गौतम गंभीर देंगे छत्तीसगढ़ के युवाओं को क्रिकेट ट्रेनिंग, जानिए रजिस्ट्रेशन से जुड़ी पूरी डिटेल्स

रायपुर- भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व में एक विशेष क्रिकेट मास्टरक्लास और प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. यह शिविर अप्रैल और मई के महीनों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें युवा प्रतिभाओं को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा.

इस कार्यक्रम का आयोजन एकाना और अरण्य के सहयोग से किया जा रहा है. इसके अलावा, इस मास्टरक्लास में मयंक सिद्धाना (पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर और दिल्ली रणजी टीम के पूर्व चयनकर्ता), सुहैल शर्मा (पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर और इंडिया कैपिटल्स के सहायक कोच), और अतुल रानाडे (पूर्व भारत सी टीम फील्डिंग कोच) जैसे अनुभवी कोच भी शामिल होंगे.

छत्तीसगढ़ के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब कोई पूर्व कप्तान और वर्तमान भारतीय कोच छत्तीसगढ़ के युवाओं को क्रिकेट की ट्रेनिंग देने आयेगा. युवा क्रिकेटरों में इस कैंप को लेकर खासा उत्साह है.

प्रदेश में लगातार क्रिकेट को लेकर चल रहे आयोजनों से छत्तीसगढ़ क्रिकेट के अच्छे दिन आने की संभावना बढ़ गई है, कल संपन्न हुए सुपर सक्सेस इंटरनेशनल मास्टर्स लीग के सफल आयोजन ने छत्तीसगढ़ के क्रिकेट के प्रति प्रेम को और मजबूत किया है.

अगले महीने कोच गंभीर के नेतृत्व में होने वाले कैंप के लिए ट्रायल की तिथियां 22 और 23 मार्च निर्धारित की गई हैं, जो रायपुर के अवंती विहार के पास स्थित एमर्जिंग क्रिकेट ग्राउंड पर आयोजित किए जाएंगे. इसके बाद अप्रैल और मई में इसका प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा.

ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

इस कैंप के लिए फीस भी निर्धारित की गई है, 16 वर्ष से अधिक आयु के छात्रों के लिए फीस 12,500 रुपए और 16 वर्ष से कम आयु के छात्रों के लिए फीस मात्र 9,000 रुपए रखी गई है. निर्धारित फीस में युवा खिलाड़ियों को क्रिकफेस्ट किट (गौतम गंभीर द्वारा हस्ताक्षरित टी-शर्ट और कैप), पोषण स्नैक्स और हाइड्रेशन, भविष्य में छात्रवृत्ति के अवसर, परिवहन सेवा, गौतम गंभीर द्वारा मेंटरशिप सत्र भी प्रदान किया जाएगा. इस कैंप की अधिक जानकारी के लिए संपर्क सूत्र भी जारी किया गया है, मोबाइल नंबर: +91 8815499614 एवं भी संपर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.

छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई : कंटेनर में भरकर ओडिशा से यूपी ले जा रहा था गांजा, एक करोड़ के माल के साथ ड्राइवर गिरफ्तार

कोरबा- गांजा तस्करी मामले में कटघोरा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. जिले में पहली बार एक करोड़ का गांजा जब्त किया गया है. गांजा तस्कर कंटेनर वाहन से गांजे की बड़ी खेप ओड़िशा से उत्तरप्रदेश खपाने ले जा रहा था. मुखबिर की सूचना पर कटघोरा पुलिस ने यह कार्रवाई की.

यह मामला कटघोरा थाना क्षेत्र का है. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर सुतर्रा रापाखर्रा पुल के पास कंटेनर वाहन को रोका और गाड़ी की तलाशी ली. कंटेनर से 500 किलो गांजा बरामद किया गया. जब्त गांजे की कीमत लगभग एक करोड़ बताई जा रही है.

