अमन साव का गैंग अब मयंक सिंह और राहुल सिंह चलाएंगे, सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी जानकारी

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : गैंगस्टर अमन साव के एनकाउंटर के बाद उसके गैंग के नए लीडर का नाम सामने आया है। अब अमन साव गैंग को उनके गुर्गे मयंक सिंह और राहुल सिंह द्वारा चलाया जाएगा। मयंक सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी है। 

मयंक सिंह ने अपने पोस्ट में साफ-साफ लिखा है कि BOSS को फर्जी एनकाउंटर में मारा गया है। मयंक सिंह ने लिखा है कि गैंग का संचालन अब मेरे (#MAYANK_SINGH) एवं #(RAHUL SINGH) के द्वारा किया जाऐगा। गैंग से जुड़े सभी लोगों एवं -BOSS से व्यक्तिगत रूप से जुड़े हुए सभी लोगों को ये बताना चाहता हूं कि आपलोग को किसी प्रकार की चिंता नहीं करनी है, अब हमारे बीच नहीं रहे हैं, मगर उनके का साथ हमेशा हमलोगों के साथ एवं ऊपर सदैव के लिए जरूर बना रहेगा।......

बता दे कि मंगलवार को झारखंड के बड़े गैंगस्टर अमन साव को रायपुर से झारखंड पुलिस से रांची ला रही थी इस बीच हमला होता है और अमन साहू पुलिस एनकाउंटर में मारा जाता।

इधर झारखंड पुलिस के दावे पर नजर दौड़ाएं तो मयंक सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है। सीबीआई की रेड कॉर्नर नोटिस के बाद वह अजर बैजान में नवंबर 2024 में हिरासत में लिया गया था।हालांकि, अजर बैजान में हिरासत में लिए जाने संबंधित खबर प्रकाशित होने के दूसरे ही दिन मयंक सिंह ने फेसबुक पोस्ट पर उक्त खबर का खंडन किया था।अगर अजर बैजान में पकड़ा गया शख्स मयंक सिंह है तो फेसबुक पोस्ट कर लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाला मयंक सिंह कौन है, यह सवाल अब भी बना हुआ है।

अमन साहू एनकाउंटर: चचेरे भाई और जीजा ने रिसीव किया शव, कहा - न्यूज से मिली थी जानकारी


पलामू: एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का शव लेने परिजन बुधवार की देर शाम पलामू पहुंचे. जहां पलामू के चैनपुर थाना की पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.देर शाम अमन साहू के जीजा संतोष कुमार और चचेरा भाई कृष्णा साहू और अन्य ग्रामीण शव लेने मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंचे. उसके जीजा संतोष कुमार और चचेरे भाई कृष्णा साहू ने बताया कि खबर के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली थी, जिसके बाद वे शव लेने पलामू पहुंचे हैं. पुलिस ने भी उन्हें सूचना दी थी कि अमन साहू एनकाउंटर में मारा गया है. अमन साहू रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र के मतवे गांव का रहने वाला था.

दरअसल, पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी ढोढ़ा में एटीएस की टीम ने एनकाउंटर में अमन साहू को मार गिराया था. अमन साहू को छत्तीसगढ़ के रायपुर से रांची के होटवार जेल में शिफ्ट किया जा रहा था. इसी क्रम में पलामू के इलाके से गुजरते समय एटीएस टीम पर उसके गिरोह ने हमला कर दिया.इस दौरान अमन साहू को छुड़ाने का प्रयास भी किया गया.

 जिसके बाद एटीएस की जवाबी कार्रवाई में अमन साहू मारा गया. मंगलवार रात मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में अमन साहू के शव का पोस्टमार्टम कराया गया.इस दौरान अमन साहू को छुड़ाने का प्रयास भी किया गया. जिसके बाद एटीएस की जवाबी कार्रवाई में अमन साहू मारा गया. 

मंगलवार रात मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में अमन साहू के शव का पोस्टमार्टम कराया गया.

इसके पूर्व मीडिया में यह खबर आ रही थी अमन साहू का शव उसके परिवार लेने से इंकार किया जबकि, एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए उसके माता पिता ने इस तरह के किसी बात से इंकार किया. उसका कहना हैं कि उसे जब फोन आया उस समय रात हो गया था. उसने सिर्फ इतना कहा था कि अभी रात हो गया, इस लिए वे नहीं आ सकते. उसका शव हमारे घर तक पहुंचा दीजिये.

इस इनकाउंटर पर भी मां बाप ने सवाल उठाया और कहा उसे साजिश के तहत मारा गया. इस लिए इसकी सिबीआई जाँच हो.

