वंदना कुमारी भगत को पीएच.डी. की उपाधि, क्षेत्रीय शोध को मिला सम्मान

बोधगया। मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के जंतु विज्ञान विभाग ने वरिष्ठ पत्रकार, भाजपा नेता एवं आयकर अधिवक्ता राजीव भगत की सुपुत्री, पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विद्यार्थी परिषद एवं युवा भाजपा नेत्री वंदना कुमारी भगत को विद्या वाचस्पति (Ph.D.) की उपाधि प्रदान की।

गुरुवार को विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के सभागार में आयोजित समारोह में वंदना कुमारी ने "The Impact of Cypermethrin in Heteropneustes fossilis" विषय पर आधारित शोध प्रस्तुत किया। यह शोध गया शहर के प्रसिद्ध दिग्घी तालाब की मछली की एक प्रजाति पर केंद्रित था।

वंदना ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा से जंतु विज्ञान में परास्नातक की उपाधि प्राप्त की है। अपने शोध कार्य के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण शोध पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित किए। उनके शोध निर्देशक डॉ. शैलेन्द्र कुमार, सेवानिवृत्त प्राध्यापक, टी.एस. कॉलेज, हिसुआ, नवादा ने बताया कि वंदना ने गहन रुचि और मेहनत के साथ यह शोध कार्य संपन्न किया और क्षेत्रीय स्तर पर मछलियों की जैव विविधता और पर्यावरणीय प्रभावों का विश्लेषण प्रस्तुत किया।

वंदना के मित्र व संस्कार भारती दक्षिण बिहार प्रान्त के मंत्री विकास मिश्र ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि गया बिहार की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों का केन्द्र है और इस प्रकार के शोध क्षेत्र की वैश्विक पहचान को मजबूत करते हैं।

इस अवसर पर एस.एन. सिन्हा महाविद्यालय, जहानाबाद के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. सुबोध झा, हिंदी प्राध्यापिका कुमारी मानसी, डॉ. उदय शंकर सिन्हा (वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय), डॉ. दिलीप केशरी (विभागाध्यक्ष, जंतु विज्ञान), डॉ. एस.एन.पी. यादव, डॉ. सरफराज, डॉ. तरुण, डॉ. अदिति कुमारी, प्रो. आभा कुमारी, प्रो. पूनम कुमारी, प्रो. राजेंद्र प्रसाद (महाराजा कॉलेज, आरा), सीनेट सदस्य अनिल स्वामी, वंदना की माता ओम ज्योति भगत, भाई सुधांशु व अमृतांशु समेत कई विशिष्ट जन उपस्थित रहे।

वंदना ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शोध निर्देशक, विभागाध्यक्ष, प्रोफेसरों और अपने सभी सहयोगी मित्रों को देते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत परिश्रम का परिणाम है, बल्कि क्षेत्रीय शोध को राष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

धधकता चित्त: नारी शक्ति की मुखर अभिव्यक्ति – मानसी सिंह की कविता ने मचाई हलचल

बोधगया स्थित मगध विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की अनुसंधायिका मानसी सिंह द्वारा लिखित कविता "धधकता चित्त" इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। यह कविता नारी के भीतर सुलगते दर्द, अपमान और उसके भीतर पलते प्रतिशोध की तीव्र अग्नि को बखूबी दर्शाती है।

कविता में मानसी ने नारी के सहनशील स्वभाव के पीछे छिपी उसकी शक्ति और प्रतिकार की भावना को बड़ी ही मार्मिकता और तेवर के साथ प्रस्तुत किया है। शब्दों की चुभन, भावों की तीव्रता और संदेश की स्पष्टता यह साबित करती है कि यह सिर्फ एक रचना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है—उन सभी के लिए जो नारी को कमज़ोर समझने की भूल करते हैं।

"जो सीता बनकर शांत बैठी थी,
काली रूप में आ सकती है",
जैसी पंक्तियाँ कविता को महज साहित्यिक नहीं, बल्कि सामाजिक और वैचारिक विमर्श का माध्यम बना देती हैं।

यह कविता बताती है कि अब नारी सिर्फ सहनशीलता का प्रतीक नहीं, बल्कि न्याय और स्वाभिमान की पुकार है। जब-जब उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई जाएगी, वह सीता से काली बनने में देर नहीं करेगी।

