लद्दाख में भीषण सड़क हादसा, दो जवानों की मौत, सेना ने जताया गहरा दुख

लद्दाख में हुए एक सड़क हादसे में सेना के दो जवानों की मौत हो गई. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार को हुए हादसे में जान गंवाने वाले जवानों की पहचान हवलदार किशोर बारा और सिपाही सूरज कुमार के रूप में हुई है. इन बलिदानियों के पार्थिव शरीर सम्मान पूर्वक उनके घरों को भेजे जा रहे हैं. लद्दाख की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने सैनिक के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है.

लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, जीओसी, फायर एंड फ्यूरी कोर और सभी स्तर के कर्मचारी हवलदार किशोर बारा और सिपाही सूरज कुमार को सलाम करते हैं, जिन्होंने 20 मार्च 2025 को लद्दाख में कर्तव्य के निर्वहन के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया और दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.

सड़क हादसे में सेना के दो जवान बलिदान

दरअसल केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह जिले में सड़क हादसे में सेना के दो जवान बलिदान हो गए. लद्दाख में देश सेवा करते हुए शनिवार को बलिदान हुए इन सैनिकों की पहचान हवलदार किशोर बारा और सिपाही सूरज कुमार के रूप में हुई है. कोर कमांडर ने शुक्रवार को एक्स पर सैनिकों के बलिदान और देश के प्रति उनके योगदान को सलाम किया है. उन्होंने कोर के अधिकारियों और जवानों की ओर से शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना भी दी है.

जवानों की वीरता की सराहना

वहीं, सेना की उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने भी बलिदान देने वाले जवानों की वीरता की सराहना की. लद्दाख के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल पीएस सिद्धु ने बताया कि सैन्य वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने से दो सैन्य कर्मी बलिदान हुए थे. उन्होंने बताया कि सैन्यकर्मी कहां के रहने वाले हैं इसके बारे में अभी अधिकारिक रूप से जानकारी नही है.

दो दिनों के दौरे पर बिहार जाएंगे अमित शाह, गोपालगंज में रैली कर इतनी सीटों पर साधेंगे समीकरण

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में गजब की तैयारी दिख रही है. बात मुद्दों की हो या फिर दावेदारी की, रोज नई खबरें सामने आ रही हैं. इसी बीच में खबर है कि राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के दो शीर्ष नेता बिहार के दौरे पर जा रहे हैं. इन दोनों नेताओं के दौरे पर आने की खबर से ही राज्य में राजनीतिक पारा चढ़ गया है. पहले केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह दो दिनों के दौरे पर बिहार जाएंगे.

अमित शाह 29 मार्च को बिहार के दौरे पर जा रहे हैं. अमित शाह जिस दिन पटना पहुंचेंगे, उस दिन वह प्रदेश बीजेपी ऑफिस में आयोजित पार्टी की मीटिंग में हिस्सा लेंगे. इस मीटिंग में पार्टी के सभी सांसद, विधायक और विधान पार्षद शामिल होंगे. इसके बाद वह गोपालगंज जिले में आयोजित एक रैली में हिस्सा लेंगे. राजधानी में अमित शाह बीजेपी की कोर कमिटी के साथ मीटिंग भी करेंगे.

एक महीने बाद पीएम मोदी जाएंगे बिहार

बीजेपी के सूत्रों की माने तो अपने इस दौरे में अमित शाह आने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए की रणनीति के बारे में भी जानकारी ले सकते हैं. अमित शाह के चले जाने के करीब एक माह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दौरे पर जाएंगे. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी राजधानी में पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन कर सकते हैं, साथ ही राजधानी में कई विकास योजनाओं का भी लोकार्पण कर सकते हैं. इसके अलावा वह मधुबनी में एक सभा को भी संबोधित कर सकते हैं.

गोपालगंज से सधेगा समीकरण

अपने बिहार दौरे में अमित शाह की योजना गोपालगंज में एक सभा को भी संबोधित करने की है. दरअसल हाल के दिनों में गोपालगंज बिहार में हॉट प्वॉइंट बना हुआ है. चंद रोज पहले ही बाबा बागेश्वर भी गोपालगंज में अपना डेरा डाल चुके हैं. बाबा बागेश्वर ने गोपालगंज में छह दिनों तक अपना दरबार लगाया था. बाबा बागेश्वर के गोपालगंज में दरबार लगाने की खबरें इतने दिनों तक लगातार सुर्खी बनी रही.