गढ़वा में ससुरालवालों को नहीं दिया मंईयां सम्मान योजना का पैसा तो कर दी बेरहमी से हत्या


झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, गढ़वा जिले में एक महिला के लिए जानलेवा साबित हो गयी। गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र के मानपुर गांव में 25 वर्षीय शकीना बीबी की उसके ही ससुरालवालों ने हत्या कर दी। पुलिस ने पति खुर्शीद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

योजना के पैसे को लेकर विवाद

सरकार द्वारा शकीना बीबी के खाते में 7500 रुपये भेजे गए थे। सोमवार को जब वह बैंक से पैसे निकालकर घर लौटी, तो पति खुर्शीद अंसारी, सास रोजनी बीबी और दादी सास नजमा बीबी ने उससे पैसे मांगने शुरू कर दिए। शकीना ने इंकार किया और केवल 500 रुपये पति को दिए, लेकिन वे सभी पूरी रकम मांगने लगे। इसी बात को लेकर घर में विवाद बढ़ गया। सोमवार की शाम करीब 7 बजे शकीना के पति, सास और दादी सास ने उसकी बेहद पिटाई की और फिर गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को घर के बाहर बांस के बीच फंदे से लटका दिया। जब शकीना के पिता रोज मोहम्मद अंसारी को इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने रंका थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई और न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पति खुर्शीद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने किया तालाब जीर्णोद्धार व गहरीकरण कार्य का शिलान्यास


चान्हो : प्रखंड क्षेत्र के तरंगा गांव में बुधवार को कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग द्वारा तालाब का जीर्णोद्धार व गहरीकरण कार्य का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने नारियल फोड़कर व शिलापट्ट का अनावरण कर शिलान्यास किया।

 इस दौरान बंधु तिर्की ने कहा कि इस तालाब का जीर्णोद्धार व गहरीकरण होने से आसपास क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। साथ ही यहां के किसानों को खेतों में सिंचाई करने में भी काफी सुविधा होगी। आगे कहा कि साथ ही सरकारी और निजी पुराने तालाबों का भी जीर्णोद्धार व गहरीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

 इसके अलावा विभाग द्वारा छोटी-बड़ी कई सिंचाई योजनाओं को भी धरातल पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाले समय में क्षेत्र के हर किसानों की खेत में सिंचाई के लिए बिजली व पानी पहुंचाया जाएगा। मौके पर तरंगा अंजुमन कमेटी के सदर जावेद खान पंचायत समिति सह दबंग हिंद पत्रकार तबरेज खान, मोहसिन खान, वार्ड सदस्य ज्ञान खान, पंचायत प्रतिनिधि रामचन्द्र मुंडा, अफरोज अंसारी, इस्तेयक अंसारी, इदरीस अंसारी, नौसद मियां समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का राजनीतिक सपना टूटा, जानें क्या था उसका प्लान


कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का राजनीतिक सपना टूट गया है। उसका प्लान झारखंड की बड़कागांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का था।जय श्रीराम के नारे के साथ कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू राजनीति में भी भाग्य आजमाने के चक्कर में था। इसके लिए अमन ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर, वॉट्सऐप सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हर पर्व त्योहार पर बधाई संदेश व शुभकामनाएं भी देना शुरू कर दिया था।

वह बड़कागांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का इच्छुक था। 2024 में जेल से रहते हुए वह चुनाव लड़ना चाहता था, लेकिन हाई कोर्ट ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। झारखंड हाई कोर्ट की एकल पीठ ने अमन साव की सजा से संबंधित हस्तक्षेप याचिका को खारिज कर दिया था।

अदालत ने क्या कहा?

अदालत ने कहा कि अमन के खिलाफ 100 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कोर्ट ने अमन साव की सजा पर रोक की हस्तक्षेप याचिका को खारिज कर दिया। अपने इंटरनेट मीडिया पोस्ट के जरिए वह स्वयं को बड़कागांव का भावी विधायक और समाजसेवी भी बताता था।

जय श्रीराम के नारे के साथ अमन कई बार इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म से बधाई भी देता था और धमकी भी। यहां तक कि अपने गुर्गों से दी गई धमकी, मांगी गई रंगदारी या फिर की गई बड़ी हत्याओं की जिम्मेवारी भी इंटरनेट मीडिया पर लेने के साथ उसका पूरा बखान करता था।

