जहानाबाद ढाई एकड़ तक की जोत वाले किसानों को मिले मुफ्त बिजली, विधान पार्षद ने सदन में उठाई मांग

जहानाबाद। किसानों के हित में एक अहम पहल करते हुए विधान पार्षद कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने विधान परिषद में मांग रखी है कि ढाई एकड़ तक की जोत रखने वाले किसानों को सरकार मुफ्त बिजली उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में किसानों को 55 पैसे प्रति यूनिट की दर से सस्ती बिजली देने का दावा करती है, लेकिन इसके बावजूद किसान बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा परेशान किए जाते हैं।

विधान पार्षद ने कहा कि छोटे किसानों की दयनीय स्थिति को देखते हुए उन्हें पूरी तरह से मुफ्त बिजली मिलनी चाहिए। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि खेती में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि अक्सर बिजली चोरी के आरोप में किसानों को पकड़ा जाता है और उन पर भारी जुर्माना लगाया जाता है, जिससे वे और अधिक परेशान हो जाते हैं।

किसानों में खुशी, उम्मीद जगी
विधान पार्षद द्वारा सदन में यह मांग उठाने के बाद इलाके के किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है। किसानों को उम्मीद है कि सरकार इस पर अमल करेगी और उन्हें राहत मिलेगी। वर्तमान में जिले में अधिकतर खेती वर्षा आधारित है, लेकिन सिंचाई के लिए बिजली से चलने वाले मोटर पंप सेट का उपयोग किया जाता है। यदि सरकार इस मांग को मान लेती है, तो किसानों को बड़ी राहत मिलेगी और उनकी उत्पादन क्षमता में भी सुधार होगा।

सरकार से सकारात्मक कदम उठाने की अपील
किसानों ने भी सरकार से अपील की है कि इस मांग पर जल्द से जल्द विचार किया जाए और छोटे किसानों को मुफ्त बिजली देने की योजना लागू की जाए। इससे न केवल उनकी आर्थिक परेशानियां कम होंगी, बल्कि कृषि क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी।

महादलित टोले में पेयजल समस्या से निजात के लिए हथिया चापाकल की व्यवस्था की मांग

जहानाबाद – विधायक कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने विधान परिषद में महादलित टोले में पेयजल की समस्या के समाधान हेतु हथिया चापाकल की व्यवस्था की मांग रखी है। उनका कहना है कि कम से कम प्रत्येक महादलित टोले में एक-एक हथिया चापाकल होना चाहिए, जिससे इन क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

मुख्य मुद्दे और मांग:
विधान पार्षद ने सदन में संबधित मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि हमारे क्षेत्र के तीन जिलों में कुल 2487 महादलित टोले ऐसे हैं जहाँ पेयजल की समस्या बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा काम करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन एक साल से इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए जा सके हैं। गर्मी के मौसम में भूजल स्तर में तेज गिरावट के कारण पारंपरिक चापाकल से पानी उगलना भी बंद हो जाता है, जिससे आम जनता को अत्यधिक असुविधा का सामना करना पड़ता है।

गर्मी में बढ़ती कठिनाइयाँ:
विशेषकर जहानाबाद तथा अरवल जिलों में दलित टोले में गर्मी के दौरान पानी की कमी से लोगों को प्यास बुझाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। सरकारी नल जल योजना सभी जगह उपलब्ध न होने और मौसमी परिस्थितियों के कारण, शुद्ध पेयजल की जरूरत और भी अधिक महसूस की जाती है। विधायक का मानना है कि हथिया चापाकल इस समस्या के समाधान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

राजद का समर्थन:
विधान पार्षद की इस मांग पर राजद के जिला प्रवक्ता डॉ. शशि रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आभार जताते हुए कहा कि इस पहल से महादलित टोले में रहने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी। उन्होंने आगे बताया कि अशुद्ध पानी के सेवन से दलित समाज में अनेक बीमारियाँ फैल जाती हैं, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक हो जाता है।