बिहार की राजनीति में गोपालगंज एक ऐसी सीट है, जो हमेशा चर्चा में रहती है. उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे गोपालगंज ऐसी जगह पर अवस्थित है, जहां से सारण कमिश्नरी और तिरहुत कमिश्नरी के कई जिले नजदीक पड़ते हैं. एक दो मौकों को छोड़ दिया जाए तो गोपालगंज में एनडीए का दबदबा रहा है. दरअसल गोपालगंज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का गृह जिला है, साथ ही पूर्व सीएम राबड़ी देवी का भी गृह जिला है. लेकिन खास बात यह कि गृह जिला होने के बाद कभी भी राजद सुप्रीमो के परिवार से किसी भी सदस्य ने यहां से चुनाव नहीं लड़ा है.

गोपालगंज के आसपास विधानसभा की 45 सीटें

दरअसल गोपालगंज जिले की भौगोलिक स्थिति कुछ अलग है. इस जिले की दक्षिण की तरफ सारण कमिश्नरी के सिवान और छपरा जिले हैं, वहीं दूसरी तरफ तिरहुत कमिश्नरी का पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिला है. राजनीति के जानकारों की माने तो अमित शाह का यहां पर सभा होना, पार्टी की तरफ से सारण और तिरहुत दोनों की कमिश्नरी के जिलों के लिए अहम साबित हो सकता है. गोपालगंज और इसके आस पास बसे सीवान, छपरा, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में विधानसभा की 45 सीटें हैं.

इनमें गोपालगंज में 6, सीवान में 8, छपरा में 10, पश्चिमी चंपारण में 9 तथा पूर्वी चंपारण में विधानसभा की 12 सीटें हैं. गोपालगंज लोकसभा सीट के साथ एक दिलचस्प आंकड़ा यह भी जुड़ा है कि 1980 के बाद से यहां पर किसी भी प्रत्याशी ने लोकसभा के लिए लगातार दो बार जीत हासिल नहीं किया था लेकिन जनता दल यूनाइटेड के वर्तमान सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने इस सीट पर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करके इस मिथक को तोड़ दिया. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां एनडीए की कितनी गहरी पैठ है.

विधानसभा चुनाव में एनडीए का पलड़ा भारी

पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को देखें तो गोपालगंज जिले की छह विधानसभा सीटों में से चार पर एनडीए ने अपना परचम लहराया था जबकि महागठबंधन को केवल दो सीटों पर संतोष करना पड़ा था. वही सीमावर्ती सिवान जिले की आठ सीटों पर महागठबंधन हावी रहा. यहां आठ सीटों में से दो पर भाजपा, एक पर माले, एक पर कांग्रेस तथा तीन पर आरजेडी के उम्मीदवार जीते थे. जबकि पूर्वी चंपारण की 12 विधानसभा सीटों में से नौ पर एनडीए को जीत मिली थी तथा तीन पर महागठबंधन को सफलता मिली थी.

वहीं पश्चिमी चंपारण की नौ सीटों में से आठ पर एनडीए तथा एक पर महागठबंधन के प्रत्याशी को जीत मिली थी. जबकि छपरा जिले में एनडीए को आशातीत सफलता नहीं मिल सकी थी. जिले की दस विधानसभा सीटों में छह सीटों पर राजद तथा एक सीट पर माकपा काबिज है जबकि तीन सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी.

पड़ सकता है व्यापक असर

वरिष्ठ पत्रकार ध्रुव कुमार कहते हैं, सारण कमिश्नरी कभी कांग्रेस और राजद का गढ़ हुआ करता था. कालांतर में राजनीतिक परिस्थिति ऐसी बनी कि धीरे धीरे एनडीए ने अपनी पैठ बनायी. गोपालगंज उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है. सीमावर्ती होने का भी असर पड़ सकता है. यह बीजेपी की रणनीति हो सकती है. दरअसल पार्टी ऐसी जगहों का चयन इसलिए करती है, ताकि इन इलाकों में इसका व्यापक असर हो.

