वॉट्सऐप के ये 5 फीचर काम करेंगे आसान, तुरंत करें ट्राई

वॉट्सऐप आजकल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. ये केवल चैटिंग और कॉलिंग के लिए नहीं, बल्कि कई दूसरे कामों के लिए भी इस्तेमाल होता है. वॉट्सऐप के कुछ ऐसे फीचर हैं जिनसे हमारी डेली लाइफ आसान हो जाती है. आज हम आपको वॉट्सऐप के 5 ऐसे फीचर के बारे में बताएंगे, जिनका इस्तेमाल करके आप अपना डेली का काम और भी आसान बना सकते हैं.

न्यू चैट बबल डिजाइन

वॉट्सऐप ने चैट बबल डिजाइन को नया और अट्रैक्टिव बना दिया है. अब चैट बबल्स पहले से ज्यादा क्लीयर और सुंदर दिखते हैं. जिसकी वजह से चैटिंग करना और भी आसान हो जाता है. ये फीचर तब काम आता है जब आप लंबे समय तक चैट कर रहे होते हैं और आपको आसानी से मैसेज की पहचान करनी होती है.

फोटो- वीडियो में एडिटिंग टूल्स

वॉट्सऐप में अब आपको भेजी हुई फोटो या वीडियो में डायरेक्ट ऐप के अंदर एडिटिंग करने का ऑप्शन मिलता है. आप किसी भी फोटो पर टेक्स्ट लिख सकते हैं, इमेज को क्रॉप कर सकते हैं, इमेज को कलरफुल और अट्रैक्टिव बना सकते हैं. वीडियो में फिल्टर्स और टेक्स्ट ऐड कर सकते हैं. ये फीचर तब काम आता है जब आप किसी फोटो या वीडियो को तुरंत सेंड करना चाहते हैं और उस पर थोड़ी बहुत एडिटिंग भी करना चाहते हैं.

स्मार्ट रिप्लाई ऑप्शन (Quick Replies)

वॉट्सऐप में अब स्मार्ट रिप्लाई फीचर आ गया है. इससे आप बहुत जल्दी जवाब दे सकते हैं. इस फीचर में वॉट्सऐप कुछ बेसिक और इस्तेमाल किए गए जवाबों को ऑटोमैटिकली शो करता है. इसमें ठीक है, ओके, थैंक्यू जैसे रिप्लाई शामिल हैं. जब आपको किसी को क्विक रिप्लाई करना हो तो इन रिप्लाई की मदद ले सकते हैं.

लाइव लोकेशन शेयरिंग

वॉट्सऐप पर लाइव लोकेशन शेयर करने का फीचर आपके दोस्तों या परिवार को आपकी रियल टाइम लोकेशन सेंड कर देता है. आप इसे कुछ समय के लिए या लंबे समय के लिए भी शेयर कर सकते हैं.

मैसेज रिएक्शन फीचर

वॉट्सऐप ने मैसेज रिएक्शन फीचर लाकर काफी काम आसान कर दिया है. आपको अपने रिप्लाई के लिए लिखना नहीं पड़ता है. आप रिएक्शन से काम चला सकते हैं. आप किसी भी मैसेज पर इमोजी रिएक्ट कर सकते हैं. आप किसी के भेजे गए मैसेज पर इमोजी दिल, हंसी, हाथ जोड़ने का रिएक्शन सेंड कर सकते हैं. इससे चैट्स में ज्यादा इंटरेक्शन हो पाता है और टाइम की भी बचत होती है.

जम्मू-कश्मीर: डोडा में आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़, हथियार और गोला बारूद बरामद

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए भारतीय सेना लगातार अभियान चला रही है. इस बीच सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. सेना के जवानों ने डोडा जिले के एक जंगल में मौजूद एक आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया है. इस दौरान वहां से गोला-बारूद समेत हथियार बरामद किया गया है. हालांकि मौके पर कोई आतंकी मौजूद नहीं था. फिलहाल जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

अधिकारियों ने रविवार (23 मार्च) बताया कि स्थानीय पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और सेना ने संयुक्त रूप से शनिवार (22 मार्च) को भद्रवाह के भलरा जंगल क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया था. इस दौरान वहां आतंकी ठिकाने का पता लगा. उन्होंने बताया कि मौके से एक पिस्तौल, तीन मैगजीन, छह गोलियां और एके असॉल्ट राइफल की 25 गोलियां बरामद की गईं. हालांकि इस दौरान किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई. उन्होंने बताया कि यह अभियान खुफिया सूचना के आधार पर चलाया गया था.

