सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के सबूत नहीं… CBI की क्लोजर रिपोर्ट में क्या क्या?

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआई ने पांच साल बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है. इस केस की जांच में सीबीआई को हत्या के कोई सबूत नहीं मिले. क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया है कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी. सीबीआई जांच में रिया चक्रवर्ती को क्लीन चिट मिल गई है. जून 2020 में सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी की थी.

इस मामले में दो अलग-अलग क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई है. सुशांत के पिता ने रिया चक्रवर्ती के ऊपर जो आरोप लगाए थे और रिया ने जो सुशांत के परिवार पर जो आरोप लगाए थे, दोनों केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई है. पहली क्लोजर रिपोर्ट मुंबई में दाखिल की गई है जबकि दूसरी क्लोजर रिपोर्ट पटना में. एक मामला सुशांत के पिता ने दर्ज कराई थी, जो एक्टर को आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित है, जबकि दूसरा मामला सुशांत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती ने उनकी बहनों के खिलाफ दर्ज कराया था.

सुशांत की मौत का कोई जिम्मेदार नहीं- CBI

रिपोर्ट और सूत्रों के मुताबिक, रिया और उनके परिवार को क्लीन चिट दी गई है. सीबीआई को कोई ऐसा सबूत नहीं मिला, जिससे यह साबित हो सके कि किसी ने सुशांत सिंह राजपूत को खुदकुशी के लिए उसकाया था. मतलब सुशांत सिंह राजपूत की मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है. अब अदालतें तय करेंगी कि रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या एजेंसी को आगे की जांच का आदेश दिया जाए.

CBI की क्लोजर रिपोर्ट में क्या क्या?

सुशांत के हत्या होने का सबूत नहीं मिला

सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी

रिया और उसके परिवार को क्लीन चिट

जून 2020 में सुशांत ने आत्महत्या की थी

जून 2020 में हुई थी सुशांत की मौत

सुशांत सिंह राजपूत की मौत जून 2020 में हुई थी. उनका शव उनके बांद्रा स्थित किराए के घर में पंखे से लटका हुआ मिला था. इस मामले में सीबीआई ने 2020 अगस्त में सुशांत केस टेकओवर करके जांच शुरू की थी. करीब 4 साल की जांच के बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई. इसमें रिया और उनके परिवार को क्लीन चिट दी गई है. सीबीआई ने रिपोर्ट में किसी तरह की षडयंत्र, दरवाजे को बंद करने, जबरन शरीर पर किसी तरह की हिंसा से इनकार किया है. सीबीआई ने कहा कि सुशांत की मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है.

फ्री में देखें आईपीएल मैच, नहीं देना पड़ेगा एक भी रुपया

इंडियन प्रीमियर लीग शुरू हो रही है. ये क्रिकेट इवेंट 60 से ज्यादा दिनों तक चलने वाला है. जिसे आप घर बैठे लाइव देख सकेंगे. आप टीवी के अलावा आईपीएल 2025 को अपने स्मार्टफोन, टीवी, लैपटॉप और टैबलेट में भी देख सकते हैं. आईपीएल के ओटीटी राइट्स जियोहॉटस्टार के पास हैं. आप जियो हॉटस्टार पर सभी मैच लाइव देख सकते हैं. आप जियो हॉटस्टार का सबसे सस्ता सब्सक्रिप्शन प्लान भी ले सकते हैं. जिसमें आपको काफी बेनिफिट मिल जाएंगे. इसके अलावा अगर आप स्मार्ट टीवी पर बिना जियो हॉटस्टार के देखना चाहते हैं तो किस चैनल पर देख सकेंगे.

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स्मार्ट टीवी पर मैच देखने के लिए आएगा इतना खर्च

अगर आप अपनी फैमिली के साथ आईपीएल मैच देखने का प्लान कर रहे हैं तो आपको जियोहॉटस्टार का 299 रुपये वाला प्लान लेना होगा. ये प्लान 3 महीने की वैलिडिटी के साथ आता है. लेकिन इस प्लान में भी आपको एड्स देखने पड़ते हैं. ईयरली प्लान आपको 899 रुपये में पड़ता है. इस प्लान में दो डिवाइस पर कंटेंट स्ट्रीम कर सकेंगे.