कुछ अलग मन मिजाज का कुख्यात अमन ट्रांसपोर्टरों के साथ-साथ कोयला कारोबारी, गिट्टी क्रशर एवं ठेकेदारों को भी टारगेट करता था। अमन का पूरा काम मयंक सिंह के माध्यम से होता था। धमकी देना, रंगदारी मांगना, हत्या करना या इंटरनेट मीडिया पर प्रचार प्रसार करने के अलावा गोली, बम, हथियारों की नुमाइश भी ज्यादातर मयंक के माध्यम से ही किया जाता था।

17 वर्ष की उम्र में पहली बार सुधार गृह भेजा गया था अमन

झारखंड में आतंक का पर्याय कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का बचपन पतरातू थर्मल के जनता नगर में बीता था। पिता बिरसा मार्केट में किराना दुकान चलाते थे। वहीं पूरा परिवार जनता नगर के एपीओ कॉलोनी में रहता था। पहली बार 17 वर्ष की उम्र में वर्ष 2012 में पतरातू औद्योगिक क्षेत्र स्थित बर्नपुर सीमेंट फैक्ट्री में गोली चलाने के आरोप में अमन साहू को बाल सुधार गृह भेजा गया था।

सुधार गृह से आने के बाद वर्ष 2014 में अमन साहू पर घर से बरसा मार्केट जाने के दौरान अपराधियों द्वारा गोली चलाई गई थी। इसमें वह बाल बाल बच गया था। इसके बाद लगातार अमन के अपराध का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ता गया।

अपने गिरोह को आगे बढ़ाने में अमन साहू ने इंटरनेट मीडिया का भरपूर उपयोग कर युवाओं को अपने साथ जोडता चला गया। बीते चार-पांच वर्ष पूर्व ही अमन साहू का पूरा परिवार पतरातू छोड़कर रांची जिला के बुढ़मू अपने पैतृक गांव में शिफ्ट कर गया है।

धनबाद बैंक मोड़ में दुकान संचालक की पीट-पीटकर हत्या


रांची : झारखंड में धनबाद शहर के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत शांति भवन के समीप बुधवार की सुबह एक युवक की पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए एसएनएमएमसीएच भेज दिया है।

झारखंड में एलपीजी सिलेंडर की नई कीमतें जारी, जानें अपने शहर का रेट


12 मार्च 2025 को आपके शहर में एलपीजी सिलेंडर की कीमत अगर आपको नहीं मालूम, तो यह खबर आपके काम की है. अगर आप 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर की डिलीवरी लेने जा रहे हैं, 

तो पहले रेट यहां चेक कर लें, ताकि आपसे डिलीवरी मैन ज्यादा पैसा न ले ले. आईए, आपको बताते हैं कि रांची, धनबाद, बोकारो, देवघर समेत झारखंड के सभी 24 जिलों में शुक्रवार 12 मार्च 2025 को एलपीजी सिलेंडर की कीमत कितनी है.

 रांची में आज 12 मार्च 2025 को घरेलू रसोई में इस्तेमाल होने वाले 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 860.50 रुपए है. जमशेदपुर में इसकी कीमत 842.50 रुपए है.

 सरायकेला-खरसावां के लोगों को इसी सिलेंडर के लिए 843 रुपए देने पड़ेंगे. अगर कोई चाईबासा में इस सिलेंडर को खरीदेगा, तो उसे 852 रुपए खर्च करने होंगे. हजारीबाग, कोडरमा और रामगढ़ में 14 किलो का सिलेंडर 12 मार्च 2025 को 862 रुपए में मिलेगा. झारखंड के इन 3 जिलों में सबसे महंगा सिलेंडर मिल रहा है. आपके जिले या शहर में आज क्या है एलपीजी सिलेंडर की कीमत, यहां जानें.

14.2 किलो के LPG सिलेंडर की आपके शहर में क्या है कीमत, देखें शहर/जिला का नाम एलपीजी सिलेंडर की कीमत

बोकारो --- 860.50 रुपए

चतरा ----- 859.50 रुपए

देवघर----- 860.50 रुपए

धनबाद----- 860.50 रुपए

दुमका----- 860.50 रुपए

जमशेदपुर----- 842.50 रुपए

गढ़वा-----860.50 रुपए

गिरिडीह----- 860.50 रुपए

गोड्डा---- 860.50 रुपए

गुमला ---- 860.50 रुपए

हजारीबाग---- 862.00 रुपए

जामताड़ा----- 860.50 रुपए

खूंटी----- 860.50 रुपए

कोडरमा -----862.00 रुपए

लातेहार -----860.50 रुपए

लोहरदगा---- 860.50 रुपए

पाकुड़---- 860.50 रुपए

पलामू -----860.50 रुपए

रामगढ़-----862.00 रुपए

रांची-----860.50 रुपए

साहिबगंज----- 860.50 रुपए

सरायकेला-खरसावां -----843.00 रुपए

सिमडेगा-----860.50 रुपए

चाईबासा-----852.00 रुपए

वाराणसी का त्रिलोकनाथ शिव मंदिर, बैद्यनाथ धाम से जुड़ा है इसका रहस्यमयी संबंध


वाराणसी : भारत में ऐसे कई प्राचीन और रहस्यमय मंदिर हैं, जो अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता के कारण श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। ऐसा ही एक दुर्लभ शिव मंदिर मां गंगा के तट पर स्थित है, जिसका गहरा संबंध झारखंड के प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम से है।

