सब होगा।

तेजस्वी ने कहा कि लगातार बिहार में अपराध बढ़ रहा है, जिसको लेकर हम लगातार सवाल उठा रहे हैं। लगातार बिहार में अपराध का बुलेटिन जारी किया जा रहा है। लॉ एंड ऑर्डर का क्रिमिनल डिसऑर्डर हो चुका है। सीएम अचेत हो चुके हैं। उन्हें पकड़कर आरती कराया जा रहा है। अपराधियों का बोलबाला हो गया है।

मौलाना और मौलवी की जरुरत नहीं होने पर तेजस्वी ने कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं यह संवैधानिक नहीं है। उनकी ही पार्टी में विरोध हो रहा है। अब इसमें और कुछ कहने की जरुरत क्या है।

बिहार में आसमान से बरसी मौत, ठनका की चपेट मे आने से सात की मौत

डेस्क : बिहार में भीषण गर्मी के साथ आंधी-पानी के साथ आसमानी बिजली का प्रकोप शुरु हो गया है। 2 जिलों में बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई है। बेगूसराय और मधुबनी में कुल 7 लोगों की मौत हुई है, जिनमें बेगूसराय में 4 और मधुबनी में 3 लोग शामिल हैं। तेज बारिश और ठनका की चपेट में आने से ये मौतें हुई हैं।

मिली जानकारी के अनुसार बेगूसराय में बीते मंगलवार की देर रात मौसम बदलने के बाद तेज बारिश हुई। इसी दौरान ठनका की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई।

भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र की मोख्तियारपुर पंचायत के मानोपुर गांव स्थित वार्ड संख्या 01 निवासी 13 वर्षीय अंशु कुमारी पिता रामकुमार सदा की मौत हो गई। बलिया थाना क्षेत्र के भगतपुर में ठनका गिरने से वृद्ध कामगार की मौत हो गई। उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। मृतक भगतपुर के 60 वर्षीय बिरल पासवान है। दोनों भूसा ढोने के लिए बहियार जा रहे थे।

वहीं साहेबपुरकमाल के सनहा नवटोलिया की एक अधेड़ महिला इंदिरा देवी की भी ठनका से मौत की सूचना है। मशुदनपुर दियारा पथ के मोहनपुर ढाब के समीप की घटना बताई जा रही है।

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कोला बहियार में फसल देखकर लौट रहे एक किसान ठनका के चपेट में आकर उसकी मौत हो गई है।मृत्तक सूजा निवासी स्वर्गीय कामो महतो के 45 वर्षीय पुत्र पंकज महतो बताया जा रहा है।

वही मधुबनी में आज बुधवार की सुबह ठनका (वज्रपात) गिरने से पिता-पुत्री समेत 3 की मौत हो गई। पहली घटना झंझारपुर के पिपरौलिया में हुई। ठनके की चपेट में आने से खेत की ओर गई एक महिला की मौत हो गई। वह रेवन महतो की पत्नी रेखा थी। वहीं, अंधराठाढ़ी के रुद्रपुर के अलपुरा गांव में ठनका गिरने से बाप-बेटी की मौत हो गई। 62 वर्षीय जाकिर 18 वर्षीया पुत्री आयशा को लेकर खेत में जमा गेहूं के बोझे को ढकने के लिए तिरपाल लेकर जा रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का बड़ा एलान, सीएम बने तो झुग्गी-झोपड़ी वालों को मिलेगा पक्का मकान

डेस्क : नेता प्रतिपक्ष सह राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बीते मंगलवार को खुद को मुख्यमंत्री प्रत्याशी के रूप में पेश किया। उन्होंने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में राजद की ओर से आयोजित मुसहर-भुइयां महारैली सह संवाद कार्यक्रम में बड़ा एलान किया। तेजस्वी ने कहा कि आपका बेटा मुख्यमंत्री बना तो झुग्गी वालों पर लाठी-डंडा नहीं चलेगा। आपके कच्चे मकान टूटेंगे नहीं, बल्कि पक्का मकान बना कर मिलेगा।

तेजस्वी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महागठबंधन सरकार के लिए एकजुट होकर आशीर्वाद देने की अपील की और कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो माताओं-बहनों को हर माह सीधे उनके बैंक खाते में ढाई हजार रुपये मिलेंगे, वृद्धा-दिव्यांग पेंशन में वृद्धि होगी और 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी।

पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्यभर से पहुंचे समाज के लोगों से पढ़ाई-लिखाई पर जोर देने की अपील की और कहा कि शिक्षित नहीं होइएगा तो लोग आपके साथ अन्याय करते रहेंगे।

कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने जातीय गणना के आंकड़े गिनाए और उनके अधिकारों की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति की कुल 21.3 फीसदी की आबादी में मात्र 1.3 फीसदी के पास ही सरकारी नौकरी है। इनमें 0.015 फीसदी ही इंजीनियर हैं।

कार्यक्रम को विधायक रामवृक्ष सदा, विधान पार्षद मुन्नी रजक, पूर्व विधायक उदय मांझी, समता देवी, दीपक मांझी, सदन मोहन मांझी आदि ने भी संबोधित किया।

आईएएस संजीव हंस की बढ़ी परेशानी, सरकारी ने ईडी को मुकदमा चलाने की दी अनुमति

डेस्क : करोड़ों रुपए के मनि लॉंड्रिंग मामले में जेल में बंद आईएएस संजीव हंस की परेशानी बढ़ गई है। उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की सरकार ने अनुमति दी है। ईडी ने सरकार से मुकदमे की अनुमति मांगी थी। ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी।

ईडी ने संजीव हंस और गुलाब यादव के पटना, मुम्बई, कोलकाता और दिल्ली समेत कई ठिकानो पर छपामारी की थी। करोड़ रुपए के धनशोधन मामले में ईडी ने दो मुकदमे दर्ज किए हैं। ईडी ने अक्टूबर 2024 को दर्ज पहले मुकदमे में संजीव हंस, गुलाब यादव, सदाब खान, पुष्पराज बजाज और तीन कंपनियों को आरोपी बनाया है। जबकि दूसरी मुकदमा इस साल जनवरी में दर्ज किया। इसमें पवन कुमार, सुरेश कुमार सिंगला उर्फ सुरेश कुमार, वरुण, देवेन्द्र सिंह आनंद, विपुल वंसल और तीन कंपनियों को आरोपी बनाया है। पीएमएलए कोर्ट ने इन दोनों मामलों की सुनवाई के लिए अगली तिथि 16 अप्रैल निर्धारित की है।

पीएमएलए की विशेष अदालत ने संजीव हंस की नियमित जमानत अर्जी पर सुनवाई करने के बाद 43 पेज के आदेश में उनकी अर्जी खारिज कर दी थी। ईडी हंस का मोबाइल जब्त किया था। इसी जब्त मोबाइल ने कई राज खुले हैं। करोड़ो के लेन-देन का दावा ईडी ने किया है। संजीव हंस जब ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव थे, तब कई कंपनियों से काम के बदले पर करोड़ों रुपए लेने का आरोप है।

डीईओ कार्यालय का कर्मी और पुलिस का रीडर घूस लेते गिरफ्तार, निगरानी की टीम ने रंगे हाथ दबोचा

डेस्क : बिहार में सरकारी कर्मचारी आए दिन घूस लेते पकड़े जा रहे है। बावजूद इसके इसका सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। निगरानी की टीम ने एकबार फिर दो सरकारी कर्मचारी को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इनमे एक डीईओ और एक पुलिस विभाग का कर्मचारी शामिल है।

निगरानी ने मंगलवार को पटना और वीरपुर (सुपौल) में दो सरकारीकर्मियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। पटना में जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) कार्यालय के लिपिक पुंजय कुमार, जबकि वीरपुर में एसडीपीओ कार्यालय के रीडर बिट्टू कुमार को पकड़ा गया।

निगरानी के मुताबिक, पटना में एक राजकीय मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने उनके निलंबन अवधि के जीवन निर्वहन भत्ता की शेष राशि के लिए रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। शिकायत की जांच के बाद निगरानी डीएसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने मंगलवार को लिपिक पुंजय कुमार को 15 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।

वहीं, निगरानी ने सुपौल के वीरपुर एसडीपीओ कार्यालय के रीडर बिट्टू कुमार को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में भीमनगर के ललन कुमार ने शिकायत की थी कि रीडर गेस्ट हाउस में प्रविष्टि से संबंधित गड़बड़ी के मामले को समाप्त करने के लिए 30 हजार घूस मांग रहा है। इस पर निगरानी ने कार्रवाई की। रीडर बिहार पुलिस में स्टेनो दारोगा है।