मानसी सिंह की यह रचना विश्वविद्यालय परिसरों से लेकर सोशल मीडिया तक अपनी गूंज छोड़ रही है। यह कविता आधुनिक नारी की चेतना, आत्मबल और अस्मिता का उद्घोष बन चुकी है।

जहानाबाद मानस इंटरनेशनल में ग्रेडिंग आधारित परीक्षा परिणाम घोषित, शिक्षक-अभिभावक मिलन समारोह आयोजित

शिक्षा के साथ नैतिक मूल्यों का विकास भी आवश्यक – डॉ. अरुण
शिक्षकों को इनोवेटिव बनने की जरूरत – निशांत

जहानाबाद। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता स्थापित करने के उद्देश्य से मानस इंटरनेशनल एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्यालयों में ग्रेडिंग आधारित टर्म-2 परीक्षाफल प्रकाशन एवं शिक्षक-अभिभावक मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार प्राचीनकाल से बौद्धिक क्रांति का केंद्र रहा है और यह ज्ञान परंपरा आज भी कायम है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल करियर निर्माण नहीं होना चाहिए, बल्कि इसके माध्यम से नैतिक मूल्यों का भी विकास होना आवश्यक है।

उन्होंने यह भी बताया कि मानस इंटरनेशनल एजुकेशन फाउंडेशन इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है, जहां पाठ्यक्रम के साथ-साथ संस्कार आधारित शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाता है। इसी कारण यह संस्थान जिले में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित कर रहा है, जिसे अभिभावकों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।

इस अवसर पर स्कूल के निदेशक श्री निशांत रंजन ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कठोर परिश्रम आवश्यक है। उन्होंने कहा कि असफलता को सीखने का अवसर मानकर दुगुनी मेहनत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे पारंपरिक पद्धतियों से आगे बढ़कर नवाचार को अपनाएं ताकि शिक्षा को और अधिक रुचिकर एवं प्रभावी बनाया जा सके।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि परीक्षा परिणाम केवल अंकों का खेल नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों के समग्र विकास एवं व्यक्तित्व निर्माण का दर्पण होता है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि सत्र 2025-26 से विद्यालय आईआईटी एवं नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोटा के विशेषज्ञों की सहायता से मार्गदर्शन प्रदान करेगा। इससे छात्रों को अपने ही शहर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगी और बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

समारोह में मानस इंटरनेशनल दक्षिणी, मखदुमपुर, हुलासगंज और जहानाबाद की दोनों शाखाओं (निकट अनुमंडल कार्यालय एवं कोर्ट स्टेशन) के प्राचार्य, शिक्षकगण एवं अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया और उन्हें प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए।

अभिभावकों ने विद्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए विद्यालय प्रबंधन को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में रणधीर कुमार, राकेश कुमार, राजीव कुमार, सुजीत कुमार, मनीष कुमार, निधि सिंह, श्याम नंदन शर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

विद्यालय के इस प्रयास से जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और छात्रों को प्रतिस्पर्धी माहौल में सीखने का अवसर मिलेगा। सभी उपस्थित लोगों ने विद्यालय के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

कलरव’ – रूमानी कविताओं का मधुर संकलन प्रो. सुबोध कुमार झा की काव्य-कृति पर विशेष समीक्षा
प्रख्यात साहित्यकार प्रो. सुबोध कुमार झा द्वारा रचित ‘कलरव’ उनका दूसरा हिंदी काव्य-संग्रह है, जिसका प्रकाशन प्रिंसेप्स पब्लिशिंग द्वारा 2025 में किया गया है। यह संग्रह प्रेम की गहराइयों को छूने वाले रूमानी कविताओं का संकलन है, जिसमें कवि ने अपनी युवावस्था की मधुर स्मृतियों को संजोया है।

कवि ने अपनी कविताओं में प्रेम की खट्टी-मीठी यादों को खूबसूरत अभिव्यक्ति दी है। प्रेम, सौंदर्य, विरह, आशा, भावनात्मकता और संवेदनशीलता को बड़ी ही मार्मिक शैली में चित्रित किया गया है। इस संग्रह की पहली कविता "दिल-वीणा के तार से कोई खेले धीमे-धीमे" में प्रेम की कोमल भावनाओं को वीणा की तारों की मधुर ध्वनि से जोड़ा गया है, जो इसकी गहराई को दर्शाता है।

