भूपेश बघेल के घर CBI दबिश के साथ शुरू हुई सियासी बयानबाजी

रायपुर- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर सीबीआई की छापेमारी ने प्रदेश में एक बार फिर सियासी उबाल ला दिया है. पक्ष-विपक्ष ने नेता कड़ी टिप्पणी दे रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि न कांग्रेस झुकेगी, न रुकेगी. वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने छापेमारी को लोकतंत्र के लिए बेहद ही खतरनाक कदम करार दिया. इन सबके बीच स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कांग्रेस के नेताओं को CBI की जाँच में सहयोग करने की सलाह दी. 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने एक्स पर किए अपने पोस्ट में कहा कि तमाम असफल छापों और नाकाम साजिशों के बाद, अब भाजपा ने CBI को भूपेश बघेल और देवेंद्र यादव के पीछे लगा दिया. आज सुबह से ही CBI हमारे दोनों नेताओं के घर पर जमी हुई है, लेकिन ये सत्ता की हताशा के सिवाय कुछ नहीं. लेकिन याद रखो – न कांग्रेस झुकेगी, न कांग्रेस रुकेगी. ये लड़ाई सिर्फ नेताओं की नहीं, हर उस सच्चाई की है, जिसे सत्ता के दम पर कुचलने की कोशिश हो रही है. भाजपा याद रखे – सत्य झुकता नहीं, और अन्याय का अंत निश्चित है.

निश्चिंत रहे, सत्य की जीत होगी

डॉ. चरण दास महंत ने एक्स पर किए अपने पोस्ट में कहा कि ED, CBI, IT केंद्रीय एजेंसियों का भाजपा सरकार लगातार विपक्ष के खिलाफ उपयोग कर रही है. यह लोकतंत्र के लिए बेहद ही खतरनाक कदम है. हर नाकाम कोशिश के बाद, आज CBI पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर पर दबिश दी है. सुबह से ही CBI हमारे दोनों नेताओं के घर पर जमी हुई है, लेकिन ये सत्ता के अन्याय के सिवाय कुछ नहीं. आप सत्य एवं न्याय के पथ पर है, तो ईश्वर आपके साथ है, फिर अंतर नहीं पड़ता कौन आपके विरुद्ध है, निश्चिंत रहे, सत्य की जीत होगी, अन्याय की हार.

वही होता है जो मंजूरे खुदा…

भूपेश सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस नेता अमरजीत भगत ने इस प्रकरण में “ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए, औरों को शीतल करे आपहू शीतल होए” दोहा कहते हुए भाजपा को हिदायत दी कि काम ऐसा कीजिए, जिससे जनमानस में अच्छा संदेश जाए. क्योंकि मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है, वही होता है जो मंजूरे ख़ुदा होता है. उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल को जब-जब बड़ी जिम्मेदारी मिली, तब-तब केंद्रीय एजेंसियों को उनके पीछे छोड़ दिया गया. इससे कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है.

अभी तो नहीं है कोई चुनाव

वहीं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि CBI की जाँच होती है तो सहयोग करना चाहिए. दुर्भाव से कार्य करने वाली बात नहीं करनी चाहिए. केंद्रीय एजेंसियां है, भ्रष्टाचार को संज्ञान में लेकर जाँच करती हैं. इसके पहले चुनाव से पहले कार्रवाई की बात बोलते थे, अभी तो कोई चुनाव नहीं है. ये सब राजनीति से प्रेरित बातें है. सबको सहयोग करना चाहिए.

भूपेश बघेल के घर सीबीआई की छापेमारी के दौरान पुलिस से भिड़ा कांग्रेस कार्यकर्ता

दुर्ग- सीबीआई की पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पुरानी भिलाई निवास में कार्रवाई के दौरान निवास के बाहर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस टीआई के बीच झूमाझटकी हो गई.