तिरुपति मंदिर में हिंदुओं के अलावा और कोई नहीं करेगा काम, CM नायडू बोले- दूसरे समुदाय के लोगों को हटाएं

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति-तिरुमाला देवस्थानम यानी तिरुपति मंदिर में काम करने वाले लोगों को लेकर बड़ा बयान दिया है. सीएम नायडू ने कहा कि मंदिर में केवल हिंदुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए. सीएम ने कहा कि अगर मंदिर में दूसरे समुदाय के लोग काम कर रहे हैं तो उनका अपमान किए बिना दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया जाए.

सीएम चंद्रबाबू नायडू तिरुपति मंदिर में पूजा- अर्चना करने पहुंचे थे. जिसके बाद उन्होंने मंदिर में काम करने वाले लोगों को लेकर बयान दिया. सीएम नायडू ने इस दौरान देश के सभी राज्यों की राजधानी में वेंकटेश्वर स्वामी का मंदिर बनाने की योजना की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विदेशों में रहने वाले कई लोग मंदिर स्थापित किए जाने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि दुनिया भर से भगवान वेंकटेश्वर की संपत्तियों की सुरक्षा के लिए पवित्र धागा बांधा गया है.

मुमताज होटल योजना रद्द

वहीं उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की मुमताज होटल योजना को रद्द कर दिया है. उन्होंने कहा कि मंदिर की सात पहाड़ियों के आस पास किसी भी तरह की व्यवसायिक गतिविधि किए जाने की इजाजत नहीं है. दरअसल, पिछली सरकार ने मंदिर की पहाड़ी के आसपास 35.32 एकड़ भूमि पर मुमताज होटल बनाने की योजना को मंजूरी दी थी, जिसे नायडू सरकार ने कैंसिल कर दिया है.

किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचे’

सीएम नायडू ने कहा कि मंदिर के आसपास के इलाकों में किसी भी प्राइवेट पार्टी को को व्यवसायिक गतिविधि के लिए इजाजत नहीं दी जाएगी. जिन लोगों को मंजूरी दी गई है वो लोग मदंरि के आसपास सिर्फ शाकाहारी व्यजन ही परोसेंगे. अगर कोई किसी तरह की गड़बड़ी करता है या करते हुए पाया जाता है तो उसे खिलाफ सरकार सख्त कदम उठाएगी. वहीं इस दौरान सीएम नायडू ने कि दूसरे समुदाय के लोग मंदिर में काम न करें. अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जो दूसरे समुदाय का है तो उसकी भावनाओं को ठेस ना पहुचाते हुए उसे दूसरी जगह काम पर लगाया जाएगा.

दिल्ली की सड़कों पर कबूतर को दाना डाला तो खैर नहीं, सरकार ने क्यों लागू किया ये नियम?

नई दिल्ली से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. अगर आप दिल्ली की सड़कों, चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर कबूतरों और अन्य जानवरों को दाना डालते हैं तो अब आपको सतर्क रहने की जरूरत है. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने इस पर सख्ती बरतते हुए नया नियम लागू किया है.

नए नियम के तहत सड़क किनारे या सार्वजनिक स्थलों पर पक्षियों और आवारा जानवरों को खाना खिलाने पर ₹200 से ₹500 तक का जुर्माना लगाया जाएगा. इस फैसले का उद्देश्य सड़क किनारे गंदगी और यातायात में बाधा को रोकना है. नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

श्मशान ग्रह के पास लागू किया गया है नियम

जानकारी के मुताबिक एमसीडी ने यह नियम कुछ प्रमुख स्थानों पर लागू किया गया है. इनमें कशमीरी गेट के तिब्बती मार्केट, ईदगाह गोल चक्कर और पंचकुइया रोड स्थित श्मशान ग्रह के पास यह नियम लागू किया गया है. एमसीडी ने सभी अवैध दुकानदारों को भी हटा दिया है जो सरकारी भूमि पर पक्षियों के लिए दाना बेचते थे. इसके अलावा सभी जगहों पर सफाई करके सूचना बोर्ड लगा दिए गए हैं. इन बोर्ड पर साफ लिखा गया है कि पक्षियों और जानवरों को खाना खिलाना प्रतिबंधित है.