जंगलों में चलाया जा रहा सर्च ऑपरेशन

इसके अलावा किश्तवाड़ जिले के गुरिनाल, ठाठरी और छत्रू के जंगलों में भी पुलिस, सेना और सीआरपीएफ का संयुक्त तलाशी अभियान जारी है. अधिकारियों ने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने ऊपरी इलाकों में संदिग्ध आतंकियों की मौजूदगी की सूचना दी थी जिसके बाद यह अभियान बीते गुरुवार को शुरू किया गया था.

मादक पदार्थ-आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़

वहीं बात करें पंजाब की पुलिस ने मादक पदार्थ-आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान उनके पास से चार किलोग्राम हेरोइन बरामद की है. पंजाब के पुलिस प्रमुख गौरव यादव ने रविवार (23 मार्च) को बताया कि इस सिलसिले में अमृतसर के राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ (एसएसओसी) में एनडीपीएस (स्वापक औषधि और मन प्रभावी पदार्थ अधिनियम) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.

4 किलोग्राम हेरोइन के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार

उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी मिलने पर अमृतसर की खुफिया शाखा ने अभियान चलाकर एक मादक पदार्थ-आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. इस दौरान नवजोत सिंह, सुखविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह और अनिकेत को अमृतसर के छेहरटा में नारायणगढ़ सरकारी अस्पताल क्षेत्र के पास गिरफ्तार किया गया. उनके कब्जे से 4 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई. डीजीपी ने कहा कि फिलहाल पुलिस इससे जुड़ी कड़ियों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.

सौरभ मर्डर केस: नशे की तड़प, बेचैन दिखे साहिल-मुस्कान… जेल में लगेगा ‘डबल डोज’, क्या होगी सनक दूर?

प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर पति सौरभ राजपूत की हत्या करने वाली मुस्कान रस्तोगी की रातें बड़ी बेचैनी से कट रही हैं. मुस्कान महिला जेल में है. वहीं उसका प्रेमी साहिल शुक्ला पुरूष जेल में पूरी-पूरी रात करवटें बदल कर ही काट रहा है. इन दोनों की बेचैनी सौरभ राजपूत की हत्या की वजह से नहीं, बल्कि नशे की डोज न मिलने से है. जेल प्रबंधन ने इन दोनों का मेडिकल परीक्षण कराया है. इसमें पाया गया है कि दोनों अव्वल दर्जे के नशेड़ी हैं और नशे की डोज के बिना इनका रह पाना मुश्किल है.जेल प्रबंधन ने दोनों को नशा मुक्ति केंद्र के जरिए इलाज शुरू कर दिया है.

मेरठ के बहुचर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड में तीन दिन पहले पुलिस ने पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी मुस्कान को अरेस्ट किया था. पुलिस ने मेडिकल परीक्षण कराने के बाद इन दोनों को अदालत में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया है. जेल प्रबंधन ने इन दोनों हत्यारोपियों को जेल के अलग अलग हिस्से में रखा है. मुस्कान को महिला जेल में रखा गया है तो उससे करीब आधा किमी दूर पुरुष जेल में साहिल शुक्ला को बंद किया गया है. जेल प्रबंधन ने ऐसा इंतजाम किया है कि ये दोनों हत्यारोपी किसी अन्य बंदी से बात ना कर सकें. जेल अधीक्षक के मुताबिक अन्य बंदियों को भी साहिल और मुस्कान की सेल तक नहीं जाने दिया जा रहा है.

जेल में भी साथ रहना चाहते थे साहिल मुस्कान

उन्होंने बताया कि जेल में आने के साथ ही दोनों बंदियों ने एक साथ रहने की डिमांड की थी, लेकिन जेल पुलिस ने इन्हें नियम कायदे बताकर अलग अलग सेल में भेज दिया था. चूंकि दोनों अव्वल दर्जे के नशेड़ी हैं, और जेल में इन्हें नशे की डोज नहीं मिल रही है. इसलिए ये हमेशा बेचैन नजर आ रहे हैं.इन दोनों जेल कर्मियों से कई बार अपने डोज की डिमांड भी की है. जेल अधीक्षक के मुताबिक इन दोनों के मेडिकल परीक्षण में भी पाया गया है कि ये नशे की डोज के बिना नहीं रह पाएंगे. ऐसे में नशा मुक्ति केंद्र के माध्यम से इनका इलाज कराया जा रहा है. इसी क्रम में नशे की लत से बाहर लाने के लिए इन्हें योगा और मेडिटेशन भी कराया जा रहा है.