सीबीआई दबिश के दौरान सीएसपी हरीश पाटिल के साथ 4 थानों के टीआई और 100 पुलिस जवान मौके पर मौजूद थे. कार्रवाई के दौरान कांग्रेस पार्षद के पति लाभेश मन्दरकर और जामुल टीआई कपिल देव पांडेय के बीच झूमाझटकी हुई.

इसके पहले भी ईडी की कार्रवाई के दौरान के घर से सामने मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया था. और झूमाझटकी की थी.

बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित निवास पर आज सुबह CBI की टीम ने दबिश दी है. इसके अलावा उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, IPS शेख आरिफ, IPS आनंद छाबड़ा, IPS अभिषेक पल्लव, IPS प्रशांत अग्रवाल, एडिशनल एसपी संजय ध्रुव, एडिशनल एसपी अभिषेक महेश्वरी, पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा और कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के ठिकानों पर भी CBI ने छापेमारी की है.

ASP अभिषेक महेश्वरी का घर सील, सौम्या चौरसिया के घर भी पहुंची टीम

रायपुर- छत्तीसगढ़ में आज तड़के सुबह से सीबीआई की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित उनके करीबियों और कई अधिकारियों के यहां दबिश दी है. छापे की कार्रवाई महादेव सट्टा एप मामले हुई है. इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि बघेल सरकार में प्रभावशाली अधिकारी रहे एएसपी अभिषेक महेश्वरी के घर को सील कर दिया गया है. सीबीआई की टीम जब महेश्वरी के घर पहुंची तो वहां वे मौजूद नहीं थे.

वहीं बघेल सरकार में सीएम सचिवालय में उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित घर पर सीबीआई की टीम छान-बीन कर रही है. कुछ महत्वपूर्व दस्तावेज घर से बरामद किए जाने की चर्चा है. खबर केपीएस ग्रुप पर छापे को लेकर भी है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है. बताया जा रहा है केपीएस ग्रुप के त्रिपाठी परिवार के घर टीम ने दबिश दी है. इसके साथ ही भूपेश बघेल के ओएसडी रहे मनीष बंछोर और आशीष वर्मा के ठिकानों पर छापे की खबर है.

सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की टीम की कार्रवाई राजधानी रायपुर, भिलाई सहित करीब दो दर्जन से अधिक स्थानों पर चल रही है. भिलाई स्थित आवास में भूपशे बघेल के पूत्र चैतन्य बघेल से टीम पूछताछ कर रही है. वहीं बघेल केंद्रीय सुरक्षा बल की कड़ी निगरानी के बीच परिवारों के साथ अपने निवास पर मौजूद हैं.


इन जगहों पर चल रही सीबीआई की कार्रवाई


CBI की टीम ने आज तड़के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित निवास पर दबिश दी है. इसके अलावा उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, आईपीएस आनंद छाबड़, आईपीएस आरिफ शेख, आईपीएस अभिषेक पल्लव, आईपीएस प्रशांत अग्रवाल, एडिशनल एसपी अभिषेक माहेश्वरी, एडिशनल एसपी संजय ध्रुव के ठिकानों पर भी CBI ने छापेमारी की है.


क्या है मामला

छत्तीसगढ़ सरकार ने अगस्त 2024 में महादेव बेटिंग ऐप घोटाले की जांच आधिकारिक तौर पर सीबीआई को सौंप दी थी. ईडी ने पिछले साल जनवरी में इस पूरे मामले की जांच शुरू की थी, जिसके बाद इसका जिम्मा एसीबी और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को भी सौंप दिया गया था. इस साल लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले 4 मार्च को एसीबी द्वारा दायर चार्जशीट में भूपेश बघेल को आरोपी बनाया गया था. भूपेश बघेल के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. कई अन्य भी आरोपी बनाए गए थे.