निष्कर्ष:
महादलित टोले में पेयजल की समस्या को देखते हुए, यह मांग एक सकारात्मक पहल के रूप में सामने आई है। उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन जल्द ही इस दिशा में आवश्यक कदम उठाकर प्रभावित वर्ग को राहत प्रदान करेगा।

गाँधी मैदान में होली मिलन और क्रिकेट का अनोखा संगम, युवा टीम की शानदार जीत

होली के पावन अवसर पर जहानाबाद के गाँधी मैदान में जदयू नेता निरंजन केशव प्रिंस के नेतृत्व में होली मिलन सह एकदिवसीय क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। इस आयोजन में स्थानीय लोगों की भारी भागीदारी रही, जिससे आपसी भाईचारे और खेल भावना को बढ़ावा मिला।

गाँधी मैदान युवा बनाम गाँधी मैदान लीजेंड के बीच रोमांचक मुकाबला

मैच में गाँधी मैदान युवा और गाँधी मैदान लीजेंड नामक दो टीमें आमने-सामने थीं। युवा टीम की कमान निरंजन केशव प्रिंस ने संभाली, जबकि लीजेंड टीम की अगुवाई राकेश कुमार चुन्नू ने की।

युवा टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 182 रन का मजबूत लक्ष्य खड़ा किया। जवाब में लीजेंड टीम इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई और गाँधी मैदान युवा ने 60 रनों से जीत दर्ज की। इस मैच में युवा टीम के विक्की कुमार ने अर्धशतक लगाकर बेहतरीन प्रदर्शन किया और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

समाज में खेल भावना को बढ़ावा देने का प्रयास

इस आयोजन को देखने के लिए जहानाबाद के जदयू जिलाध्यक्ष दिलीप कुशवाहा, पूर्व जिलाध्यक्ष जय प्रकाश चंद्रवंशी, पप्पू मुखिया, वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव, अश्विनी कुमार, मृत्युंजय कुमार, जदयू नेता निरंजन अंबेडकर, राजू पटेल, रामप्रवेश कुशवाहा, कांग्रेस नेता संजीव कुमार बबलू, राकेश कुमार, समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार और राजनीतिक दलों के नेता उपस्थित रहे।

जदयू नेता निरंजन केशव प्रिंस ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से आपसी समरसता और भाईचारे को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करने और उन्हें मोबाइल की लत से दूर रखने के लिए इस तरह के आयोजन जरूरी हैं। इसके अलावा, यह आयोजन खेल को करियर के रूप में अपनाने के लिए भी प्रेरित करता है।

स्थानीय खेल प्रेमियों का जबरदस्त उत्साह

इस कार्यक्रम में नीरज विद्यार्थी, अंबुज कुमार, राहुल कुमार, सीकू, राजीव रंजन, मीनू कुमार, पंकज कुमार, राकेश, मुकेश कुमार, भोला, राहुल समेत सैकड़ों स्थानीय लोग उपस्थित रहेगाँधी मैदान में आयोजित इस होली मिलन क्रिकेट मैच ने खेल प्रेमियों को एकजुट कर खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करने का एक नया संदेश दिया

जहानाबाद में ऐतिहासिक फूलों की होली, भक्तों ने ठाकुर जी संग मनाया उत्सव

जहानाबाद के दरधा यमुना संगम स्थित अति प्राचीन ठाकुरबारी में इस वर्ष होली का अनोखा और भव्य आयोजन किया गया। पहली बार वृंदावन और मथुरा की तर्ज पर ठाकुर जी के साथ फूलों और अबीर-गुलाल की होली खेली गई, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