संग्रह की अन्य कविताओं में भी प्रेम की सुंदर झलक मिलती है। कविता "नतमस्तक जग सारा" में कवि प्रेमिका के अनुपम सौंदर्य को दर्शाते हुए उसे इतना श्रेष्ठ मानता है कि उसके समक्ष संपूर्ण सृष्टि नतमस्तक हो जाती है। वहीं, "बेतहाशा चुमती यादें थकने लगी हैं" में प्रेम के साथ सामाजिक व्यंग्य का भी प्रभावशाली मिश्रण देखने को मिलता है।

इस काव्य-संग्रह में कुल 33 कविताएँ सम्मिलित हैं, किंतु अंतिम कविता "मैं क्यों मधुशाला में जाऊँ" वस्तुतः 11 कविताओं की श्रृंखला है, जिससे संग्रह में कुल 43 कविताएँ शामिल हो जाती हैं। इन कविताओं में कवि ने प्रेम की ऊँचाइयों के साथ-साथ उसकी पीड़ा और अकेलेपन को भी दर्शाया है।

कविताओं में दोहा छंद, चौपाई छंद का प्रयोग किया गया है, वहीं शृंगार रस, वात्सल्य रस और शांत रस प्रमुखता से उभरते हैं। भाषा में रूपक, उपमा, अनुप्रास, विरोधाभास और मानवीकरण जैसे अलंकारों का प्रयोग काव्य को अधिक प्रभावशाली बनाता है।

कवि ने अपने इस काव्य-संग्रह के माध्यम से प्रेम की शक्ति और उसकी सकारात्मकता को उजागर किया है। प्रेम केवल एक भाव नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने वाली ऊर्जा है। इस अद्भुत कृति के लिए प्रो. सुबोध कुमार झा निस्संदेह साधुवाद के पात्र हैं। उनकी कविताएँ न केवल पाठकों को प्रेम के भाव में सराबोर करती हैं, बल्कि जीवन के संघर्षों का सामना करने की प्रेरणा भी देती हैं।

– कुमारी मानसी
कवयित्री एवं अनुसंधायिका,
स्नातकोत्तर हिंदी विभाग,
मगध विश्वविद्यालय, बोधगया

जहानाबाद 46वीं नेशनल जूनियर बालक हैंडबॉल प्रतियोगिता: पंजाब बना विजेता, बिहार उपविजेता

जहानाबाद के गांधी मैदान में आयोजित 46वीं नेशनल जूनियर बालक हैंडबॉल प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में रविवार शाम पंजाब और बिहार की टीमों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला। रोमांचक मुकाबले में पंजाब ने 30-28 के अंतर से बिहार को पराजित कर विजेता ट्रॉफी के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। बिहार ने उपविजेता ट्रॉफी के साथ रजत पदक जीता। वहीं, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर की टीमों को संयुक्त रूप से तृतीय स्थान की ट्रॉफी तथा कांस्य पदक प्रदान किया गया।
प्रतियोगिता के आखिरी दिन रविवार के प्रातः कालीन सत्र में सेमीफाइनल मैच खेले गए। इस प्रतियोगिता का आयोजन हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वाधान में बिहार हैंडबॉल संघ एवं जहानाबाद जिला संघ द्वारा किया गया था।
फाइनल मुकाबले के दौरान खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करने वाले विशिष्ट अतिथियों में अरिस्टो के एमडी भोला बाबू, हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद प्रदीप बालमुचू, महासचिव प्रीतपाल सिंह सलूजा, फेडरेशन की तकनीकी समिति के चेयरमैन रमाशंकर शर्मा, दिल्ली हैंडबॉल संघ के महासचिव शिवाजी सर, बिहार हैंडबॉल संघ के अध्यक्ष पंकज कुमार, महासचिव ब्रजकिशोर शर्मा, कोषाध्यक्ष त्रिपुरारी प्रसाद, उपाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, आयोजन अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार, उपाध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र कुमार सिंह, निरंजन केशव प्रिंस, जहानाबाद जिला सचिव आलोक कुमार एवं आयोजन सचिव संतोष श्रीवास्तव सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।
मुख्य अतिथि भोला बाबू ने विजेता, उपविजेता एवं तृतीय स्थान प्राप्त टीमों के खिलाड़ियों, मैच रेफरी एवं आयोजन समिति के सदस्यों को ट्रॉफी और मेडल देकर सम्मानित किया।
जहानाबाद: द विंग फाउंडेशन एकेडमी के वार्षिकोत्सव में छात्रों ने बिखेरी चमक
जहानाबाद के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में द विंग फाउंडेशन एकेडमी के वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी अद्भुत कला और प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे ने दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद द विंग फाउंडेशन एकेडमी के निदेशक संतोष शर्मा ने जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे को फूलों का गुलदस्ता और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इसी क्रम में लोजपा नेत्री इंदू कश्यप को भी सम्मानित किया गया।

जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि यह उनके लिए गर्व का विषय है कि उन्हें इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनने का अवसर मिला। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार शिक्षा और मार्गदर्शन दें। उन्होंने कहा कि बच्चे जिस भी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, चाहे वह खेल, कला, संगीत, पेंटिंग या कोई अन्य विधा हो, उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि वे जिले, राज्य और देश का नाम रोशन कर सकें।

कार्यक्रम के दौरान एकेडमी के छात्रों ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा। बच्चों की मनमोहक झांकियों और नृत्य प्रस्तुतियों पर दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर एक जादूगर ने भी अपने अनोखे जादूई करतबों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में आयोजित इस वार्षिकोत्सव में हजारों लोगों की उपस्थिति देखी गई। कार्यक्रम के समापन पर निदेशक संतोष शर्मा ने सभी अतिथियों, अभिभावकों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया और शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए बच्चों को प्रोत्साहित करने का संदेश दिया।

जहानाबाद विवाहिता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप

जहानाबाद: जिले के परसबिगहा थाना क्षेत्र के मेस्तरगंज गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर जहर देकर हत्या करने और शव को ठिकाने लगाने का आरोप लगाया है। घटना के बाद से ससुराल पक्ष फरार बताया जा रहा है, जबकि मृतका के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

शव को टेम्पो में ले जाने की कोशिश, मौके पर पहुंचे मायके वाले

मृतका के भाई प्रमोद बिंद (निवासी: पखनपुर, मखदुमपुर थाना क्षेत्र) ने बताया कि 10 साल पहले उनकी बहन दुखनी देवी की शादी ग्राम मेस्तरगंज निवासी टुनटुन बिंद के साथ हुई थी। शादी के कुछ समय बाद से ही ससुराल पक्ष उसे प्रताड़ित करता था और आए दिन मारपीट करता था

प्रमोद बिंद ने बताया कि ससुराल वालों ने दुखनी देवी को जहर देकर मार डाला और फिर शव को टेम्पो में रखकर ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान मायके वाले मौके पर पहुंच गए, जिसे देखकर ससुराल वाले शव को छोड़कर फरार हो गए

पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल

मायके वालों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि, परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और आरोपी अब तक फरार हैं।

मायके वालों में मातम, जल्द गिरफ्तारी की मांग

घटना के बाद से मृतका के मायके पक्ष में मातम पसरा हुआ है। परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं और जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और फरार ससुराल पक्ष की तलाश जारी है।

जहानाबाद विधान पार्षद कुमार नागेंद्र ने की शेरघाटी को जिला बनाने की मांग
शेरघाटी जिला बनने के सभी मापदंडों को पूरा करता है

जहानाबाद। विधान पार्षद कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने बिहार विधान परिषद में गया जिले के शेरघाटी अनुमंडल को जिला बनाने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि शेरघाटी अनुमंडल के तहत नौ प्रखंड आते हैं, जबकि बिहार में इससे भी कम प्रखंड वाले क्षेत्र को जिला का दर्जा दिया जा चुका है। ऐसे में शेरघाटी को अब तक जिला नहीं बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

विधान परिषद में बोलते हुए कुमार नागेंद्र ने कहा कि हाल के दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परिवर्तन यात्रा के तहत विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। यदि शेरघाटी जिला होता, तो मुख्यमंत्री वहां भी जाते और मेडिकल कॉलेज जैसी महत्वपूर्ण सौगात इस क्षेत्र को भी मिलती। लेकिन जिला न बनने के कारण शेरघाटी विकास की दौड़ में पिछड़ रहा है।