NSUI ने दिल्ली में किया प्रदर्शन, पेपर लीक, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर उठाई आवाज, राष्ट्रीय सचिव ने कहा –

नई दिल्ली/रायपुर- देश में बढ़ती बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर नई दिल्ली में NSUI ने संसद घेराव आंदोलन किया, जिसमें छत्तीसगढ़ समेत देशभर के हजारों NSUI कार्यकर्ता शामिल हुए. इस आंदोलन में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए और आएसएस के खिलाफ खुलकर अपनी बात रखी. NSUI नेताओं ने भी NEP 2020, पेपर लीक की समस्या, बढ़ती बेरोजगारी, शिक्षा का भगवाकरण और UGC के नए नियमों के खिलाफ आवाज उठाया. प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी एवं दिल्ली प्रभारी हनी बग्गा पर दिल्ली पुलिस ने गैर जमानती धाराएं लगाकर FIR दर्ज किया और दोनों नेताओं को पुलिस ने कल रात ही गिरफ्तार कर लिया, जिनकी आज जमानत पर रिहाई की गई.

राष्ट्रीय सचिव दिल्ली प्रभारी हनी बग्गा ने रिहाई के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि कल हमने छात्रों के हित पर देशव्यापी संसद घेराव आंदोलन दिल्ली की जंतर मंतर में किया था. हमारे नेता राहुल गांधी एवं हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी के नेतृत्व में इस आंदोलन को किया गया. जिस प्रकार केंद्र की मोदी सरकार छात्रों के साथ अन्याय कर रही है उन्हें शिक्षा से वंचित करने का कार्य कर रही है, इसे लेकर राहुल गांधी ने भी कहा कि अब विश्वविद्यालय में लोकतंत्र खत्म हो गया है. RSS की विचारधारा वाली केंद्र की सरकार लोगों को ना शिक्षा दे पा रही है, ना रोजगार. इन्हीं सभी बातों को हमारे नेताओं ने कार्यक्रम में दोहराया.

आने वाले समय में करेंगे उग्र आंदोलन : बग्गा

बग्गा ने कहा, आंदोलन में हजारों छात्रों की संख्या देखकर केंद्र की सरकार और दिल्ली पुलिस डर गई, जिस कारण पुलिस ने राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी और मेरे ऊपर गैर जमानती धारा लगाकर हमारी आवाज को कुचलने का काम किया है. केंद्र की सरकार एवं दिल्ली पुलिस कितने भी मुकदमे दर्ज करना है कर लीजिए पर यह आंदोलन और यह आवाज नहीं रुकेगी. आने वाले समय में हम और उग्र तरीके के साथ आंदोलन करेंगे.

पूर्व CM भूपेश बघेल, विनोद वर्मा, देवेंद्र यादव, 1 पूर्व IAS और 4 IPS समेत कई अन्य के ठिकानों पर सीबीआई की दबिश

रायपुर- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित निवास पर आज सुबह CBI की टीम ने दबिश दी है. इसके अलावा उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, IPS शेख आरिफ, आईपीएस आनंद छाबड़ा, आईपीएस अभिषेक महेश्वरी, आईपीएस अभिषेक पल्लव, पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा, एडिशनल एसपी संजय ध्रुव, आईपीएस प्रशांत अग्रवाल और कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के ठिकानों पर भी CBI ने छापेमारी की है.

सूत्रों के मुताबिक, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, नेताओं और अधिकारियों के ठिकानों पर यह कार्रवाई महादेव सट्टा एप मामले से जुड़ी है.

CBI कार्रवाई पर भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया

भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए X (ट्विटर) पर पोस्ट किया कि अब CBI आई है. उन्होंने बताया कि आगामी 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली AICC की बैठक के लिए गठित “ड्राफ़्टिंग कमेटी” की मीटिंग के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है. उससे पूर्व ही CBI रायपुर और भिलाई निवास पहुंच चुकी है.