मंदिर का जीर्णोद्धार और भक्तों का योगदान

यह ऐतिहासिक ठाकुरबारी लंबे समय से रखरखाव के अभाव में जर्जर स्थिति में था। लेकिन कुछ भक्तों के सहयोग से मंदिर का भव्य जीर्णोद्धार कराया गया, जिससे मंदिर की रौनक लौट आई। इस नवसज्जित मंदिर में पहली बार इतनी भव्यता से होली का आयोजन किया गया, जिससे श्रद्धालुओं में नई ऊर्जा और आस्था का संचार हुआ।

फूलों से ठाकुर जी का अभिषेक, प्रेम और भक्ति का संगम

होलिका उत्सव के अवसर पर भक्तों ने टोकरी भर-भरकर ठाकुर जी पर फूलों की वर्षा की, जिससे पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण से गूंज उठा। ठाकुर जी के साथ होली खेलने के पश्चात श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर प्रेम, भाईचारे और समृद्धि का संदेश दिया।

मंगल आरती और प्रसाद वितरण

कार्यक्रम के समापन पर ठाकुर जी की मंगल आरती की गई, जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। सभी ने ठाकुर जी का आशीर्वाद ग्रहण किया और आनंदपूर्वक इस दिव्य होली महोत्सव का समापन हुआ।

इस आयोजन ने जहानाबाद में धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों की एक नई परंपरा की शुरुआत की, जिसे भक्तगण वर्षों तक याद रखेंगे।

जहानाबाद में प्रथम भूमिहार महिला समाज ने किया होली मिलन समारोह का आयोजन

जहानाबाद: जिले में प्रथम बार भूमिहार महिला समाज द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें भूमिहार समाज की सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। इस आयोजन ने भाईचारे, सौहार्द और एकजुटता का संदेश दिया और महिलाओं में उत्साह भर दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता रीमा कुमारी के नेतृत्व में हुई। उन्होंने कहा कि हम महिलाएं एकजुट होकर समाज में प्रेम और भाईचारे का संदेश देना चाहती हैं। यह आयोजन महिलाओं के लिए एक ऐसा मंच है जहां वे खुशियों और सौहार्द के साथ त्योहार मना सकती हैं। उन्होंने बताया कि घर और बाहर की जिम्मेदारियों के कारण महिलाएं अक्सर सामाजिक आयोजनों में शामिल नहीं हो पातीं, लेकिन अब यह पहल हर साल की जाएगी, ताकि सभी महिलाएं इस आयोजन का आनंद ले सकें।

गुलाल, मिठाइयों और सौहार्द से सराबोर हुआ माहौल

कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाया, मिठाइयां और नमकीन खिलाकर होली का आनंद लिया। पहली बार आयोजित इस समारोह में महिलाओं का उत्साह और उमंग देखने लायक था।

रीमा कुमारी ने कहा कि आने वाले वर्षों में इस आयोजन को और बड़े स्तर पर किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसमें भाग लेकर समाज में प्रेम और एकता का संदेश फैला सकें।

इस अवसर पर उपस्थित सभी महिलाओं ने भाईचारे और प्रेम के साथ होली मनाने की शपथ ली और इस तरह के आयोजनों को लगातार बढ़ावा देने की बात कही। महिलाओं ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और कार्यक्रम को सफल बनाने का संकल्प लिया।

