नोएडा में पति की हैवानियत, इंजीनियर पत्नी को तड़पाकर मारा

डेस्क:–मेरठ हत्याकांड के बाद देश में हर दिन आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं। उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। सेक्टर 15 में एक पति ने अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। नसरुल्लाह हैदर नाम के व्यक्ति ने अपनी पत्नी आसमा खान को अफेयर के शक में हत्या कर दी। आरोपी पति ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।

नोएडा पुलिस ने बताया कि पिछले दिनों नसरुल्लाह हैदर और उसकी पत्नी आसमां से झगड़ा हुआ। रिश्तेदारों ने आकर मामले को शांत कराया। रिश्तेदारों के जाने के बाद फिर दोनों में झगड़ा हुआ तो नसरुल्लाह ने अपनी पत्नी की जान लेने का प्लान बनाया। शुक्रवार को दोपहर में आसमां पहली मंजिल पर कमरे में सो रही थी। उसी दौरान नसरुल्लाह हैदर वहां पहुंचा और हथौड़े से उसपर वार कर दिया। पूछताछ में आरोपी पति ने बताया कि उसकी पत्नी आसमां हमेशा फोन पर लगी रहती थी। उसने बताया कि जब वह सो रही थी, तभी मैंने हथौड़े से सिर पर वार किया, जिससे वह बेहोश हो गई फिर मैंने उसका गला रेत दिया।

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पति खुद खाना सेक्टर-20 पहुंचा और वारदात करने की बात पुलिसकर्मियों के सामने कबूल कर ली। इसके बाद थाना फेज-1 पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के सिर में चोट लगने से वह कोमा में चली गई थी। इसके बाद उसकी मौत हो गई। इससे पहले पुलिस की पूछताछ में आरोपी पति ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था।

मृतका के जीजा ने जानकारी देते हुए बताया कि आसमां की बेटी ने मुझे इसकी जानकारी दी थी। बेटी ने बताया था कि पिछले कई दिनों से दोनों में झगड़ा चल रहा था। लेकिन हमें उम्मीद नहीं थी कि उसकी इस तरह हत्या कर दी जाएगी। आसमा सिविल इंजीनियर थी और नोएडा के पॉश इलाके सेक्टर 15 में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत थी।
प्रयागराज में मसूद गाजी की मजार पर भगवा झंडा फहराने वाले मनेंद्र सिंह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर भगवा झंडा फहराने वाले मनेंद्र सिंह को पुलिस और एसओजी की टीम ने सोमवार को हिरासत में लिया। मनेंद्र सिंह ने रविवार को रामनवमी के अवसर पर थाना बहरिया क्षेत्र में सिकंदरा स्थित सैयद सालार मसूद गाजी की मजार पर चढ़कर भगवा झंडा फहरा दिया था, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। मनेंद्र सिंह की अगुवाई में रामनवमी के दिन हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने मसूद गाजी की मजार की छत पर चढ़कर भगवा झंडा लहराया था। इस मामले के संबंध में पुलिस ने 20 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें मनेंद्र प्रताप सिंह, राजकुमार सिंह, विनय तिवारी, अभिषेक सिंह नामजद हैं।

पुलिस के मुताबिक, मनेंद्र प्रताप सिंह हिंदूवादी संगठन महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच से जुड़ा है। मनेंद्र सिंह खुद को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का पूर्व छात्र नेता बताता है। पूरे देश में रविवार को रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा था। ऐसे में मनेंद्र सिंह की अगुवाई में 20 से 25 कार्यकर्ताओं ने भगवा झंडा लहराते हुए बाइक से रैली निकाली थी। वह रैली के दौरान प्रयागराज के सिकंदर क्षेत्र में स्थित सालार मसूद गाजी की दरगाह पर पहुंचे। वह अपने साथियों के साथ जय श्रीराम के नारे लगाते हुए सैयद सालार मसूद गाजी की मजार पर चढ़ गए और दोनों गुंबदों पर भगवा झंडा फहरा दिया था, जिसका वीडियो भी सामने आया था। मनेंद्र सिंह ने कहा था कि सालार मसूद गाजी आक्रांत था। ऐसे आक्रांताओं का प्रयागराज जैसी धर्म नगरी में कोई काम नहीं है।