ऐड फ्री स्ट्रीमिंग के लिए लेना होगा ये प्लान

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इसके अलावा अगर आप टीवी चैनल पर आईपीएल देखना चाहते हैं तो Star Sports channels पर देख सकते हैं. ये चैनल अगर आपके टीवी में नहीं चलता है तो आप इसे नेटवर्क ऑपरेटर से कॉन्टैक्ट कर के ओपन करा सकते हैं. इसके लिए बस आपको कुछ चार्ज देना पड़ सकता है.

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डेढ़ महीने में सांवलिया सेठ की कमाई 29 करोड़, दान में मिली 135 किलो चांदी

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित सांवलिया सेठ धाम में हर साल लाखों भक्त आते हैं. यहां वह भगवान के दर्शन करते और वह अपनी क्षमता अनुसार मंदिर में दान भी करते हैं. सांवलिया सेठ धाम में आने वाले दान की साल में 11 बार गिनती होती है. इस बार इस गिनती की शुरुआत पिछले बुधवार को हुई थी, जिसमें करोड़ों रुपये के दान आने की बात सामने आई है. साथ ही भक्तों ने मंदिर में दिल खोलकर सोना-चांदी चढ़ाया है.

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सांवलिया सेठ धाम में चतुर्दशी यानि होली पर खोले गए भंडार में प्राप्त कुल राशि की काउंटिंग पूरी हो गई है. पिछले डेढ़ महीने के भंडार, भेंट कक्ष और ऑनलाइन प्राप्त राशि मिलाकर मंदिर को कुल 29 करोड़ 9 लाख 62 हजार 700 रुपए का दान भक्तों से प्राप्त हुआ हैं, जो पिछले साल के इन्हीं डेढ़ महीने के भंडार की तुलना में 56.28% ज्यादा है. इन पैसों के अलावा वर्तमान बाजार कीमत के हिसाब से करीब 2 करोड़ रुपए का सोना-चांदी भी दान स्वरूप मंदिर को भेंट किया गया है.

ऑनलाइन आया करोड़ों का दान

मंदिर की परंपरा के अनुसार इस बार डेढ़ महीने का भंडार बीते बुधवार को खोला गया था. मंदिर को भेंट कक्ष और ऑनलाइन माध्यम से भी बड़ी धनराशि प्राप्त हुई. 4 करोड़ 64 लाख 68 हजार 592 रुपए ऑनलाइन और मनीऑर्डर के जरिए भक्तों ने मंदिर को चढ़ाए हैं. मंदिर को भारी मात्रा में सोना और चांदी भी मिला है, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये में है. मंदिर को कुल 1.13 किलो सोना और करीब 135 किलो चांदी मिली है.

पुजारी को तनख्वाह देने की है खास परंपरा

यहां किसी पुजारी को महीने की तय तनख्वाह नहीं दी जाती है. परंपरा के अनुसार ही पुजारी को तनख्वाह मिलती है. जैसे ही चढ़ावे की गिनती के लिए भंडार खोले जाते हैं तो सबसे पहले मुख्य पुजारी दोनों हाथ भरकर राशि बाहर निकलता है. उसके हाथ में जितनी ज्यादा राशि आएगी वही उसकी तनख्वाह होती है. मंदिर के गर्भगृह के सामने लगे भंडार में से जैसे ही नोट एक बार पुजारी के हाथ में आ जाए तो वह उसको भगवान के पास रखकर अपने पास रख लेते हैं. भंडार की बाकी सभी राशि और सोने चांदी को लॉकर में जमा करवा दिया जाता है. यहां साल में करीब 11 बार भंडार खुलता है.

3D VR उपकरण से देखें बिहार के ऐतिहासिक स्थलों का भव्य नजारा, पटना के गांधी मैदान में लगी प्रदर्शनी

पटना के गांधी मैदान में बिहार दिवस का भव्य उत्सव शुरू हो गया है. यहां आईपीआरडी के स्टॉल में 3डी वीआर उपकरण से बिहार के प्रमुख स्थलों का अनुभव हासिल किया जा सकता है. बिहार दिवस के मौके पर यह भव्य आयोजन किया गया है. पहली बार यहां सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के स्टॉल में आम लोगों के लिए 3डी में राज्य के प्रमुख और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराने की व्यवस्था की गई है.

