*जल संरक्षण के लिए जागरुकता जरूरी- आर.पी.ओझा*
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गोरखपुर- भारत में तेजी से बढ़ती जनसंख्या, कृषि उद्योग, शहरीकरण और ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में पानी की तेजी से बढ़ती जरूरतों के कारण जल की मांग बढ़ रही है। इसलिए हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। विभिन्न कार्यक्रमों शैक्षिक संगोष्ठी और सोशल मीडिया इस संदेश को फैलाने में मदद करते हैं। इसमें विद्यार्थियों के माध्यम से जन जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। ये विचार मुख्य अतिथि गोरखपुर विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आर.पी.ओझा ने व्यक्त किए।
"विश्व जल दिवस" के अवसर पर क्षेत्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केन्द्र वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला गोरखपुर के द्वारा आज कार्यक्रमों का आयोजन ए.टी.एस. इण्टरनेशनल स्कूल टेकवार खजनी में किया गया। अध्यक्षता कर रहे एम.जी. पी.जी. काॅलेज के प्राचार्य एवं ब्यूरो चीफ साइंस ऑफ इण्डिया के डॉक्टर एस.पी. त्रिपाठी ने कहा कि न्यूक्लियर अर्थात परमाणु उर्जा से दुनियां में पेयजल प्रदूषित हो रहा है, पेयजल में घातक आर्सेनिक जैसे पदार्थ की मात्रा बढ़ रही है जिससे लोग कैंसर जैसे प्राणघातक रोगों के शिकार हो रहे हैं।
पूरी दुनियां में भू-जल का दोहन हो रहा है जिससे एक दिन ऐसा आएगा जब जल के अभाव में लोगों की मृत्यु होगी। दुनियां में तीसरा विश्व युद्ध जल संकट के लिए होगा। इसलिए न्यूक्लियर प्रयोग और जल का दुरूपयोग बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समुद्र के जल को भी पीने योग्य बनाया जाना चाहिए। शिक्षकों के द्वारा विद्यार्थियों के मोटीवेशन की आवश्यकता है,ह्यूमन ब्रेन में इतना क्रियेटिव है कि उसी ने गूगल,सूपर कम्प्यूटर और रोबोट बनाया है। सभी ग्रहों पर जीवन के लिए जल आवश्यक है, सिर्फ 3 प्रतिशत जल ही पीने योग्य है जो कि लगातार कम हो रहा है इसका संरक्षण जरूरी है। प्रदूषण से भी जल का बचाव करें। न्यूक्लियर वेस्ट से पानी को बचाना जरूरी है अन्य देश भी न्यूक्लियर से हमारे देश में पानी को प्रदूषित कर रहे हैं।
इस दौरान विद्यालय के विद्यार्थियों ने विज्ञान प्रदर्शनी और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया उन्हें टेलीस्कोप की विस्तृत जानकारी दी गई तथा मैजिक शो का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे वैज्ञानिक महादेव पाण्डेय ने कहा कि विश्व जल दिवस मनाने का उद्देश्य यही है कि लोगों को पानी के महत्व और इसके सही उपयोग व संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ाई जा सके। विश्व जल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य जल प्रदूषण, जल संकट और जलवायु परिवर्तन से संबंधित समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करना है।
प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान खुशी यादव, द्वितीय प्रिया यादव एवं तृतीय श्रेया को मिला,शालिनी व शिवांगी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान- अंकिता ग्रुप को, द्वितीय कोलेदेव एवं तृतीय प्रिया ग्रुप को दिया गया तथा परी ग्रुप को सांत्वना पुरस्कार मिला। प्रधानाचार्य नवीन कुमार दीक्षित ने अतिथियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि तेजी से बढ़ती जनसंख्या, कृषि, उद्योग, शहरीकरण सहित कई क्षेत्रों में पानी की बढ़ती जरूरतों से जल की मांग भी बढ़ रही है।
कार्यक्रम में वेदप्रकाश पांडेय, सुरेश कुमार, अशोक मिश्र, पप्पूलाल, जितेन्द्र सिंह, अमर पाल सिंह विद्यालय के शिक्षक सचिन कुमार, रचित पाण्डेय, कमल किशोर, आर. पी. तिवारी आदि का योगदान सराहनीय रहा।
Mar 22 2025, 19:57