पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े गोली मारकर निर्मम हत्या किए जाने के विरोध में पत्रकारों ने किया प्रदर्शन

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर ) महोली के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े गोली मारकर निर्मम हत्या किए जाने के विरोध में पत्रकारों ने प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी को दिया ज्ञापन। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को स्थानीय पक्का तालाब तीर्थ पर तहसील क्षेत्र के भारी संख्या में पत्रकार, अधिवक्ता और किसान यूनियन के पदाधिकारीयों ने एकत्रित होकर महोली के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े गोली मार कर निर्मम हत्या के मामले में आक्रोश व्यक्त करते हुए, विरोध मार्च निकालते हुए लहरपुर गेट, खत्रियाना चौराहा अम्बर सरायं होते हुए तहसील गेट पर पहुँच कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

राघवेंद्र वाजपेई के हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग करते हुए महा राज्यपाल को संबोधित उपजिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या का सही व सत्य खुलासा किया जाए एवं हत्यारों को गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिलाई जाए, पत्रकार के परिवार को सरकार द्वारा एक करोड़ की आर्थिक सहायता एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, पीड़ित परिवार के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान की जाए व पत्रकारों की सुरक्षा हेतु सख्त कानून बनाया जाए। इस अवसर पर तहसील क्षेत्र के भारी संख्या में पत्रकार, अधिवक्ता व राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के पदाधिकारी व सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल उपस्थित रहा।

पत्रकार हत्याकांड : विधायक के आश्वासन के बाद अंत्येष्टि के लिए राजी हुए परिजन, नैमिष में हुई अंत्येष्टि

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। पत्रकार राघवेंद्र की हत्या के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी हत्यारों को ना पकडे जाने पर परिजन भड़क उठे और शव को हाईवे पर रखकर जाम लगाने की बात कह कर शव को घर से बाहर निकालने लगे। मामले को पेचीदा होते देख पुलिस के हाथ पांव फूल उठे। वहां मौजूद पुलिस ने किसी तरह से परिजनों की मान मनौव्वल कर शव को फिर से घर के अंदर ले गए। इसके बाद महोली विधायक शशांक त्रिवेदी ने परिजनों को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा हर संभव मदद करने के साथ मुख्यमंत्री से परिजनों की मुलाकात कराई जाएगी। इसके बाद परिजन शव की अंत्येष्टि के लिए राजी हुए। बाद में शव को नैमिषारण्य ले जाकर अंत्येष्टि कर दी गयी। इस मौके पर वहां भारी संख्या में पुलिस के साथ-साथ भाजपा के जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला, विधायक शशांक त्रिवेदी और पूर्व सांसद रेखा वर्मा भी मौजूद थी।

ज्ञात हो कि महोली तहसील से एक राष्ट्रीय हिंदी दैनिक के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की गोली मारकर शनिवार को निर्मम हत्या कर दी गई थी। उसके बाद में पुलिस ने हत्यारो को पकड़ने के लिए चार टीम में लगाई थी। आईजी ने भी दौरा किया लेकिन 24 घंटा बीत गए फिर भी पत्रकार के हत्यारे गिरफ्तार नहीं किए गए हैं। हत्यारो को ना पकडे जाने को लेकर परिजन आक्रोशित हो गए। परिजन हत्यारो की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव को हाईवे पर ले जाने के लिए शव को घर से बाहर लेकर निकल पड़े। घर से सबको निकलते देख पुलिस के हाथ-पांव फूल उठे। कोतवाली सीतापुर के कोतवाल अपने पुलिस बल के साथ मे परिजनों को किसी तरीके से मनाया।

परिजनों को मनाए जाने के बाद में पुलिस किसी तरीके से शव को फिर से घर के अंदर लेकर गई है लेकिन फिर भी मामला शांत नहीं हुआ है। अब भी परिजन गुस्से से भरे रहे परिजनों का कहना था कि जब तक हत्यारे पकड़े नहीं जाएंगे शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। मामले की नजाकत को देखते हुए उसे शांत करने के लिए भारी संख्या में कई थानों की पुलिस फोर्स लगाई गई थी। यही नहीं वहां पर भाजपा के विधायक तथा कई कार्यकर्ता और अधिकारी भी मौजूद थे। भाजपा विधायक शशांक त्रिवेदी के आश्वासन के बाद परिजन शव की अंत्येष्टि करने के लिए राजी हुए। जिसके बाद परिजन शव को लेकर अंत्येष्टि के लिए नैमिषारण्य रवाना हुए और वहां विधि विधान के साथ शव की अंत्येष्टि कर दी गयी।