कैसे लगाया जाएगा जुर्माना?

एसपी सिटी वंदना राव ने बताया है कि नगर निगम की टीमों ने चिन्हित जगहों पर निगरानी बढ़ा दी है. यदि कोई व्यक्ति सड़क किनारे पक्षियों या जानवरों को दाना डालता पकड़ा जाता है, तो उसके वाहन का नंबर नोट कर लिया जाएगा. इसके बाद ट्रैफिक पुलिस की मदद से वाहन मालिक का पता लगाकर चालान घर भेजा जाएगा. उन्होंने कहा है कि शुरुआत में लोगों को जागरूक किया जा रहा है, लेकिन बार-बार नियम तोड़ने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

स्वच्छता और यातायात को सुचारू बनाने का उद्देश्य

दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि निर्णय सड़कों को स्वच्छ और यातायात को सुचारू रखने के उद्देश्य से लिया गया है. कई जगहों पर पक्षियों को दाना डालने से सड़कें गंदी हो जाती हैं और आवारा पशु वहां एकत्र होकर यातायात में बाधा डालते हैं. एमसीडी ने जनता से अपील की है कि वे सड़क किनारे दाना डालने की बजाय निर्धारित स्थलों पर ही पक्षियों और जानवरों को भोजन कराएं. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लगातार उल्लंघन करने पर अधिक जुर्माना भी लगाया जा सकता है.

सौरभ भारद्वाज बनाए गए दिल्ली AAP के अध्यक्ष, लेंगे गोपाल राय की जगह

आम आदमी पार्टी ने सौरभ भारद्वाज को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. आम आदमी पार्टी की PAC की बैठक में ये फैसला लिया गया. सौरभ गोपाल राय की जगह लेंगे. इसके अलावा आप की PAC की बैठक में और भी कई मुद्दों पर चर्चा हुई. चार राज्यों में प्रभारी और 2 राज्यों में अध्यक्ष बनाए गए. महराज मलिक को जम्मू कश्मीर का अध्यक्ष बनाया गया. पंकज गुप्ता गोवा का प्रभारी बनाया गया. गोपाल राय को गुजरात का प्रभारी, मनीष सिसोदिया को पंजाब का प्रभारी और संदीप पाठक को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है.

आम आदमी पार्टी के संगठन महासचिव और सांसद संदीप पाठक ने PAC बैठक के बाद जानकारी देते हुए कहा कि आज आम आदमी पार्टी की PAC की बैठक हुई कई मुद्दों पर चर्चा हुई. चार राज्यों में प्रभारी और 2 राज्यों में अध्यक्ष बनाए गए. कई राज्यों में सह प्रभारी भी बनाए गए.

चार राज्यों में प्रभारी और 2 राज्यों में अध्यक्ष बनाए गए

गुजरात में गोपाल राय प्रभारी और दुर्गेश पाठक सह प्रभारी बनाए गए

पंजाब में मनीष सिसोदिया प्रभारी और सतेंद्र जैन सहप्रभारी बनाए गए

गोवा में पंकज गुप्ता प्रभारी बनाए गए, दीपक सिंगला , आभाष चंदेला और अंकुश नारंग सह प्रभारी बनाये गए

छत्तीसगढ़ में संदीप पाठक प्रभारी बनाए गए

सौरभ भारद्वाज हार गए थे विधानसभा चुनाव

सौरभ भारद्वाज को दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. ग्रेटर कैलाश सीट से भाजपा की शिखा राय ने उन्हें 3139 वोटों शिकस्त दी थी. दोनों के बीच अंत तक तगड़ी फाइट चल रही थी लेकिन अंत में सौरभ भारद्वाज चुनाव हार गए. शिखा राय को 49370 वोट मिले जबकि सौरभ भारद्वाज 46231 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे. वहीं, गोपाल राय बाबरपुर सीट से जीत गए थे. उन्होंने बीजेपी के अनिल वशिष्ठ को करारी शिकस्त दी थी. वहीं दिल्ली की जंगपुरा सीट से मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए थे.

बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री के मामा को अपराधियों ने मारी गोली, भागलपुर के बाद एक और बड़ा गोलीकांड

भागलपुर के गोलीकांड को अभी 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए कि ऐसी ही एक खबर अब बेगूसराय से भी सामने आई है. यहां बेखौफ अपराधियों ने केंद्रीय राज्य मंत्री और मुजफ्फरपुर के सांसद राज भूषण निषाद के मामा को गोली मार दी. गोली लगने मंत्री के मामा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. घायल अवस्था में उन्हें इलाज के लिए बेगूसराय के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज चल रहा है.

घटना चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के कुंभी गांव की है. घायल व्यक्ति की पहचान कुंभी गांव के रहने वाले मलिक साहनी के रूप में की गई है. वो सांसद राज भूषण निषाद के मामा हैं. मलिक साहनी ने बताया- गुरुवार रात को मैं अपनी दुकान पर था. जब दुकान बंद कर लौट रहे था, तभी हथियार से लैस अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग झोंक दी. भागने-बचने की पूरी कोशिश के बावजूद एक गोली पैर में लग गई. गोली लगते ही मैं वहीं पर गिर गया.अपराधी मेरे सामने सेहथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए. इसके बाद मैं बेहोश हो गया.

बेटे का हुआ था किसी से विवाद

उन्होंने बताया- पिछले दिन मेरे बेटे के साथ किसी बात को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ था. लगता है कि इसी विवाद के कारण अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. चेरिया बरियारपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो घटनास्थल से गोलियों के कई खोखे बरामद किए गए है. पुलिस आगे की जांच कर रही है.

भागलपुर का गोलीकांड

गुरुवार को ही भागलपुर के नवगछिया थाना क्षेत्र के जगतपुर गांव में केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय के दो चचेरे भांजों के बीच विवाद में गोलीबाजी हुई. इसमें एक भांजे की गोली लगने से मौत हो गई. जबकि, दूसरा भांजा और चचेरी बहन घायल हुए. दरअसल, ये पूरा विवाद जमीन और घर के बंटवारे का था, जो नल से पानी भरने के विवाद में तब्दील हुआ. जिसका खूनी अंजाम सबके सामने था.

66 की उम्र में मुन्नालाल ने रचाई शादी, 57 साल की प्रमिला बनी जीवनसाथी

जिस उम्र में रिश्तों की बागड़ोर टूटने लगती है, उस उम्र में मुन्नालाल और प्रमिला एक-दूसरे के जीवन साथी बने हैं. आगरा जिले में 66 साल के मुन्नालाल और 57 साल की प्रमिला ने गुरुवार को रामलाल वृद्धाश्रम में एक-दूसरे का हाथ थामकर जिंदगी की नई शुरुआत की, जिसका साक्षी पूरा वृद्धावस्था बना. मुन्नालाल पहली बार घोड़ी चढ़े और दूल्हा बने. उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि 66 साल की उम्र में उन्हें जीवन का हमसफर मिलेगा.

गुरुवार सुबह से ही इस अनोखी शादी की तैयारी जोरों पर की गई. सुबह से ही वृद्धाश्रम में ढोल बजने लगे. मुन्नालाल घोड़ी पर चढ़े. वृद्धाश्रम के बुजुर्ग बाराती बन जमकर डांस भी किया. सभी बेहद खुश थे. दोपहर 2 बजे दोनों वर-वधू ने फेरे लिए और आश्रम के 321 बुजुर्ग इस अनोखी शादी के साक्षी बने. सभी बुजुर्ग बराती बने और परिवार की भूमिका निभा रहे हैं.

छह महीने पहले हुई थी पहली मुलाकात!

मुन्नालाल और प्रमिला की मुलाकात छह महीने पहले वृद्धाश्रम में हुई थी. धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हुई और एक-दूसरे का सहारा बनने का फैसला लिया. मुन्नालाल ने आश्रम के संचालक शिव प्रसाद शर्मा को पत्र लिखकर शादी की इच्छा जताई. प्रमिला के पति का देहांत हो चुका है और उनके बच्चे उन्हें वृद्धाश्रम में छोड़ गए. वहीं, मुन्नालाल भी अपनी 90 वर्षीय मां के साथ आश्रम में रहते हैं, क्योंकि उनके परिवार ने उन्हें घर से निकाल दिया था.