पुलिस ने कंटेनर चालक को भी गिरफ्तार कर लिया है. कटघोरा पुलिस कंटेनर चालक से पूछताछ कर रही. इस गांजा तस्करी में अंतरराज्यीय गिरोह का हाथ हो सकता है. बता दें कि काफी लंबे समय से इस क्षेत्र में गांजा तस्करी का खेल चल रहा था. इस कार्रवाई के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से की सौजन्य मुलाकात

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलवाद अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। सरकार की सख्त नीतियों और सुरक्षा बलों की प्रभावी रणनीति के चलते नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति लौट रही है। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके निवास पर मुलाकात की। इस बैठक में नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने, बस्तर के विकास को तेज करने और पर्यटन व आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर विस्तार से चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री श्री साय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अवगत कराया कि नक्सलवाद अब अपने आखिरी पड़ाव पर है और सरकार इसे पूरी तरह खत्म करने के लिए निर्णायक कदम उठा रही है। राज्य और केंद्र के संयुक्त प्रयासों से नक्सली संगठनों की पकड़ कमजोर हो चुकी है। अब अंतिम चरण की रणनीति तैयार कर बस्तर को स्थायी शांति की ओर ले जाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 का असर दिखने लगा है। हाल ही में बीजापुर जिले में 9 ईनामी नक्सलियों समेत कुल 19 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता और पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, ताकि वे समाज में सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर सकें। बैठक में बस्तर में विकास कार्यों को तेज करने पर विशेष ध्यान दिया गया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि सरकार क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और जल जैसी बुनियादी सुविधाओं को मजबूत कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कौशल विकास, स्वरोजगार और नए रोजगार के अवसर तैयार किए जा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि बस्तर सिर्फ संघर्ष की भूमि न रहकर शांति, विकास और संभावनाओं का नया केंद्र बने। बैठक में बस्तर के समृद्ध सांस्कृतिक और प्राकृतिक सौंदर्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने की योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

भारत माला परियोजना पर सदन में घमासान : विपक्ष ने की भ्रष्टाचार की जांच CBI से कराने की मांग, मंत्री टंकराम वर्मा बोले-

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का 13वां दिन हंगामेदार रहा. भारत माला सड़क परियोजना को लेकर विपक्ष हमलावर नजर आया. विपक्ष ने इस परियोजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए सीबीआई से इसकी जांच करने की मांग की. इसके जवाब में राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने सदन को बताया कि सरकार ने ईओडब्ल्यू जांच की घोषणा की है.

उन्होने कहा कि अभनपुर तहसील क्षेत्र में मुआवजा वितरण गड़बड़ी होना पाया गया है. रायपुर संभागायुक्त की ओर मामले की जांच की गई थी. जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई करते हुए अभनपुर के तत्कालीन एसडीएम को निलंबित किया गया है. हालांकि मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में रायपुर से विशाखापट्टनम तक इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है. भारत माला प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के अधीनस्थ आता है. जिन गांव की जमीनों को अधिग्रहीत कर इकोनॉमिक कॉरिडोर बनना था, वहां मुआवजा वितरण में करोड़ों रुपयों का हेर-फेर का मामला सामने आया. बजट सत्र की शुरुआती दिनों से नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने भारत माला प्रोजेक्ट के तहत मुआवजा वितरण में हो रही गड़बड़ियों का सवाल लगाया था. शुरुआती दिन में विभाग से जवाब में जानकारी एकत्रित करने की बात कही गई. जब सत्र के दूसरे सप्ताह में जवाब आया तब सदन में प्रश्नकाल की शुरुआत हो चुकी थी. अधिकारियों की लेट लतीफी और गैर जिम्मेदारी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने सख्त हिदायत में पूरे मामले की जानकारी देने की व्यवस्था दी.

बजट सत्र के तीसरे सप्ताह में राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने मुआवजा वितरण में हो रही गड़बड़ियों की जानकारी संक्षिप्त में दी. वहीं इस बात को सरकार ने स्वीकारा कि भारत माला प्रोजेक्ट में बड़ी गड़बड़ियां हुई है. सत्तापक्ष के भारत माला प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार को स्वीकारने के बाद विपक्ष ने सदन में पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की. राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने सदन के अंदर संभाग आयुक्त से जांच करने की घोषणा की. वहीं विष्णुदेव साय कैबिनेट की बैठक में निर्णय किया गया कि पूरे मामले की जांच EoW करेगी. विपक्ष ने ईओडब्लयू से मामले की जांच कराए जाने पर आपत्ति जताई. पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि सदन की अवहेलना की गई है. सदन में जब मंत्री ने घोषणा की तब वह कैबिनेट में निर्णय लेकर कैसे ईओडब्लयू की जांच की घोषणा कर सकते हैं.

