जहानाबाद ढाई एकड़ तक की जोत वाले किसानों को मिले मुफ्त बिजली, विधान पार्षद ने सदन में उठाई मांग
जहानाबाद। किसानों के हित में एक अहम पहल करते हुए विधान पार्षद कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने विधान परिषद में मांग रखी है कि ढाई एकड़ तक की जोत रखने वाले किसानों को सरकार मुफ्त बिजली उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में किसानों को 55 पैसे प्रति यूनिट की दर से सस्ती बिजली देने का दावा करती है, लेकिन इसके बावजूद किसान बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा परेशान किए जाते हैं।
विधान पार्षद ने कहा कि छोटे किसानों की दयनीय स्थिति को देखते हुए उन्हें पूरी तरह से मुफ्त बिजली मिलनी चाहिए। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि खेती में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि अक्सर बिजली चोरी के आरोप में किसानों को पकड़ा जाता है और उन पर भारी जुर्माना लगाया जाता है, जिससे वे और अधिक परेशान हो जाते हैं।
किसानों में खुशी, उम्मीद जगी
विधान पार्षद द्वारा सदन में यह मांग उठाने के बाद इलाके के किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है। किसानों को उम्मीद है कि सरकार इस पर अमल करेगी और उन्हें राहत मिलेगी। वर्तमान में जिले में अधिकतर खेती वर्षा आधारित है, लेकिन सिंचाई के लिए बिजली से चलने वाले मोटर पंप सेट का उपयोग किया जाता है। यदि सरकार इस मांग को मान लेती है, तो किसानों को बड़ी राहत मिलेगी और उनकी उत्पादन क्षमता में भी सुधार होगा।सरकार से सकारात्मक कदम उठाने की अपील
किसानों ने भी सरकार से अपील की है कि इस मांग पर जल्द से जल्द विचार किया जाए और छोटे किसानों को मुफ्त बिजली देने की योजना लागू की जाए। इससे न केवल उनकी आर्थिक परेशानियां कम होंगी, बल्कि कृषि क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी।

जहानाबाद। किसानों के हित में एक अहम पहल करते हुए विधान पार्षद कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने विधान परिषद में मांग रखी है कि ढाई एकड़ तक की जोत रखने वाले किसानों को सरकार मुफ्त बिजली उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में किसानों को 55 पैसे प्रति यूनिट की दर से सस्ती बिजली देने का दावा करती है, लेकिन इसके बावजूद किसान बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा परेशान किए जाते हैं।




जहानाबाद में जन औषधि केंद्र की स्थापना के 7 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जन औषधि केंद्र के संचालक
चंदन कुमार ने केक काटकर स्थापना दिवस मनाया। समारोह में उपस्थित अतिथियों, ग्राहकों और आमजन को
मेडल एवं गमछा देकर सम्मानित किया गया।

जहानाबाद केस-मुकदमा मुक्त परिवेश ही है समृद्धि का रास्ता। भारत गाँवों का देश है। खुशहाल और समृद्ध गांव देश को शक्तिशाली राष्ट्र बना सकता है। इसके लिए जरुरी है कि वाद-विवाद और केस-मुक़दमा में लगने वाला वक्त और पैसा अपने परिवार और अपने कैरियर पर खर्च हो। ग्राम कचहरी की धारणा इसी पर आधारित है। उक्त बातें 1987 बैच के वरिष्ठ आईपीएस और महापरिवर्तन आंदोलन के प्रणेता वी के सिंह जिला अतिथि गृह में जिले के सभी पंच और सरपंच के बीच बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि ग्राम कचहरी पूरी शक्ति और ईमानदारी से अपने दायित्वों को पूरा करने में लग जाए तो बिहार और देश एक वर्ष में विकसित हो जाए! मौजूद कई पंच-सरपंच ने बताया कि उन्हें इस बात का डर रहता है कि उन्ही के साथ मारपीट न हो जाए अथवा उन्हीं पर केस-मुकदमा न हो जाए। वी के सिंह ने सभी पंच-सरपंच को बताया कि इस सम्बन्ध में जिले के पुलिस अधीक्षक एवं राज्य के पुलिस महानिदेशक से इस बात का आग्रह करेंगे कि सभी पंचो की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। गौरतलब है कि दो-दो बार राष्ट्रपति पदक से पुरस्कृत श्री सिंह बिहार के बारह जिलों में महापरिवर्तन आंदोलन चला रहे हैं। महापरिवर्तन आंदोलन एक गैर-राजनीतिक और सामाजिक चेतना को जगाने का एक प्रयास है। जिसके माध्यम से ये प्रयास किया जा रहा है कि लोग गंदगी, लड़ाई-झगड़ा और भ्रष्टाचार को अपने वातावरण से पूरी तरह निकाल फेंके। सम्राट अशोक और चन्द्रगुप्त के समय 'बिहार' देश-दुनिया का सिरमौर होता था। आज ये स्थिति है कि बिहार की गिनती देश के सबसे पिछड़ा, सबसे अशिक्षित और सबसे भ्रष्ट राज्य में की जाती है। इस स्थिति से उबरने के लिए सभी बिहारियों को एकजुटता से अपनी सहभागिता निभानी पड़ेगी। तभी बिहार एक बार पुनः देश का गौरवशाली राज्य बन सकता है।
Mar 19 2025, 15:14
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