90 वर्षीय मां ने दिया आशीर्वाद

बच्चों ने जालौन के रहने वाले मुन्नालाल को घर से बाहर निकाल दिया था. बुलंदशहर की प्रमिला के पति के निधन के बाद परिवार ने उन्हें घर से बेदखल कर दिया था. इस शादी की एक खास बात रही कि मुन्नालाल की 90 वर्षीय मां ने वर-वधू को अपना आशीर्वाद भी दिया. वीडियो में मुन्नालाल और प्रीतिलता काफी खुश नजर आ रहे हैं. मुन्नालाल घोड़ी पर चढ़कर बारात पहुंचते हैं. इस दौरान बाराती जमकर डांस भी करते हैं.

वृद्धाश्रम में इस शादी की धूम जोरों पर थी. आश्रम में हल्दी,मेहंदी और अन्य रस्में मनाई गईं. जब मुन्नालाल और प्रमिला ने गुरुवार दोपहर में सात फेरे लिए तो आश्रम में रहने वाले 321 बुजुर्ग इस शादी के साक्षी बने. सभी बुजुर्ग बराती बनकर उत्साहित थे और परिवार की भूमिका निभाकर खुश हो रहे थे.

जयपुर में मुस्कान जैसी वारदात: पति को मारा, प्रेमी संग बाइक पर लाश लेकर 5KM घूमी…

मेरठ की मुस्कान का बेरहम चेहरा जिसने भी देखा वह सहम गया. प्रेमी से अपने पति को मरवाया. शव के टुकड़े कर उसे ड्रम में सीमेंट से जाम कर दिया, ताकि राज कभी उस ड्रम से बाहर न आ सके. मेरठ के मुस्कान जैसा ही मामला 400 किमी दूर राजस्थान की राजधानी जयपुर में सामने आया है. यहां गोपाली नाम की महिला ने भी प्रेमी दीनदयाल के हाथों अपने पति को मरवाया. लाश को बाइक पर रखकर पांच किलोमीटर तक दोनों घूमते रहे. फिर एक सुनसान जगह पर उसे जलाने की कोशिश की, ताकि मुस्कान की तरह वह भी राज को दफ्न कर सकें.

मामला राजधानी जयपुर का है. जयपुर साउथ की रहने वाली गोपाली देवी की उम्र 42 साल है. उसके पति का नाम धन्नालाल सैनी था. धन्नलाल सब्जी बेचने का काम करता था. वहीं गोपाली, दीनदयाल (30) की दुकान पर काम करती थी. गोपाली और दीनदयाल में धीरे-धीरे संबंध बन गए, जबकि दीनदयाल, गोपाली से 12 साल छोटा था. जब इसकी भनक धन्नालाल को हुई तो वह एक दिन दीनदयाल की दुकान पर आ पहुंचा.

प्रेमी की दुकान पर काम करती थी पत्नी

यहां दोनों के बीच झगड़ा हो गया. दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी. धन्नालाल ने पत्नी गोपाली देवी को दीनदयाल की दुकान पर काम करने से मना कर दिया, लेकिन गोपाली नहीं मानी. वह धन्नालाल के मना करने के बावजूद दीनदयाल की दुकान पर काम करने आती रही. यहीं पर बदले की आग में जल रहे दीनदयाल ने गोपाली से धन्नालाल को रास्ते से हटाने को कहा. फिर दोनों ने एक साथ मिलकर धन्नालाल को रास्ते से हटाने की प्लानिंग की.

एक दिन दीनदयाल और गोपाली ने मिलकर धन्नालाल की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद दोनों ने लाश को ठिकाने लगाने की सोची. दीनदयाल ने बाइक उठाई और गोपाली को पीछे बैठाकर धन्नालाल की लाश को बोरे में भरकर बीच में रख लिया. दोनों पांच किलोमीटर तक लाश को लिए घूमते रहे, ताकि किसी सुनसान जगह पर ठिकाने लगा सकें. बाइक पर लाश ले जाते दोनों CCTV में भी कैद हुए.