भारत माला प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ी उजागर होने पर लगभग दर्जनभर अधिकारियों को निलंबित किया गया. वहीं अब इस मामले में ईओडब्लयू जांच करेगी. विपक्ष का कहना है कि इस मामले की जांच को केंद्रीय एजेंसी के माध्यम से किया जाना चाहिए. राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा का कहना है कि कांग्रेस ने पहले सीबीआई पर बैन लगा दिया था. अब सीबीआई जांच की मांग कर रही है. भारत माला प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की एक बड़ी परियोजना है. भूमि अधिग्रहण में काफी अनियमितता पाई गई थी. सरकार ने स्वतंत्र जांच के लिए ईओडब्ल्यू को पूरा मामला सौंपा है, जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से राज्य के सांसदों ने की सौजन्य भेंट

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आज नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में सांसद महेश कश्यप, कमलेश जांगड़े एवं रूपकुमारी चौधरी ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने सांसदों से अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में विकास योजनाओं की प्रगति और आवश्यकताओं पर फीडबैक लिया और केंद्र सरकार से जुड़ी आवश्यक पहल को प्राथमिकता देने की बात कही। इस दौरान सांसदों ने मुख्यमंत्री श्री साय से राज्य के विकास, केंद्र-राज्य समन्वय, और क्षेत्रीय आवश्यकताओं को लेकर चर्चा की।

छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में लगेगा तीन दिवसीय स्वास्थ्य परीक्षण शिविर

रायपुर-  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर द्वारा विधानसभा परिसर में तीन दिवसीय स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन 18 मार्च से किया जा रहा है। इस शिविर का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में किया जाएगा। यह शिविर 18 मार्च से 20 मार्च तक चलेगा। स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में उपलब्ध विशेषज्ञ सेवाओं में भेषज रोग (मेडिसिन विभाग), स्त्री रोग, अस्थि रोग, नाक, कान एवं गला रोग, चर्म रोग, शल्य रोग, मनोरोग, दंत रोग एवं नेत्र रोग से संबंधिक बीमारियों का परीक्षण किया जाएगा।

शिविर में सोनोग्राफी, ई.सी.जी., उच्च रक्तचाप, मधुमेह, समस्त रक्त जांच एवं जनरल चेकअप की जांच सुविधा उपलब्ध रहेगी। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य विधानसभा से जुड़े लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना है, ताकि वे विभिन्न रोगों की जांच और उपचार करा सकें। स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के शुभारंभ के मौके पर उपमुख्यमंत्री द्वय अरूण साव, विजय शर्मा , स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल समेत अन्य मंत्रिगण एवं विधायक गण उपस्थित रहेंगे।

मंत्री रामविचार नेताम के विभागों के लिए 63,273 करोड़ रूपए से अधिक की अनुदान मांगें पारित

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज कृषि एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम के विभागों के लिए कुल 63,273 करोड़ 82 लाख 11 हजार रूपए की अनुदान मांगें पारित की गई। इसमें अनुसूचित जाति उपयोजना अंतर्गत त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं को वित्तीय सहायता के लिए 229 करोड़ 35 लाख 38 हजार रूपए, आदिम जाति कल्याण के लिए 155 करोड़ 28 लाख 40 हजार रूपए, अनुसूचित जनजाति उपयोजना के लिए 38,271 करोड़ 21 लाख 50 हजार रूपए, अनुसूचित जनजाति उपयोजना से संबंधित लोक निर्माण कार्य-सड़कें और पुल के लिए 1814 करोड़ 54 लाख 30 हजार रूपए, अनुसूचित जाति कल्याण के लिए 2 करोड़ 73 लाख 90 हजार रूपए अनुदान मांगें शामिल हैं। इसी प्रकार अनुसूचित जाति उपयोजना अंतर्गत नगरीय निकाय को वित्तीय सहायता के लिए 198 करोड़ 83 लाख 67 हजार रूपए, अनुसूचित जाति उपयोजना के लिए 13792 करोड़ 21 हजार रूपए, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण के लिए 291 करोड़ 3 लाख 50 हजार रूपए, अनुसूचित जाति उपयोजना से संबंधित लोक निर्माण कार्य-भवन के लिए 261 करोड़ 65 लाख 10 हजार रूपए, अनुसूचित जनजाति उपयोजना के अंतर्गत त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं को वित्तीय सहायता के लिए 461 करोड़ 20 लाख 98 हजार रूपए, अनुसूचित जनजाति उपयोजना के लिए नगरीय निकायों को वित्तीय सहायता के लिए 283 करोड़ 14 लाख 71 हजार रूपए, कृषि के लिए 7056 करोड़ 53 लाख 60 हजार रूपए तथा कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा से संबंधित व्यय के लिए 456 करोड़ 26 लाख 86 हजार रूपए की अनुदान मांगें शामिल हैं।