सरकारी वकील की डिमांड

जेल अधीक्षक के मुताबिक मुस्कान रस्तोगी ने सरकारी वकील की डिमांड की है. कहा कि सौरभ की हत्या की वजह से उसके घर वाले नाराज हैं और उससे कोई सहानुभूति नहीं रखते. इसलिए वह कोर्ट में उसकी पैरवी नहीं करेंगे. ऐसे में उसे अपने मामले की पैरवी के लिए सरकारी वकील की जरूरत है. जेल अधीक्षक के मुताबिक मुस्कान के आग्रह को कोर्ट तक पहुंचा दिया गया है. उधर, मुस्कान के प्रेमी साहिल शुक्ला ने कहा कि अभी सरकारी वकील से पैरवी कराने को लेकर उसने विचार नहीं किया है. कहा कि यदि उसके घर वाले पैरवी नहीं करेंगे तो वह सरकारी वकील की डिमांड करेगा.

इंडियन नेवी की बढ़ी ताकत…युद्धपोत तवस्या लॉन्च, महाभारत के महायोद्धा भीम की गदा का मिला नाम

गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) में भारत सरकार द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित पी1135.6 अतिरिक्त फॉलो-ऑन फ्रिगेट परियोजना के दूसरे युद्धपोत तवस्या का शुभारंभ किया गया. ‘तवस्या’ को शनिवार को रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ की उपस्थिति में नीता सेठ ने पानी में उतारा.

संजय सेठ ने लॉन्च के अवसर पर कहा कि यह भारत के नौसेना इतिहास में एक निर्णायक क्षण है, जो हमारी तकनीकी क्षमताओं और आत्मनिर्भरता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

भारतीय नौसेना की बढ़ी ताकत

संजय सेठ ने जहाज पर विभिन्न प्रणालियों के सफल स्थानीयकरण का जिक्र करते हुए कहा कि तवस्या का लॉन्च भारतीय नौसेना के लिए न केवल एक कदम आगे है, बल्कि भारत की रणनीतिक रक्षा महत्वाकांक्षाओं के लिए एक बड़ी छलांग है.

भीम की गदा का मिला नाम

तवस्या का नाम महाभारत के महान योद्धा भीम की गदा के नाम पर रखा गया है. इस परियोजना के तहत दो युद्धपोतों के निर्माण का अनुबंध 25 जनवरी 2019 को रक्षा मंत्रालय और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के बीच हुआ था. पहले युद्धपोत त्रिपुत को 23 जुलाई 2024 को पानी में उतारा गया था.

पनडुब्बी और हवाई हमलों से निपटने में सक्षम

त्रिपुत और तवस्या अत्याधुनिक तकनीकों से लैस युद्धपोत हैं, जो सतह, पनडुब्बी और हवाई हमलों से निपटने में सक्षम हैं. इनकी लंबाई लगभग 125 मीटर और ड्राफ्ट 4.5 मीटर है, जबकि इनका डिस्प्लेसमेंट लगभग 3600 टन है. ये युद्धपोत अधिकतम 28 नॉट यानी लगभग 52 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगा.

हथियारों और सेंसरों से लैस

त्रिपुत और तवस्या को आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्वदेशी उपकरणों, हथियारों और सेंसरों से लैस किया जा रहा है. इन जहाजों में बड़ी मात्रा में भारतीय रक्षा उत्पादन यूनिट्स द्वारा निर्मित उपकरणों का उपयोग किया गया है. जिससे देश में रक्षा उत्पादन क्षमता बढ़ाने, रोजगार सृजन और तकनीकी दक्षता को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.

FB पर लाइव आकर महिला ने खाई नींद की गोलियां, बोली- ‘मैं अब जीना नहीं चाहती…’ नोएडा पुलिस ने कैसे बचाई जान?

उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लाइव आई. इसके बाद उसने लाइव आत्महत्या करने की कोशिश की. ये मामला नोएडा की एक सोसाइटी का है. जहां महिला ने फेसबुक पर लाइव आकर बहुत सारी नींद की गोलियां खाईं और खुदकुशी करने की कोशिश की, लेकिन उसे पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बचा लिया.

महिला फेसबुक पर लाइव थी. पुलिस ने महिला के लाइव वीडियो के आधार पर उसकी लोकेशन ट्रेस की और तुरंत मौके पर पहुंच गई. इसके बाद महिला की जान बचाई गई. पुलिस के मुताबिक थाना फेस टू की टीम ने मौके पर पहुंचकर महिला को बचाया. इसके साथ ही आरडब्ल्यूए पदाधिकारी ने कमरे का दरवाजा खोला और महिला को बचाने में मदद की, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया.

महिला की काउंसलिंग चल रही है

पुलिस ने महिला के कमरे से बड़ी मात्रा में नशीला पदार्थ बरामद किया. पुलिस के अनुसार महिला ने इसी नशीले पदार्थ का सेवन किया, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सबसे पहले महिला को तुरंत अस्पताल भिजवाया, जहां अब उसका इलाज चल रहा है और महिला फिलहाल खतरे से बाहर है. डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी के मुताबिक महिला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की रहने वाली है. महिला की काउंसलिंग चल रही है.

ससुराल वालों पर प्रताड़ित करने का आरोप

महिला का जो वीडियो सामने आया है. उसमें देखा जा सकता है कि महिला शुरुआत में ही रोते हुए नजर आ रही है. उसने वीडियो में अपने ससुराल वालों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. महिला कहती है, “मैं सबके सामने आई हूं. अपने ससुराल वालों से बहुत परेशान हूं और अब मैं जीना नहीं चाहती हूं. मेरी सास ने मुझे कभी भी अच्छे से जिंदगी नहीं जीने दी. मैं हार गई हूं, मेरे पर बहुत इल्जाम लगेंगे. सब लोग मुझे बहुत प्रताड़ित कर रहे हैं. मेरे पति, सास और देवर सब मुझे परेशान कर रहे हैं. मैं जीना नहीं चाहती.”

सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के सबूत नहीं… CBI की क्लोजर रिपोर्ट में क्या क्या?

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआई ने पांच साल बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है. इस केस की जांच में सीबीआई को हत्या के कोई सबूत नहीं मिले. क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया है कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी. सीबीआई जांच में रिया चक्रवर्ती को क्लीन चिट मिल गई है. जून 2020 में सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी की थी.

इस मामले में दो अलग-अलग क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई है. सुशांत के पिता ने रिया चक्रवर्ती के ऊपर जो आरोप लगाए थे और रिया ने जो सुशांत के परिवार पर जो आरोप लगाए थे, दोनों केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई है. पहली क्लोजर रिपोर्ट मुंबई में दाखिल की गई है जबकि दूसरी क्लोजर रिपोर्ट पटना में. एक मामला सुशांत के पिता ने दर्ज कराई थी, जो एक्टर को आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित है, जबकि दूसरा मामला सुशांत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती ने उनकी बहनों के खिलाफ दर्ज कराया था.

सुशांत की मौत का कोई जिम्मेदार नहीं- CBI

रिपोर्ट और सूत्रों के मुताबिक, रिया और उनके परिवार को क्लीन चिट दी गई है. सीबीआई को कोई ऐसा सबूत नहीं मिला, जिससे यह साबित हो सके कि किसी ने सुशांत सिंह राजपूत को खुदकुशी के लिए उसकाया था. मतलब सुशांत सिंह राजपूत की मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है. अब अदालतें तय करेंगी कि रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या एजेंसी को आगे की जांच का आदेश दिया जाए.

CBI की क्लोजर रिपोर्ट में क्या क्या?

सुशांत के हत्या होने का सबूत नहीं मिला

सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी

रिया और उसके परिवार को क्लीन चिट

जून 2020 में सुशांत ने आत्महत्या की थी

जून 2020 में हुई थी सुशांत की मौत

सुशांत सिंह राजपूत की मौत जून 2020 में हुई थी. उनका शव उनके बांद्रा स्थित किराए के घर में पंखे से लटका हुआ मिला था. इस मामले में सीबीआई ने 2020 अगस्त में सुशांत केस टेकओवर करके जांच शुरू की थी. करीब 4 साल की जांच के बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई. इसमें रिया और उनके परिवार को क्लीन चिट दी गई है. सीबीआई ने रिपोर्ट में किसी तरह की षडयंत्र, दरवाजे को बंद करने, जबरन शरीर पर किसी तरह की हिंसा से इनकार किया है. सीबीआई ने कहा कि सुशांत की मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है.