प्रयागराज पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी और उसके साथियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज की। ये एफआईआर बहरिया थाने में दर्ज की गई। इसी मामले में सोमवार को पुलिस ने मनेंद्र सिंह को हिरासत में ले लिया। अन्य फरार आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
रील के चक्कर में समंदर की लहरों में बह गई लड़की

डेस्क:–सोशल मीडिया से अक्सर कई हैरान कर देने वाले मामले सामने आते रहते हैं। जिनको देखकर कभी-कभी यकीन कर पाना मुश्किल होता है कि क्या यह वाकई सच है या फिर एक दिखावा है। सोशल मीडिया पर कई लोगों के अजीबो-गरीब वीडियो वायरल होते रहते हैं। कुछ लोग फेमस होने के लिए भी डांस करते हुए, स्टंट करते हुए या कुछ और हैरान कर देने वाली हरकत करते हुए अपने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देते हैं।

लेकिन इनमें से कुछ वीडियो ऐसे होते हैं जिनको देखकर हम कभी-कभी दंग रह जाते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। सोशल मीडिया से इस बार एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसे देखकर किसी को भी हैरानी होगी। आज कल लोगों को रील बनाने का इतना चस्का चढ़ा है कि वह अपनी जान को भी जोखिम में डाल लेते हैं। इस बार जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें भी एक लड़की कुछ ऐसा ही करते हुए दिख रही है। इसके बाद उसके साथ कुछ ऐसा होता है जिसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी।

आज कल लोग सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। वह फेमस होने के लिए अपनी जान को दांव पर लगाकर कुछ ऐसा कर बैठते हैं जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। कई बार लोगों को साथ कुछ ऐसा हो जाता है जो वाकई हैरान कर देने वाला होता है। इस बार भी सोशल मीडिया से कुछ ऐसा ही हादसा एक वायरल वीडियो में देखने को मिला है।

दरअसल सोशल मीडिया से एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक लड़की समंदर किनारे खड़े होकर चट्टान पर रील बना रही होती है। लड़की के आस-पास समंदर की लहरें आकर उसे चेतावनी भी देने की कोशिश करती हैं लेकिन लड़की का ध्यान सिर्फ रील बनाने पर है, इसलिए वह कुदरत के इस इशारे को भी नजरअंदाज कर देती है।

इसके बाद जब लड़की रील के लिए डांस करना शुरू कर देती है तो उसी दौरान समंदर की एक तेज लहर आती जो लड़की को पूरी तरह अपने अंदर समाने की कोशिश करती है। लड़की किसी तरह उससे बचने की कोशिश करती है और चट्टानों को पकड़ने की कोशिश करती है। लेकिन उसकी लापरवाही उस पर भारी पड़ जाती है और समंदर की एक तेज लहर उसे बहा ले जाती है।

Source : Social media
कोक और पेप्सी से भी सस्ता हुआ कच्चा तेल, क्या अब सस्ता होगा पेट्रोल?

डेस्क:–इस हफ्ते की करें तो ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में 10.9 फीसदी और बीते दो दिनों में ब्रेंट क्रूड ऑयल में 12.50 फीसदी गिरावट देखने को मिल चुकी है. जो डेढ़ साल में प्रतिशत के लिहाज से इसका सबसे बड़ा साप्ताहिक नुकसान है. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतें एक हफ्ते में 10.6 फीसदी की गिरावट के साथ दो वर्षों में अपनी सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की है.

बीते दो दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है. ट्रंप के टैरिफ ऐलान और उसके बाद चीन की ओर से जवाबी टैरिफ के बाद कच्चे तेल की कीमतों में करीब 13 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है. बीते एक हफ्ते में कच्चे तेल की कीमतों में 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई है. जो कि दो साल के बाद कच्चे की कीमतों में सबसे बड़ी वीकली गिरावट देखने को मिली है. इस गिरावट के बाद कच्चे की कीमतें तीन साल के लोअर लेवल पर आ गई हैं. खाड़ी देशों का क्रूड ऑयल के दाम 65 डॉलर और अमेरिकी तेल के दाम 62 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गए हैं.