यहां स्टॉल में वीआर उपकरण लगाए गए हैं. इसकी मदद से सामान्य लोग सभी स्थलों का आभासीय तरीके से भ्रमण कर सकेंगे. इसमें पटना का बापू टॉवर, सभ्यता द्वार, पटना साहिब का गुरुद्वारा के अलावा राजगीर का ग्लास ब्रिज, घोड़ा कटोरा, हाल में वहां बना जरासंध का अखाड़ा एवं पार्क, गुरुद्वारा, पावापुरी का जल मंदिर जैसे अन्य प्रमुख और लोकप्रिय स्थल शामिल हैं.

राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का प्रदर्शन

बिहार दिवस 2025 का आयोजन 22 मार्च से 24 मार्च तक किया गया है. ऐतिहासिक गांधी मैदान के 1 लाख वर्ग फीट से अधिक के क्षेत्रफल में इसे लगाया गया है, जहां अनेक विभागों के स्टॉल में राज्य सरकार के विभिन्न योजना को प्रदर्शित किया गया है. इस प्रदर्शनी के माध्यम से लोग इन योजनाों की सूचना के अलावा इसके लाभ उठाने की विधियों को भी जान सकेंगे.

बिहार डायरी के भी बिक्री की व्यवस्था

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के स्टॉल में राज्य सरकार की सभी प्रमुख योजनाओं को प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया गया है. साथ ही बिहार डायरी की बिक्री की भी व्यवस्था की गई है. अगर किसी ने बिहार डायरी नहीं खरीदी है, तो वे यहां से खरीद सकते हैं. इसके अलावा कई महत्वपूर्ण पुस्तक, पत्र, पत्रिका की बिक्री की भी व्यवस्था की गई है. इसके लिए अलग से बिक्री केंद्र बनाया गया है.

बांके बिहारी से कनेक्ट होगी 6 लेन सड़क, सोना बन जाएगी 923 गांवों की जमीन

उत्तर प्रदेश सरकार ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है. इससे ब्रज क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी. फेज-2 में आगरा, मथुरा, अलीगढ़ और हाथरस जिलों के 923 गांवों को शामिल किया गया है. यमुना एक्सप्रेस-वे से बांके बिहारी जी के मंदिर को 6 लेन एक्सप्रेस-वे से जोड़ने और उसके दोनों ओर हेरिटेज कॉरिडोर बनाने की योजना भी शामिल है. इसके तहत राया के निकट एक नया शहर बसाया जाएगा.

फेज-2 के मास्टर प्लान के लिए यमुना प्राधिकरण ने प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसको प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास ने मंजूरी दे दी. इसका एक पत्र प्राधिकरण की भेज दिया गया है.फेज-2 में आगरा अर्बन एरिया 12200 हेक्टेयर, टप्पल अर्बन एरिया 11104 हेक्टेयर और राया अर्बन एरिया 11653.76 हेक्टेयर में है. इस योजना के तहत हेरिटेज सिटी पर भी काम होगा. प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद जमीन अधिग्रहण समेत अन्य काम शुरू होंगे.

हेरिटेज सिटी का रास्ता हुआ साफ

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान को मंजूरी मिलने के बाद सबसे ज्यादा हेरिटेज सिटी का रास्ता साफ हुआ है. इसे राया के आसपास बसाया जाएगा.हेरिटेज सिटी में थीम आधारिक हेरिटेज पार्क बनेगा, जो करीब 350 एकड़ में होगा. यहां योग और वेलनेस सेंटर, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र (Naturopathy Center) 103 एकड़ में बनाया जाएगा. इसके अलावा 97 एकड़ में हरित क्षेत्र, 46 एकड़ में पर्यटक परिवहन सुविधाएं, 42 एकड़ में कंवेंशन सेंटर, 35 एकड़ में आयुर्वेद केंद्र, 26.60 एकड़ में होटल, 19.60 एकड़ में बजट होटल, 10 एकड़ वृद्धाश्रम, 7 एकड़ में सर्विस अपार्टमेंट और 6 एकड़ में हाट, दुकान बनाई जाएंगी

चार जिलों के 923 गांव शामिल

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के फेज-2 मास्टर प्लान में एनएच 44 से बांके बिहारी मंदिर तक यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ते हुए मार्ग के दोनों ओर 753 हेक्टेयर में हेरिटेज सिटी बसाई जाएगी. फेज-2 में आगरा, मथुरा, हाथरस और अलीगढ़ जिले के 923 गांव शामिल किए गए हैं. इनमें आगरा के सबसे कम 58 गांव हैं. सबसे ज्यादा 415 गांव मथुरा के हैं. हाथरस जिले के 358 और अलीगढ़ जिले के 92 गांव शामिल हैं.

वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती…बिहार दिवस पर पीएम मोदी से लेकर नीतीश कुमार तक ने दी बधाई

पूरे देश में आज बिहार दिवस मनाया जा रहा है. बिहार का इतिहास बहुत पुराना है, भारत के इतिहास में इस राज्य में अहम रोल निभाया है. साल 1912 में बंगाल के विभाजन के कारण बिहार एक स्वतंत्र राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था. साल 22 मार्च 1912 में अंग्रेजों ने बंगाल प्रांत से अलग करके बिहार को एक नई पहचान दी थी. इसी के चलते 22 मार्च को बिहार दिवस के मौके पर मनाया जाता है. आज यानी 22 मार्च 2025 को बिहार के गठन के 113 साल पूरे हो गए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार दिवस के मौके पर सभी को बधाई दी. पीएम ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती बिहार के अपने सभी भाई-बहनों को बिहार दिवस की ढेरों शुभकामनाएं.

पीएम मोदी ने दी बधाई

पीएम मोदी ने बिहार की विकास यात्रा को लेकर कहा, भारतीय इतिहास को गौरवान्वित करने वाला हमारा यह प्रदेश आज अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के परिश्रमी और प्रतिभाशाली बिहारवासियों की अहम भागीदारी है. हमारी संस्कृति और परंपरा के केंद्र-बिंदु रहे अपने इस राज्य के चौतरफा विकास के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे.

सीएम नीतीश कुमार ने शुभकामनाएं दी

बिहार दिवस के मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी राज्यवासियों को बधाई दी. सीएम ने एक्स पर कहा, बिहार दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. बिहार का इतिहास गौरवशाली है और हम वर्तमान में अपने निश्चय से बिहार का गौरवशाली भविष्य तैयार कर रहे हैं. बिहार के भविष्य की बात करते हुए उन्होंने कहा, विकसित बिहार के सपने को साकार करने में भागीदारी के लिए मैं आप सभी का आह्वान करता हूं. हम सब मिलकर बिहार के गौरव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे.

जेपी नड्डा से लेकर अमित शाह ने क्या कहा?

स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा,समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, अतुल्य परंपरा, शौर्य एवं ज्ञान की भूमि बिहार के स्थापना दिवस पर समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं देता हूं. भगवान बुद्ध और महावीर की तपोस्थली बिहार ने अपने ज्ञान, दर्शन और अध्यात्म की रोशनी से सदैव सम्पूर्ण विश्व को आलोकित किया है. उन्होंने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में NDA सरकार बिहार के चहुंमुखी विकास और जनकल्याण के लिए कृत-संकल्पित है.

गृह मंत्री अमित शाह ने बिहारवासियों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा, ज्ञान, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत की भूमि बिहार ने हमेशा देश को नेतृत्व और नई ऊर्जा दी है. इतिहास के गौरवशाली अध्यायों से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण तक, बिहार ने हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है.

राहुल गांधी ने भी पेश की बधाई

कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा, बिहार की समृद्ध संस्कृति, सभ्यता, ज्ञान और कला ने सदियों से भारत का मान बढ़ाया है और दिशा दिखाई है. सभी प्रदेशवासियों को बिहार दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, लोकतंत्र की जन्मस्थली, बिहार ज्ञान की भूमि है. बिहार से ही गांधी जी ने अंग्रेज़ी हुकूमत के खिलाफ भारतीयों की आवाज बुलंद की थी. बिहार दिवस पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई.

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव है. इसी के चलते जनाधार को अपनी तरफ साधने के लिए खरगे ने आगे कहा, बिहार में सामाजिक न्याय, समानता व समावेशी विकास का अध्याय जल्द शुरू होने वाला है. अब वह समय आ गया है जब बिहार को लोकतंत्र और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए अपनी भूमिका निभानी है.