इस मंदिर से जुड़ी मान्यताएं, कथा और इतिहास इसे और भी खास बनाते हैं। आइए, जानते हैं इस मंदिर से जुड़े रोचक तथ्य और रहस्य।

कहां स्थित है यह रहस्यमयी शिव मंदिर?

यह अनोखा शिव मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में गंगा नदी के किनारे स्थित है। इसे त्रिलोकनाथ शिव मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर प्राचीन काल से ही साधु-संतों और भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। कहा जाता है कि यह मंदिर सीधे तौर पर देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम से जुड़ा हुआ है। दोनों मंदिरों के बीच एक अद्भुत आध्यात्मिक संबंध माना जाता है।

बैद्यनाथ धाम से क्या है संबंध?

मान्यता है कि त्रेता युग में रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की थी। रावण ने शिवलिंग को लंका ले जाने का प्रयास किया था, लेकिन उनके छल के कारण यह शिवलिंग बैद्यनाथ धाम में स्थापित हो गया। उसी काल में भगवान विष्णु ने वाराणसी में त्रिलोकनाथ मंदिर की स्थापना की, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु बैद्यनाथ धाम के पुण्य का अनुभव कर सकें। यह भी कहा जाता है कि जो भक्त किसी कारणवश बैद्यनाथ धाम नहीं जा सकते, वे यहां पूजा करके समान पुण्य प्राप्त करते हैं।

मंदिर की विशेषताएं और अनोखी परंपराएं

गंगा स्नान और शिव पूजा एक साथ: यहां भक्त पहले गंगा में स्नान करते हैं और फिर शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है।

शिवरात्रि पर भव्य मेला :

 महाशिवरात्रि के दिन यहां विशाल मेला लगता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु दूर-दूर से आकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।

अनूठी वास्तुकला :

 मंदिर की वास्तुकला प्राचीन भारतीय शिल्पकला का अद्भुत उदाहरण है। यहां के स्तंभों और दीवारों पर की गई नक्काशी ध्यान आकर्षित करती है।

इस मंदिर से जुड़े रहस्य

कहा जाता है कि त्रिलोकनाथ मंदिर का शिवलिंग स्वयंभू है। यह शिवलिंग गंगा नदी के तट पर प्रकट हुआ था। मंदिर के पुजारी और स्थानीय श्रद्धालु बताते हैं कि यहां की शक्ति और ऊर्जा का अनुभव हर भक्त करता है। रात के समय यहां विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, जिसे त्रिलोक आरती कहा जाता है। यह आरती बहुत ही दुर्लभ और प्रभावशाली मानी जाती है।

मां गंगा के तट पर बसे इस त्रिलोकनाथ शिव मंदिर का बैद्यनाथ धाम से गहरा आध्यात्मिक संबंध इसे और भी विशेष बनाता है। यहां आने वाले भक्तों को न केवल शांति और अध्यात्मिक संतोष मिलता है, बल्कि उन्हें बैद्यनाथ धाम के समान पुण्य प्राप्ति का विश्वास भी होता है। अगर आप भी किसी दुर्लभ और पवित्र स्थान की यात्रा करना चाहते हैं, तो वाराणसी स्थित इस मंदिर की यात्रा अवश्य करें। यहां की पावन गंगा और त्रिलोकनाथ शिव के दर्शन आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।

झारखण्ड सरकार द्वारा शनिवार को विशेष अवकाश की घोषणा, 14 से 16 तक रहेगी छुट्टी

रांची : होली पर्व को लेकर 14 मार्च को छुट्टी घोषित थी 15 मार्च शनिवार को भी झारखण्ड सरकार ने छुट्टी की घोषणा कर दी है ,16 मार्च को रविवार होने के कारण सभी कार्यालय 17 को खोले जाएंगे।

अतः सभी विभागों में 14 से 16 मार्च तक तीन दिन छुट्टियां रहेंगी।

17 साल के उम्र सें अपराध की दुनिया में कदम, रखने वाले अमन साहू राजनीति में भी दबदबा बनाने के लिए लड़ना चाहता था विधानसभा चुनाव

गलत राह पर उतरने वाले का अंत भयानक होता है.यही अमन साहू या अमन साहू जैसे लोगों का होता आया है. फिर भी लोग समझने को तैयार नहीं.