बार-बार भूपेश बघेल को एजेंसियों द्वारा परेशान करना बेहद निंदनीय – टीएस सिंहदेव

पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने एक्स पर लिखा, बार-बार छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एजेंसियों द्वारा परेशान करना बेहद निंदनीय है. ये केवल भूपेश बघेल की छवि को खराब करने की भाजपा की नाकाम कोशिश है. प्रदेश की भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ राज्य को चलाने में असमर्थ साबित हो रही है, इसीलिए जनता से जुड़े मुद्दों से का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे प्रयास कर रही है. पहले ED फिर CBI – जांच एजेंसियों को भाजपा की B team बन कर काम करने से फुर्सत ही नहीं है. अभी हाल में ED द्वारा विपक्ष के नेताओं पर कार्रवाई को रिपोर्ट खुद सरकार को जब दिखानी पड़ी तो निश्चित हो गया कि यह केवल धमकाने और परेशान करने का हथियार बना हुआ है. भाजपा द्वारा राजनीतिक द्वेष की भावना से की जा रही यह कार्रवाई लोकतंत्र का हनन है.

भूपेश बघेल के घर ED पहले कर चुकी है छापेमारी

बता दें कि बीते 10 मार्च को भी ED की टीम ने भूपेश बघेल के भिलाई निवास पर छापा मारा था. ईडी के अफसरों ने पूर्व मुख्यमंत्री और उनके परिवार से 11 घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान दस्तावेजों, सोने-चांदी के जेवरातों की जांच की गई. साथ ही परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन और कॉल डिटेल की जांच की गई. ED ने भूपेश बघेल के घर से 33 लाख रुपये नगद बरामद किए थे.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर CBI की दबिश, रायपुर और भिलाई में जांच जारी

रायपुर- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के निवास पर आज तड़के केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दबिश दी है। जानकारी के अनुसार, CBI की टीम रायपुर और भिलाई दोनों स्थानों पर जांच कर रही है।

सुबह-सुबह भूपेश बघेल के ठिकानों पर जांच एंजेसी के अधिकारियों के पहुंचने से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा की मोदी सरकार ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर सीबीआई को भेजा है।

हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह छापेमारी किस मामले को लेकर की गई है। CBI अधिकारियों की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन इस कार्रवाई को लेकर सियासी घमासान तेज होने की संभावना जताई जा रही है।

बता दे की कुछ ही दिनों पहले भूपेश बघेल की भिलाई निवास में ईडी ने छापेमार की कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई में नगदी लाखों रुपए बरामद किए गए थे।

2006 से पहले सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मिलेगा 6वें वेतन आयोग का लाभ, हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला

बिलासपुर-  हाईकोर्ट ने एक फैसले में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की राज्य सरकारों को छठवें वेतन आयोग योजना के तहत 2006 से पहले सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को पेंशन लाभ का भुगतान करने का निर्देश दिया है। जस्टिस राकेश मोहन पांडेय ने छत्तीसगढ़ शासकीय महाविद्यालयीन पेंशनर्स संघ बनाम छत्तीसगढ़ राज्य के मामले में ये फैसला सुनाया है।

याचिकाकर्ता छत्तीसगढ़ शासकीय महाविद्यालयीन पेंशनर्स संघ सरकारी महाविद्यालयों के पेंशनभोगियों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक पंजीकृत संस्था है। संस्था ने 1 जनवरी 2006 से पहले सेवानिवृत्त होने वालों के साथ किए जा रहे भेदभावपूर्ण व्यवहार को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट ने याचिका लगाई थी। याचिका में कहा गया था कि 2006 के बाद सेवानिवृत्त हुए लोगों को छठे वेतन आयोग का लाभ दिया गया, जबकि इससे पहले सेवानिवृत्त हुए उनके समकक्षों को इससे वंचित रखा गया, जो भेदभाव के समान है।