फ्री में देखें आईपीएल मैच, नहीं देना पड़ेगा एक भी रुपया

इंडियन प्रीमियर लीग शुरू हो रही है. ये क्रिकेट इवेंट 60 से ज्यादा दिनों तक चलने वाला है. जिसे आप घर बैठे लाइव देख सकेंगे. आप टीवी के अलावा आईपीएल 2025 को अपने स्मार्टफोन, टीवी, लैपटॉप और टैबलेट में भी देख सकते हैं. आईपीएल के ओटीटी राइट्स जियोहॉटस्टार के पास हैं. आप जियो हॉटस्टार पर सभी मैच लाइव देख सकते हैं. आप जियो हॉटस्टार का सबसे सस्ता सब्सक्रिप्शन प्लान भी ले सकते हैं. जिसमें आपको काफी बेनिफिट मिल जाएंगे. इसके अलावा अगर आप स्मार्ट टीवी पर बिना जियो हॉटस्टार के देखना चाहते हैं तो किस चैनल पर देख सकेंगे.

जियोहॉटस्टार का सस्ता प्लान (मोबाइल)

जियो अपने यूजर्स के लिए कई प्लान ऑफर करता है. जिसमें जियोहॉटस्टार फ्री में मिलता है. लेकिन अगर आप केवल जियो हॉटस्टार का सब्सक्रिप्शन लेना चाहते हैं तो ये प्लान आपके लिए हैं. जियोहॉटस्टार मोबाइल प्लान 149 रुपये में आता है. इसकी वैलिडिटी 3 महीने की होती है. अगर आप ईयरली प्लान लेना चाहते हैं तो आप 499 रुपये वाला प्लान ले सकते हैं. इस प्लान में आप टीवी या किसी दूसरी डिवाइस में आईपीएल नहीं देख सकते हैं. आप केवल मोबाइल में मैच देख सकेंगे. इस प्लान में आपको ऐड्स के साथ मैच देखना होगा.

स्मार्ट टीवी पर मैच देखने के लिए आएगा इतना खर्च

अगर आप अपनी फैमिली के साथ आईपीएल मैच देखने का प्लान कर रहे हैं तो आपको जियोहॉटस्टार का 299 रुपये वाला प्लान लेना होगा. ये प्लान 3 महीने की वैलिडिटी के साथ आता है. लेकिन इस प्लान में भी आपको एड्स देखने पड़ते हैं. ईयरली प्लान आपको 899 रुपये में पड़ता है. इस प्लान में दो डिवाइस पर कंटेंट स्ट्रीम कर सकेंगे.

ऐड फ्री स्ट्रीमिंग के लिए लेना होगा ये प्लान

अगर आप जियोहॉटस्टार पर एड फ्री कंटेंट देखने के लिए आपको मंथली 299 रुपये का प्लान लेना होगा. अगर आप तीन महीने की वैलिडिटी के लिए लेना चाहते हैं तो 499 रुपये खर्च करने होंगे. सालभर की वैलिडिटी के लिए एड फ्री प्लान लेने के लिए 1499 रुपये वाला प्लान लेना होगा. इस प्लान में आप चार डिवाइसेज पर कंटेंट स्ट्रीम कर सकते हैं.

इसके अलावा अगर आप टीवी चैनल पर आईपीएल देखना चाहते हैं तो Star Sports channels पर देख सकते हैं. ये चैनल अगर आपके टीवी में नहीं चलता है तो आप इसे नेटवर्क ऑपरेटर से कॉन्टैक्ट कर के ओपन करा सकते हैं. इसके लिए बस आपको कुछ चार्ज देना पड़ सकता है.

जियो हॉटस्टार प्रीपेड रिचार्ज प्लान में फ्री

जियो हॉटस्टार को फ्री में एक्सेस करने के लिए आप जियो, वीआई और एयरटेल के प्रीपेड प्लान का सहारा ले सकते हैं. ये तीनों टेलीकॉम कंपनियां अपने प्रीपेड प्लान में जियो हॉटस्टार का सब्सक्रिप्शन फ्री ऑफर करती हैं.

