विश्व हिंदू परिषद द्वारा हिंदू नववर्ष, 30 मार्च से 12 अप्रैल तक, पूरे शहर के विभिन्न मंदिरों, अखाड़ों और धार्मिक स्थलों पर रामोत्सव मनाया जाएगा.
जमशेदपुर. बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन में 9 मार्च की संध्या विश्व हिंदू परिषद (विहिप) जमशेदपुर महानगर की बैठक में रामोत्सव के आयोजन का निर्णय लिया गया. आयोजन हिंदू नववर्ष, 30 मार्च से 12 अप्रैल तक, पूरे शहर के विभिन्न मंदिरों, अखाड़ों और धार्मिक स्थलों पर मनाया जाएगा. इस आयोजन के माध्यम से प्रभू श्रीराम के गौरवमय आदर्शों और उनकी जीवन गाथाओं को सनातन समाज के बीच पुनः जीवंत किया जाएगा, जिससे हिंदू समाज की श्रीराम के प्रति आस्था और भक्ति और भी मजबूत हो सके.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इस आयोजन के जरिए हिंदू समाज में समरसता और एकता का भाव उत्पन्न होगा. इसके साथ ही भारत राष्ट्र के सनातन समाज को एकजुट और मजबूत बनाने का प्रयास किया जाएगा. बैठक में यह भी चर्चा की गई कि जिस तरह अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण ने भारत के हिंदुओं को एकजुट किया, उसी प्रकार यह रामोत्सव भी हिंदू समाज को एकजुट करने का माध्यम बनेगा.
बैठक में बताया गया कि विहिप और बजरंगदल पूरे भारतवर्ष में श्रीरामोत्सव और हनुमान जन्मोत्सव का आयोजन करेगी. इस आयोजन का उद्देश्य न केवल प्रभू श्रीराम के आदर्शों को फैलाना है, बल्कि सनातन समाज की आस्था और शक्ति को सुदृढ़ करना भी है.
इस बैठक में विहिप झारखंड प्रांत के मंत्री मिथिलेश्वर मिश्र, गौ संवर्धन परिषद के अध्यक्ष सुजीत साहू, उपाध्यक्ष अवतार सिंह परमार, प्रचार प्रसार टोली के सदस्य हरेराम ओझा, दीपक शर्मा, विभाग से मंत्री अरुण सिंह, संगठन मंत्री मिथिलेश महतो, जिला अध्यक्ष अजय गुप्ता, मंत्री चंद्रिका भगत, सहमंत्री उत्तम कुमार दास, सहमंत्री भोला लोहार, उपाध्यक्ष गोपीराव, उपाध्यक्ष सविता सिंह, प्रचार प्रसार प्रमुख प्रदीप सिंह, सह प्रमुख समरेश मिश्रा, बजरंगदल संयोजक चंदन दास, सह-संयोजक दीपक बजरंगी, दुर्गावाहिनी सहसंयोजिका मनुश्री, धर्म प्रसार प्रमुख विवेक सिंह, सत्संग प्रमुख रविंद्र पांडेय, सह प्रमुख विशाल मिश्रा सहित सभी 13 नगरों के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
Mar 10 2025, 21:11