जब कच्चे तेल की कीमतों में रुपए में कंवर्ट कर प्रति लीटर के हिसाब से कैलकुलेट किया तो बेहद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए. कच्चे तेल की कीमतें 35 रुपए प्रति लीटर पर आ चुकी है. इसका मतलब है कि इंटरनेशनल मार्केट में एक लीटर कच्चा तेल कोक और पेस्पी से भी सस्ता हो चुका है. इसके बाद भी भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 100 रुपए प्रति के पार हैं. एक साल पहले यानी मार्च 2024 में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपए की फ्लैट कटौती की गई थी. उसके बाद देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर इंटरनेशनल मार्केट में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कितनी हो गई हैं. जानकार आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कितनी प्रिडिक्ट कर रहे हैं. आइए आपको भी बताते हैं.
यूपी में 5000 महिला बस परिचालकों की होगी भर्ती, अप्रैल में लगेगा रोजगार मेला

डेस्क:–उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। विभाग जल्द ही करीब 5,000 महिला परिचालकों (कंडक्टरों) की संविदा पर भर्ती करने जा रहा है। इसके लिए 8 अप्रैल से 17 अप्रैल, 2025 तक विभिन्न जिलों में रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा।

परिवहन राज्य मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि इच्छुक महिला उम्मीदवारों को इंटरमीडिएट पास होना चाहिए और CCC (कंप्यूटर कोर्स) का प्रमाणपत्र होना अनिवार्य है। साथ ही, निम्नलिखित में से कोई एक पात्रता भी जरूरी होगी:

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की सदस्यता

उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की सदस्यता

NCC 'B' सर्टिफिकेट

NSS प्रमाणपत्र

भारत स्काउट एंड गाइड से राज्य या राष्ट्रपति पुरस्कार

इनमें से किसी मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र वाली अभ्यर्थियों को इंटरमीडिएट मेरिट में 5 प्रतिशत अतिरिक्त वेटेज भी मिलेगा।

*कहां लगेंगे रोजगार मेले? रोजगार मेलों की तारीखें और स्थान इस प्रकार हैं:*

8 अप्रैल: गाजियाबाद, अलीगढ़, बरेली, अयोध्या, वाराणसी

11 अप्रैल: मेरठ, इटावा, हरदोई, देवीपाटन, आजमगढ़

15 अप्रैल: सहारनपुर, झांसी, कानपुर, चित्रकूटधाम, बांदा, प्रयागराज

17 अप्रैल: नोएडा, आगरा, मुरादाबाद, लखनऊ, गोरखपुर

*आवेदन और प्रशिक्षण*

महिला उम्मीदवार परिवहन निगम की वेबसाइट www.upsrtc.com पर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। आवेदन के दौरान जरूरी दस्तावेजों का ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से सत्यापन होगा। जो महिलाएं चयनित होंगी, उन्हें उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत या फिर परिवहन निगम की ओर से प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण का खर्च सरकार वहन करेगी।

*वेतन और तैनाती*

महिला परिचालकों को अन्य संविदा परिचालकों के बराबर वेतन मिलेगा। साथ ही, उनकी नियुक्ति उनके गृह जिले के तहत आने वाले डिपो में की जाएगी।
Ghibli ट्रेंड ने इंटरनेट पर मचाई धूम, OpenAI के CEO ने जानिए क्या दी अहम जानकारी?

डेस्क:–इन दिनों सोशल मीडिया पर एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है और वह है "Ghibli" इमेज का। सेलिब्रिटी, क्रिकेटर और राजनेता जैसे कई बड़े नामों की Ghibli स्टाइल इमेज इन दिनों वायरल हो रही हैं। ये इमेज सोशल मीडिया के लगभग सभी प्लेटफॉर्म्स पर छाई हुई हैं और लोग इनका जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।

हालांकि इस बढ़ते ट्रेंड के कारण OpenAI की सर्वर पर दबाव बढ़ गया है जिससे कंपनी को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते OpenAI के CEO Sam Altman ने खुद आगे आकर एक महत्वपूर्ण अपडेट साझा किया। उन्होंने बताया कि Ghibli इमेज की पॉपुलैरिटी की वजह से कंपनी को सर्वर पर भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है और इससे कुछ उत्पादों की लॉन्चिंग में देरी हो सकती है।

Sam Altman ने अपने X (पूर्व Twitter) अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि Ghibli इमेज की बढ़ती मांग और पॉपुलैरिटी के कारण सर्वर पर काफी दबाव बन गया है। इसके चलते OpenAI को कुछ नई सुविधाओं और प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने में देरी हो सकती है। साथ ही उन्हें अपनी सेवा में कुछ स्लोनेस का भी सामना करना पड़ सकता है। Altman ने यह भी बताया कि कुछ मामलों में Ghibli इमेज तैयार करने में वक्त भी लग रहा है और कभी-कभी 1 मिनट तक का समय भी लिया जा रहा है।