जहानाबाद में जन औषधि केंद्र की 7वीं वर्षगांठ समारोहपूर्वक मनाई गई
जहानाबाद में जन औषधि केंद्र की स्थापना के 7 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जन औषधि केंद्र के संचालक चंदन कुमार ने केक काटकर स्थापना दिवस मनाया। समारोह में उपस्थित अतिथियों, ग्राहकों और आमजन को मेडल एवं गमछा देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में संचालक चंदन कुमार ने बताया कि उन्होंने छह माह पूर्व ही इस जन औषधि केंद्र की शुरुआत की थी, और इस छोटे से सफर में उन्हें जनता का भरपूर प्यार और समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र गरीब, लाचार एवं मध्यम वर्ग के लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो रहा है और इसे "वरदान" के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री जन औषधि योजना को एक सफल और जनहितकारी पहल बताया।
मेडिकल स्टोर में मौजूद डॉक्टरों ने बताया कि यहां लगभग सभी प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं। यदि किसी दवा की अस्थायी कमी होती है, तो उसे जल्द से जल्द उपलब्ध कराने की कोशिश की जाती है। चाहे झारखंड, बंगाल, उत्तराखंड या अन्य राज्यों से हो, जरूरी दवाइयों को जल्द मंगाया जाता है ताकि मरीजों को कोई असुविधा न हो।
ग्राहकों ने बताया कि पहले उन्हें अपनी बीमारी के इलाज में 2000 से 5000 रुपये खर्च करने पड़ते थे, लेकिन जन औषधि केंद्र से वही दवाइयां मात्र 1000 से 1500 रुपये में मिल रही हैं, जिससे आम जनता को काफी राहत मिली है। मरीजों ने यह भी स्पष्ट किया कि कम कीमत पर उपलब्ध दवाइयों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया गया है।।

समारोह में पूर्व सांसद अरुण कुमार ने भी उपस्थित होकर चंदन कुमार और उनकी टीम को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने चंदन कुमार को एक मेहनती, योग्य और समझदार व्यापारी बताते हुए कहा कि वे जहानाबाद की जरूरतों को बखूबी समझते हैं और जनता की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब चंदन कुमार इस केंद्र का उद्घाटन कर रहे थे, तभी उन्होंने अनुमान लगा लिया था कि यह जन औषधि केंद्र जहानाबाद के लोगों के लिए "वरदान" साबित होगा।
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:
श्री बृजेश कुमार (अपर समाहर्ता,)
पूर्व सांसद अरुण कुमार
सिविल सर्जन देवेंद्र प्रसाद
शिशिर कुमार पाण्डेय
थाना प्रभारी दिवाकर विश्वकर्मा
नवल किशोर (चेयरमैन, मानस निधालय)
नवीन कुमार (चेयरमैन, पतंजलि-जन औषधि सूप)
चंदन कुमार (निदेशक, जन औषधि केंद्र)
डा. मो. अनवर हुसैन (चिकित्सक, जहानाबाद)
इस अवसर पर कई महिला एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान जन औषधि केंद्र की उपलब्धियों पर चर्चा की गई और भविष्य में इसे और विस्तारित करने के संकल्प लिए गए।
जहानाबाद के सेंधवा गांव में चिकनपॉक्स की आशंका, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की जांच

जहानाबाद, 4 मार्च 2025: जिले के रतनी फरीदपुर प्रखंड स्थित सेंधवा गांव में बुखार और दाने की बीमारी फैलने की सूचना मिलने पर जिला स्तरीय और प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य टीम ने गांव में जाकर जांच की। जांच के दौरान कुल 9 लोग प्रभावित पाए गए, जिनमें से अधिकतर 10 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। चिकित्सकीय जांच में इनमें चिकनपॉक्स (चेचक) के लक्षण पाए गए हैं।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 6 बच्चों के रक्त नमूने लिए हैं, जिन्हें आगे की जांच के लिए पीएमसीएच, पटना भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद बीमारी की वास्तविक स्थिति स्पष्ट होगी।

बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वेक्षण किया जा रहा है। साथ ही, प्रभावित बच्चों को विटामिन ए की खुराक और आवश्यक टीकाकरण देने का निर्देश दिया गया है।

इस बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए पीएचसी फरीदपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा निरोधात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।

जांच टीम में शामिल अधिकारी:

  • डॉ. प्रमोद कुमार – जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी (टीम अध्यक्ष)
  • आलोक कुमार – जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट
  • संजीत रंजन – एसएमसी यूनिसेफ
  • डॉ. बृजेश कुमार – चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्तर
  • अरुण कुमार दिनकर – WHO मॉनिटर
  • एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और लैब टेक्नीशियन