अमन साहू ना मात्र झारखण्ड बल्कि पुरे आस पास के राज्यों के लिए आतंक का पर्याय था. उसने 17 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था और तब सें आतंक मचा कर रखा था उसके नाम सें ही लोगों के पसीने छूटने लगते थे.

आज झारखंड के इस कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. उसपर 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे. उसे पुलिस द्वारा छत्तीसगढ़ के रायपुर से रिमांड पर रांची ला रही थी. पलामू जिला के चैनपुर -रामगढ़ रोड पर गैंगस्टर अमन साहू ने भागने की कोशिश की. उसने पुलिस जवान की रायफल छीन उनपर फायरिंग की. जवाबी कार्रवाई में उसे ढेर कर दिया गया.

जानकारी के मुताबिक, कुख्यात अपराधी अमन साहू को रायपुर से पुलिस रिमांड पर पूछताछ के लिए रांची लाया जा रहा था. इसी दौरान पुलिस की गाड़ी दुर्घटना की शिकार हो गई. इसी का फायदा उठाकर अमन साहू एक जवान की राइफल छीन कर भागने की कोशिश किया जब पुलिस जवानों ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस के जवानों पर ही गोलीबारी शुरू कर दिया, जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने मोर्चा संभाला और पुलिस की मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू मारा गया.

 अमन साहू के कारनामे


अमन साहू काफी कुख्यात अपराधी था. उसने पिछले दिनों झारखंड की राजधानी रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में चर्चित कोयला कार्रवाई विपिन मिश्रा पर दिनदहाड़े गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था, इसके बाद झारखंड के ही हजारीबाग जिला में एनटीपीसी के डीजीएम डिस्पैच कुमार गौरव की गोली मारकर घर हत्या कर दी थी. दोनों ही घटनाओं में अमन साहू गिरोह की संलिप्ता को लेकर पूछताछ करने के लिए झारखंड पुलिस के द्वारा रिमांड पर लेकर उसे रायपुर से रांची लाया जा रहा था.

पुलिस का दावा,भागने की कोशिश, पुलिस पर भी की फायरिंग


बताया जाता है कि रायपुर सें उसे रिमांड पर लेकर पुलिस की गाड़ी जैसे ही पलामू जिला के चैनपुर-रामगढ़ रोड पहुंची. तभी एकाएक पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसका फायदा उठाकर गैंगस्टर अमन साहू गाड़ी में मौजूद जवान का हथियार छीनकर भागने लगा. पुलिस द्वारा रोकने पर उसने फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे धेर्ट कर दिया गया. अमन साहू झारखंड की राजधानी रांची के ठाकुरगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत मतवे गांव का रहने वाला है. उसपर झारखंड के विभिन्न जिलों के विभिन्न स्थानों में 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं.

वारदात के बाद सोशल मीडिया पर देता था जानकारी


अमन साहू गिरोह द्वारा झारखंड पुलिस के साथ-साथ झारखंड में कोयले का कारोबार करने वाले व्यापारी, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदारों के साथ-साथ रियल एस्टेट कारोबारी और बिल्डर भी परेशान थे. सभी वर्गों सेवा रंगदारी के रूप में वसूली करता था, नहीं मिलने पर हत्या जैसे संगीन अपराध को अपने गुर्गों के माध्यम से अंजाम दिलवाया करता था. उसके गैंग से जुड़े हुए अपराधियों के द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने को सोशल मीडिया के माध्यम से घटना की जिम्मेदारी भी ली जाती थी.

6 जेलों में किया जा चुका था शिफ्ट


अमन साहू का झारखंड और खास करके कोयला से जुड़े कंपनी और व्यापारियों के बीच डर और दहशत था.कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को अब तक झारखंड पुलिस के द्वारा करीब आधा दर्जन से ज्यादा जेलों में समय-समय पर उसे ट्रांसफर किया गया. 13 अक्टूबर 2024 को चाईबासा जेल से उसे रायपुर (छत्तीसगढ़) जेल शिफ्ट किया गया था. कुख्यात गैंगस्टर विधानसभा चुनाव भी लड़ना चाहता था. उसने बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भी खरीदा था, हालांकि उसे न्यायालय के द्वारा अनुमति नहीं मिली थी.