दिनदहाड़े बाइक पर लाश को लेकर धूमते रहे

CCTV में दिख रहा है कि गोपाली पीछे बाइक पर बैठी हुई बोरे को पकड़े हुए हैं. दिनदहाड़े दोनों लाश को लेकर घूमते रहते हैं, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगती है. फिर एक सुनसान जगह पर दोनों ने धन्नालाल की लाश को जला दिया और घर आ गए. अगले दिन सुबह जब पुलिस को अधजली लाश मिली तो पुलिस ने जांच शुरू की. 16 मार्च को इस वारदात को दोनों ने अंजाम दिया था. तीन दिन बाद 20 मार्च को गोपाली और दीनदयाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने दोनों आरोपियों को भेजा जेल

पुलिस पूछताछ में गोपाली ने अपने प्रेमी दीनदयाल के साथ मिलकर पति धन्नालाल की हत्या करने का अपराध कबूल किया. जयपुर साउथ के डीसीपी दिगंत आनंद ने बताया कि दोनों आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया गया है. दोनों ने अपना अपराध कबूल किया है. दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया.

कातिल पत्नी का दिखा सुहाग वाला रूप,पति की हत्या के बाद भी मांग में लगाती रही सिंदूर

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इंद्रानगर में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की. इस घटना को समाज में रिश्तों की हत्या की तरह देखा जा रहा है. आरोपी मुस्कान ने पति हत्या की, लेकिन हर सुहागन की तरह सिंदूर लगाती रही. वहीं मुस्कान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में मुस्कान की मांग में सिंदूर लगा दिखाई दे रहा है.

पुलिस के मुताबिक, मुस्कान ने अपने पति की हत्या की घटना को 4 मार्च को अंजाम दिया. उस समय सौरभ, मुस्कान और बेटी के साथ खाना खाने के लिए कोफ्ते लेकर आया था. पत्नी को सौरभ की हत्या करनी थी, इसलिए उसने नींद की गोली खाने में मिला दी. मुस्कान ने नींद की गोली फॉर्मेसी से लेने के लिए पूरी प्लानिंग रची, मुस्कान डॉक्टर के पास गई और डॉक्टर को बताया कि एंजाइटी की दिक्कत है, नींद नहीं आती. डॉक्टर ने इलाज करते हुए मुस्कान को नींद की गोली लिख दी. नींद की गोली को खरीदने के बाद मुस्कान ने सौरभ को खाने में मिलाकर दे दी. जिससे सौरभ गहरी नींद में सो गया, जिसके बाद मुस्कान ने हत्या की घटना को अंजाम दिया.

पति की हत्या के बाद लगाती रही सिंदूर

हिंदू समाज में सिंदूर को सुहाग की निशानी माना जाता है. लेकिन मुस्कान ने अपने सुहाग की हत्या करने के बाद भी रोज मांग में सिंदूर भरती रही. पुलिस ने गिरफ्तार किया तब भी मुस्कान की मांग में सिंदूर भरा हुआ था. मुस्कान की एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें मुस्कान की मांग में सिंदूर भरा हुआ दिख रहा है. सिंदूर को देख कर लोग हैरान है कि कैसे कोई पति की हत्या कर सकता है.

चेहरे पर नहीं थी मायूसी

हत्या के बाद मुस्कान रोज मांग में सिंदूर लगा रही थी, और प्रेमी के साथ हत्या कर के घूमने भी चले गई थी. पुलिस की माने तो मुस्कान को कोई गिला शिकवा नहीं था. पति की हत्या की सिंदूर लगाया और फिर घूमकर घर वापस आने तक भी हत्या करने का मुस्कान को कोई मलाल नहीं था. पुलिस की गिरफ्तारी से लेकर जेल जाने तक मुस्कान के चेहरे से मुस्कान तो जरूर गायब थी, लेकिन इस बीच किसी तरह का अफसोस मुस्कान में देखने को नहीं मिला. पुलिस का कहना है कि मुस्कान रोज इसलिए सिंदूर लगा रही थी ताकि किसी को शक न हो कि उसने क्या कृत्य किया है.