OpenAI के CEO Sam Altman ने स्पष्ट किया कि इस दबाव को मैनेज किया जा रहा है और सब कुछ नियंत्रण में है। हालांकि Ghibli की बढ़ती मांग के कारण कुछ नई रिलीज़ में देरी हो सकती है और यूज़र्स को स्लो सर्विस का सामना करना पड़ सकता है।

*Ghibli क्या है?*

Ghibli एक खास प्रकार की आर्ट स्टाइल है जिसमें पेंटिंग जैसी सॉफ्ट कलर टोन, बेहतरीन डिटेलिंग और मैजिकल थीम का इस्तेमाल होता है। यह इमेजेज देखने में बहुत सुंदर और आकर्षक लगती हैं। OpenAI के नए टूल्स की मदद से अब इस खास आर्ट स्टाइल को आसानी से रीक्रिएट किया जा सकता है।

*Ghibli का जापान से कनेक्शन*

Ghibli स्टाइल की शुरुआत जापान की एक मशहूर एनीमेशन कंपनी से हुई थी जिसे "Studio Ghibli" कहा जाता है। इस स्टूडियो की स्थापना प्रसिद्ध फिल्म निर्माता हयाओ मियाजाकी ने की थी। Studio Ghibli को अपनी शानदार फिल्मों जैसे Spirited Away, My Neighbor Totoro और Kiki's Delivery Service के लिए जाना जाता है। इन फिल्मों का हर दृश्य Ghibli स्टाइल में होता है जो दर्शकों को एक जादुई और कल्पनाशील दुनिया में ले जाता है।

वहीं इस प्रकार Ghibli ट्रेंड अब इंटरनेट पर एक नई हलचल मचा रहा है और OpenAI की सर्वर पर दबाव भी बढ़ा है। हालांकि Sam Altman ने आश्वासन दिया कि कंपनी इस समस्या पर काम कर रही है और जल्द ही इस पर काबू पा लिया जाएगा।
Ghibli इमेज बनाने का शौक पड़ सकता है महंगा, एक छोटी सी गलती से हो सकता है आपका बैंक बैलेंस खाली


डेस्क:·डिजिटल दुनिया में 'स्टूडियो जीभली' की आकर्षक और खूबसूरत इमेजेज का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है खासकर उनकी फिल्मों में देखने को मिलने वाली कला की शैली। हालांकि क्या आप जानते हैं कि इन इमेजेज का इस्तेमाल करना आपके लिए महंगा पड़ सकता है? एक छोटी सी गलती जैसे बिना अनुमति के इन इमेजेज को डाउनलोड करना या शेयर करना आपको कानूनी पचड़े में डाल सकता है और आपका बैंक बैलेंस भी खतरे में आ सकता है। आइए जानते हैं कैसे यह छोटा सा कदम आपको बड़े नुकसान का शिकार बना सकता है।

*Ghibli स्टाइल क्या है?*

Ghibli स्टाइल उन अनोखी और खूबसूरत आर्टवर्क को कहा जाता है जो जापानी एनिमेशन स्टूडियो, स्टूडियो Ghibli की फिल्मों में देखने को मिलती हैं। यह शैली अपने सौंदर्य, भावनाओं और गहरी कहानी के लिए प्रसिद्ध है। समझें तो यह ऐसी इमेजेज होती हैं जो सपनों की दुनिया जैसी लगती हैं जहां प्रकृति, सादगी और भावनाओं की अनूठी झलक होती है।

*साइबर ठगों का नया तरीका*

हाल ही में एक नया डिजिटल ट्रेंड उभरा है जिसमें लोग अपनी साधारण तस्वीरों को Ghibli स्टाइल में बदलते हैं। हालांकि इस ट्रेंड का फायदा साइबर ठग भी उठा रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस ट्रेंड के दौरान आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। लोग अपनी तस्वीरों को Ghibli स्टाइल में बदलने के दौरान अनजाने में अपनी चेहरा पहचान जानकारी विभिन्न वेबसाइट्स पर साझा कर रहे हैं। यदि यह जानकारी साइबर ठगों के हाथ लगती है तो यह आपके लिए गंभीर खतरे का कारण बन सकती है।