कृषि एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम ने विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार मोदी की गारंटी के अनुरूप गांव, गरीब, किसान, युवा और वंचित वर्गाें के लिए काम कर रही है। ‘‘हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे‘‘ के जज्बे के साथ अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक सबके लिए काम कर रही है। इन सभी वर्गाें के उत्थान के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आदिवासियों के लिए योजना बनाकर काम शुरू किया गया है। इनके परिणाम अब धरातल पर दिख रहे हैं और आदिवासी समाज का बेटा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री बना है। विशेष पिछड़ी जनजाति की बेटी देश की राष्ट्रपति है।

श्री नेताम ने सदन में बताया कि आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के लिए आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 में राजस्व एवं पूंजीगत व्यय में 2956 करोड़ 40 लाख 52 हजार रूपए का प्रावधान किया गया है। इसमें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 2205 करोड़ 19 लाख 38 हजार रूपए, अनुसूचित जाति वर्ग के लिए 531 करोड़ 17 लाख 64 हजार रूपए तथा अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए 220 करोड़ 3 लाख 50 हजार रूपए के प्रावधान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आदिवासी उपयोजना मद में विभिन्न विभागों के लिए आगामी बजट में कुल 40,800 करोड़ 76 लाख 49 हजार रूपए का बजट प्रावधान है। अनुसूचित जाति उपयोजना मद में कुल 14,036 करोड़ 49 लाख 56 हजार रूपए का प्रावधान किया गया है।

श्री नेताम ने अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों और अनुसूचित जाति बाहुल्य गांवों के विकास एवं स्थानीय समुदायों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए बहुत से कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। भारत सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) नाम से एक महत्वपूर्ण अभियान क्रियान्वित किया जा रहा है, इसमें राज्य की पांच विशेष पिछड़ी जनजातियों बैगा, पहाड़ी कोरबा, कमार, अबूझमाड़िया एवं बिरहोर को शामिल किया गया है। इसके माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजाति बसाहटों में मूलभूत सुविधाओं के विकास एवं विस्तार के लिए त्वरित कार्य किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने नये बजट में विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए 300 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। उन्होंने बताया कि राज्य के 18 जिलों के 2161 बसाहटों में 59 हजार 800 से अधिक विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार निवासरत हैं, जिनकी जनसंख्या करीब 2 लाख 29 हजार है।

आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम ने सदन में बताया कि दूरस्थ क्षेत्रों के निवासी नियद नेल्ला नार के माध्यम से विकास की मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान भारत सरकार द्वारा संचालित 80 हजार करोड़ रूपए की योजना है, जिसमें छत्तीसगढ़ के 6 हजार गांव शामिल हैं। इस अभियान के तहत वन क्षेत्रों के गांवों में सड़क, बिजली, पानी, अस्पताल, सिंचाई के साधन, क्षमता निर्माण जैसे काम किए जा रहे हैं। भारत सरकार की निगरानी में राज्य में इन क्षेत्रों में काम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आश्रम-छात्रावासों केे सुव्यवस्थित संचालन के लिए अधिकारियों की टीम नियमित निरीक्षण करेगी। साथ ही जीर्ण-शीर्ण आश्रम-छात्रावासों का शीघ्र जीर्णाेंद्धार किया जाएगा।