उन्होंने संबंधित विभाग के मंत्री का ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि शेरघाटी को जिला बनाने की दिशा में ठोस पहल की जानी चाहिए, ताकि यहां के लोगों को बेहतर प्रशासनिक सुविधाएं मिल सकें और क्षेत्र का विकास तेज हो सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग वर्षों से इस मांग को उठा रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है, जिससे विकास प्रभावित हो रहा है।

गया पहले से ही एक बड़ा जिला है, और प्रशासनिक सुविधा को बेहतर बनाने के लिए शेरघाटी को अलग जिला बनाया जाना जरूरी है। कुमार नागेंद्र ने मुख्यमंत्री से इस विषय पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया और कहा कि शेरघाटी जिला बनाए जाने के सभी आवश्यक मापदंडों को पूरा करता है।

जहानाबाद में जेसीबी की टक्कर से बाइक सवार की मौत, दूसरा घायल
जहानाबाद: जिले में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सेरथुआ मोड़ के पास एक तेज रफ्तार जेसीबी ने बाइक सवार दो युवकों को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।

घटनास्थल पर ही गई युवक की जान

मृतक की पहचान विक्रम चौधरी (पुत्र कमलेश चौधरी, ग्राम+पोस्ट- मांदिल, थाना- परसविगहा, प्रखंड+जिला- जहानाबाद, बिहार) के रूप में हुई है। हादसा सरथुआ बाजार के पेट्रोल पंप के पास हुआ, जब दोनों युवक जहानाबाद से अपने गांव मांदिल लौट रहे थे।

स्थानीय लोगों ने घायल को अस्पताल पहुंचाया

हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोगों ने गंभीर रूप से घायल जीतू लाल को जहानाबाद सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, विक्रम चौधरी की मौके पर ही मौत हो गई थी।

सड़क हादसे बन रहे जानलेवा

ग्रामीणों के अनुसार, जिले में अनियंत्रित वाहनों और तेज रफ्तार के कारण सड़क दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। लोग प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

ग्रामीणों का आक्रोश, प्रशासन से कार्रवाई की मांग

घटना के बाद ग्रामीणों में भारी रोष है। उनका कहना है कि जेसीबी चालक की लापरवाही से यह हादसा हुआ है, इसलिए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।


जहानाबाद में जिला स्तरीय सीएचओ उन्मुखीकरण कार्यशाला संपन्न

जहानाबाद परिवार नियोजन को बढ़ावा देने और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) की क्षमता को सशक्त करने के उद्देश्य से जहानाबाद के नंदिनी कम्युनिटी हॉल में जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 27 सीएचओ ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

परिवार नियोजन साधनों पर विशेष चर्चा

कार्यशाला का संचालन रवि रंजन (पीरामल फाउंडेशन), नीरज (पीएसआई) और मंजुला सहाय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इसमें परिवार नियोजन से जुड़े स्थायी और अस्थायी साधनों पर विस्तृत चर्चा हुई, जिनमें शामिल हैं:

  • पुरुष नसबंदी और महिला नलबंदी
  • कॉपर टी (आईयूसीडी), अंतरा इंजेक्शन, छाया गोली, माला-एन और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां

महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश और निर्णय

कार्यशाला में उपस्थित सभी सीएचओ को निर्देश दिया गया कि:

  • हर माह की 21 तारीख को "परिवार नियोजन दिवस" मनाया जाए
  • जन आरोग्य समिति की मासिक बैठक नियमित रूप से आयोजित की जाए
  • जहां प्रशिक्षित एएनएम या सीएचओ उपलब्ध हैं, वहां कॉपर टी लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाए

कार्यशाला का उद्देश्य

इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य परिवार नियोजन सेवाओं को सुदृढ़ बनाना, सीएचओ को प्रशिक्षित करना और मातृ एवं प्रजनन स्वास्थ्य (एमपीए) को बढ़ावा देना था

कार्यशाला के समापन पर जिला सामुदायिक उत्प्रेरक धीरज जी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और सभी सीएचओ को परिवार नियोजन सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रेरित किया