पत्रकार हत्याकांड में पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग, तीन लेखपाल सहित आठ लोगों से हो रही पूछताछ

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड के मामले में पुलिस के हाँथ कई अहम सुराग लगे हैं। देर रात पुलिस ने तीन लेखपालों समेत आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूंछतांछ कर रही है। इनमें लेखपाल राम सिंह राणा, प्रतीक गुप्ता और डीपी सिंह शामिल हैं। इसके अलावा विमल कश्यप नामक एक युवक भी शामिल है, जिसे पेशेवर शूटर बताया जा रहा है।बताया जाता है कि घटना से पहले तहसीलदार सदर ने मैसेज करके राघवेंद्र को मिलने के लिए तहसील बुलाया था। मैसेज के दौरान वे थाना दिवस कार्यक्रम में शामिल थे।

घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें 1:33 मिनट के एक फुटेज में शनिवार दोपहर 2:52 बजे पत्रकार राघवेंद्र अपनी बाइक पर जाते दिख रहे हैं। उनके ठीक 20 सेकेंड के बाद दोपहर 2:53 बजे एक स्प्लेंडर बाइक पर सवार दो युवक दिख रहे हैं। जिसमें बाइक का चालक मुंह पर रुमाल बांधे हुए है। इसके 5 सेकेंड के बाद एक ब्लैक थार जाती हुई दिख रही है।

बताया जा रहा है ये फुटेज घटना से कुछ मिनट पहले का ही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यह बाइक और थार कार राघवेंद्र का पीछा कर रही थीं। इसके अलावा राघवेंद्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकार के शरीर में चार गोलियां बरामद हुई हैं। राघवेंद्र एक राष्ट्रीय अखबार में महोली तहसील के पत्रकार थे।

विदित हो कि लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे (एनएच-30) पर इमलिया सुल्तानपुर थाना इलाके के हेमपुर रेलवे क्रासिंग पर बने ओवर ब्रिज पर पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई (36) की शनिवार दोपहर 3:00 बजे ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी। राघवेंद्र के सीने और कंधे में गोली लगी थी। एक बुलेट कपड़ों में फंसी मिली थी।घटना की सूचना पर आईजी रेंज प्रशांत कुमार शनिवार देर रात सीतापुर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का मुआयना किया। रविवार को उन्होंने राघवेंद्र के परिजनों से मुलाकात की। आईजी रेंज ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया।

वहीं आज सुबह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मृतक पत्रकार के घर पहुँचे। अजय राय ने परिजनों से मुलाकात की उसके बाद उत्तर प्रदेश की काननू व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा।

*हाईवे पर दिनदहाड़े पत्रकार की गोली मारकर हत्या*

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर- इमलिया सुल्तानपुर थाना इलाके के नेशनल हाइवे पर दिनदहाड़े अज्ञात बदमाशों ने एक पत्रकार पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। दिनदहाड़े हाइवे पर हुए इस हत्याकांड से इलाके में दहशत फैल गयी। वहीं इस वारदात को लेकर पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त है।

जानकारी के अनुसार महोली कस्बा निवासी राघवेंद्र वाजपेयी एक राष्ट्रीय हिंदी दैनिक समाचार पत्र के महोली तहसील से संवाददाता थे। शनिवार की दोपहर सीतापुर से बाइक पर सवार होकर वह महोली जा रहे थे। तभी इमलिया सुल्तानपुर थाना इलाके के नेशलन हाइवे पर हेमपुर रेलवे क्रासिंग के ओवरब्रिज पर अज्ञात बदमाशों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़े, और बदमाश मौके से फरार हो गए।

स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि वाजपेयी द्वारा खबरों का प्रकाशन करने से नाराज लोगों द्वारा हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र ने बताया कि घटना का खुलासा करने के लिये कई टीमों को लगाया गया है और सीसीटीवी फुटेज की मदद ली जा रही है।

सड़क सुरक्षा पर प्रशासन हुआ सख्त, डीएम ने दिए कड़े निर्देश

सीके सिंह (रूपम)

सीतापुर। जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। इसी कड़ी में जिलाधिकारी अभिषेक आनंद की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें परिवहन, पुलिस, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को तलब किया गया। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अधिकारियों से सख्त लहजे में पूछा कि "यदि सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन कर रहे हैं, तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी क्यों नहीं आ रही?"