श्री नेताम ने बताया कि नया रायपुर में निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी संग्रहालय देश का सबसे अच्छा आदिवासी संग्रहालय होगा। यह प्रदेश की धरोहर बनने जा रहा है। आदिवासी समाज के लोगों के आजादी में योगदान और उनके संघर्षों को यहां चित्रित किया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजातियों के श्रद्धा/पूजा स्थलों ‘‘अखरा विकास‘‘ के परिरक्षण एवं विकास के लिए 2 करोड़ 50 लाख रूपए तथा आदिवासी समुदायों की पुरातन परंपरा ‘‘करमा‘‘ के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए 2 करोड़ 50 लाख रूपए का प्रावधान नये बजट में किया गया है। उन्होंने बताया कि संत शिरोमणि बाबा गुरू घासीदास जी के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए गिरौदपुरी के साथ ही भण्डापुरी जैसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में अधोसंरचना विकास एवं मूलभूत सुविधाओं के विस्तार एवं विकास के लिए बजट में 2 करोड़ 24 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है। भण्डारपुरी धर्म स्थल में गुरूद्वारा (मोती महल) निर्माण के लिए 17.80 लाख रूपए का भी प्रावधान किया गया है।

कृषि मंत्री श्री नेताम ने विभागीय अनुदान मांगों पर चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि किसान परहित और परिश्रम का पर्याय है। कृषि और ऋषि संस्कृति में हम सब रचे-बसे हैं। श्री नेताम ने तखतपुर में उद्यानिकी महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य के अनुपूरक बजट में इसे शामिल किया जाएगा। उन्होंने सदन में बताया कि नये बजट में किसान समृद्धि योजना के लिए 11 करोड़ रूपए और किसानों के कृषि प्रशिक्षण एवं पर्यटन के लिए 2 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में श्रीअन्न (कोदो, कुटकी, रागी) की खेती को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाकर काम किया जा रहा है।

मंत्री श्री नेताम ने सदन में कहा कि खरीफ एवं रबी फसलों की मक्का, सरसो, सोयाबीन, उड़द, मूंग, चना जैसी फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था नैफेड और एनसीएफ के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए 80 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए नये बजट में 10 करोड़ रूपए प्रावधानित है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में वर्टिकल फार्मिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हो रही है। किसानों को उन्नत वर्टिकल फार्मिंग के लिए प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग इसके माध्यम से प्रदान किया जाएगा। आगामी बजट में इसके लिए 15 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।

अनुदान मांगों की चर्चा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, सदस्यगण अजय चंद्राकर, पुन्नू लाल मोहले, धरमलाल कौशिक, धर्मजीत सिंह, लखेश्वर बघेल, संगीता सिन्हा, दलेश्वर साहू, दिलीप लहरिया, कुंवर सिंह निषाद, गोमती साय, रामकुमार यादव, प्रबोध मिंज, अटल श्रीवास्तव, व्यास कश्यप, भावना बोहरा, रायमुनि भगत, जनक ध्रुव, प्रणव कुमार मरपच्ची, नीलकंठ टेकाम और उद्धेश्वरी पैकरा ने हिस्सा लिया।

हाईटेक हुआ अब छत्तीसगढ़ का ये रेलवे स्टेशन… एयरपोर्ट की तर्ज पर ऑटोमेटिक मिलेगा चिप्स और कोल्ड्रिंक

रायपुर- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन का बिलासपुर रेलवे स्टेशन अब हाईटेक होगया है. यहां अब यात्रियों को एयरपोर्ट की तर्ज पर ऑटोमेटिक तरीके से चिप्स और कोल्ड्रिंक मिलेगा. मंडल के बिलासपुर स्टेशन में यात्रियों के लिए एक नई व्यवस्था की गई है. अब यात्रियों को चिप्स, कुरकुरे, चॉकलेट और कोल्ड्रिंक जैसे स्नेक्स और पेय पदार्थ खरीदने के लिए स्टाल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वे आटोमेटिक वेंडिंग मशीन के जरिए खाने पीने की चीजें खुद से खरीद सकेंगे. रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों को आसान, त्वरित एवं डिजिटल भुगतान से खान-पान के पदार्थों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु बिलासपुर स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक में आटोमेटिक वेंडिंग मशीन स्थापित की गई है जिसका आज विधिवत शुभारंभ स्टेशन में मौजूद एक बच्ची के द्वारा फीता काटकर किया गया. इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह एवं मंडल वाणिज्य प्रबंधक एस. भारतीयन उपस्थित थे।