स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध लक्षण पाए जाने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की अपील की है, ताकि समय पर उचित उपचार किया जा सके और बीमारी को फैलने से रोका जा सके।

महिला पंचायत प्रतिनिधियों को सरकार प्रतिमा 10हजार देना करें सुनिश्चित: कुमार नागेंद्र

पंचायत सरकार भवन के स्थल चयन की विवाद के समाधान की भी  की मांग

जहानाबाद  विधान पार्षद कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने सदन में फिर पंचायत के जनप्रतिनिधियों के हित में एक बड़ी मांग की है। उनके द्वारा महिला जनप्रतिनिधियों के लिए प्रतिमाह 10 हजार रुपए देने की मांग की गई है। आपने मांग में विधान पार्षद ने कहा कि सरकार महिलाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आरक्षण की व्यवस्था की है। लेकिन बिना आर्थिक स्रोत के सुदृढ़ीकरण यह संभव नहीं है। इसके लिए महिला जनप्रतिनिधियों को 10 हजार निर्धारित करना चाहिए। विधान पार्षद ने सदन में पंचायत सरकार भवन के निर्माण के स्थल में आ रही समस्या को लेकर भी प्रश्न किया है। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा में स्थल चयन किसी और स्थान पर होता है लेकिन निर्माण का कार्य दूसरे जगह प्रारंभ हो जाता है। इससे ग्रामीण इलाकों में काफी विकट स्थिति उत्पन्न हो रही है। जबकि प्रावधान में स्पष्ट उल्लेख है कि ग्राम सभा में चयनित स्थान पर ही पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य होना चाहिए। ऐसे में उन्होंने सरकार से इस समस्या को दूर करने की मांग की है। बताते चलें कि विधान पार्षद कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव लगातार सदन में पंचायत प्रतिनिधियों की हित को लेकर मांग रखते रहे हैं। उनके द्वारा सोमवार को भी सदन में
पंचायत प्रतिनिधियों के लिए पटना तथा जिला मुख्यालय में सस्ते दर पर ठहरने की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए की मांग की गई थी। उन्होंने कहा था कि पंचायत प्रतिनिधि विभागीय काम से हमेशा पटना आते जाते रहते हैं। लेकिन सरकारी स्तर पर उन लोगों के  ठहरने का कोई व्यवस्था नहीं होता है। ऐसे में उन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा था कि इन समस्याओं को देखते हुए उनके लिए पटना में सुविधा उपलब्ध कराया जाए।
जहानाबाद सशक्त ग्राम कचहरी बदल सकती है गांव की सूरत - वी के सिंह।
जहानाबाद केस-मुकदमा मुक्त परिवेश ही है समृद्धि का रास्ता। भारत गाँवों का देश है। खुशहाल और समृद्ध गांव देश को शक्तिशाली राष्ट्र बना सकता है। इसके लिए जरुरी है कि वाद-विवाद और केस-मुक़दमा में लगने वाला वक्त और पैसा अपने परिवार और अपने कैरियर पर खर्च हो। ग्राम कचहरी की धारणा इसी पर आधारित है। उक्त बातें 1987 बैच के वरिष्ठ आईपीएस और महापरिवर्तन आंदोलन के प्रणेता वी के सिंह जिला अतिथि गृह में जिले के सभी पंच और सरपंच के बीच बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि ग्राम कचहरी पूरी शक्ति और ईमानदारी से अपने दायित्वों को पूरा करने में लग जाए तो बिहार और देश एक वर्ष में विकसित हो जाए! मौजूद कई पंच-सरपंच ने बताया कि उन्हें इस बात का डर रहता है कि उन्ही के साथ मारपीट न हो जाए अथवा उन्हीं पर केस-मुकदमा न हो जाए। वी के सिंह ने सभी पंच-सरपंच को बताया कि