इससे पहले सोसायटी ने WP(S) संख्या 5333/2012 दायर की थी, जिसका निपटारा 25 जनवरी, 2018 को किया गया था, जिसमें अधिकारियों को एक अभ्यावेदन पेश करने का निर्देश दिया गया था। हालांकि, छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त विभाग ने 28 फरवरी 2018 के एक आदेश के माध्यम से उनके अभ्यावेदन को खारिज कर दिया था, जिसके कारण उन्हें वर्तमान याचिका दायर करनी पड़ी।

याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया कि इस तरह का वर्गीकरण भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है, जो कानून के समक्ष समानता की गारंटी देता है। छत्तीसगढ़ राज्य ने तर्क दिया कि 2006 से पूर्व सेवानिवृत्त लोगों को लाभ देने से राज्य के खजाने पर अनुचित वित्तीय बोझ पड़ेगा। जस्टिस राकेश मोहन पांडेय ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए राज्य के तर्क को खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि मध्यप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 की धारा 49 के अनुसार मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों को पेंशन भुगतान की देयता साझा करनी होगी। राज्य को 120 के भीतर संशोधित पेंशन जारी करने का निर्देश दिया है।

जिला पंचायत के प्रथम सम्मिलन में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों ने ली शपथ

रायपुर- मुंगेली जिला कलेक्टोरेट में आज आयोजित जिला पंचायत के प्रथम सम्मिलन में नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्रीकांत पाण्डेय, उपाध्यक्ष शांति देवचरण भास्कर और सदस्यों ने विधिपूर्वक शपथ ली। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू तथा उप मुख्यमंत्री अरुण साव प्रथम सम्मिलन-सह-शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। विधायक पुन्नूलाल मोहले और धरमलाल कौशिक विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह में मौजूद थे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास की उप संचालक भूमिका देसाई ने जिला पंचायत के नवनिर्वाचित अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों को शपथ दिलाया।

सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचे - केंद्रीय राज्य मंत्री श्री साहू

मुंगेली जिला पंचायत के प्रथम सम्मिलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने सभी नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने के लिए कार्य करें। शासन की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से विकास की रोशनी जिले के अंतिम छोर तक पहुंचे और अंतिम पायदान में खड़े व्यक्ति को इसका लाभ मिले। कोई भी पात्र हितग्राही योजना से वंचित नहीं होना चाहिए। उन्होंने बिलासपुर जिले के ग्राम मोहभट्ठा में 30 मार्च को होने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में नागरिकों से शामिल होने का आग्रह किया।

जिले को अव्वल लाने संकल्प लेकर कार्य करें - उप मुख्यमंत्री श्री साव

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उम्मीद जताई कि पंचायत चुनाव में जनता ने जो भरोसा जताया है, उस पर सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधि खरा उतरेंगे और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जिले के विकास को और आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने शासन की सभी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में प्रदेश में मुंगेली जिले को अव्वल स्थान पर पहुंचाने के संकल्प के साथ काम करने को कहा। श्री साव ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपादित करने और तीनों जनपद पंचायतों में निर्विरोध अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष निर्वाचित होने पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मुंगेली जिला पंचायत के प्रथम सम्मिलन को विधायक पुन्नूलाल मोहले और धरमलाल कौशिक ने भी संबोधित किया। कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल और जिला पंचायत के सीईओ प्रभाकर पाण्डेय सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्वशासी सोसायटी के कार्यों के बेहतर संपादन के लिए ई संपादन पोर्टल का किया शुभारंभ

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के प्रयासों से चिकित्सा शिक्षा संचालनालय अंतर्गत सभी 10 चिकित्सा महाविद्यालयों में अलग-अलग समय पर एवं अलग-अलग नियमावली से गठित स्वशासी सोसायटी का एकीकरण किया गया है तथा उसमें व्यापक सुधार किया गया है । जिसके अंतर्गत स्वशासी सोसायटी को पहले से अधिक वित्तीय एवं प्रशासकीय अधिकार दिये गये तथा प्रबंध कार्यकारिणी समिति, वित्त समिति के गठन का प्रावधान कर सभी को वित्तीय अधिकार प्रदान किया गया है।