यात्रियों को इस आटोमेटिक वेंडिंग मशीन में सामान प्रिंट मूल्य पर प्राप्त होगा . कोई भी यात्री बिना किसी के सहयोग से इस मशीन का आसानी से उपयोग कर सकता है . इस मशीन में सभी सामग्री की नंबरिंग होगी, जिसके लिये यात्रियों को स्केन करना होगा . इस मशीन में कई खांचे होंगे, जिनमें से ऊपर के खांचे में चिप्स एवं कुरकुरे , बीच के खांचे में चॉकलेट, बिस्किट व अन्य स्नैक्स तथा सबसे नीचे के खांचे में कोल्डड्रिंक्स व पेयपदार्थ रहेंगे. इसका उपयोग करते समय यात्री को सबसे पहले मशीन में लगे क्यूआर कोड को स्केन करना होगा, जिसके बाद आगे के विकल्प अपने आप आते जायेंगे इसके साथ इसमें नंबर भी आयेगा जिसके आधार पर यात्री मनपसंद चीजों को प्राप्त कर सकेगा , प्रकिया पूरा होते ही नीचे स्थित बॉक्स में सामान आ जायेगा.

रेलवे प्रशासन द्वारा यह कदम यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है, ताकि उन्हें इंतजार या ट्रेन के आने-जाने के दौरान खाने-पीने की चीजों की कमी न हो. इस आटोमेटिक वेंडिंग मशीन में खान-पान के पदार्थ 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे. इस मशीन से बड़ा लाभ यह होगा कि यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर लगे छोटे स्टाल से खरीदारी करने के लिए समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा . यह वेंडिंग मशीनें खासतौर पर ऐसे यात्रियों जो कि ट्रेनों की प्रतीक्षा कर रहे होते हैं, उनके लिए बहुत सहायक होंगी. इसके साथ ही ये मशीन पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी फायदेमंद है क्योंकि इसमें कागज एवं प्लास्टिक का इस्तेमाल कम होता है.

 यात्रियों को इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से और भी कई फायदे होंगे

1.   प्रिंट रेट पर सामानों की प्राप्ति – इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से यात्रियों को अपने खान-पान की चींजे निर्धारित मूल्यों (प्रिंट रेट) पर मिलेगी.

2.   24 घंटे उपलब्धता – यह ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन यात्रियों को 24 घंटे खाने-पीने की चीजें उपलब्ध कराएगी.

3.   मनपसंद चीजों/सामानों का चयन – इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से यात्री अपनी मनपसंद चीजों/सामनों का चयन कर उसे आसानी से खरीद सकता है .

4.   ऑनलाइन भुगतान की सुविधा – इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन से यात्रियों को क्यूआर कोड के माध्यम से स्केन कर डिजिटल भुगतान की सुविधा प्राप्त होगी .

5.   समय की बचत- इस ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन का आसानी से प्रयोग कर शीघ्रता से अत्यंत कम समय में खान-पान की चीजें प्राप्त कर सकते हैं .

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह ने कहा की आटोमेटिक वेंडिंग मशीन का उद्देश्य स्टेशनों में यात्रियों को बेहतर और त्वरित सेवाएं प्रदान करना है. यह मशीन यात्रियों की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि यह मशीन यात्रियों को डिजिटल भुगतान से खान-पान के पदार्थों की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगी. इसके साथ ही इन वेंडिंग मशीनों में विभिन्न विकल्पों का चुनाव किया जा सकता है ताकि यात्री अपनी इक्छा अनुसार अपनी चीजें खरीद सके .

छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 36 ट्रेनें रद्द…

रायपुर- ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों के लिए बुरी खबर है. खबर ये है कि एक बार फिर रेलवे ने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 36 ट्रेनों को रद्द कर दिया है. वहीं कुछ ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है. कुल 43 ट्रेनें प्रभावित होगी. ये ट्रेनें 11 अप्रैल से 23 अप्रैल के बीच प्रभावित रहेगी.

रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के अंतर्गत रायगढ़-झारसुगुड़ा सेक्शन में कोतरलिया रेलवे स्टेशन को चौथी लाइन को कनेक्टिविटी का कार्य एवं इस सेक्शन में चौथी लाइन में विद्युतीकृत का कार्य किया जायेगा. यह कार्य दिनांक 11 से 23 अप्रैल, 2025 तक तक किया जायेगा. इस कार्य के फलस्वरूप कुछ यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहेगा.

प्रभावित होने वाली गाडियां:-

1.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक रायगढ़ से चलने वाली 68737 रायगढ़-बिलासपुर मेमू रद्द रहेगी.