अररिया में एनकाउंटर: तनिष्क शोरूम लूट कांड के आरोपी चुनमुन झा की मौत, 5 पुलिसकर्मी घायल


अररिया के नरपतगंज थाना क्षेत्र के थलहा नहर के नजदीक शुक्रवार की देर रात करीब 2:30 बजे एक बदमाश चुनमुन झा का एनकाउंटर कर दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पूर्णिया और आरा तनिष्क लूट कांड में यह आरोपित था। जिसके बाद पुलिस इसकी तलाश में थी।

बता दें कि अररिया जिले के पलासी निवासी अपराधी चुनमुन झा पिता विनोद झा उर्फ फतन झा को गिरफ्तार करने पुलिस एवं एसटीएफ की टीम गई थी। जहां पुलिस एवं एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में थलहा नहर के समीप एनकाउंटर हो गया। जिसमें अपराधी सहित नरपतगंज थानाध्यक्ष कुमार विकास समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं, इलाज के दौरान बदमाश की मौत हो गई।

घायल पुलिसकर्मी का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है। इधर घटना को लेकर घटनास्थल पर बड़ी संख्या में जिले के कई थाना की पुलिस कैंप कर रही है।

घायल में ये पुलिसकर्मी शामिल

घायल पुलिस कर्मियों में एसटीएफ के इंस्पेक्टर मो मुश्ताक, नरपतगंज थानाध्यक्ष कुमार विकास, एसटीएफ चालक नागेश, जेसी शहाबुद्दीन अंसारी और दीपक कुमार शामिल हैं।

आरा में हाल में ही तनिष्क शोरूम में 25 करोड़ की हुई थी लूट

बता दें कि 10 मार्च की सुबह सात लुटेरों ने दिनदहाड़े तनिष्क शोरूम में धावा बोलकर बंदूक की नोक पर 10 करोड़ रुपये के जेवरात लूट लिए थे। इसके बाद इस मामले में पुलिस ने दो लुटेरों को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है और उनकी निशानदेही पर दूसरे बदमाशों की पहचान भी हो गई।

वहीं एक आरोपी की इससे पहले भी अस्पताल में मौत हो गई थी। इस दौरान बदमाश गार्ड का हथियार भी उठा ले गए। सेल्समैन को भी जख्मी कर दिया था। इससे पहले पूर्णिया में भी तनिष्क शो रूम में लूट हुई थी जिसके बाद हड़कंप मच गया था।

सोने की अंगूठी खरीदने के बहाने शोरूम में घुसे थे अपराधी

बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह 11 बजे के आसपास लूटपाट करने आए अपराधी सोने की रिंग खरीदने का बहाना बनाकर अंदर घूसे थे। इसका खुलासा शोरूम के सहायक स्टोर मैनेजर विनोद कुमार ने किया। इसे लेकर सात अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।

सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद अपराधियों का उम्र,कद-काठी का भी जिक्र किया गया है। सभी की उम्र लगभग 22 साल से 25 साल के बीच बतायी जा रही है।

मेरठ सौरभ हत्याकांड: ‘रहस्यमयी कमरे’ में कटा सिर लेकर क्यों गया था साहिल? पत्नी मुस्कान ने दिल पर 3 बार मारा था चाकू

मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड में कई रहस्मयी बातों का खुलासा हो रहा है. सौरभ की हत्या बेहद क्रूरता से की गई थी. कातिल पत्नी मुस्कान ने सौरभ के सीने पर बैठकर चाकू से उसके दिल पर तीन वार किए थे. उसके आशिक साहिल शुक्ला ने सौरभ का गला धड़ से अलग कर उसे अपने कमरे में ले गया था. जिस कमरे में वो सौरभ का सिर ले गया, उसे पुलिस ने सील कर दिया है. यह कमरा कई रहस्यों से भरा है. यहां की दीवारों पर लगीं पेंटिंग्स खौफनाक हैं. कमरे का माहौल बताता है कि यहां किसी तरह की तांत्रिक क्रियाएं की जाती थीं. पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है.