इस सम्बन्ध में जिले के पुलिस अधीक्षक एवं राज्य के पुलिस महानिदेशक से इस बात का आग्रह करेंगे कि सभी पंचो की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। गौरतलब है कि दो-दो बार राष्ट्रपति पदक से पुरस्कृत श्री सिंह बिहार के बारह जिलों में महापरिवर्तन आंदोलन चला रहे हैं। महापरिवर्तन आंदोलन एक गैर-राजनीतिक और सामाजिक चेतना को जगाने का एक प्रयास है। जिसके माध्यम से ये प्रयास किया जा रहा है कि लोग गंदगी, लड़ाई-झगड़ा और भ्रष्टाचार को अपने वातावरण से पूरी तरह निकाल फेंके। सम्राट अशोक और चन्द्रगुप्त के समय 'बिहार' देश-दुनिया का सिरमौर होता था। आज ये स्थिति है कि बिहार की गिनती देश के सबसे पिछड़ा, सबसे अशिक्षित और सबसे भ्रष्ट राज्य में की जाती है। इस स्थिति से उबरने के लिए सभी बिहारियों को एकजुटता से अपनी सहभागिता निभानी पड़ेगी। तभी बिहार एक बार पुनः देश का गौरवशाली राज्य बन सकता है।
जहानाबाद मीरा बिगहा पहुंचेंगे लालू यादव, प्रो. चंद्रिका प्रसाद यादव को देंगे श्रद्धांजलि।
जहानाबाद। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव रविवार सुबह टेम्पल सिटी, मीरा बिगहा पहुंचेंगे, जहां वे प्रो. डॉ. चंद्रिका प्रसाद यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उनके आगमन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और स्थानीय कांग्रेस एवं राजद कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे। लालू यादव के साथ कई अन्य दिग्गज नेता भी श्रद्धांजलि सभा में शामिल हो सकते हैं। प्रो. डॉ. चंद्रिका प्रसाद यादव और लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक और व्यक्तिगत संबंधों की गाथा दशकों पुरानी रही है। दोनों नेताओं का जुड़ाव न केवल राजनीतिक था, बल्कि आपसी विश्वास और आदर पर भी आधारित था। जब लालू यादव 1990 में बिहार की राजनीति के शीर्ष पर पहुंचे, तब प्रो. चंद्रिका प्रसाद यादव उन वरिष्ठ नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने उनकी नेतृत्व क्षमता को पहचानते हुए उन्हें सहयोग दिया। चंद्रिका यादव की प्रशासनिक पकड़ और शिक्षाविद् के रूप में उनकी प्रतिष्ठा ने लालू यादव को राजनीतिक दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 90 के दशक में जब लालू यादव बिहार की राजनीति में वर्चस्व कायम कर रहे थे, उस दौर में प्रो. यादव को उनके 'नवरत्नों' में गिना जाता था। वे लालू यादव के उन भरोसेमंद सहयोगियों में से एक थे, जो न केवल राजनीतिक रणनीति बनाने में अहम थे, बल्कि शिक्षा और सामाजिक नीति में भी मार्गदर्शक की भूमिका निभाते थे। ऐसा कहा जाता है कि जब लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच राजनीतिक मतभेद बढ़े थे, तब प्रो. चंद्रिका यादव ने कई बार मध्यस्थता कर मतभेदों को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। वे राजनीति के उन नेताओं में से थे, जो प्रशासनिक और सामाजिक हलकों में समान रूप से सम्मानित थे। प्रो. यादव की दी हुई प्रसिद्ध "बांसुरी और कलम" की लोकोक्ति भी लालू यादव की राजनीति से गहराई से जुड़ी हुई थी। उनका मानना था कि बिहार की राजनीति और समाज में यदि बदलाव लाना है, तो शिक्षा (कलम) और जनसंपर्क (बांसुरी) का मेल जरूरी है। लालू यादव ने इस विचार को अपनाया और अपने कई भाषणों में इसका जिक्र भी किया था।