डिवीएनपीजी कालेज में वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह हुआ सम्पन्न
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गोरखपुर। दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 24 व 25 फरवरी को सम्पन्न हुई वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह संवाद कक्ष में सम्पन्न हुआ।
विजयी व प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन करते हुए मुख्य अतिथि रामजन्म सिंह, सदस्य महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद, गोरखपुर ने कहा कि सतत् प्रयास, अनुशासन व समर्पण की भावना खिलाड़ियों का मूल गुण होता है। खेल द्वारा धैर्य, एकाग्रता व सहयोग की भावना जागृत होती है। आज के दौर में खेल का दायरा महज मनोरंजन और फिटनेस तक सीमित नही रहा है, अब खेल बेहतर भविष्य के निर्माण का पथ भी प्रशस्त कर रहा है। केन्द्र सरकार की खेलों इडिण्या मुहिम, सांसद खेल महाकुंभ सहित विभिन्न योजनाओं द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु अब तक हजारों करोड़ धनराशि व्यय की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा खेल को बढावा देने हेतु ’’खेल नीति-2023’’ को पारित करते हुए ’’एक जिला एक खेल योजना’’ व एक ’’केजीबीवी’’ सहित अनेक योजनाओं को खिलाड़ियों के लिए लाया गया है। सरकार की इन योजनाओं की देन है कि सामान्य घरों व ग्रामीण अंचल के बच्चे भी अब खेल के क्षेत्र में आकर्षित हो रहे है और बेहतर प्रर्दशन कर उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर रहे।
जीवन में आगे बढ़ने के लिए इच्छाशक्ति का होना अतिआवश्यक है। जीवन में उपलब्धि आचनक नहीं मिलती इसके लिए स्वयं के च्वाइस के साथ समय का प्रबन्धन महत्वपूर्ण होता है। सफलता के लिए निरन्तर परिश्रम करना होता है। जीतने वाले कोई अलग कार्य नहीं करते है बल्कि अपने कार्य को अलग ढ़ग से करते है, इसी कारण विजेता अपना मार्ग स्वयं प्रशस्त करते है। उक्त बातें विशिष्ठ अतिथि राजू पाण्डेय, राष्ट्रीय खिलाड़ी (गोला प्रक्षेपण) ने कही।
वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद में भी आगे बढ़ कर प्रतिभाग करना चाहिए। खेल स्वस्थ शरीर व स्वस्थ मस्तिष्क के विकास हेतु अत्यन्त आवश्यक है। आज के समय खेल के क्षेत्र में शारीरिक दक्षता के साथ मानसिक दक्षता भी आवश्यक है। आज के समय खेल के क्षेत्र में सरकार के साथ-साथ निजी कपंनियों द्वारा भी विभिन्न स्तर पर विभिन्न खेलों में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिससे खेल के क्षेत्र में बेहतर अवसर उपलब्ध हो रहें है। विजेता कोई एक होगा लेकिन हमें जीत और हार से ऊपर उठ कर खेल भावना के तहत अपनी चयनित प्रतिस्पर्धा में प्रतिभाग करना है। हमे इस भावना से खेलना है कि खेल का मैदान हमें सिर्फ खेलने का ही अवसर नहीं देता बल्कि यह हमारे अन्दर सद्भावना और टीम भावना को जागृत करता है जो सामाजिक जीवन में हमारे लिए उपयोगी होता है और राष्ट्र के उत्कृष्ट नागरिक बनने में मदद करता है।
क्रीड़ा परिषद के सचिव अवधेश शुक्ल ने कार्यक्रम की प्रस्ताविकी देते हुए बताया कि कुल 55 खिलाड़ियों सहित महाविद्यालय की वालीबाल, बास्केटबाल, कबड्डी टीम के खिलाड़ियों के साथ-साथ प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग किये हुए खिलाड़ियों को भी आज पुरस्कृत किया गया। बालक वर्ग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन शिव कुमार निषाद जबकि बालिका वर्ग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नन्दनी मोदनवाल ने किया। शिव कुमार निषाद का प्रदर्शन बालक व बालिक दोनों वर्गाें में सर्वश्रेष्ठ रहा।
कार्यक्रम का संचालन एवं अतिथि परिचय क्रीड़ा परिषद के सदस्य डॉ. नितीश शुक्ला ने किया तथा आभार ज्ञापन क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रो. परीक्षित सिंह ने किया।
उक्त अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक डॉ. रामप्रसाद यादव, डॉ. शुभ्रांशु शेखर सिंह, डॉ. अखण्ड प्रताप सिंह, डॉ. सरिता सिंह, डॉ. प्रतिमा सिंह सहित अनेक शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहें।










Mar 25 2025, 11:38
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