कई साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने Ghibli स्टाइल में इमेज बनाने के दौरान लोगों के चेहरे की जानकारी शेयर करने को लेकर चिंता जताई है। जब आप अपनी तस्वीर को Ghibli स्टाइल में बदलते हैं तो अनजाने में आप अपनी पर्सनल जानकारी जैसे कि चेहरे की डिटेल्स और पहचान कुछ असुरक्षित वेबसाइट्स के पास भेज सकते हैं। यदि यह जानकारी साइबर ठगों के हाथ लग जाती है तो वे इसे आपकी ऑनलाइन पहचान चुराने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

*कैसे बचें इन खतरों से?*

*➤ फर्जी वेबसाइट्स से रहें दूर*

यदि आप Ghibli स्टाइल में इमेज बनाने के लिए किसी अन्य वेबसाइट या टूल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सतर्क रहें। कई बार लोग यह समझ नहीं पाते कि इस प्रक्रिया में उनका चेहरा और निजी जानकारी साइबर ठगों के पास पहुंच सकता है। खासकर अगर आप ऐसी वेबसाइट्स का इस्तेमाल करते हैं जो आधिकारिक नहीं हैं तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है।

*➤ चेहरे की जानकारी की चोरी का खतरा*

कई ऐप्स और डिवाइस फेशियल रिकग्निशन के जरिए अनलॉक होते हैं। अगर साइबर ठग आपकी चेहरे की जानकारी चुराते हैं तो वे आपके फोन या डिवाइस को अनलॉक कर सकते हैं और आपके पैसे भी चुराने में सक्षम हो सकते हैं। वे आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी पहुंच बना सकते हैं और आपकी निजी जानकारी का गलत उपयोग कर सकते हैं।

*➤ आधिकारिक वेबसाइट का इस्तेमाल करें*

Ghibli स्टाइल की इमेज बनाने के लिए हमेशा आधिकारिक या विश्वसनीय वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करें। साइबर ठग अक्सर फर्जी वेबसाइट्स बनाकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं जिनका नाम कुछ हद तक असली वेबसाइट से मिलता-जुलता होता है।

वहीं कहा जा सकता है कि Ghibli स्टाइल में इमेज बनाने का ट्रेंड भले ही आकर्षक हो लेकिन इसके साथ जुड़ी साइबर सुरक्षा की चिंताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हमेशा आधिकारिक और सुरक्षित वेबसाइट्स का ही उपयोग करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें। अगर आप इन सावधानियों का पालन करते हैं तो आप साइबर ठगी से बच सकते हैं और ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
विपक्ष के विरोध के बावजूद वक्फ संशोधन बिल राज्यसभा में पारित...

डेस्क:–वक्फ संशोधन बिल 2025 गुरुवार देर रात राज्यसभा में भी पारित हो गया हैं। सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच चली लंबी चर्चा के बाद यह बिल आखिरकार पास हो गया है। बिल के समर्थन में 128 सांसदों ने वोट दिया और विरोध में 95 वोट पड़े। इससे पहले बुधवार देर रात को वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पारित हुआ था। लोकसभा में बिल के पक्ष में 288 वोट पड़े थे और विरोध में 232 वोट मिले थे। राज्यसभा में बिल पर गुरुवार दोपहर 1 बजे से चर्चा जारी थी। जो करीब 13 घंटे चली। अब इसे राष्‍ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। उनका अनुमोदन मिलते ही यह बिल कानून की शक्ल ले लेगा।

गुरुवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू गुरुवार को राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को पेश किया था। इसके बाद इस बिल पर पूरे दिन चर्चा हुई। गुरुवार को देर रात राज्यसभा में वक्फ बिल पर वोटिंग हुई। इस बिल के पक्ष में 128 वोट और विपक्ष में 95 वोट डाले गए। इसके साथ ही बिल बहुमत से पास हो गया।

वक्फ संशोधन विधेयक राज्यसभा में पारित होने पर AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, "आज बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान और लोकतंत्र की हत्या की गई है। संख्याबल के बल पर असंवैधानिक विधेयक पास किया गया है। AAP ने इसका विरोध किया।