प्रदेश के मुख्यमंत्री भी सड़क सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर हैं और उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां उचित प्रबंध किए जाएं, सड़क नियमों का पालन सुनिश्चित कराया जाए और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कार्ययोजना

बैठक में सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों की समीक्षा की गई और तय किया गया कि दुर्घटना बाहुल्य स्थलों का भौतिक निरीक्षण कर उनके सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं का गहराई से विश्लेषण किया जाए और उन स्थानों पर तत्काल सुधारात्मक कार्य किए जाएं जहां बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं।

अवैध कट और ओवरलोड वाहनों पर कड़ी कार्रवाई

सभी मुख्य मार्गों पर स्थित अवैध कटों को चिन्हित कर उन पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, ओवरलोड वाहनों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने को कहा गया। जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग और पुलिस को सख्त लहजे में निर्देश दिए कि बिना परमिट वाले वाहनों को सड़कों पर बिल्कुल भी न चलने दिया जाए।

दुर्घटना बाहुल्य मार्गों पर विशेष निगरानी

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिन मार्गों पर बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं, वहां विशेष निगरानी रखी जाए। पुलिस को निर्देश दिए गए कि ऐसे क्षेत्रों में गश्त बढ़ाई जाए और सुनिश्चित किया जाए कि यातायात नियमों का कड़ाई से पालन हो। इसके अलावा, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने और कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया।

सड़कों की मरम्मत और सुरक्षा संकेतकों पर जोर

लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए गए कि सभी मुख्य और आंतरिक मार्गों को गड्ढामुक्त किया जाए। जिन सड़कों पर गड्ढे हैं, वहां तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने को कहा गया ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इसके अलावा, जरूरी स्थलों और मोड़ों पर शाइन बोर्ड, एरो संकेतक और दिशा सूचक बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए ताकि यातायात सुगम और सुरक्षित बनाया जा सके।

ओवरस्पीड और ट्रिपलिंग पर विशेष अभियान

जिलाधिकारी ने ट्रैफिक पुलिस को विशेष अभियान चलाकर ओवरस्पीड वाहनों और ट्रिपलिंग (तीन सवारी बैठाने) करने वालों के खिलाफ नियमित रूप से चालान करने का निर्देश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह अभियान केवल कुछ दिनों के लिए नहीं बल्कि लगातार चलना चाहिए ताकि वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करने के लिए बाध्य हों।

जनता से सहयोग की अपील

बैठक में मौजूद अधिकारियों ने आम जनता से भी अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें, हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से उपयोग करें, और यदि वे किसी भी वाहन चालक को नियमों का उल्लंघन करते देखें, तो इसकी सूचना तुरंत संबंधित विभाग को दें।

मुख्यमंत्री के निर्देशों पर सख्ती से अमल

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि प्रदेश में सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त न किया जाए।

प्रशासन की सख्ती से उम्मीदें बढ़ीं

बैठक के बाद यह साफ हो गया कि प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर अब किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा। जिलाधिकारी के सख्त निर्देशों के बाद संबंधित विभागों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा उपायों को तेजी से लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

इस तरह, मुख्यमंत्री और प्रशासन की नई कार्ययोजना और सख्त निगरानी से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यातायात व्यवस्था अधिक सुरक्षित और सुचारू हो सकेगी।