स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर, इन ऑटो से बच्चे जा सकेंगे विद्यालय

डेस्क : राजधानी पटना के स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए एक राहत भरी खबर है। पिछले दिनों ऑटो से स्कूल आने-जाने पर लगे प्रतिबंध के कारण परेशानी झेल रहे बच्चों और उनके अभिभावकों के लि खुशखबरी है। सुरक्षा के मानकों को पूरा करने के बाद ऑटो चालक बच्चों को स्कूली ला और ले जा सकेंगे। हालांकि ई-रिक्शा से बच्चों को स्कूल ले जाने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। एडीजी ट्रैफिक के साथ ऑटो संघ की वार्ता में मंगलवार को यह निर्णय लिया गया।

मंगलवार को ऑटो संघ की एडीजी ट्रैफिक सुधांशु कुमार के साथ वार्ता हुई। बैठक में तय सुरक्षा नियमों का पालन करने वाले ऑटो को बच्चों को ढोने पर सहमति बनी। हालांकि ई-रिक्शा पर बच्चों को लाने ले जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। ऑटो में सुरक्षा मानक को लेकर समय तय कर दिया गया है। स्कूल बच्चों को ढोने के लिए एक मई तक ऑटो मालिकों को वाहन का गेट एक तरफ से बंद करना होगा, क्षमता से ज्यादा बच्चे नहीं बिठाने होंगे और वाहन पर आन स्कूल ड्यूटी लिखाना अनिवार्य होगा। वहीं एक जून तक उन ऑटो में जीपीएस सिस्टम, स्पीडो मीटर आदि की व्यवस्था भी करनी होगी।

ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि ऑटो संघ की मांग और अभिभावकों की परेशानी को देखते हुए यातायात पुलिस ने लचीला रुख अपनाते हुए यह निर्णय लिया है। ऑटो चालकों को चरणबद्ध तरीके से बदलाव करने के निर्देश दिये गए हैं।

उन्होंने बताया कि हादसों के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने एक अप्रैल से ऑटो और ई-रिक्शा से स्कूली बच्चों को लाने और ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे जहां ऑटो चालकों में गुस्सा था, वहीं अभिभावक भी परेशान थे।

गौरतलब है कि पटना में काफी बच्चे ऑटो और ई-रिक्शा से स्कूल आते-जाते हैं। ऑटो चालकों के विरोध को देखते हुए यातायात पुलिस ने ऑटो संघ के साथ बैठक की थी। इसमें यातायात पुलिस अधिकारियों ने चालकों को राहत देते हुए नौ अप्रैल तक कोई कार्रवाई नहीं करने की बात कही थी।

मौसम का हाल : अप्रैल महीने के शुरुआत में ही भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल, प्रदेश के इन जिलों में छिटपुट बारिश से राहत मिलने की संभावना

डेस्क : अप्रैल महीने के शुरुआत में ही बिहार में भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। प्रदेश के कई जिलो में तो पारा 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। इसी बीच भारतीय मौसम विभाग गर्मी को लेकर चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार 9 अप्रैल को सूबे के कुछ क्षेत्रों में आंधी-तूफान के साथ बिजली चमकने और ओलावृष्टि की संभावना है। विभाग के अनुसार हवाओं की गति 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। साथ हीं गरज के साथ बिजली चमकने और तेज हवाओं की संभावना बनी रहेगी।

मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट का पूर्वानुमान है। वहीं उत्तर बिहार में आज से तापमान में ज्यादा गिरावट आने का आसार है तो वहीं दक्षिण बिहार में भी एक से दो डिग्री तापमान का पारा लुढ़क सकता है। पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण सहित बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गोपालगंज के मौसम में तल्खी बरकरार रहेगी। किशनगंज, अररिया, पूर्णिया , सुपौल भागलपुर, शिवहर, खगड़िया, सीतामढ़ी और समस्तीपुर में तेज हवा के साथ हल्की बारिश के आसार हैं।