अवैध संबंध के चलते पति ने पत्नी के प्रेमी को उतारा मौत के घाट


डेस्क:–उत्तर प्रदेश के मेरठ में बीते दिनों हुए सौरभ हत्याकांड काफी सुर्खियों में है। सौरभ जैसे अंजाम के डर से अमरोहा में एक पति ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर उसके प्रेमी की हत्या कर दी।अमरोहा के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि 30 मार्च को थाना हसनपुर में एक शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान कौशिन्द्र के रूप में हुई थी। परिवार के लोगों की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत हुआ। थाना हसनपुर की टीम और एसओजी टीम ने 48 घंटे में घटना का खुलासा किया है। मामले में वीरपाल और जमुना देवी को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पति-पत्नी हैं। वीरपाल के साले राजीव ने पूछताछ में बताया कि कौशिन्द्र का जमुना से अवैध संबंध था। इसकी जानकारी जब वीरपाल को हुई, तो उसने पत्नी को उससे मिलने से मना किया। उधर, कौशिन्द्र जमुना देवी को बार-बार परेशान करता था और संबंध बनाने के लिए विवश करता था।

पति-पत्नी ने मिलकर योजना बनाई और 30 मार्च को फोन करके कौशिन्द्र को अपने घर बुलाया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। तीन-चार घंटे शव को अपने घर में रखा। जब अंधेरा हो गया, तो अपने साले राजीव को बुलाकर उसके शव को बाइक पर बैठाकर रोड किनारे फेंका गया।

पुलिस के हाथ सीसीटीवी मिला है, जिसमें मृतक को बाइक पर बैठाते हुए देखा जा सकता है। महिला भी उसे बैठाने में मदद कर रही है। सभी साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। पूछताछ के क्रम में पता चला कि कौशिन्द्र बार-बार उससे मिलने को कहता था। मना करने पर इन लोगों ने इस घटना को अंजाम दे दिया। कौशिन्द्र का पिछले दो साल से जमुना देवी के साथ संबंध था।

पुलिस के हाथ सीसीटीवी मिला है, जिसमें मृतक को बाइक पर बैठाते हुए देखा जा सकता है। महिला भी उसे बैठाने में मदद कर रही है। सभी साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। पूछताछ के क्रम में पता चला कि कौशिन्द्र बार-बार उससे मिलने को कहता था। मना करने पर इन लोगों ने इस घटना को अंजाम दे दिया।
जेल में रामायण पढ़कर समय बिता रही कातिल मुस्कान

डेस्क:–सौरभ को बेरहमी से मारने वाली मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला अब जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहे हैं। मुस्कान और साहिल की बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी भी हुई। दो मिनट की पेशी के बाद अब उनकी अगली पेशी 15 अप्रैल को होगी। बुधवार को करीब 11 बजे साहिल और मुस्कान को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में लाया गया। दोनों को ऑनलाइन जज के सामने पेश किया गया। डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी गई है। अब 15 अप्रैल को फिर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई होगी।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए ले जाते समय साहिल मुस्कान ने एक दूसरे को देखा।  जेल में एक दूसरे को काफी दिनों बाद देखकर मुस्कान और साहिल के आंखों में आंसू छलक पड़े। दोनों कातिल प्रेमी एक दूसरे से मिलने के लिए तड़प रहे थे। हालांकि जेल प्रशासन ने इन्हें बातचीत नहीं करने दी। पेशी के बाद मुस्कान और साहिल को लेकर जेल वार्डन वापस उनके बैरक में ले जाने लगे। मुस्कान ने जेल प्रशासन से अपील भी की थी कि उसे साहिल के साथ एक ही बैरक में रखा जाए, लेकिन जेल मैनुअल के हिसाब से ऐसा नहीं किया जा सकता।

आपको जानकर हैरानी होगी कि अपने पति की जान लेने वाली क्रूर मुस्कान और उसका प्रेमा साहिल अब रामायण पढ रहे हैं। मुस्कान जेल में सुंदरकांड पढ़ रही है। वह सिलाई भी सीख रही है। साहिल भी रामायण पढ़ रहा है। इसके अलावा साहिल को जेल में खेती करने के लिए 50 रुपए प्रतिदिन मिल रहे हैं। वहीं मुस्कान को प्रशिक्षण मिल रहा है , इसलिए उसे एक भी रुपए नहीं दिए जा रहे।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि साहिल और मुस्कान का इलाज चल रहा है। नशा मुक्ति केंद्र के डॉक्टरों की ओर से यह इलाज 15 दिन और चलेगा। कैदियों को नशे से छुटकारा पाने में काफी समय लगता है। आपको बता दें मुस्कान से मिलने अब तक परिवार का कोई सदस्य नहीं आया है।