साहिल शुक्ला एक खौफनाक दरिंदा और उससे भी क्रूर उसकी प्रेमिका मुस्कान रस्तोगी, दोनों ने जिस तरह सौरभ राजपूत की हत्या की वह डरावनी है. साहिल का व्यवहार बेहद रहस्यमयी है. उसके पड़ोस में रहने वाले लोगों की मानें तो साहिल की हरकतें किसी तांत्रिक या अघोरी की तरह थीं. उसके घर का एक कमरा अजीब था. उसकी हमेशा लाइट बुझी रहती थी. पुलिस ने जब कमरे को देखा तो वहां कई अजीब पेंटिग्स मिलीं.

रहस्यों से भरा है साहिल का कमरा

कमरे की दीवारों पर लाल और काले रंग से पोकेमॉन जैसी पेंटिग्स बनाई गई हैं. कई भगवान के चित्र भी बने हुए हैं. कमरे से बीयर की खाली बोतलें भी मिली हैं. जांच के लिए फॉरेंसिक टीम बुलाई गई. कमरे को सील कर दिया गया और जांच की जा रही है. जांच में पता चला है कि साहिल बिल्ली पालता था. वह उसे खाना खिलाने के लिए बाहर आता था. पड़ोसियों का आरोप है कि साहिल का अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के प्रति दीवानगी थी.

सिर काटकर कमरे में ले गया था साहिल

मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने जो किया वो बेहद क्रूर था. मुस्कान ने अपने पति सौरभ राजपूत की न सिर्फ हत्या की, बल्कि उसके शव के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थीं. दोनों ने सौरभ के शव के 15 टुकड़े किए. इनमें सिर और हाथ की दोनों कलाई साहिल अपने साथ अपने घर ले गया था. इस बीच मृतक सौरभ की मां रेणु देवी ने कहा है कि उनके बेटे की हत्या तंत्र-मंत्र के लिए की गई थी. उनक दावा है कि साहिल और मुस्कान तांत्रिक क्रियाओं से जुड़े थे. वहीं, पुलिस ने अभी तक इन दावों की पुष्टि नहीं की है.

खाने में मिलाकर दी थी नशीली दवा

सौरभ राजपूत की हत्या 3-4 मार्च की रात की गई थी. सौरभ अपनी पत्नी मुस्कान और बेटी के साथ किराए के मकान में रहता था. यह मकान उसके घर से कुछ ही दूरी पर था. बताया जाता है कि 3 मार्च की रात सौरभ अपने घर से खाना लेकर आया था. उसने वह खाना मुस्कान को गर्म करने के लिया. इस बीच मुस्कान ने उस खाने में नशीली दवा मिला दी. सौरभ खाना खाने के बाद बेहोशी की हालत में पहुंच गया. उसके बाद मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला को फोन कर उसे अपने घर बुला लिया.

शव के किए थे 15 टुकड़े

उसके बाद दोनों ने जो किया वो रौंगटे खड़े कर देना वाला है. साहिल ने मुस्कान से उसकी हत्या के लिए कहा. मुस्कान चाकू लेकर सौरभ के सीने पर बैठ गई. उसने सौरभ के दिल में तीन बार चाक़ू घोंपा. उसके बाद दोनों हैवान बन गए. उन्होंने एक-एक कर सौरभ के शव के 15 टुकड़े किए. साहिल शुक्ला ने सौरभ के धड़ से सिर अलग किया. वह सौरभ का सिर और दोनों हाथों की कलाई अपने साथ घर ले गया. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के मुताबिक, साहिल अपने कमरे में सौरभ का सिर ले गया था. उन्होंने बताया कि सुबूत जुटाने के लिए मुस्कान और साहिल के मोबाइलों की जांच की जा रही है.

अजीब था साहिल का व्यवहार

इधर, मुस्कान रस्तोगी के माता-पिता ने दावा किया है कि उनकी बेटी को साहिल ने तंत्र-मंत्र के जरिए अपने वश में कर रखा था. उनका आरोप हैकि साहिल ने उनकी बेटी के दिमाग को अपने कब्जे में कर लिया था. उसे नशे की लत में डाल दिया. साहिल पीले और काले रंगे के कुर्ते अधिक पहनता था. उसके हाथों पर रहस्यमयी टैटू बने हुए थे. पुलिस के मुताबिक, दोनों ने सौरभ के शव के टुकड़ों को एक ड्रम में बंद कर उसे सीमेंट से सील कर दिया था. वारदात के बाद दोनों हिमाचल प्रदेश चले गए. उन्होंने कसौल में होली मनाई. वापसी आने पर पुलिस ने दोनों को 18 मार्च को गिरफ्तार किया.