मौसम विभाग के अनुसार सूबे के अलग-अलग भागों में 13 अप्रैल तक रज के साथ बिजली चमकने के साथ छिटपुट वर्षा और तेज हवा चलने की संभावना है। इसके कारण तापमान में गिरावट आने के साथ लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए बिजली कंपनी की पहल

डेस्क : बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर लोगों के बीच काफी भ्रांतियां है। खासकर गांव के लोग स्मार्ट प्रीपेड मीटर को सही नहीं मानते है। अब लोगों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए बिजली कंपनी ने यह पहल की है। गांवों में अब आम लोगों से पहले मुखिया और सरपंच के घरों में बिजली के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। कंपनी ने इस बाबत इंजीनियरों को आवश्यक निर्देश दिया है।

कंपनी अधिकारियों ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के संदर्भ में व्याप्त भ्रांतियां को दूर करने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कंपनी का मानना है कि जागरुकता अभियान के बदले ही उपभोक्ताओं के माइंडसेट को बदला जा सकता है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर का विरोध गलत अवधारणाओं की वजह से हो रहा है। यदि उपभोक्ताओं तक सही जानकारी पहुंचेगी तो उनकी गलत अवधारणाएं स्वत: दूर होती चली जाएंगी और स्मार्ट प्रीपेड मीटर के इंस्टॉलेशन में आने वाली अड़चनें समाप्त हो जाएंगी। इसलिए कंपनी ने सभी अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए कहा है। 

अभियंताओं को जनप्रतिनिधियों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का निर्देश दिया है। कंपनी ने उपभोक्ताओं को समझाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी मदद लेने को कहा है। इंजीनियरों को अपने-अपने क्षेत्र के सभी सरकारी भवनों में भी अविलंब स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने को कहा गया है। अधीक्षण अभियंताओं को इसकी निगरानी का जिम्मा दिया गया है।

सरकारी भवनों में पुराने मीटर और नए स्मार्ट प्रीपेड मीटर को इंस्टॉल करके लोगों को दिखाने को कहा गया है कि बिलिंग को लेकर दोनों में कोई फर्क नहीं है।

बिहार में शराबबंदी और पुलिस की सख्ती से सांप्रदायिक दंगों के मामले घटे : डीजीपी


डेस्क : राज्य में सांप्रदायिक दंगे की घटनाओं में कमी आयी है। 20 वर्षों के दौरान इसमें तीन गुणा कमी दर्ज की गई है। इस बात की जानकारी बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने दी है। उन्होंने बताया कि 2004 में राज्यभर में 9,199 दंगे हुए थे, जिनकी संख्या 2024 में घट कर 3,186 रह गई। सूबे में पहले शराबबंदी कानून लागू होने और फिर डायल 112 प्रणाली की शुरुआत के बाद से सांप्रदायिक दंगों के मामले लगातार घटे हैं। 

बिहार पुलिस मुख्यालय ने आंकड़े जारी कर बताया कि 2001 में 8,520 दंगे हुए थे। 2004 में इनकी संख्या बढ़कर 9,199 हो गई। 2015 में इन घटनाओं में थोड़ा उछाल आया और यह बढ़ कर 13,311 हो गई। लेकिन 2016 में शराबबंदी कानून के लागू होने के बाद इसमें तेजी से कमी आई और संख्या घटकर 11,617 हो गई। 

मुख्यालय ने बताया कि 2021 में पुलिस महकमा ने आपातकालीन सेवा के लिए डॉयल-112 की शुरुआत की। इस साल सांप्रदायिक मामले घट कर 6,298 हो गए। 2024 में यह संख्या आधी घटकर 3,186 रह गई। 2025 में अब तक महज 205 मामले ही दर्ज किए गए हैं। पुलिस मुख्यालय ने बताया कि किसी आपात स्थिति या घटना में डायल- 112 पर कॉल करने के 15 से 20 मिनट के अंदर पुलिस घटना स्थल पर पहुंच जाती है। दंगा से जुड़ी घटनाओं या किसी झड़प के दौरान डॉयल-112 पर फोन आते ही पुलिस सक्रियता दिखाते हुए संबंधित स्थल पर पहुंच इसे नियंत्रित कर लेती है। 

डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि शराबबंदी कानून और डायल- 112 दंगा की घटनाओं को कम करने में बेहद कारगर साबित हुए हैं। ऐसी किसी घटना की सख्त मॉनिटरिंग की जाती है।