2.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक बिलासपुर से चलने वाली 68738 बिलासपुर-रायगढ़ मेमू रद्द रहेगी.

3.    दिनांक 10 से 23 अप्रैल, 2025 तक बिलासपुर से चलने वाली 68736 बिलासपुर-रायगढ़ मेमू रद्द रहेगी.

4.    दिनांक 10 से 23 अप्रैल, 2025 तक रायगढ़ से चलने वाली 68735 रायगढ़-बिलासपुर मेमू रद्द रहेगी.

5.    दिनांक 10 से 23 अप्रैल, 2025 तक टाटानगर से चलने वाली 18113 टाटानगर-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

6.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक बिलासपुर से चलने वाली 18114 बिलासपुर-टाटानगर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

7.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक टाटानगर से चलने वाली 18109 टाटानगर-नेता सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

8.    दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक नेता सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) से चलने वाली 18110 सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) -टाटानगर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

9.    दिनांक 16 एवं 23 अप्रैल, 2025 को संतरागाछी से चलने वाली 20828 संतरागाछी-जबलपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

10.   दिनांक 17 एवं 24 अप्रैल, 2025 को जबलपुर से चलने वाली 20827 जबलपुर-संतरागाछी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

11.   दिनांक 11, 15, 18, 22 एवं 25 अप्रैल, 2025 को दरभंगा से चलने वाली 17008 दरभंगा-सिकंदराबाद एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

12.   दिनांक 08, 12, 15, 19 एवं 22 अप्रैल, 2025 को सिकंदराबाद से चलने वाली 17007 सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

13.   दिनांक 12 एवं 19 अप्रैल, 2025 को संतरागाछी से चलने वाली 20822 संतरागाछी-पुणे एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

14.   दिनांक 14 एवं 21 अप्रैल, 2025 को पुणे से चलने वाली 20821 पुणे-संतरागाछी-पुणे एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

15.   दिनांक 10, 14, 17 एवं 21 अप्रैल, 2025 को भुवनेश्वर से चलने वाली 12880 भुवनेश्वर-कुर्ला एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

16.   दिनांक 12, 16, 19 एवं 23 अप्रैल, 2025 को कुर्ला से चलने वाली 12879 कुर्ला-भुवनेश्वर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

17.   दिनांक 11 एवं 18 अप्रैल, 2025 को बिलासपुर से चलने वाली 22843 बिलासपुर-पटना एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

18.   दिनांक 13 एवं 20 अप्रैल, 2025 को पटना से चलने वाली 22844 पटना-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

19.   दिनांक 11 एवं 18 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12870 हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

20.   दिनांक 13 एवं 20 अप्रैल, 2025 को मुंबई से चलने वाली 12869 मुंबई-हावड़ा एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

21.   दिनांक 09, 10, 16 एवं 17 अप्रैल, 2025 को एलटीटी से चलने वाली 12151 एलटीटी-शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

22.   दिनांक 11, 12, 18 एवं 19 अप्रैल, 2025 को शालीमार से चलने वाली 12152 शालीमार-एलटीटी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

23.   दिनांक 10 एवं 17 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 22894 हावड़ा-साईंनगर शिरडी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

24.   दिनांक 12 एवं 19 अप्रैल, 2025 को साईंनगर शिरडी से चलने वाली 22893 साईंनगर शिरडी-हावड़ा एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

25.   दिनांक 11, 12, 18 एवं 19 अप्रैल, 2025 को हटिया से चलने वाली 12812 हटिया-एलटीटी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

26.   दिनांक 13, 14, 20 एवं 21 अप्रैल, 2025 को एलटीटी से चलने वाली 12811 एलटीटी-हटिया एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

27.   दिनांक 11 एवं 24 अप्रैल, 2025 को पुणे से चलने वाली 12129 पुणे-हावड़ा आजाद हिन्द एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

28.   दिनांक 11 एवं 24 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12130 हावड़ा-पुणे आजाद हिन्द एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

29.   दिनांक 11 एवं 24 अप्रैल, 2025 को मुंबई से चलने वाली 12859 मुंबई-हावड़ा गीतांजली एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

30.   दिनांक 11 एवं 24 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12860 हावड़ा-मुंबई गीतांजली एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