लद्दाख में भीषण सड़क हादसा, दो जवानों की मौत, सेना ने जताया गहरा दुख

लद्दाख में हुए एक सड़क हादसे में सेना के दो जवानों की मौत हो गई. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार को हुए हादसे में जान गंवाने वाले जवानों की पहचान हवलदार किशोर बारा और सिपाही सूरज कुमार के रूप में हुई है. इन बलिदानियों के पार्थिव शरीर सम्मान पूर्वक उनके घरों को भेजे जा रहे हैं. लद्दाख की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने सैनिक के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है.

लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, जीओसी, फायर एंड फ्यूरी कोर और सभी स्तर के कर्मचारी हवलदार किशोर बारा और सिपाही सूरज कुमार को सलाम करते हैं, जिन्होंने 20 मार्च 2025 को लद्दाख में कर्तव्य के निर्वहन के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया और दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.

सड़क हादसे में सेना के दो जवान बलिदान

दरअसल केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह जिले में सड़क हादसे में सेना के दो जवान बलिदान हो गए. लद्दाख में देश सेवा करते हुए शनिवार को बलिदान हुए इन सैनिकों की पहचान हवलदार किशोर बारा और सिपाही सूरज कुमार के रूप में हुई है. कोर कमांडर ने शुक्रवार को एक्स पर सैनिकों के बलिदान और देश के प्रति उनके योगदान को सलाम किया है. उन्होंने कोर के अधिकारियों और जवानों की ओर से शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना भी दी है.

जवानों की वीरता की सराहना

वहीं, सेना की उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने भी बलिदान देने वाले जवानों की वीरता की सराहना की. लद्दाख के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल पीएस सिद्धु ने बताया कि सैन्य वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने से दो सैन्य कर्मी बलिदान हुए थे. उन्होंने बताया कि सैन्यकर्मी कहां के रहने वाले हैं इसके बारे में अभी अधिकारिक रूप से जानकारी नही है.

दो दिनों के दौरे पर बिहार जाएंगे अमित शाह, गोपालगंज में रैली कर इतनी सीटों पर साधेंगे समीकरण

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में गजब की तैयारी दिख रही है. बात मुद्दों की हो या फिर दावेदारी की, रोज नई खबरें सामने आ रही हैं. इसी बीच में खबर है कि राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के दो शीर्ष नेता बिहार के दौरे पर जा रहे हैं. इन दोनों नेताओं के दौरे पर आने की खबर से ही राज्य में राजनीतिक पारा चढ़ गया है. पहले केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह दो दिनों के दौरे पर बिहार जाएंगे.

अमित शाह 29 मार्च को बिहार के दौरे पर जा रहे हैं. अमित शाह जिस दिन पटना पहुंचेंगे, उस दिन वह प्रदेश बीजेपी ऑफिस में आयोजित पार्टी की मीटिंग में हिस्सा लेंगे. इस मीटिंग में पार्टी के सभी सांसद, विधायक और विधान पार्षद शामिल होंगे. इसके बाद वह गोपालगंज जिले में आयोजित एक रैली में हिस्सा लेंगे. राजधानी में अमित शाह बीजेपी की कोर कमिटी के साथ मीटिंग भी करेंगे.

एक महीने बाद पीएम मोदी जाएंगे बिहार

बीजेपी के सूत्रों की माने तो अपने इस दौरे में अमित शाह आने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए की रणनीति के बारे में भी जानकारी ले सकते हैं. अमित शाह के चले जाने के करीब एक माह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दौरे पर जाएंगे. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी राजधानी में पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन कर सकते हैं, साथ ही राजधानी में कई विकास योजनाओं का भी लोकार्पण कर सकते हैं. इसके अलावा वह मधुबनी में एक सभा को भी संबोधित कर सकते हैं.

गोपालगंज से सधेगा समीकरण

अपने बिहार दौरे में अमित शाह की योजना गोपालगंज में एक सभा को भी संबोधित करने की है. दरअसल हाल के दिनों में गोपालगंज बिहार में हॉट प्वॉइंट बना हुआ है. चंद रोज पहले ही बाबा बागेश्वर भी गोपालगंज में अपना डेरा डाल चुके हैं. बाबा बागेश्वर ने गोपालगंज में छह दिनों तक अपना दरबार लगाया था. बाबा बागेश्वर के गोपालगंज में दरबार लगाने की खबरें इतने दिनों तक लगातार सुर्खी बनी रही.