पुष्पवर्षा से हुआ चौरासी कोसी परिक्रमा का भव्य स्वागत

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। सनातन संस्कृति की अखंड आस्था और अनवरत श्रद्धा का प्रतीक चौरासी कोसी परिक्रमा भक्ति, उल्लास और दिव्यता के संग षष्ठम पड़ाव देवगंवा पहुंची। जैसे ही परिक्रमा देवगंवा की पावन धरा पर पहुंची, श्रद्धालुओं और प्रशासन ने पुष्पवर्षा कर, जयघोष के साथ भव्य स्वागत किया। पूरा क्षेत्र राम नाम के उद्घोष, शंखनाद और घंटे-घड़ियालों की मंगल ध्वनि से भक्तिरस में डूब गया।

परिक्रमा के देवगंवा पहुंचने पर श्रद्धालु और प्रशासनिक अधिकारी परिक्रमार्थियों की अगवानी के लिए आतुर दिखे। मिश्रिख उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने परिक्रमार्थियों पर पुष्पवर्षा कर, माल्यार्पण किया और स्मृति चिह्न भेंट कर अभिनंदन किया।

इस भव्य पड़ाव पर परिक्रमा समिति के अध्यक्ष महंत नारायणदास, सचिव महंत संतोष दास, व्यास पीठाधीश अनिल शास्त्री, महंत रंजीत शास्त्री, मंत्री महंत प्रीतमदास, विमल बजरंगी समेत अन्य संत-महंतों का प्रशासन की ओर से भव्य स्वागत किया गया।

परिक्रमा मेला का घोड़ा और डंका जैसे ही देवगंवा की सीमा में गूंजा, क्षेत्र के जनमानस में आस्था और श्रद्धा की लहर दौड़ गई। श्रद्धालुओं ने भक्ति और उल्लास के साथ जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए परिक्रमार्थियों का स्वागत किया। परिक्रमा के इस दिव्य पड़ाव पर गाजे-बाजे, शंखनाद और संकीर्तन मंडलियों के स्वर संपूर्ण वातावरण में गूंज उठे।

संत-महंतों और परिक्रमार्थियों ने राम नाम संकीर्तन का ऐसा दिव्य प्रवाह प्रवाहित किया कि हर भक्त आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति के आनंद में डूब गया। हरिनाम संकीर्तन, भजन-कीर्तन और प्रभु श्रीराम के गुणगान ने श्रद्धालुओं को भक्तिरस से सराबोर कर दिया। हर संत-महंत प्रभु भक्ति में मग्न हो मुस्कुरा रहे थे, मानो प्रभु श्रीराम की कृपा दृष्टि सब पर बरस रही हो।

श्रद्धालुओं ने ध्वज पताकाएं फहराते हुए, गाजे-बाजे के साथ भजन-कीर्तन करते हुए परिक्रमा मार्ग पर प्रभु श्रीराम की महिमा का गुणगान किया। परिक्रमा मार्ग पर प्रशासनिक व्यवस्थाएं चाक-चौबंद दिखीं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए पेयजल, चिकित्सा, यातायात और सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई थी।

मिश्रिख उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी ने यात्रा मार्ग की सुरक्षा और समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की, जिससे परिक्रमा सुगमता से आगे बढ़ सके। श्रद्धालुओं के लिए विश्राम स्थल, प्रसाद वितरण और जलपान की व्यवस्था भी की गई थी ताकि वह बिना किसी कठिनाई के अपनी यात्रा पूरी कर सकें। चौरासी कोसी परिक्रमा का यह पड़ाव इतना दिव्य और भव्य था कि श्रद्धालुओं का उत्साह और उमंग अपने चरम पर दिखा। परिक्रमार्थियों में बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी सम्मिलित थे, जो प्रभु श्रीराम की भक्ति में रमे हुए थे। हर कोई परिक्रमा में शामिल होकर स्वयं को धन्य मान रहा था। श्रद्धालु रामधुन गाते हुए, भजन कीर्तन करते हुए, जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए आगे बढ़ रहे थे। रास्ते में श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह जलपान, प्रसाद वितरण और विश्राम की व्यवस्था भी की गई थी। सेवाभावी संगठनों और भक्तों ने तन-मन-धन से सेवा कर पुण्य अर्जित किया। सनातन धर्म की यह अखिल पवित्र परंपरा अनवरत अपने अगले पड़ाव मडरूवा की ओर अग्रसर हो रही है। राम नाम का उद्घोष, हरिनाम संकीर्तन की धुनें, गाजे-बाजे और भजन-कीर्तन के साथ यह पावन यात्रा पुण्य लाभ अर्जित करने के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ रही है।

चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग पर प्रकाश, पेयजल और स्वच्छता सहित अन्य तैयारियों का डीएम ने लिया जायजा

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। जनपद में होली चौरासी कोसीय परिक्रमा मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने मडरूवा पड़ाव का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियों को स्पष्ट करते हुए परिक्रमा मार्ग में आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

बताते चले कि होली परिक्रमा मेला का सप्तम पड़ाव मडरूवा में ठहरता है, जहां अनगिनत संख्या में देश विदेश से परिक्रमार्थी मांडव ऋषि के आश्रम पर रुकते है और अग्रिम अष्टम पड़ाव जरिगंवा को प्रस्थान करता है। जिलाधिकारी सीतापुर ने पड़ावों का निरीक्षण किया वही मिश्रिख की पंच कोसीय परिक्रमा पथ का भी निरीक्षण किया।

व्यवस्थाओं की गहन जांच एवं निर्देश

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने परिक्रमा मार्ग की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया और संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने पंचायती राज विभाग को परिक्रमा मार्ग में प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छता और पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिला पंचायत विभाग को श्रद्धालुओं के ठहराव हेतु टेंट, पंडाल एवं प्रकाश व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी।

जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं समय से पहले पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से परिक्रमा मार्ग के विभिन्न पड़ावों की स्थिति की जानकारी ली और तैयारियों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत दी।

परिक्रमा मार्ग की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये कि जहां-जहां सड़कें गड्ढायुक्त हैं, वहां तत्काल पैचिंग और मरम्मत का कार्य किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मार्ग को समतल एवं सुगम बनाया जाए ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना न हो।

साथ ही सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया कि परिक्रमा मार्ग में स्थित जीर्ण-शीर्ण पुलियों की मरम्मत शीघ्र की जाए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि जो भी पुलिया क्षतिग्रस्त स्थिति में हैं, उनकी तुरंत मरम्मत कराई जाए ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई समस्या न हो।

जल जीवन मिशन के तहत मरम्मत कार्यों का निर्देश

निरीक्षण के दौरान जल निगम को यह निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के तहत जिन मार्गों को खोदा गया था और वह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें तत्काल दुरुस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालुओं को निर्बाध रूप से यात्रा करने की सुविधा मिले, इसके लिए जल निगम को प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कार्य पूरे करने होंगे।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा सर्वाेपरि

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग पर हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन और पूजन के लिए आते हैं, इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और हर छोटी-बड़ी जरूरत का ध्यान रखते हुए योजनाओं को साकार करें।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों से परिक्रमा मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था, आपातकालीन सेवाओं, प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और अन्य आवश्यक सुविधाओं के संबंध में भी जानकारी ली। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि यदि कहीं कोई समस्या उत्पन्न होती है तो उसका समाधान तत्काल किया जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।

निरीक्षण के अंत में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी कार्यों को तय समय-सीमा के अन्दर पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि समयबद्ध कार्य प्रणाली अपनाकर श्रद्धालुओं को सर्वाेत्तम सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।

इसके अलावा, जिलाधिकारी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि परिक्रमा मार्ग के आसपास साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए कूड़ेदान और शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।

जिलाधिकारी अभिषेक आनंद के नेतृत्व में चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने प्रकाश व्यवस्था, सड़क सुधार, पुलियों की मरम्मत, पेयजल सुविधा और स्वच्छता संबंधी कार्यों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। इस निरीक्षण अभियान से स्पष्ट है कि सीतापुर प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर गंभीर है और समय से पहले सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध है।

स्थानीय पालिका परिषद सभागार में ऑनलाइन कर संग्रहण पोर्टल का शुभारंभ


कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। स्थानीय पालिका परिषद सभागार में ऑनलाइन कर संग्रहण पोर्टल का शुभारंभ इंडियन बैंक के सौजन्य से किया गया।

जानकारी के अनुसार नगर पालिका परिषद के सभागार में मंगलवार को इंडियन बैंक और नगर पालिका परिषद के सौजन्य से ऑनलाइन कर संग्रहण पोर्टल का शुभारंभ हाजी जावेद अहमद पालिका परिषद अध्यक्ष के द्वारा बटन दबाकर किया गया।

इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि नगर पालिका के द्वारा सभी नगर वासियों को सुविधा प्रदान करने के लिए घर बैठे ऑनलाइन पालिका के टैक्स चाहे प्रॉपर्टी टैक्स हो या पानी टैक्स हो या कमर्शियल सभी प्रकार के टैक्स जमा करने के लिए ऑनलाइन पालिका पोर्टल का शुभारंभ किया गया है जिसके द्वारा नगरवासी सभी प्रकार के टैक्स ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि श्रीमती रूपन विनायक अंचल प्रमुख इंडियन बैंक सीतापुर ने पालिका परिषद अध्यक्ष हाजी जावेद अहमद को पुष्पगुच्छ स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर अंचल प्रमुख इंडियन बैंक श्रीमती रूपन विनायक ने कहा कि, इंडियन बैंक के सौजन्य से ऑनलाइन टैक्स जमा करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है इससे संबंधित पोर्टल पर नगर वासी अपने सभी प्रकार के टैक्स ऑनलाइन जमा कर सकेंगे जिससे उन्हें समय की बचत होगी और बैंक का चक्कर भी नहीं काटना पड़ेगा। कार्यक्रम को इंडियन बैंक के जोनल ऑफिस के मुख्य प्रबंधक ईरेश पांडे ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन अंकुश श्रीवास्तव ने किया।

इस मौके पर बोलते हुए पालिका प्रसाद के अधिशासी अधिकारी अनिरुद्ध पटेल ने बताया कि, पालिका कर्मियों को सभी नगर वासियों को ऐप डाउनलोड करने की जिम्मेदारी दी गई है इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, नगर पालिका का यह कदम प्रधानमंत्री की डिजिटल भारत के सपनों को साकार करने की एक दिशा है इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और नागरिकों को घर बैठे सभी सुविधाएं प्राप्त होगी।

इस मौके पर स्थानीय शाखा प्रबंधक बैंक मोहम्मद वसीम, मेराज अली, पालिका परिषद के सभासद, पालिका कर्मी और नागरिक उपस्थित थे।

संगम का पवित्र जल पहुंचा सीतापुर, लोगों को किया जा रहा वितरित

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। प्रयागराज के संगम का पवित्र जल कलेक्ट्रेट परिसर सीतापुर पहुंच गया है। यह गंगाजल फायर ब्रिगेड की गाड़ी से यहां लाया गया है। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने पवित्र जल को आम लोगों में वितरित किया। लोगों से अपील की गई है कि वह यहां आए और आराम से पवित्र जल घर ले जाए। इसका प्रयोग पूजा अर्चना में करें।

प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेले में इस साल 67 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे। इन श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया। सीतापुर से भी बड़ी संख्या में भक्त कुंभ में गए थे। कई श्रद्धालु अलग-अलग कारणों से वहां नहीं जा सके। ऐसे लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए संगम का पवित्र जल अब फायर ब्रिगेड टीम द्वारा सीतापुर में ही उपलब्ध कराया जा रहा है।

नायब तहसीलदार ज्योति वर्मा बनीं तहसीलदार न्यायिक

आरएन सिंह

बिसवां(सीतापुर)। तहसील प्रशासन में एक महत्वपूर्ण बदलाव के तहत नायब तहसीलदार ज्योति वर्मा का प्रमोशन शासन ने कर उन्हें तहसीलदार न्यायिक बिसवां नियुक्त किया गया है। उन्होंने आज औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण कर लिया।

ज्योति वर्मा अपनी कर्तव्यनिष्ठा और न्यायिक कार्यों में दक्षता के लिए जानी जाती हैं। प्रमोशन के बाद अब वे न्यायिक मामलों की देखरेख करेंगी और प्रशासनिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाएंगी।

पदभार ग्रहण करने के दौरान तहसील के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि वे न्यायिक कार्यों को पारदर्शी और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए तत्पर रहेंगी। अभी तक इस न्यायालय का कार्य तहसीलदार बिसवां देख रहे थे न्यायालय काफ़ी दिनों से स्थाई तौर पर खाली था।