महिलाओं के खाते में कब आएंगे 2500 रुपये, आतिशी ने पूछे बीजेपी से सवाल

दिल्ली में चुनाव के समय जिस एक वोटबैंक पर सभी पार्टियों ने सबसे ज्यादा फोकस किया था वो महिला वोटबैंक था. साइलेंट वोटर्स को अपने पक्ष में करने के लिए पार्टियों ने उनके लिए कई योजनाएं शुरू करने का वादा किया और उन्हीं में से एक वादा था कि महिलाओं को हर महीने वित्तीय सहायता दी जाएगी

जहां आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा किया था. वहीं, सत्ता में मौजूद बीजेपी पार्टी ने भी 2500 रुपये देने का वादा किया था. सीएम रेखा गुप्ता ने जीत हासिल करने के बाद ऐलान किया था कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन महिलाओं के खाते में सहायता की पहली किस्त आएगी, लेकिन अब पूर्व सीएम आतिशी ने इस स्कीम को लेकर बीजेपी को घेरा है. साथ ही आतिशी ने पार्टी से सवाल पूछा है कि महिलाओं के खाते में पैसे कब आएंगे.

आतिशी ने BJP पर किया हमला

पूर्व सीएम आतिशी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, आज 20 मार्च है दिल्ली में बीजेपी की सरकार बने हुए एक महीना हो गया है, लेकिन एक महीने के बावजूद बीजेपी और प्रधानमंत्री ने जो वादा किया था कि दिल्ली की हर महिला के खाते में 2500 आएंगे वो नहीं आए.

आप नेता आतिशी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि पहली कैबिनेट बैठक में फैसला होगा और 8 मार्च को महिलाओं के खाते में 2500 रुपये आ जाएंगे लेकिन ये वादा झूठा निकला. पैसा तो छोड़िए रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ. बस एक झुनझुना दे दिया कि 4 मंत्रियों की कमेटी फैसला लेगी.

बीजेपी से पूछे 4 सवाल

महिला समृद्धि योजना को लेकर पूर्व सीएम आतिशी ने बीजेपी से 4 सवाल पूछे.

1,-क्या बीजेपी दिल्ली की हर महिला को 2500 देगी या फिर इतने शर्तें लगा देगी की 1% महिलाओं को भी पैसा नहीं मिलेगा. 48 लाख महिलाओं को पैसा मिलेगा या नहीं? मोदी जी ने सभी महिलाओं से वादा किया था.

2,-कमेटी बने 12 दिन हो गए लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया, बीजेपी के पास अरविंद केजरीवाल को गालियां देने का समय है.

3,-2500 रुपए के लिए रजिस्ट्रेशन कब शुरू होगा?

4- 2500 रुपए महिलाओं के खाते में कब आएंगे?

पूर्व सीएम आतिशी ने कहा, आज दिल्ली की सभी महिलाएं इन 4 सवालों के जवाब मांग रही है.

सीएम रेखा गुप्ता ने क्या ऐलान किया?

सीएम रेखा गुप्ता ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद इस बात का ऐलान किया था कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं के खाते में 2500 रुपये की पहली किस्त डाली जाएगी. हालांकि, 8 मार्च के दिन सीएम रेखा गुप्ता ने इस योजना को लेकर और भी जानकारी सामने रखी. सीएम ने बताया था कि पार्टी अपने इस वादे को पूरा करने जा रही है. दिल्ली कैबिनेट ने इस स्कीम को मंजूरी दे दी है. जिसके तहत आर्थिक तौर से कमजोर वर्ग की महिलाओं को 2,500 रुपए महीने भत्ता मिलेगा.

सीएम ने इस दौरान यह भी बताया था कि इस साल के लिए 5100 करोड़ रुपए इस योजना के लिए आवंटित किए गए हैं. साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया गया है. मंत्री प्रवेश वर्मा और मंत्री कपिल मिश्रा इस कमेटी में होंगे. सीएम ने जानकारी दी थी कि एक पोर्टल बनाया जाएगा. BPL कार्ड धारक महिलाओं को इस योजना का फायदा मिलेगा.