31.   दिनांक 10, 12, 17 एवं 19 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12222 हावड़ा-पुणे दुरन्तों एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

32.   दिनांक 12, 14, 19 एवं 21 अप्रैल, 2025 को पुणे से चलने वाली 12221 पुणे-हावड़ा दुरन्तों एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

33.   दिनांक 09, 10, 16 एवं 17 अप्रैल, 2025 को पोरबंदर से चलने वाली 12905 पोरबंदर-शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

34.   दिनांक 11, 12, 18 एवं 19 अप्रैल, 2025 को शालीमार से चलने वाली 12906 शालीमार-पोरबंदर एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

35.   दिनांक 11, 12, 14, 15, 18, 19, 21 एवं 22 अप्रैल, 2025 को एलटीटी से चलने वाली 12101 एलटीटी-शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

36.   दिनांक 13, 14, 16, 17, 20, 21, 23 एवं 24 अप्रैल, 2025 को शालीमार से चलने वाली 12102 शालीमार- एलटीटी ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

परिवर्तित मार्ग से चलाने वाली गाडियां:-

37.   दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक हावड़ा से चलने वाली 12810 हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस परिवर्तित झारसुगुड़ा–टिटलागढ़-रायपुर होकर चलेगी.

38.   दिनांक 11 से 24 अप्रैल, 2025 तक मुंबई से चलने वाली 12809 मुंबई-हावड़ा मेल एक्सप्रेस परिवर्तित रायपुर-टिटलागढ़-झारसुगुड़ा होकर चलेगी.

39.   दिनांक 11, 14, 15, 16, 18, 21, 22 एवं 23 अप्रैल, 2025 को हावड़ा से चलने वाली 12262 हावड़ा-मुंबई दुरन्तों एक्सप्रेस परिवर्तित झारसुगुड़ा–टिटलागढ़-रायपुर होकर चलेगी.

40.   दिनांक 13, 15, 16, 17, 20, 22, 23 एवं 24 अप्रैल, 2025 को मुंबई से चलने वाली 12261मुंबई-हावड़ा दुरन्तों एक्सप्रेस परिवर्तित रायपुर- टिटलागढ़-झारसुगुड़ा होकर चलेगी.

बीच समाप्त होने वाली गाड़ी :-

41.   दिनांक 11 अप्रैल से 05 मई, 2025 तक गोंदिया एवं झारसुगुड़ा से चलने वाली 68861/ 68862 गोंदिया-झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू पैसेंजर स्पेशल बिलासपुर एवं झारसुगुड़ा के बीच रद्द रहेगी.

42.   दिनांक 09, 10, 12, 14, 15, 16, 17, 19, 21 एवं 22 अप्रैल, 2025 को निज़ामुद्दीन से चलने वाली 12410 निज़ामुद्दीन–रायगढ़ गोडवाना एक्सप्रेस बिलासपुर एवं रायगढ़ के बीच रद्द रहेगी.

43.   दिनांक 11, 12, 14, 16, 17, 18, 19, 21, 23 एवं 24 अप्रैल, 2025 को रायगढ़ से चलने वाली 12409 रायगढ़-निज़ामुद्दीन गोडवाना एक्सप्रेस रायगढ़ एवं बिलासपुर के बीच रद्द रहेगी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. देवेंद्र प्रधान के निधन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया शोक व्यक्त

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. देवेंद्र प्रधान के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. देवेंद्र प्रधान के निधन से देश ने एक प्रखर जननेता, कुशल संगठनकर्ता और संवेदनशील जनप्रतिनिधि को खो दिया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने शोक संदेश में कहा कि डॉ. देवेंद्र प्रधान का संपूर्ण जीवन राष्ट्रसेवा, संगठन और लोकहित के प्रति समर्पित रहा। वे श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में प्रभावी कार्य करते हुए देश के विकास में योगदान देने वाले कर्मठ राजनेता थे। उनकी दूरदर्शिता, संगठनात्मक कौशल और जनकल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सदा प्रेरणादायी रहेगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ. प्रधान जी का निधन राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। वे एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने समाज के सभी वर्गों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए सदैव समाजसेवा को प्राथमिकता दी। उनकी नेतृत्व क्षमता और समर्पण भावना हमेशा हमें प्रेरित करती रहेगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोक संतप्त परिवार, समर्थकों और अनुयायियों को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।