स्वशासी सोसायटी के कार्यों के बेहतर संपादन के लिए एक वेब पोर्टल विकसित किया गया है ताकि पारदर्शिता के साथ त्वरित कार्यवाही हो सके। साथ ही यह सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मॉनिटरिंग का कार्य भी कर सके।

ई-पोर्टल "स्वशासी सोसायटी ई-संपादन पोर्टल" के द्वारा स्वशासी पोर्टल ऑनलाईन ही अपने एजेंडा बना सकेंगे तथा बैठक की सूचना भी दे सकेंगे। बैठक होने के उपरांत लिये गये निर्णय की एन्ट्री कर कार्यवाही विवरण भी बना सकेंगे। स्वशासी सोसायटी ई-संपादन पोर्टल एजेंडा निर्माण, कार्यवाही विवरण बनाये जाने के साथ ही सारे एजेंडा को एक यूनिक आई.डी. प्रदान करेगा । यह आई.डी. उस एजेंडा के भुगतान से जुड़ा रहेगा जिससे उसमें होने वाले वित्तीय भार अथवा भुगतान में दोहराव नहीं होगा तथा भुगतान में भी पारदर्शिता रहेगी। सी.एस.आर. मद अंतर्गत आई.सी.आई.सी.आई. बैंक द्वारा यह पोर्टल निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।

स्वशासी सोसायटी में लिये गये निर्णय / खरीदी के दस्तावेज एवं फोटोग्राफ भी इसमें अपलोड किये जायेंगे। जिसमें डाटालॉक के बाद परिवर्तन किया जाना संभव नहीं रहेगा। डाटालॉक उपरांत भुगतान भी इसी पोर्टल के माध्यम से किये जायेगा जो बैंक के पेमेंट गेटवे से जुड़ा रहेगा।

स्वशासी सोसायटी के ई-संपादन पोर्टल द्वारा स्वशासी सोसायटी को होने वाले आय-व्यय की भी जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। साथ ही किस मद में कितनी राशि व्यय की गयी है, की भी जानकारी तुरंत प्राप्त हो सकेगी। पूर्व की बैठकों में लिये गये निर्णयों में कितने में कार्यवाही की गयी है की भी जानकारी रहेगी।

स्वशासी सोसायटी ई-संपादन पोर्टल द्वारा स्वशासी सोसायटी के कार्यों एवं भुगतान में पारदर्शिता आयेगी। जिससे जनहित के कार्यों में तीव्रता से निर्णय लिये जा सकेंगे।

RPF ने मानव तस्करी को लेकर रखी कार्यशाला

रायपुर-  मानव तस्करी (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) के बढ़ते मामलों को लेकर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने सतर्कता बढ़ाते हुए रायपुर में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया. यह कार्यशाला उल्लास भवन, डब्लू.आर.एस. रेलवे कॉलोनी रायपुर में संपन्न हुई. महानिदेशक, रेलवे सुरक्षा बल, नई दिल्ली के आदेशानुसार आयोजित इस कार्यशाला में रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी, शासकीय रेल पुलिस (GRP) और रायपुर स्टेट पुलिस के कुल 141 अधिकारी एवं जवानों को जागरूक किया गया. कार्यक्रम का संचालन संदीप डी. खिरिटर, सहायक सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल रायपुर के नेतृत्व में किया गया.

कार्यशाला के दौरान शेष देव भोई (मास्टर ट्रेनर) और विपिन ठाकुर (बचपन बचाओ, छत्तीसगढ़ स्टेट कोऑर्डिनेटर) ने मानव तस्करी के बढ़ते मामलों पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने बताया कि यह अपराध पीड़ितों के मौलिक अधिकारों का हनन करता है और समाज की नैतिकता व कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती पेश करता है.