बिहार की राजनीति में गोपालगंज एक ऐसी सीट है, जो हमेशा चर्चा में रहती है. उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे गोपालगंज ऐसी जगह पर अवस्थित है, जहां से सारण कमिश्नरी और तिरहुत कमिश्नरी के कई जिले नजदीक पड़ते हैं. एक दो मौकों को छोड़ दिया जाए तो गोपालगंज में एनडीए का दबदबा रहा है. दरअसल गोपालगंज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का गृह जिला है, साथ ही पूर्व सीएम राबड़ी देवी का भी गृह जिला है. लेकिन खास बात यह कि गृह जिला होने के बाद कभी भी राजद सुप्रीमो के परिवार से किसी भी सदस्य ने यहां से चुनाव नहीं लड़ा है.

गोपालगंज के आसपास विधानसभा की 45 सीटें

दरअसल गोपालगंज जिले की भौगोलिक स्थिति कुछ अलग है. इस जिले की दक्षिण की तरफ सारण कमिश्नरी के सिवान और छपरा जिले हैं, वहीं दूसरी तरफ तिरहुत कमिश्नरी का पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिला है. राजनीति के जानकारों की माने तो अमित शाह का यहां पर सभा होना, पार्टी की तरफ से सारण और तिरहुत दोनों की कमिश्नरी के जिलों के लिए अहम साबित हो सकता है. गोपालगंज और इसके आस पास बसे सीवान, छपरा, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में विधानसभा की 45 सीटें हैं.

इनमें गोपालगंज में 6, सीवान में 8, छपरा में 10, पश्चिमी चंपारण में 9 तथा पूर्वी चंपारण में विधानसभा की 12 सीटें हैं. गोपालगंज लोकसभा सीट के साथ एक दिलचस्प आंकड़ा यह भी जुड़ा है कि 1980 के बाद से यहां पर किसी भी प्रत्याशी ने लोकसभा के लिए लगातार दो बार जीत हासिल नहीं किया था लेकिन जनता दल यूनाइटेड के वर्तमान सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने इस सीट पर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करके इस मिथक को तोड़ दिया. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां एनडीए की कितनी गहरी पैठ है.

विधानसभा चुनाव में एनडीए का पलड़ा भारी

पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को देखें तो गोपालगंज जिले की छह विधानसभा सीटों में से चार पर एनडीए ने अपना परचम लहराया था जबकि महागठबंधन को केवल दो सीटों पर संतोष करना पड़ा था. वही सीमावर्ती सिवान जिले की आठ सीटों पर महागठबंधन हावी रहा. यहां आठ सीटों में से दो पर भाजपा, एक पर माले, एक पर कांग्रेस तथा तीन पर आरजेडी के उम्मीदवार जीते थे. जबकि पूर्वी चंपारण की 12 विधानसभा सीटों में से नौ पर एनडीए को जीत मिली थी तथा तीन पर महागठबंधन को सफलता मिली थी.

वहीं पश्चिमी चंपारण की नौ सीटों में से आठ पर एनडीए तथा एक पर महागठबंधन के प्रत्याशी को जीत मिली थी. जबकि छपरा जिले में एनडीए को आशातीत सफलता नहीं मिल सकी थी. जिले की दस विधानसभा सीटों में छह सीटों पर राजद तथा एक सीट पर माकपा काबिज है जबकि तीन सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी.

पड़ सकता है व्यापक असर

वरिष्ठ पत्रकार ध्रुव कुमार कहते हैं, सारण कमिश्नरी कभी कांग्रेस और राजद का गढ़ हुआ करता था. कालांतर में राजनीतिक परिस्थिति ऐसी बनी कि धीरे धीरे एनडीए ने अपनी पैठ बनायी. गोपालगंज उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है. सीमावर्ती होने का भी असर पड़ सकता है. यह बीजेपी की रणनीति हो सकती है. दरअसल पार्टी ऐसी जगहों का चयन इसलिए करती है, ताकि इन इलाकों में इसका व्यापक असर हो.