डेढ़ महीने में सांवलिया सेठ की कमाई 29 करोड़, दान में मिली 135 किलो चांदी

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित सांवलिया सेठ धाम में हर साल लाखों भक्त आते हैं. यहां वह भगवान के दर्शन करते और वह अपनी क्षमता अनुसार मंदिर में दान भी करते हैं. सांवलिया सेठ धाम में आने वाले दान की साल में 11 बार गिनती होती है. इस बार इस गिनती की शुरुआत पिछले बुधवार को हुई थी, जिसमें करोड़ों रुपये के दान आने की बात सामने आई है. साथ ही भक्तों ने मंदिर में दिल खोलकर सोना-चांदी चढ़ाया है.

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सांवलिया सेठ धाम में चतुर्दशी यानि होली पर खोले गए भंडार में प्राप्त कुल राशि की काउंटिंग पूरी हो गई है. पिछले डेढ़ महीने के भंडार, भेंट कक्ष और ऑनलाइन प्राप्त राशि मिलाकर मंदिर को कुल 29 करोड़ 9 लाख 62 हजार 700 रुपए का दान भक्तों से प्राप्त हुआ हैं, जो पिछले साल के इन्हीं डेढ़ महीने के भंडार की तुलना में 56.28% ज्यादा है. इन पैसों के अलावा वर्तमान बाजार कीमत के हिसाब से करीब 2 करोड़ रुपए का सोना-चांदी भी दान स्वरूप मंदिर को भेंट किया गया है.

ऑनलाइन आया करोड़ों का दान

मंदिर की परंपरा के अनुसार इस बार डेढ़ महीने का भंडार बीते बुधवार को खोला गया था. मंदिर को भेंट कक्ष और ऑनलाइन माध्यम से भी बड़ी धनराशि प्राप्त हुई. 4 करोड़ 64 लाख 68 हजार 592 रुपए ऑनलाइन और मनीऑर्डर के जरिए भक्तों ने मंदिर को चढ़ाए हैं. मंदिर को भारी मात्रा में सोना और चांदी भी मिला है, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये में है. मंदिर को कुल 1.13 किलो सोना और करीब 135 किलो चांदी मिली है.

पुजारी को तनख्वाह देने की है खास परंपरा

यहां किसी पुजारी को महीने की तय तनख्वाह नहीं दी जाती है. परंपरा के अनुसार ही पुजारी को तनख्वाह मिलती है. जैसे ही चढ़ावे की गिनती के लिए भंडार खोले जाते हैं तो सबसे पहले मुख्य पुजारी दोनों हाथ भरकर राशि बाहर निकलता है. उसके हाथ में जितनी ज्यादा राशि आएगी वही उसकी तनख्वाह होती है. मंदिर के गर्भगृह के सामने लगे भंडार में से जैसे ही नोट एक बार पुजारी के हाथ में आ जाए तो वह उसको भगवान के पास रखकर अपने पास रख लेते हैं. भंडार की बाकी सभी राशि और सोने चांदी को लॉकर में जमा करवा दिया जाता है. यहां साल में करीब 11 बार भंडार खुलता है.

3D VR उपकरण से देखें बिहार के ऐतिहासिक स्थलों का भव्य नजारा, पटना के गांधी मैदान में लगी प्रदर्शनी

पटना के गांधी मैदान में बिहार दिवस का भव्य उत्सव शुरू हो गया है. यहां आईपीआरडी के स्टॉल में 3डी वीआर उपकरण से बिहार के प्रमुख स्थलों का अनुभव हासिल किया जा सकता है. बिहार दिवस के मौके पर यह भव्य आयोजन किया गया है. पहली बार यहां सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के स्टॉल में आम लोगों के लिए 3डी में राज्य के प्रमुख और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराने की व्यवस्था की गई है.

यहां स्टॉल में वीआर उपकरण लगाए गए हैं. इसकी मदद से सामान्य लोग सभी स्थलों का आभासीय तरीके से भ्रमण कर सकेंगे. इसमें पटना का बापू टॉवर, सभ्यता द्वार, पटना साहिब का गुरुद्वारा के अलावा राजगीर का ग्लास ब्रिज, घोड़ा कटोरा, हाल में वहां बना जरासंध का अखाड़ा एवं पार्क, गुरुद्वारा, पावापुरी का जल मंदिर जैसे अन्य प्रमुख और लोकप्रिय स्थल शामिल हैं.

राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का प्रदर्शन

बिहार दिवस 2025 का आयोजन 22 मार्च से 24 मार्च तक किया गया है. ऐतिहासिक गांधी मैदान के 1 लाख वर्ग फीट से अधिक के क्षेत्रफल में इसे लगाया गया है, जहां अनेक विभागों के स्टॉल में राज्य सरकार के विभिन्न योजना को प्रदर्शित किया गया है. इस प्रदर्शनी के माध्यम से लोग इन योजनाों की सूचना के अलावा इसके लाभ उठाने की विधियों को भी जान सकेंगे.

बिहार डायरी के भी बिक्री की व्यवस्था

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के स्टॉल में राज्य सरकार की सभी प्रमुख योजनाओं को प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया गया है. साथ ही बिहार डायरी की बिक्री की भी व्यवस्था की गई है. अगर किसी ने बिहार डायरी नहीं खरीदी है, तो वे यहां से खरीद सकते हैं. इसके अलावा कई महत्वपूर्ण पुस्तक, पत्र, पत्रिका की बिक्री की भी व्यवस्था की गई है. इसके लिए अलग से बिक्री केंद्र बनाया गया है.

बांके बिहारी से कनेक्ट होगी 6 लेन सड़क, सोना बन जाएगी 923 गांवों की जमीन

उत्तर प्रदेश सरकार ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है. इससे ब्रज क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी. फेज-2 में आगरा, मथुरा, अलीगढ़ और हाथरस जिलों के 923 गांवों को शामिल किया गया है. यमुना एक्सप्रेस-वे से बांके बिहारी जी के मंदिर को 6 लेन एक्सप्रेस-वे से जोड़ने और उसके दोनों ओर हेरिटेज कॉरिडोर बनाने की योजना भी शामिल है. इसके तहत राया के निकट एक नया शहर बसाया जाएगा.

फेज-2 के मास्टर प्लान के लिए यमुना प्राधिकरण ने प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसको प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास ने मंजूरी दे दी. इसका एक पत्र प्राधिकरण की भेज दिया गया है.फेज-2 में आगरा अर्बन एरिया 12200 हेक्टेयर, टप्पल अर्बन एरिया 11104 हेक्टेयर और राया अर्बन एरिया 11653.76 हेक्टेयर में है. इस योजना के तहत हेरिटेज सिटी पर भी काम होगा. प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद जमीन अधिग्रहण समेत अन्य काम शुरू होंगे.

हेरिटेज सिटी का रास्ता हुआ साफ

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान को मंजूरी मिलने के बाद सबसे ज्यादा हेरिटेज सिटी का रास्ता साफ हुआ है. इसे राया के आसपास बसाया जाएगा.हेरिटेज सिटी में थीम आधारिक हेरिटेज पार्क बनेगा, जो करीब 350 एकड़ में होगा. यहां योग और वेलनेस सेंटर, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र (Naturopathy Center) 103 एकड़ में बनाया जाएगा. इसके अलावा 97 एकड़ में हरित क्षेत्र, 46 एकड़ में पर्यटक परिवहन सुविधाएं, 42 एकड़ में कंवेंशन सेंटर, 35 एकड़ में आयुर्वेद केंद्र, 26.60 एकड़ में होटल, 19.60 एकड़ में बजट होटल, 10 एकड़ वृद्धाश्रम, 7 एकड़ में सर्विस अपार्टमेंट और 6 एकड़ में हाट, दुकान बनाई जाएंगी

चार जिलों के 923 गांव शामिल

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान में एनएच 44 से बांके बिहारी मंदिर तक यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ते हुए मार्ग के दोनों ओर 753 हेक्टेयर में हेरिटेज सिटी बसाई जाएगी. फेज-2 में आगरा, मथुरा, हाथरस और अलीगढ़ जिले के 923 गांव शामिल किए गए हैं. इनमें आगरा के सबसे कम 58 गांव हैं. सबसे ज्यादा 415 गांव मथुरा के हैं. हाथरस जिले के 358 और अलीगढ़ जिले के 92 गांव शामिल हैं.